हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पशुपालन विभाग में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है। आरोपी की 29 सितम्बर 2022 को जॉइनिंग हुई थी। पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र पाल की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, उपनिदेशक ने शिकायत में कहा है कि अशोक कुमार निवासी देऊली तहसील आनी की 29 सितम्बर 2022 को बतौर पशु औषधि-योजक एग्रीमेंट आधार पर नियुक्ति हुई थी।अशोक कुमार पशु औषधालय वशांवल में सेवाएं दे रहा था । सत्यापन में फर्जी पाए गए सर्टिफिकेट नियुक्ति के बाद उसने जाम किए सर्टिफिकेट सत्यापन के लिए मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नोएडा उत्तर प्रदेश भेजे गए थे। लेकिन इसके सत्यापन करने पर सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए। विभाग ने जाली सर्टिफिकेट जमा करवाने पर अशोक कुमार की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। एसपी कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने कहा कि आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 3380 336 (3), 340 (2) के तहत मामला दर्ज हुआ है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पशुपालन विभाग में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है। आरोपी की 29 सितम्बर 2022 को जॉइनिंग हुई थी। पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र पाल की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, उपनिदेशक ने शिकायत में कहा है कि अशोक कुमार निवासी देऊली तहसील आनी की 29 सितम्बर 2022 को बतौर पशु औषधि-योजक एग्रीमेंट आधार पर नियुक्ति हुई थी।अशोक कुमार पशु औषधालय वशांवल में सेवाएं दे रहा था । सत्यापन में फर्जी पाए गए सर्टिफिकेट नियुक्ति के बाद उसने जाम किए सर्टिफिकेट सत्यापन के लिए मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नोएडा उत्तर प्रदेश भेजे गए थे। लेकिन इसके सत्यापन करने पर सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए। विभाग ने जाली सर्टिफिकेट जमा करवाने पर अशोक कुमार की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। एसपी कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने कहा कि आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 3380 336 (3), 340 (2) के तहत मामला दर्ज हुआ है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में मुफ्त की योजनाएं बंद करने पर घमासान:बीजेपी ने सत्तारूढ़ कांग्रेस को घेरा; शांता कुमार-राधा रमण बोले- रेवड़ियां बंद करने का फैसला सराहनीय हिमाचल सरकार साधन संपन्न लोगों की मुफ्त बिजली, पानी और हिम केयर योजना बंद कर चुकी है। अब महिलाओं के सरकारी बसों के किराए में 50 प्रतिशत छूट को समाप्त करने की तैयारी है। भारतीय जनता पार्टी इसे लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। मगर बीजेपी के शीर्ष नेता कांग्रेस सरकार के मुफ्त रेवड़ियां बांटने के निर्णय की सराहना कर रहे हैं। खजाना खाली होने से सुक्खू सरकार एक के बाद एक सख्त निर्णय ले रही है। सूत्रों की माने तो 3 दिन पहले संपन्न मंत्रिमंडल मीटिंग में बस किराए में महिलाओं को मिलने वाली 50 प्रतिशत छूट को कम करने के लिए हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) को अगली कैबिनेट तक प्रस्ताव तैयार करने को कह दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि सरकार इस छूट को खत्म या फिर 25 प्रतिशत कर सकती है। प्रदेश में मुफ्त सेवाओं पर छिड़ी नई बहस राज्य सरकार द्वारा एक-एक कर मुफ्त सेवाएं बंद करने के फैसले के बाद प्रदेश में नई बहस शुरू हो गई है। कुछ लोग मुफ्त सेवाओं को बंद करने को सही ठहरा रहे हैं तो विपक्ष के साथ कुछ इसे जनता से धोखा बता रहे हैं। शांता कुमार ने कांग्रेस के निर्णय को सराहा पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने कहा, मुफ्त रेवड़ियां बांटना सही नहीं है। अमीर लोगों की मुफ्त बिजली और पानी बंद करना सही फैसला है। उन्होंने कहा, सरकार को अंतोदय की भावना के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, कि गरीब को हर प्रकार की मदद मिलनी चाहिए। मिडिल क्लास को थोड़ी बहुत स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त मिलनी चाहिए। अमीर को कुछ नहीं मिलना चाहिए। अमीरों का बिंजली-पानी बंद करना सही फैसला: शास्त्री बीजेपी के दिग्गज नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा रमण शास्त्री ने कहा, मुफ्त