हरियाणा के पानीपत शहर में दो जगहों पर दो कारों के टायर्स चोरी होने का मामला सामने आया है। दोनों कार मालिकों ने अपनी रोजाना वाली जगह पर ही कार को पार्क किया था। सुबह जब वे उठे तो टायर्स गायब मिले। जिसकी शिकायत कार मालिकों ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चोरी का केस दर्ज कर लिया है। केस एक- घर के साथ प्लाट में खड़ी थी कार सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में विवेक कुमार ने बताया कि वह सेक्टर 17 का रहने वाला है। उसके पास एक बलेनो कार है। जिसका मॉडल 2018 है। 16 नवंबर को उसने अपनी ड्यूटी के बाद गाड़ी को हमेशा की तरह घर के साथ लगते खाली प्लाट में पार्क किया था। सुबह 6 बजे जब वह उठा, तो देखा कि गाड़ी के चारों टायर नहीं थे। चारों टायर महंगी कंपनी के थे। गाड़ी ईंटों पर खड़ी थी। उसने अपने तौर टायर की तलाश की, लेकिन कुछ नहीं पता लगा। आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लग रहे थे। केस दो- घर के पास बारात घर में खड़ी थी कार तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में अनिल कुमार ने बताया कि वह भैंसवाल गांव का रहने वाला है। उसके पास एक स्विफ्ट कार है। जिसे उसने रोजाना की तरह अपने घर के पास बने बारात घर के खाली मैदान में पार्क किया था। सुबह करीब साढ़े 7 बजे जब वह उठा, तो देखा कि कार के चारों टायर गायब है। गाड़ी ईंटों पर खड़ी थी। उसने अपने तौर पर टायर तलाशने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। अनिल का कहना है कि अक्सर वह इसी जगह पर गाड़ी खड़ी करता है। हरियाणा के पानीपत शहर में दो जगहों पर दो कारों के टायर्स चोरी होने का मामला सामने आया है। दोनों कार मालिकों ने अपनी रोजाना वाली जगह पर ही कार को पार्क किया था। सुबह जब वे उठे तो टायर्स गायब मिले। जिसकी शिकायत कार मालिकों ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चोरी का केस दर्ज कर लिया है। केस एक- घर के साथ प्लाट में खड़ी थी कार सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में विवेक कुमार ने बताया कि वह सेक्टर 17 का रहने वाला है। उसके पास एक बलेनो कार है। जिसका मॉडल 2018 है। 16 नवंबर को उसने अपनी ड्यूटी के बाद गाड़ी को हमेशा की तरह घर के साथ लगते खाली प्लाट में पार्क किया था। सुबह 6 बजे जब वह उठा, तो देखा कि गाड़ी के चारों टायर नहीं थे। चारों टायर महंगी कंपनी के थे। गाड़ी ईंटों पर खड़ी थी। उसने अपने तौर टायर की तलाश की, लेकिन कुछ नहीं पता लगा। आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लग रहे थे। केस दो- घर के पास बारात घर में खड़ी थी कार तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में अनिल कुमार ने बताया कि वह भैंसवाल गांव का रहने वाला है। उसके पास एक स्विफ्ट कार है। जिसे उसने रोजाना की तरह अपने घर के पास बने बारात घर के खाली मैदान में पार्क किया था। सुबह करीब साढ़े 7 बजे जब वह उठा, तो देखा कि कार के चारों टायर गायब है। गाड़ी ईंटों पर खड़ी थी। उसने अपने तौर पर टायर तलाशने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। अनिल का कहना है कि अक्सर वह इसी जगह पर गाड़ी खड़ी करता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पंचकूला में ट्रक ने तेंदुए को मारी टक्कर, मौत:सड़क पार करते वक्त हुआ हादसा, वाहनों की गति पर नियंत्रण की मांग
