रेवाड़ी में एनसीआर की आबोहवा जहरीली हवा होने के साथ ही तीसरा ग्रेप का चरण लागू हो गया है। रेवाड़ी में आज जहरीली हवा छाई हुई है और आंखों में जलन भी मच रहा है। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत आ रही है। रेवाड़ी में भी पिछले दो सप्ताह से हवा खराब है। रविवार को आज AQI यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 278 पर पहुंच गया है। तीन दिन पहले ही ग्रेप 3 एनसीआर में लागू हो चुका है। इसमें प्रदूषण को कम करने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई जाती है। लेकिन पाबंदियां लगाने के बाद भी कोई भी रोकथाम नहीं है। रेवाड़ी में सुबह से ही कोहरे की तरह अंधेरा सा छाया हुआ है। रेवाड़ी जिले में तीन टीम में भी बनाई गई है। लेकिन निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी गई है। रोक लगने के बाद भी रेवाड़ी में तेजी से मकान का निर्माण कार्य चल रहा है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते लोग भी लापरवाही कर रहे हैं और कूड़ा करकट को खुले में फेंक कर फिर कूड़े में आग भी लगा रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण से दमा और सांस लेने वाले रोगियों को भी दिक्कत होती है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी हरीश कुमार ने खुद टीम के साथ फील्ड में उतरकर ग्रेप 3 की पाबंदियों को लागू करवाने को लेकर अब तक दो निर्माण साइट पर 4 लाख रुपए और एक इंडस्ट्री पर 7.50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। साथ उन्होंने नगर निकाय को भी पत्र लिखकर कहा कि जहां धूल उड़ रही है वहां पर पानी का छिड़काव किया जाए। रेवाड़ी में एनसीआर की आबोहवा जहरीली हवा होने के साथ ही तीसरा ग्रेप का चरण लागू हो गया है। रेवाड़ी में आज जहरीली हवा छाई हुई है और आंखों में जलन भी मच रहा है। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत आ रही है। रेवाड़ी में भी पिछले दो सप्ताह से हवा खराब है। रविवार को आज AQI यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 278 पर पहुंच गया है। तीन दिन पहले ही ग्रेप 3 एनसीआर में लागू हो चुका है। इसमें प्रदूषण को कम करने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई जाती है। लेकिन पाबंदियां लगाने के बाद भी कोई भी रोकथाम नहीं है। रेवाड़ी में सुबह से ही कोहरे की तरह अंधेरा सा छाया हुआ है। रेवाड़ी जिले में तीन टीम में भी बनाई गई है। लेकिन निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी गई है। रोक लगने के बाद भी रेवाड़ी में तेजी से मकान का निर्माण कार्य चल रहा है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते लोग भी लापरवाही कर रहे हैं और कूड़ा करकट को खुले में फेंक कर फिर कूड़े में आग भी लगा रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण से दमा और सांस लेने वाले रोगियों को भी दिक्कत होती है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी हरीश कुमार ने खुद टीम के साथ फील्ड में उतरकर ग्रेप 3 की पाबंदियों को लागू करवाने को लेकर अब तक दो निर्माण साइट पर 4 लाख रुपए और एक इंडस्ट्री पर 7.50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। साथ उन्होंने नगर निकाय को भी पत्र लिखकर कहा कि जहां धूल उड़ रही है वहां पर पानी का छिड़काव किया जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 2 जिलों में बारिश का अलर्ट:24 घंटे में 5 शहरों में बारिश, जींद में सबसे ज्यादा; 7 दिन खराब रहेगा मौसम हरियाणा में मानसून ने रफ्तार पकड़ी हुई है। पिछले 3 दिनों में हुई बारिश ने प्रदेश के अधिकांश जिलों को कवर किया है। मौसम विभाग के अनुसार 7 दिन बारिश जारी रह सकती है। मौसम विभाग ने आज पंचकूला और यमुनानगर में हैवी रेन का अलर्ट जारी किया है। 24 घंटे में 5 जिलों में झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा जींद में हुई। यहां 10 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। प्रदेश में 1 अगस्त से अब तक 177.9 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 140.8 एमएम होती है, यानी सामान्य से 26% ज्यादा बारिश हुई है। मानसून सीजन में 1 जून से 29 अगस्त तक 295.1 एमएम बारिश हुई है, सामान्य बारिश 344.6 से 14 फीसदी कम है । कहां हुई कितनी बारिश हरियाणा में 5 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे में झमाझम बारिश हुई। बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। कई इलाकों में घंटों बिजली गुल हो गई। सबसे ज्यादा बारिश जींद में हुई। यहां 10.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा कुरुक्षेत्र में 3.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। यमुनानगर में 1.0, पंचकूला और सोनीपत में 0.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई हरियाणा के 16 जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से कम हुई है। कैथल, करनाल और पंचकूला जिले ताे ऐसे हैं, जहां सामान्य से आधी बारिश भी नहीं हाे पाई। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जिलाें में सामान्य से 30 प्रतिशत से भी कम बारिश हाे पाई है। महेंद्रगढ़ और नूंह जिलाें में जमकर बादल बरसे हैं। नूंह में सामान्य से 63 प्रतिशत और महेंद्रगढ़ जिले में सामान्य से 51 प्रतिशत तक अधिक बारिश दर्ज की गई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
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हरियाणा विधानसभा चुनावों की काउंटिंग आज:एग्जिट पोल में कांग्रेस सरकार; ट्रेंड भाजपा के पक्ष में, यहां वोटिंग कम हो तो सरकार रिपीट हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए आज (मंगलवार) सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू होगी। इसके लिए 22 जिलों में 93 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। बादशाहपुर, गुरुग्राम और पटौदी विधानसभा सीट की काउंटिंग के लिए 2-2 सेंटर और बाकी 87 सीटों के लिए एक-एक सेंटर बनाया गया है। 5 अक्टूबर को हुए चुनाव में प्रदेश में 67.90% फीसदी वोटिंग हुई है, जो पिछले चुनाव से 0.03% कम है। भास्कर समेत 13 एजेंसियों के एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस को 50 से 55 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन हरियाणा में जो ट्रेंड है, वो भाजपा के पक्ष में जा रहा है। दरअसल, 2000 से 2019 तक हरियाणा में हुए 5 विधानसभा चुनाव में दो बार ऐसा हुआ, जब वोटिंग प्रतिशत गिरा या फिर उसमें 1% तक की मामूली बढ़ोतरी हुई। दोनों ही बार राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी। उसका फायदा उस समय सत्ता में रही पार्टी को मिला। 2009-2019 में 2% तक नहीं बढ़ी वोटिंग, दोनों दफा हंग असेंबली
हरियाणा में साल 2000 में 69% वोटिंग हुई और इनेलो को 47 सीटें यानी पूर्ण बहुमत मिला। 2005 के विधानसभा चुनाव में 71.9% वोटिंग हुई जो सन 2000 के चुनाव से 2.9% ज्यादा थी। तब कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की। 90 सीटों वाली विधानसभा में उसने 67 सीटें जीतीं। यानी बहुमत के लिए जरूरी 46 सीटों से 21 सीटें ज्यादा। पूरी खबर पढ़ें सबका दावा- सरकार बनाएंगे EVM की थ्री लेयर सिक्योरिटी
शनिवार शाम को वोटिंग के बाद सभी EVM स्ट्रॉन्ग रूम में रखवा दी गई थीं। स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। साथ ही पॉलिटिकल पार्टियों के एजेंट्स भी डटे हुए हैं। बड़े चेहरों की बात करें तो CM नायब सैनी लाडवा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई और पहलवान विनेश फोगाट जुलाना, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उचाना और देश की सबसे अमीर महिला हिसार से चुनाव लड़ रही हैं। काउंटिंग सेंटरों पर 12 हजार पुलिस के जवान तैनात
काउंटिंग सेंटरों पर 3 लेयर सुरक्षा की गई है। फर्स्ट लेयर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के जवान, दूसरी लेयर में राज्य आर्म्ड पुलिस (HAP या IRB) के जवान और तीसरी लेयर में जिला पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। प्रदेशभर में काउंटिंग सेंटरों पर लगभग 12 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी सेंटरों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं। सेंटर के आसपास के 100 मीटर के एरिया में पुलिस ने नाके लगाए हैं। पिछले 3 चुनाव में 2 बार भाजपा, एक बार कांग्रेस सरकार
बवानी खेड़ा में वार्ड वासियों ने काटा बवाल:सीवरेज समस्या का नहीं हुआ समाधान, कहा प्रशासन नहीं ले रहा सुध
बवानी खेड़ा में वार्ड वासियों ने काटा बवाल:सीवरेज समस्या का नहीं हुआ समाधान, कहा प्रशासन नहीं ले रहा सुध भिवानी जिले के बवानी खेड़ा में सीवरेज समस्या चरमराई हुई है। गलियों, सड़कों पर सीवरेज का गंदा पानी लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। इसी को लेकर वार्ड 7 के लोगों ने रोष जाहिर किया वह विभाग के जेई सुनील कुमार ने जल्द समस्या के समाधान की बात कही। रोजाना एकाध दिन पर टाल रहे अधिकारी बवानी खेड़ा के सभी 16 वार्डों में सीवरेज की समस्या बनी हुई है। वार्ड 7 में पाराशर चौक सहित अन्य वार्डों के लोगों में कुलदीप, हनुमान पाराशर, सुरेश, सोमबीर, अनिल आदि ने बताया कि हांसी भिवानी मार्ग, पुराना पटवार खाना, पुराना नगर पालिका रोड़, शहीद गुलाब सिंह पार्क, रविदास मंदिर के पीछे सहित अनेक स्थानों पर सीवरेज की समस्या से लोग परेशान हैं। अधिकारी रोजाना एक दो दिन का हवाला देते हैं। बार-बार प्रशासन से गुहार लगा चुके समस्या के समाधान न होने पर जहां विभाग द्वारा बनाई गई गलियों, सड़कों पर करोड़ों खर्च पानी में नष्ट हो रहे हैं। वहीं वार्ड वासियों व राहगीरों के लिए भी समस्या बनी हुई है। सीवरेज की गंदगी से घरों, दुकानों में बैठना दूभर हो गया है। बार-बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं पर कोई समाधान नहीं हो रहा। कस्बा वासियों ने प्रशासन से सीवरेज प्रणाली के समाधान की अपील की। दूसरी मोटर के लिए बनाया एस्टीमेट इस बारे में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि एक मोटर है। जिससे नालियों, नालों, सीवरेज का पानी निकाला जाता है, दूसरी मोटर के लिए एस्टीमेट बनाया गया है। जल्द समस्या का समाधान होगा।