बिजली-पानी बंद करने का निर्णय सही है। हिमाचल को आर्थिक संकट से बाहर लाने के लिए सरकार को व्यावहारिक होना पड़ेगा। बिजली-पानी में गरीबों को छूट मिलनी चाहिए। जो लोग बिल दे सकते हैं, उन्हें बिल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी कंट्रीब्यूट करेंगे तभी साधन बनेगे। पूर्व सरकार ने चुनावी साल में दी थी छूट पूर्व जयराम सरकार ने चुनावी साल में महिलाओं को बस किराए में 50 प्रतिशत छूट का निर्णय लिया था। इसी तरह 125 यूनिट मुफ्त बिजली और ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ्त पानी का निर्णय भी पूर्व सरकार ने लिया था। हालांकि तब पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर नाराजगी जाहिर की थी, क्योंकि दूसरे बीजेपी शासित राज्यों में भी मुफ्त सेवाओं के लिए भाजपा सरकार पर दबाव पड़ रहा था। हिमाचल की सुक्खू सरकार का तर्क है कि इन निर्णय से सरकार पर आर्थिक बोझ पड़ा है और साधन संपन्न लोगों को रेवड़ियां बांटी गई है। सरकार ने डेढ़ साल से सिर्फ़ छीनने का काम किया: जयराम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, सरकार प्रदेशवासी को मिला हर हक छीनना चाहती है। ज्यादातर हक जो पूर्व की सरकार ने दिए थे, सब छीन लिए गए हैं। सरकार का यह शर्मनाक कृत्य है। उन्होंने कहा, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जिन गारंटियों का झूठ बोल कर सत्ता में थी, उन्हें एक एक कर बंद किया जा रहा है। यह प्रदेश के लोगों के साथ भी धोखा है। खजाना खाली करके गई बीजेपी: CM मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार खजाना खाली करके गई है। चुनावी साल में चुनाव जीतने के लिए जयराम सरकार ने अमीरों की मुफ्त बिजली और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े बड़े होटेलियर को मुफ्त पानी दिया है। कांग्रेस सरकार ने अमीरों की मुफ्त बिजली-पानी बंद किया है। गरीबों को पहले की तरह ये सुविधाएं मिलती रहेगी। कांग्रेस ने भी मुफ्त रेवड़ियों का किया था ऐलान हालांकि यह भी सच्चाई है कि कांग्रेस ने भी सत्ता हथियाने के लिए कई मुफ्त की रेवड़ियों की घोषणा की। कांग्रेस ने 18 साल से ज्यादा उम्र की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह देने की गारंटी दी। इसी तरह कांग्रेस ने चुनाव में कई ऐसी घोषणाएं की थी जो आज आर्थिक बदहाली के कारण सरकार के गले का फांस बन गई है।
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हिमाचल में HRTC बस ने व्यक्ति को कुचला, VIDEO:CCTV में कैद हुई वारदात, पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में लिया हिमाचल प्रदेश में ऊना के अंब के भैरा में हिट एंड रन से एक व्यक्ति की मौत के मामले में पुलिस को CCTV फुटेज हाथ लगे हैं। पुलिस ने इसके आधार पर संदिग्ध बस को कब्जे में लिया है। बस के ड्राइवर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह हादसा बीते सोमवार रात 10.30 बजे हुआ था। पुलिस ने मौके पर एफएसएल टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। CCTV में देखा जा सकता है कि एक बस सड़क किनारे स्कूटर के साथ में खड़े राहगीर को कुचलते हुए आगे निकल जाती है। इससे मौके पर ही व्यक्ति की मौत हो जाती है। जो बस कब्जे में ली गई है, वह हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की है। पुलिस के अनुसार, यह बस कांगड़ा के शाहपुर से हरिद्वार जा रही थी। मंगलवार को बस को उस समय कब्जे में लिया गया जब बस हरिद्वार से शाहपुर लौट रही थी। पुलिस ने बस की सवारियों को उतरकर दूसरी बसों के माध्यम से अपने गंतव्य तक भेजा है। इस मामले में फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटा लिए है। मृतक ऊना के बटूही का रहने वाला इस हादसे में मृतक की पहचान कुलवंत सिंह (43) पुत्र चनण सिंह निवासी भलोह, बटूही (ऊना) के तौर पर हुई है, जो कि घटना स्थल पर अपने स्कूटर के साथ खड़ा था। पहले स्कूटर का एक्सीडेंट, फिर बस ने मारी टक्कर: SHO SHO गौरव भारद्वाज ने बताया कि चालक से पूछताछ जारी है। FSL की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटा लिए है। उन्होंने बताया कि बस की टक्कर से चंद सेकेंड पहले स्कूटर सवार कुलवंत सिंह का एक्सीडेंट होता है और वह सड़क पर गिर जाता है। वह उठने की कोशिश कर ही रहा होता है, इस बीच बस की टक्कर से उसकी मौके पर ही मौत हो जाती है।
हिमाचल BJP को नए साल में मिलेगा नया अध्यक्ष:मिशन-2027 के मद्देनजर होगा चयन; सतपाल सत्ती, बिंदल, विपिन परमार समेत 7 दावेदार दौड़ में
हिमाचल BJP को नए साल में मिलेगा नया अध्यक्ष:मिशन-2027 के मद्देनजर होगा चयन; सतपाल सत्ती, बिंदल, विपिन परमार समेत 7 दावेदार दौड़ में हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नए साल में नया अध्यक्ष मिलना तय है। भाजपा ने मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी चुनाव के लिए इलेक्शन ऑफिसर नियुक्त कर दिए हैं। इसके साथ ही नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चाएं अभी से तेज हो गई हैं। फिलहाल 7 नाम चर्चा में हैं। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में 2 पूर्व और मौजूदा प्रधान सत्तपाल सत्ती और राजीव बिंदल के अलावा विपिन सिंह परमार का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। ये तीनों सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। अगर इन पर सहमति नहीं बनती है तो पार्टी पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर के नाम पर भी सहमति बनाने की कोशिश कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि इन चार वरिष्ठ नेताओं के अलावा पार्टी इंदू गोस्वामी, त्रिलोक जम्वाल और फिर डॉ. सिकंदर को भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। नेताओं ने अध्यक्ष के लिए लॉबिंग भी शुरू कर दी है। सत्तपाल सत्ती मजबूत दावेदार माने जा रहे प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सत्तपाल सत्ती का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। सत्ती 9 साल तक प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वह ऊना से तीसरी बार विधायक बने हैं। तेज तर्रार नेता सत्ती 2 बार चुनाव में निर्वाचित होकर अध्यक्ष बने थे, जबकि तीसरी पार उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। बिंदल की फिर से दावेदारी मौजूदा अध्यक्ष एवं 5 बार विधायक रह चुके राजीव बिंदल को भी पार्टी फिर से कमान सौंप सकती है। बिंदल जनवरी 2020 में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। मगर कोरोना काल में भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उन्होंने 5 महीने के भीतर ही पद से इस्तीफा दिया। दिसंबर 2022 में वह विधानसभा चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी में अप्रैल 2023 में राजीव बिंदल को फिर से अध्यक्ष पद की कमान होगी। कांगड़ा के विपिन परमार मजबूत चेहरा प्रदेश की सत्ता की चाबी तय करने वाले सबसे बड़े कांगड़ा जिला से संबंध रखने वाले सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार को भी अध्यक्ष का मजबूत चेहरा माना जा रहा है। परमार संगठन में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। पूर्व सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल चुके हैं। ये 4 नाम पर अध्यक्ष पद की रेस में इन तीनों के अलावा पूर्व इंडस्ट्री मिनिस्टर बिक्रम ठाकुर, जेपी नड्डा के करीबी त्रिलोक जम्वाल, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी और राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार का नाम पर खूब चर्चा में है। बिक्रम ठाकुर और इंदू गोस्वामी दोनों कांगड़ा जिला से संबंध रखते हैं। बिक्रम काफी तेज तर्रार नेता माने जाते हैं, वहीं इंदू गोस्वामी को प्रधानमंत्री मोदी का करीबी माना जाता है। इसलिए उन्हें भी दावेदार माना जा रहा है। राजपूत कोटे से भाजपा ने जयराम ठाकुर को नेता प्रतिपक्ष बना रखा है। ऐसे में मिशन 2027 को देखते हुए भाजपा दलित वोट साधने के लिए राज्यसभा सांसद डॉ.सिकंदर कुमार पर भी दांव खेल सकती हैं। नवंबर के अंत तक ब्लाक व जिला कार्यकारिणी का चुनाव: भारद्वाज प्रदेश में मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी चुनाव के लिए इलैक्शन ऑफिसर तैनात कर दिए गए है। प्रदेश भाजपा द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी राजीव भारद्वाज ने बताया कि नवंबर के अंत तक बूथ, मंडल और जिला के चुनाव संपन्न करने का टारगेट है। जनवरी 2025 तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी करवा दिया जाएगा। ऐसे होगा अध्यक्ष का चुनाव बेशक, अध्यक्ष पद के चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से करवाने के दावे किए जाते रहे है। मगर आज तक प्रदेश में पहली कभी भी अध्यक्ष वोटिंग से नहीं चुना गया, बल्कि हर बार पार्टी हाईकमान द्वारा नॉमिनेट किया जाता है। इस बार भी ऐसे ही सर्वसम्मति से अध्यक्ष को नॉमिनेट किया जा सकता है। प्रदेश में इससे पहले सदस्यता अभियान 31 अक्टूबर को समाप्त होने जा रहा है। पार्टी ने इस बार राज्य में 15 लाख से ज्यादा सदस्य बनाए हैं।