हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय का 10वां दीक्षांत समारोह:राज्यपाल दत्तात्रेय हुए शामिल; 1338 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां, 46 को स्वर्ण पदक

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय का 10वां दीक्षांत समारोह:राज्यपाल दत्तात्रेय हुए शामिल; 1338 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां, 46 को स्वर्ण पदक

महेंद्रगढ़ में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय का 10वां दीक्षांत समारोह का हुआ। जिसमें 1 हजार 338 विद्यार्थियों उपाधियां दी गई। 46 विद्यार्थियों को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थी जीवन का सबसे यादगार अवसर होता है। इस मौके पर उन्होंने युवा शक्ति का आह्वान किया और कहा कि आने वाला समय आपका है। आप देश का वर्तमान और भविष्य है। आज के समय में राष्ट्र निर्माण के लिए पैसा नहीं बल्कि ज्ञान ही सबसे बड़ी शक्ति है। नौकरी देने वाले बने युवा- राज्यपाल उन्होंने कहा कि युवा नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनें। नवाचार के महत्त्व का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने तकनीक, नवाचार और शोध की मदद से उत्कृष्टता प्राप्त करने की बात कही। महिला शक्ति का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने युवाओं को केंद्र में रखकर नीतियां, पाठ्यक्रम व भविष्य की योजनाएं बनाने पर जोर देते हुए कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए युवा शक्ति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। 1338 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां समारोह में स्नातक के 275 विद्यार्थियों को तथा स्नातकोत्तर के 990 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। 65 शोधार्थियों को पीएचडी एवं 8 को एमफिल की उपाधि प्रदान की गई। 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों में 803 छात्र और 535 छात्राएं शामिल हैं। महेंद्रगढ़ में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय का 10वां दीक्षांत समारोह का हुआ। जिसमें 1 हजार 338 विद्यार्थियों उपाधियां दी गई। 46 विद्यार्थियों को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थी जीवन का सबसे यादगार अवसर होता है। इस मौके पर उन्होंने युवा शक्ति का आह्वान किया और कहा कि आने वाला समय आपका है। आप देश का वर्तमान और भविष्य है। आज के समय में राष्ट्र निर्माण के लिए पैसा नहीं बल्कि ज्ञान ही सबसे बड़ी शक्ति है। नौकरी देने वाले बने युवा- राज्यपाल उन्होंने कहा कि युवा नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनें। नवाचार के महत्त्व का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने तकनीक, नवाचार और शोध की मदद से उत्कृष्टता प्राप्त करने की बात कही। महिला शक्ति का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने युवाओं को केंद्र में रखकर नीतियां, पाठ्यक्रम व भविष्य की योजनाएं बनाने पर जोर देते हुए कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए युवा शक्ति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। 1338 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां समारोह में स्नातक के 275 विद्यार्थियों को तथा स्नातकोत्तर के 990 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। 65 शोधार्थियों को पीएचडी एवं 8 को एमफिल की उपाधि प्रदान की गई। 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों में 803 छात्र और 535 छात्राएं शामिल हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर