जींद जिले के गढ़ी थाना क्षेत्र में बिहार की रहने वाली एक नाबालिग किशोरी के साथ रेप करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने 5 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों ने रेप के बाद नाबालिग के गर्भवती होने पर उसे दवाई देकर गर्भपात भी करवाया। मजदूरी करता है परिवार पुलिस को दी शिकायत में बिहार की एक महिला ने बताया कि वह मजदूरी-दिहाड़ी के लिए गढ़ी में रह रहे थे। गढ़ी का ही अजय नाम का आरोपी उसकी नाबालिग किशोरी के साथ बातचीत करने लगा। इसके बारे में उन्हें पता नहीं था। एक दिन अजय उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर टोहाना के एक होटल में ले गया और वहां उसके साथ रेप किया। इसके बाद कई बार अजय ने उसके साथ रेप किया। इससे उसकी बेटी गर्भवती हो गई। तबियत बिगड़ी तो हुआ पर्दाफाश जब आरोपी अजय को इस बात का पता चला तो उसने दवाई देकर उसका नाबालिग का गर्भपात करवा दिया। जिससे गर्भपात में नाबालिग की तबीयत बिगड़ने लगी। तब जाकर मामले का पर्दाफाश हुआ। जब परिजनों ने नाबालिग से पूछताछ की तो उसने अपने परिजनों को सारी घटना के बारे में पूरा सच बता दिया। जिसके बाद गढ़ी थाना पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर अजय, उसकी मां दर्शना, 2 भाइयों, पिता के खिलाफ रेप करने, प्रतिबंधित दवा देकर गर्भपात करवाने, अपहरण करने समेत पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जींद जिले के गढ़ी थाना क्षेत्र में बिहार की रहने वाली एक नाबालिग किशोरी के साथ रेप करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने 5 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों ने रेप के बाद नाबालिग के गर्भवती होने पर उसे दवाई देकर गर्भपात भी करवाया। मजदूरी करता है परिवार पुलिस को दी शिकायत में बिहार की एक महिला ने बताया कि वह मजदूरी-दिहाड़ी के लिए गढ़ी में रह रहे थे। गढ़ी का ही अजय नाम का आरोपी उसकी नाबालिग किशोरी के साथ बातचीत करने लगा। इसके बारे में उन्हें पता नहीं था। एक दिन अजय उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर टोहाना के एक होटल में ले गया और वहां उसके साथ रेप किया। इसके बाद कई बार अजय ने उसके साथ रेप किया। इससे उसकी बेटी गर्भवती हो गई। तबियत बिगड़ी तो हुआ पर्दाफाश जब आरोपी अजय को इस बात का पता चला तो उसने दवाई देकर उसका नाबालिग का गर्भपात करवा दिया। जिससे गर्भपात में नाबालिग की तबीयत बिगड़ने लगी। तब जाकर मामले का पर्दाफाश हुआ। जब परिजनों ने नाबालिग से पूछताछ की तो उसने अपने परिजनों को सारी घटना के बारे में पूरा सच बता दिया। जिसके बाद गढ़ी थाना पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर अजय, उसकी मां दर्शना, 2 भाइयों, पिता के खिलाफ रेप करने, प्रतिबंधित दवा देकर गर्भपात करवाने, अपहरण करने समेत पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में डबल डेकर बस में जबरन बैठाए 300 यात्री:अंबाला से बिहार जा रही थी बस, कई लोग बेहोश, पुलिस ने पकड़ा
करनाल में डबल डेकर बस में जबरन बैठाए 300 यात्री:अंबाला से बिहार जा रही थी बस, कई लोग बेहोश, पुलिस ने पकड़ा हरियाणा के करनाल के तरावड़ी में एक निजी डबल डेकर बस का चालक प्रवासी मजदूरों को जानवरों की तरह भरकर ले जा रहा था। हंगामा होने पर पुलिस पहुंची और जब यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया तो करीब 300 यात्री बस के अंदर से बाहर निकले। कुछ महिलाएं तो बेहोश भी हो गई थीं। प्रवासियों का आरोप है कि बस संचालकों ने हमारे साथ मारपीट भी की और स्लीपर का किराया 2000 रुपये वसूला। रविवार रात लक्ष्य टूर एंड ट्रैवल की डबल डेकर बस को अंबाला से बिहार जाना था। बस अंबाला से यात्रियों से भरी हुई निकली थी। जिस बस में आमतौर पर 70 से 80 यात्री होते हैं, उसमें करीब 300 यात्री ठूंस-ठूंस कर भरे हुए थे। बस के अंदर की स्थिति का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं। करीब एक घंटे बाद बस के अंदर ठूंस दिए गए यात्रियों की तबियत खराब होने लगी। कुछ को उल्टी होने लगी तो कुछ बेहोश होने लगे। जिसके बाद यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया और बस को तरावड़ी के पास रुकवाया गया। पास में मौजूद एक चौकीदार ने तरावड़ी पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। हमें जानवरों की तरह ठूंस दिया गया प्रवासी प्यारे मोहन ने बताया कि हम अंबाला से लखनऊ जा रहे थे। हमसे 2 हजार रुपए लिए गए और कहा गया कि स्लीपर सीट मिलेगी, सोते हुए चले जाओ। जब हम बस के पास पहुंचे तो वहां सैकड़ों लोग थे, हमें वहां लाइन में खड़ा कर दिया गया और गाली-गलौज कर जबरन बस के अंदर ठूंस दिया गया। जिस बस में 70-80 यात्री बैठ सकते हैं, उसमें 300 यात्री भरे हुए थे। कुछ लोग रो रहे थे तो कुछ बेहोश हो गए थे। वजन इतना ज्यादा था कि पहिए का शॉक एब्जॉर्बर भी टूट गया। 4 की जगह 13 लोग बैठे प्रवासी रामदुलारे ने बताया कि मुझे बिहार जाना था। हमें बताया गया था कि एक स्लीपर में चार लोग बैठेंगे, लेकिन वहां 13 लोग बैठे थे। हमें जबरन बैठाया गया और गाली-गलौज और मारपीट भी की गई। हम लाचार होकर चुपचाप बैठे रहे, ताकि हमें और नुकसान न हो। निजी ट्रांसपोर्टर वसूलते हैं भारी किराया तरवाड़ी थाना एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि हमें रात 2 बजे एक कॉल आई थी। जिसमें कुछ प्रवासी मजदूरों ने बताया कि बस चालक उन्हें काफी परेशान कर रहे हैं और बस में सवार लोग बीमार भी पड़ गए हैं। हमने मौके पर पहुंचकर चालक को काबू किया और यात्रियों को बस से उतारा। बस के अंदर 250 से 300 यात्री सवार थे। बस को भी कब्जे में लेकर थाने भेज दिया गया है और प्रवासियों के लिए दूसरी बसें मंगवाई गई हैं। इन प्रवासियों को यहां से ले जाने में करीब 3 बसें लगी। उन्होंने बताया कि जब हमने यात्रियों को बस से बाहर निकाला तो उसके अंदर यात्री बेहोशी की हालत में मिले। उन्हें पीने के लिए पानी दिया गया। गनीमत रही कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बस में छोटे बच्चे और महिलाएं भी थे।
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टिकट कटने पर रो पड़ीं लतिका:पूर्व मंत्री विनोद की पत्नी को उम्मीदवार बनाने पर वर्करों की नारेबाजी; निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं हरियाणा में पंचकूला के कालका विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक लतिका शर्मा टिकट कटने के बाद भावुक हो गईं। कार्यकर्ताओं के बीच उनकी आंखों से आंसू छलक आए। उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच एक भावुक संदेश भी दिया। लतिका शर्मा फिलहाल भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हैं।। कालका से भाजपा ने इस बार अंबाला की मेयर शक्ति रानी काे उम्मीदवार बनाया है। लतिका शर्मा यहां से टिकट की प्रबल दावेदार थी। कालका से शक्ति रानी को टिकट दिए जाने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। उन्होंने खुलकर रोष जाहिर किया। लतिका बोलीं- जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेंगी
गुरुवार शाम को उनके आवास पर सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे। इस दौरान उन्होंने लतिका के समर्थन में नारेबाजी की। इस बीच लतिका भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि वह जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेंगी। वह अपने प्रमुख कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बैठ कर विचार-विमर्श करेंगी। कार्यकर्ता बोले- निर्दलीय चुनाव लड़ें