पंचकूला में ट्रक ने तेंदुए को मारी टक्कर, मौत:सड़क पार करते वक्त हुआ हादसा, वाहनों की गति पर नियंत्रण की मांग हरियाणा के पंचकूला जिले में मोरनी टी पॉइंट के नजदीक नेशनल हाईवे पर एक दर्दनाक हादसे में तेंदुए की मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब एक तेंदुए पहाड़ी क्षेत्र से शहर की तरफ सड़क क्रॉस कर रहा था। तभी एक तेज गति से आ रहे ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। मामले की जांच में जुटे अधिकारी इस दुर्घटना की जानकारी समाजसेवी पुष्पा ने वाइल्डलाइफ विभाग को दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए वाइल्डलाइफ विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। स्थानीय पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वाइल्डलाइफ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है और उन्होंने प्रशासन से इस मार्ग पर वाहनों की गति सीमा पर सख्ती से नियंत्रण की मांग की है। पहाड़ी क्षेत्रों में वाहनों गति पर नियंत्रण का मांग इस हादसे ने एक बार फिर से जंगली जानवरों की सुरक्षा और उनके निवास स्थलों के संरक्षण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वाइल्डलाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में वाहनों की तेज गति से चलना इन जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
हरियाणा के युवक की बेलारूस में मौत:पिता ने घर गिरवी रख भेजा था, डंकी रूट से जाते वक्त पैर में लगी थी चोट
हरियाणा के युवक की बेलारूस में मौत:पिता ने घर गिरवी रख भेजा था, डंकी रूट से जाते वक्त पैर में लगी थी चोट हरियाणा के करनाल के युवक की बेलारूस में मौत हो गई। युवक डंकी रूट से जर्मनी जा रहा था। रास्ते में उसे पैर में चोट लगी थी। पिता ने घर गिरवी रखकर उसे विदेश भेजा था। बेलारूस में उसकी मौत कैसे हुई इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। युवक की पहचान विशाल निवासी गांव बंदराणा (कैथल) के रूप में हुई है। उसका एक 8 साल का भाई है। परिवार ने सरकार से बेटे के शव को भारत लाने में मदद करने की गुहार लगाई है। घर गिरवी रख एजेंट को दी फीस
कैथल के बंदराणा निवासी वेदप्रकाश ने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। विशाल को विदेश भेजना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने औंगद के सरपंच सियाराम, सतपाल, और इटली में रहने वाले अंकित राणा से संपर्क किया। इन तीनों ने मिलकर विशाल को जर्मनी भेजने का वादा किया और इसके लिए उनसे साढ़े 7 लाख रुपए मांगे। बेटे को विदेश भेजने के लिए अपना घर भी गिरवी रख पैसों का इंतजाम किया। डील के तहत उसने एजेंट को पूरी पेमेंट समय से कर दी। जर्मनी के लिए निकला, रूस में अटका
विशाल 5 दिसंबर 2023 को घर से निकला और 16 दिसंबर को फ्लाइट से अर्मेनिया पहुंच गया। बीती 16 फरवरी को वह रूस की राजधानी मॉस्को भी पहुंच गया था, लेकिन वो फिर रूस में ही अटका रहा। परिवार के लोग उसे रहने-खाने का खर्चा भेजते रहे। परिवार को उम्मीद थी की एक दिन उनका बेटा जर्मनी जरूर पहुंचेगा। पार नहीं कर पाया बॉर्डर
17 जुलाई को एजेंट ने विशाल को डंकी रूट से जर्मनी भेजने का प्रयास किया। बॉर्डर पर सख्ती की वजह से वो बॉर्डर पार नहीं कर पाया। इस दौरान उसके पैर में चोट भी लग गई। बॉर्डर पर हुई घटना से डरे हुए विशाल ने फिर 6 अगस्त को अपने परिवार को फोन किया और बताया कि उसके पैर में चोट लगी है और अब वह यहां से आगे नहीं जाना चाहता। विशाल ने एजेंट से बात की और उसे कहा कि “मुझे भारत वापस आना है”। परिवार ने भी जब एजेंट पर बेटे को वापस भारत लाने का दबाव बनाया तो एजेंट मान गया। एजेंट ने परिवार को आश्वासन दिया की वो टिकट करवाकर उनके बेटे को भारत सुरक्षित वापस लाएगा। 6 अगस्त के बाद टूटा परिवार से संपर्क
