झज्जर जिले के बेरी मार्ग पर शादी समारोह के दौरान होटल के सामने खड़े दो युवकों को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया है। हादसा गांव धौड़ का है। मृतक की पहचान पहचान संदीप के तौर पर हुई। जबकि विकास घायल है। पुलिस को दी शिकायत में हिसार जिले के बांडाहेड़ी निवासी महाबीर ने बताया कि वह बीती 16 नवंबर को आशीष की शादी में धौड़ गांव आए थे। समारोह के बीच रात करीब ग्यारह बजे वह अपने साथी विकास व चचेरे भाई संदीप ढुल के साथ होटल के बाहर सड़क पर खड़ा था। विकास को किया रोहतक पीजीआई रेफर उसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने विकास व संदीप ढुल को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद उन्होंने पुलिस को डायल 112 पर इसी सूचना दी। इस बीच गाड़ी चालक मौके से भाग निकला। गंभीर रूप से घायल विकास व संदीप को के नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां संदीप को मृत घोषित कर दिया। जबकि विकास की गंभीर हालत के चलते उसे प्राथमिक के बाद रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। घटना स्थल से थोड़ा दूर खड़ी मिली गाड़ी इस दौरान परिजनों द्वारा आरोपी गाड़ी का पीछा किया, तो वह गाड़ी की घटना स्थल से थोड़ा दूर खड़ी मिली। परिजनों द्वारा आरोपी गाड़ी चालक का नाम भी पुलिस को दी शिकायत में दर्ज कराया गया है। रविवार की सुबह पुलिस द्वारा मृतक संदीप के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया। झज्जर जिले के बेरी मार्ग पर शादी समारोह के दौरान होटल के सामने खड़े दो युवकों को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया है। हादसा गांव धौड़ का है। मृतक की पहचान पहचान संदीप के तौर पर हुई। जबकि विकास घायल है। पुलिस को दी शिकायत में हिसार जिले के बांडाहेड़ी निवासी महाबीर ने बताया कि वह बीती 16 नवंबर को आशीष की शादी में धौड़ गांव आए थे। समारोह के बीच रात करीब ग्यारह बजे वह अपने साथी विकास व चचेरे भाई संदीप ढुल के साथ होटल के बाहर सड़क पर खड़ा था। विकास को किया रोहतक पीजीआई रेफर उसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने विकास व संदीप ढुल को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद उन्होंने पुलिस को डायल 112 पर इसी सूचना दी। इस बीच गाड़ी चालक मौके से भाग निकला। गंभीर रूप से घायल विकास व संदीप को के नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां संदीप को मृत घोषित कर दिया। जबकि विकास की गंभीर हालत के चलते उसे प्राथमिक के बाद रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। घटना स्थल से थोड़ा दूर खड़ी मिली गाड़ी इस दौरान परिजनों द्वारा आरोपी गाड़ी का पीछा किया, तो वह गाड़ी की घटना स्थल से थोड़ा दूर खड़ी मिली। परिजनों द्वारा आरोपी गाड़ी चालक का नाम भी पुलिस को दी शिकायत में दर्ज कराया गया है। रविवार की सुबह पुलिस द्वारा मृतक संदीप के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुड़गांव नाबालिग रेप और हत्या मामले में चंडीगढ़ पहुंची पुलिस:सीरियल रेपिस्ट और किलर से होगी पूछताछ, 16 साल पहले हुई थी वारदात
गुड़गांव नाबालिग रेप और हत्या मामले में चंडीगढ़ पहुंची पुलिस:सीरियल रेपिस्ट और किलर से होगी पूछताछ, 16 साल पहले हुई थी वारदात सीरियल रेपिस्ट और किलर से पूछताछ करने गुड़गांव पुलिस की एक टीम चंडीगढ़ पहुंची है। टीम ने चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क किया है। बता दें कि गुड़गांव सेक्टर 37 में 2008 में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में पूछताछ करने आई है। चंडीगढ़ पुलिस ने हाल ही में सीरियल रेपिस्ट और किलर मोनू कुमार को गिरफ्तार किया था, जो पेशे से टैक्सी ड्राइवर है। वह अक्सर हिमाचल, दिल्ली, गुड़गांव जाता रहता था। गुड़गांव पुलिस को शक है कि इसी मोनू कुमार ने गुड़गांव की इस लड़की के साथ यह अपराध किया है। वारदात का तरीका वही पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मोनू ने 2010 में चंडीगढ़ के सेक्टर 38 में 22 वर्षीय MBA छात्रा के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी थी। जब पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई तो 2022 में उसने मलोया में 40 वर्षीय महिला को अपना निशाना बनाया। पुलिस पूछताछ में जो तरीका सामने आया, वही तरीका गुड़गांव में 8 वर्षीय नाबालिग के साथ रेप और हत्या में भी सामने आया था। गुड़गांव पुलिस अब चंडीगढ़ पुलिस की मदद से आरोपी के DNA का मिलान उस लड़की से मिले DNA से करना चाहती है। ताकि इस मामले को सुलझाया जा सके। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की थी अनट्रेस रिपोर्ट गुड़गांव पुलिस ने 2008 के मामले में कोर्ट में अनट्रेस रिपोर्ट दाखिल की थी। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए इस सीरियल रेपिस्ट की कहानी जानने के बाद पुलिस ने 2008 मामले को फिर से खोल दिया है और उस केस की जांच शुरू कर दी। गुड़गांव की वारदात में नाबालिग लड़की शाम 6:00 बजे अपने घर से निकली थी। लेकिन जब काफी देर तक वह घर नहीं पहुंची तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश शुरू की। तलाश के दौरान इस नाबालिग का शव पास के खाली प्लॉट में अर्धनग्न अवस्था में मिला। उस समय गुड़गांव पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 और 376 के तहत केस दर्ज किया था।
डाकघर सेवा केंद्र में पासपोर्ट के लिए आज और कल आवेदन बंद रहेंगे
डाकघर सेवा केंद्र में पासपोर्ट के लिए आज और कल आवेदन बंद रहेंगे रोहतक| डाक पासपोर्ट सेवा केंद्र में आज और कल आवेदन नहीं हो सकेंगे। डाक घर प्रशासन के अनुसार 30 अगस्त से तकनीकी अपडेशन का काम चल रहा है। इस करण नए पासपोर्ट बनाने की सेवा पूरी तरह से बाधित रहेगी। इसके बाद सबकुछ ठीक रहा तो 2 सितंबर से पासपोर्ट के लिए आवेदन शुरू हो जाएंगे। जिले में रोजाना करीब 45 हजार से ज्यादा आवेदक पासपोर्ट के लिए आवेदन करते हैं। फिलहाल आवेदन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होती है। तकनीकी अपडेशन के चलते दो दिन वेरिफिकेशन सहित अन्य कार्य बाधित रहेंगे। पहले आवेदन करने वालो आवेदकों को भी मोबाइल पर मैसेज भेजे गए हैं।
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था हरियाणा के हिसार मुख्यालय से 56 किलोमीटर दूर पाबड़ा गांव। यह गांव इसलिए चर्चा में है, क्योंकि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की तरफ से जारी ग्रुप C-D रिजल्ट में यहां के 35 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। भाजपा सरकार प्रचार कर रही है कि सभी बच्चे बिना (पर्ची-खर्ची) सिफारिश के नौकरी लगे हैं। पाबड़ा गांव करीब 400 साल पुराना है। सरपंच दर्शन सिंह का कहना है कि यहां कि आबादी करीब 12 हजार है। वोट 8,200 के करीब हैं। इस गांव के एक हजार लोग सरकारी नौकरी पर हैं। जिन भी युवाओं का सिलेक्शन हुआ है, गांव में लोग उनके पद का नाम लेकर ही पुकार रहे हैं। कोई इन्हें पटवारी कहता है, कोई क्लर्क या कॉन्स्टेबल। दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर उतरी और जानने का प्रयास किया कि क्या सही में एक ही गांव के 35 बच्चों का सिलेक्शन हुआ है। बरवाला होते हुए भास्कर की टीम पाबड़ा गांव पहुंची। गांव के बस अड्डे के सामने पंच ग्रामी (पाबड़ा, फरीदपुर, खैरी, किनाला, कंडूल) चौपाल की तरफ रास्ता जाता है। यहां बैठे बुजुर्ग गांव में बिना पर्ची खर्ची की नौकरी की बात करते मिले। बुजुर्गों ने बताया कि गांव के इतने बच्चे एक साथ कभी नौकरी नहीं लगे। सरकार अच्छा काम कर रही है। ऐसे ही काम किया तो चौथी बार सरकार आएगी। दुकानदार अशोक कुमार बताते हैं, ’35 बच्चों के सरकारी नौकरी लगने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। इन अधिकतर बच्चों के माता-पिता गरीब हैं। कोई रेहड़ी लगाता है तो कोई दिहाड़ी मजदूरी करता है।’ अब सरकारी नौकरी लगने वाले युवाओं की कहानी जानिए… पिता को पैरालिसिस, बेटा कॉन्स्टेबल लगा
गांव में ही बीचोंबीच राजेंद्र शर्मा का मकान है। राजेंद्र शर्मा के पास डेढ़ एकड़ जमीन है। इसी से परिवार का गुजारा चलता था। इनका बड़ा बेटा ललित कुमार कई सालों से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। ललित का कहीं सिलेक्शन नहीं हुआ। आखिर में ललित प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लग गया। इसके बाद घरवालों ने उसकी शादी कर दी। ललित का एक छोटा भाई भी है। पिता को इसी बीच पैरालिसिस हो गया। सारी जिम्मेदारी ललित पर आ गई। ललित ने प्राइवेट जॉब के साथ-साथ सरकारी नौकरी की तैयारी की। उसने ग्रुप-C का एग्जाम दिया और 28 साल की उम्र में हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्ट