लतिका ने कहा कि जो भी फैसला होगा कालका की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि कालका को लावारिस नहीं छोड़ेंगे। कार्यकर्ताओं ने एक सुर में लतिका शर्मा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने साफ कर दिया कि वे किसी बाहरी उम्मीदवार को स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं। लतिका को मनाने के लिए कोई नहीं पहुंचा
खास बात यह है कि लतिका शर्मा की नाराजगी को दूर करने के लिए भाजपा की ओर से अब तक कोई पहल नहीं की गई है। यह देखते हुए अटकलें तेज हो गई हैं कि वह पार्टी से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं। ये खबर भी पढ़ें…. टिकट कटने पर रो पड़ीं पूर्व मंत्री कविता, BJP को 2 दिन का अल्टीमेटम, उम्मीदवार बदलने को कहा; समर्थकों की खट्टर के खिलाफ नारेबाजी हरियाणा के सोनीपत में भाजपा की टिकट कटने के बाद पूर्व मंत्री कविता जैन व उनके पति राजीव जैन के समर्थक बगावत पर उतर आए हैं। जहां रात को दर्जन भर से ज्यादा पदाधिकारियों ने भाजपा छोड़ी, वहीं सुबह समर्थकों की मीटिंग में टिकट कटने से उदास कविता जैन की आंखों से आंसू निकल आए। राजीव जैन दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उनके समर्थकों ने प्रदर्शन कर पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की और निखिल मदान को टिकट देने का विरोध किया। (पूरी खबर पढ़ें)
पानीपत में व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी:एटीएम बूथ पर दो ठगों ने बातों के जाल में फंसाया; डेबिट कार्ड बदलकर लगाया चूना
पानीपत में व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी:एटीएम बूथ पर दो ठगों ने बातों के जाल में फंसाया; डेबिट कार्ड बदलकर लगाया चूना हरियाणा के पानीपत शहर के मॉडल टाउन स्थित एक एटीएम बूथ पर एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी हो गई। यहां मदद के बहाने दो युवकों ने उसका डेबिट कार्ड बदल लिया। इसके बाद उसके खाते से 19 हजार रुपए निकाल लिए। किसी दूसरी जगह से भी 55 हजार रुपए मंगवा कर उसके खाते से निकाले गए हैं। व्यक्ति घर का राशन लाने के लिए बूथ से रुपए निकलवाने गया था। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
कार्ड को डिसकनेक्ट करने के बहाने लिया कार्ड
मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी शिकायत में जगदीश ने बताया कि वह अर्जुन नगर, काबड़ी रोड का रहने वाला है। उसका मॉडल टाउन स्थित पीएनबी की ब्रांच में बैंक अकाउंट है। 8 जून को उसने अपने खाते से रुपए निकालने थे। क्योंकि घर का राशन लाना था। जब वह मशीन से रुपए निकाल रहा था, तो पीछे दो युवक आ खड़े हुए। उसने रुपए निकलवाए और वहां से चलने लगा। इसी दौरान दोनों युवकों ने उसे कहा कि आप अपने डेबिट कार्ड को डिसकनेक्ट कर दें। इसके बाद ही वे रुपए निकाल पाएंगे। जिस पर जगदीश ने उन्हें कहा कि उसे इस ऑप्शन का नहीं पता, न ही उसने पहले कभी ये किया है। इसके बाद उन्होंने उसका डेबिट कार्ड ले लिया। कुछ देर बाद उन्होंने डेबिड कार्ड वापस दे दिया।
3 दिन बाद कार्ड बदले जाने का पता लगा
वह वहां से कार्ड लेकर चला गया था। 12 जून को वह फिर से अपने खाते से रुपए निकालने गया। तब उसने पता लगा कि उसके खाते में रुपए नहीं है। डेबिट कार्ड चेक किया, तो उस पर गिरिश भट्ट नाम लिखा हुआ था। इसके बाद उसने अपने खाते की ट्रांजेक्शन चेक की तो उसमें देखा कि उसके खाते से 8 जून को 19 रुपए निकाले हुए थे। इसके अलावा 9 जून को 55 हजार रुपए पहले डलवाए गए और फिर तुरंत ही निकलवाए गए थे।