6 अगस्त के बाद से विशाल का अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ। बेटे के गायब होने से परिवार चिंतित था। पिता वेदप्रकाश का कहना है कि बेटे के लापता होने के बाद उन्होंने कई बार एजेंट, सरपंच और दूसरे लोगों से बात की, लेकिन उन्होंने बेटे के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दी। एजेंट से सिर्फ आश्वासन मिला की उनका बेटा जल्द ही भारत लौट आएगा। बेलारूस दूतावास ने दी मौत की जानकारी
22 अगस्त को बेलारूस दूतावास ने कैथल लघु सचिवालय को एक मेल भेजा। जिसमें बताया गया कि विशाल की बेलारूस में मौत हो गई है। मौत कैसे हुई है इसकी जानकारी नहीं दी गई। बेलारूस दूतावास ने मेल में पासपोर्ट नंबर की जानकारी देते हुए कहा कि- इसकी पुष्टि करें, वरना बेलारूस सरकार मृतक का अंतिम संस्कार कर देगी। सचिवालय से सूचना लेकर पुलिस फौरन विशाल के घर गांव बंदराणा पहुंची। बेटे की मौत की खबर मिलते ही घर में मातम छा गया। परिवार कर रहा शव को भारत लाने की मांग
परिजनों ने मांग रखी है कि विशाल की मौत की जांच की जाए। परिवार का कहना है कि 7 अगस्त को उनके बेटे की मौत हो गई थी, लेकिन एजेंट ने 22 तारीख उन्हें धोखे में रखा। अगर दूतावास से सूचना नहीं आती तो परिवार को कभी भी बेटे की कोई सूचना मिलती ही नहीं। परिवार को शक है कि एजेंट के कारण ही उनके बेटे की मौत हुई है। परिवार ने एजेंट अंकित के साथ साथ दो अन्य लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि उनके बेटे के शव को भारत लाया जाए। कैथल एसपी ने लोगों से की अपील
कैथल के SP राजेश कालिया ने बताया की मामला संज्ञान में है। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी। परिवार की भी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि- एजेंट के बारे में जांच-पड़ताल करके ही अपने बच्चों को विदेश भेजने की प्लानिंग करें।
हरियाणा में डीसी ने BJP के लिए प्रोटोकॉल तोड़ा:BJP जिलाध्यक्ष से करवाया 72 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, बाद में गलती सुधारी
हरियाणा में डीसी ने BJP के लिए प्रोटोकॉल तोड़ा:BJP जिलाध्यक्ष से करवाया 72 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, बाद में गलती सुधारी हरियाणा के हिसार में 2 साल से पद बने हिसार डीसी ने मंगलवार को प्रोटोकॉल तोड़ भाजपा जिलाध्यक्ष से ही लघु सचिवालय में 72 करोड़ रुपए की लागत की 13 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करवा दिया। थोड़ी देर बाद ही यह सोशल मीडिया पर लोगों ने डीसी प्रदीप दहिया की खिंचाई शुरू कर दी। (जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग) DPRO कार्यालय की ओर से इस कार्यक्रम का प्रेसनोट भी कर दिया गया। थोड़ी देर में ही डीसी की भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी की तस्वीरें वायरल हो गई। इसके तुरंत बाद डीसी ने DPRO कार्यालय से संशोधित प्रेस नोट जारी करवाया जिसमें जिलाध्यक्ष अशोक सैनी की जगह मुख्यमंत्री नायब सैनी का नाम शामिल किया गया। वहीं विपक्ष ने भी डीसी प्रदीप दहिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि डीसी को प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए। कांग्रेस नेता पूर्व विधायक प्रो. संपत सिंह ने कहा कि ” डीसी सरकार का हिस्सा नहीं है। अगर पार्टी प्रधान किसी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहा है तो यह कार्यक्रम पार्टी का हुआ ना कि सरकार का। ऐसे में डीसी को इन सब चीजों से बचना चाहिए। इतने बड़े ब्यूरोक्रेट के दिमाग पर अफसोस होता है”। 2 साल से हिसार में ही काबिज हैं प्रदीप दहिया