हो गया। ललित के पिता राजेंद्र शर्मा ने बताया कि 2 साल पहले मुझे पैरालिसिस हुआ। इसका इलाज महंगा था। ललित ने संभाला और खुद की पढ़ाई भी जारी रखी। नौकरी के लिए एक पैसा नहीं लगा और न ही किसी की सिफारिश करवानी पड़ी। वह अपनी मेहनत पर नौकरी लगा है। मां राजपति का कहना है कि हम बहुत खुश हैं कि बेटा नौकरी लग गया। अब हमें और क्या चाहिए। कोई 5 साल से तैयारी कर रहा था तो कोई 3 साल से प्रदीप कुमार का सिलेक्शन ग्राम सचिव के लिए हुआ है। उसका कहना है कि घर में भाई-बहन और माता-पिता हैं। पिता गांव में ही मजदूरी करते हैं। मैं पिछले 6 साल से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। इससे पहले भी पेपर क्लियर किया, लेकिन फिजिकल में रह गया। दोबारा भर्ती निकली तो एग्जाम दिया। अब उसका बिना पर्ची और बिना खर्ची के सिलेक्शन हुआ है। इसके लिए हम मुख्यमंत्री नायब सैनी का धन्यवाद करते हैं। अभिषेक बोले- हर बार फाइनल में रह जाता था
अभिषेक कहते हैं कि मेरा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्शन हुआ है। मैं साल 2018 से सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। मेरे पहले भी 2 से 3 टेस्ट क्लियर हो चुके हैं। हर बार मैं फाइनल में रह जाता था। घर में पिता रमेश और मां कविता हैं। पिता मजदूरी करते हैं। हम 3 भाई-बहन हैं। एक हरियाणा पुलिस में कमांडो और एक एयरफोर्स में है। मैं इनमें सबसे बड़ा था। बेरोजगार होने की वजह से मुझे बहुत शर्म आती थी, लेकिन अब मेरा चयन हो गया। कैबिनेट मंत्री गंगवा बोले- रेहड़ी वाले का बेटा लगा, उसने मुझे मिठाई खिलाई
बरवाला से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि आज जब मैं चुनाव जीतने के बाद बरवाला आया तो एक आदमी मेरी तरफ मिठाई का डिब्बा लेकर आया और उसने मुझे कहा कि साहब मैं यहां रेहड़ी लगाता हूं। मुझे बहुत खुशी हुई कि गरीब का भला हुआ। मेरे बेटे की सरकारी नौकरी लगी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पदभार ग्रहण करने से पहले अपने वादे को पूरा करते हुए 25 हजार युवाओं को नौकरी दी है। युवाओं का सपना साकार हुआ है, बिना खर्ची-पर्ची के योग्य पात्रों को नौकरी मिली है। जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। पूर्व पार्षद प्रतिनिधि बोले- योग्यता के आधार पर चयन हुआ पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि कीर्तिरत्न शर्मा ने बताया कि भाजपा में बिना पर्ची खर्ची की शुरुआत मनोहर लाल खट्टर ने की और नायब सैनी ने उसको आगे बढ़ाया। मेरा लोगों के घर और लोगों का मेरे यहां आना जाना लगा रहता है। गांव में बड़ी खुशी की लहर है। मेरे पास 70 से 80 लोगों के फोन आए। यह सब योग्यता के आधार पर नौकरी लगे हैं। सरकार ने बड़ी ईमानदारी से युवाओं का चयन किया है। इसके लिए मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं। राजली में मजदूर के 3 बच्चे नौकरी लगे हिसार जिले के ही राजली गांव की बात करें तो यहां 16 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। रमेश के 3 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। बेटे संजय और बेटी किरण का कॉन्स्टेबल और दूसरी बेटी पूनम का क्लर्क के लिए चयन हुआ है। रमेश के 5 बच्चे हैं। वह मजदूरी करके घर चला रहा था। रमेश कुमार ने कहा कि बच्चों को कामयाब करने के लिए दिन रात मेहनत की। कभी ऐसा भी समय आया कि घर में 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ भी नहीं था। बच्चों को जैसे-तैसे गांव में पढ़ाया। मेरी पत्नी ने साथ दिया और भगवान की दया से बच्चे भी लायक निकले। मैं नायब सैनी सरकार का धन्यवाद करता हूं मेरे पास शब्द नहीं हैं। नौकरी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा का गांव,जिसके 55 युवा एक साथ सरकारी नौकरी लगे:सैनी की शपथ के बाद आया रिजल्ट; सरपंच प्रतिनिधि बोले- 350 बच्चे गवर्नमेंट जॉब लग चुके हरियाणा में कैथल जिले के डीग गांव के एक साथ 55 युवाओं की सरकारी नौकरी लगी है। एक दिन पहले नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप C-D का रिजल्ट जारी किया था। एक साथ 55 युवाओं का सिलेक्शन होने पर HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने शुक्रवार को डीग गांव के सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन से फोन पर बात की। पूरी खबर पढ़ें…