आपको बता दें कि सरकार ने 5 महीने पहले ही IAS प्रदीप दहिया को हिसार डीसी लगाया था। मगर वह 2 साल से नगर निगम कमिश्नर के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। इतना ही नहीं उनके पास एचएसवीपी के प्रशासक का भी कार्यभार है। भाजपा सरकार ने एक IAS अधिकारी को एक ही जिले में 3 महत्वपूर्ण पद दिए हुए हैं। 5 महीने पहले हिसार कमिश्नर के पद पर रहते हुए प्रदीप दहिया का तबादला भी हुआ था मगर तबादला होने के 10 बाद ही वापस हिसार आ गए थे। इसके बाद इनको हिसार डीसी का भी चार्ज दे दिया गया। पहले जारी किया गया प्रेसनोट… बाद में सुधारी गलती, जिलाध्यक्ष की जगह मुख्यमंत्री का नाम लिखा
बता दें कि मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में 72 करोड़ रुपये की लागत की 13 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया जाना था। चुनाव प्रचार में व्यस्तता होने के कारण कोई विधायक इसमें शामिल नहीं हो सका। हिसार मेयर का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। ऐसे में डीसी भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी से विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करवा दिया गया। इसलिए जल्दी में है सरकार दरअसल, चुनाव आयोग की तरफ से कभी भी हरियाणा में आचार संहिता की घोषणा हो सकती है। इसलिए सरकार लंबित कामों को जल्द से जल्द शुरू करवाना चाह रही है। आने वाले दिनों में 15 अगस्त, रविवार और रक्षा बंधन पर्व पर छुट्टी है। इसके बाद कभी भी आचार संहिता लग सकती है। इसलिए अब आनन-फानन में उद्घाटन व शिलान्यास किए जा रहे हैं। बाद में जारी किया गया प्रेसनोट… इन विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास
701.66 लाख रुपए की लागत से बरवाला ब्रांच में पुल का पुनर्निर्माण, 1354.12 लाख रुपए की लागत से खरकड़ा से हांसी वाया कुंदनपुरा रोड का सुधारीकरण, 658.61 लाख रुपए की लागत से सीसर से भाटोल रोड की विशेष मरम्मत, 2781 लाख रुपए की लागत से सेक्टर-14 पॉकेट टू हिसार में 15 एमएलडीसी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, 238.08 लाख रुपए की लागत से मेंहदा गांव में कस्तूरबा गांधी विद्यालय के भवन का निर्माण, 268.9 लाख रुपए की लागत से जींद-बरवाला-अग्रोहा-आदमपुर रोड की विशेष मरम्मत हुई है। इसी प्रकार जिन 7 परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है उनमें 559.91 लाख रुपए की लागत से गांव सातरोड कलां में पीएचसी का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से एसडीएच बरवाला में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से सिविल अस्पताल हांसी में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण, 52.15 लाख रुपए की लागत से मंगाली में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से गांव सीसवाल में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से आदमपुर में ब्लॉक पब्लिक हैल्थ यूनिट का निर्माण, 377.61 लाख रुपए की लागत से बेरी अकबरपुर गांव में कस्तुरबा गांधी विद्यालय के स्कूल व छात्रावास भवन का निर्माण शामिल है।