हरियाणा के सोनीपत में एक मेडिकल लैब में सैंपल कलेक्शन का काम करने वाले युवक को चाकू से गोद दिया। उसे शरीर पर पांच जगह चाकू लगे हैं और उसकी हालत गंभीर है। देर रात शहर के एक निजी अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ। पुलिस ने उसे भाई के बयान पर दो नामजद युवकों व उनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार गांव बाघड़ू का रहने वाला शाहिद (21) सोनीपत में वर्मा लैब में सैंपल कलेक्शन का काम करता है। सोमवार शाम को वह बाइक पर सवार होकर एक गर्भवती महिला की रिपोर्ट देने गया था। वह नागरिक अस्पताल के पास पहुंचा तो बाइक पर आए कई युवकों ने उसे रोक कर घेर लिया। इसके बाद उस पर चाकू से वार करने शुरू कर दिए। शाहिद के पेट व छाती में चाकू मारे गए हैं। वह लहूलुहान होकर रोड पर ही गिर गया। आसपास के लोगों ने उसे नागरिक अस्पताल पहुंचाया। घायल शाहिद के भाई मोहित ने बताया कि वह 3 भाई और 1 बहन हैं। उसका सबसे छोटा भाई शहीद 21 साल का है और सोनीपत में वर्मा लैब में सैंपल कलेक्शन का काम करता है। उनको सूचना मिली कि उसके भाई शाहिद को किसी ने चाकू मार दिए हैं। वह नागरिक अस्पताल पहुंचा। वहां पर डॉक्टर ने शाहिद को खानपुर पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। उसने अपने भाई की हालत को देखते हुए उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया है। डॉक्टरों ने रात को उसका ऑपरेशन किया है। मोहित ने बताया कि शाहिद ने उसको बताया कि उसे तिहाड़ खुर्द गांव के रहने वाले सागर व रोहित राणा ने अपने साथियों के साथ मिलकर चाकू मार कर जान से मारने की कोशिश की है। उसकी कुछ दिन पहले इनके साथ कहासुनी हुई थी। फिलहाल उसके भाई की हालत काफी गंभीर है। सेक्टर 27 थाना के ASI अशोक कुमार ने बताया कि नागरिक अस्पताल से सूचना मिली थी कि शाहिद नाम का युवक चाकू लगने से घायल होकर अस्पताल में दाखिल है। वह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचा और वहां डॉक्टर से बात की। डॉक्टर ने बताया कि शाहिद के शरीर पर पांच जगह चाकू लगे हैं। उसे रेफर कर दिया गया है। बाद में पता चला कि शाहिद को उसके घर वालों ने एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया है। वह निजी अस्पताल में पहुंचा, जहां पर शाहिद का ऑपरेशन हो रहा था। वहां उसके भाई मोहित ने वारदात को लेकर जानकारी दी। उसने बताया कि उसके भाई को सागर व रोहित राणा ने साथियों के साथ मिलकर चाकू से वार कर उसकी हत्या की कोशिश की है। पुलिस ने मोहित के बयान पर धारा 109 (1) 3 (5) के तहत के केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। हरियाणा के सोनीपत में एक मेडिकल लैब में सैंपल कलेक्शन का काम करने वाले युवक को चाकू से गोद दिया। उसे शरीर पर पांच जगह चाकू लगे हैं और उसकी हालत गंभीर है। देर रात शहर के एक निजी अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ। पुलिस ने उसे भाई के बयान पर दो नामजद युवकों व उनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार गांव बाघड़ू का रहने वाला शाहिद (21) सोनीपत में वर्मा लैब में सैंपल कलेक्शन का काम करता है। सोमवार शाम को वह बाइक पर सवार होकर एक गर्भवती महिला की रिपोर्ट देने गया था। वह नागरिक अस्पताल के पास पहुंचा तो बाइक पर आए कई युवकों ने उसे रोक कर घेर लिया। इसके बाद उस पर चाकू से वार करने शुरू कर दिए। शाहिद के पेट व छाती में चाकू मारे गए हैं। वह लहूलुहान होकर रोड पर ही गिर गया। आसपास के लोगों ने उसे नागरिक अस्पताल पहुंचाया। घायल शाहिद के भाई मोहित ने बताया कि वह 3 भाई और 1 बहन हैं। उसका सबसे छोटा भाई शहीद 21 साल का है और सोनीपत में वर्मा लैब में सैंपल कलेक्शन का काम करता है। उनको सूचना मिली कि उसके भाई शाहिद को किसी ने चाकू मार दिए हैं। वह नागरिक अस्पताल पहुंचा। वहां पर डॉक्टर ने शाहिद को खानपुर पीजीआई के लिए रेफर कर दिया। उसने अपने भाई की हालत को देखते हुए उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया है। डॉक्टरों ने रात को उसका ऑपरेशन किया है। मोहित ने बताया कि शाहिद ने उसको बताया कि उसे तिहाड़ खुर्द गांव के रहने वाले सागर व रोहित राणा ने अपने साथियों के साथ मिलकर चाकू मार कर जान से मारने की कोशिश की है। उसकी कुछ दिन पहले इनके साथ कहासुनी हुई थी। फिलहाल उसके भाई की हालत काफी गंभीर है। सेक्टर 27 थाना के ASI अशोक कुमार ने बताया कि नागरिक अस्पताल से सूचना मिली थी कि शाहिद नाम का युवक चाकू लगने से घायल होकर अस्पताल में दाखिल है। वह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचा और वहां डॉक्टर से बात की। डॉक्टर ने बताया कि शाहिद के शरीर पर पांच जगह चाकू लगे हैं। उसे रेफर कर दिया गया है। बाद में पता चला कि शाहिद को उसके घर वालों ने एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया है। वह निजी अस्पताल में पहुंचा, जहां पर शाहिद का ऑपरेशन हो रहा था। वहां उसके भाई मोहित ने वारदात को लेकर जानकारी दी। उसने बताया कि उसके भाई को सागर व रोहित राणा ने साथियों के साथ मिलकर चाकू से वार कर उसकी हत्या की कोशिश की है। पुलिस ने मोहित के बयान पर धारा 109 (1) 3 (5) के तहत के केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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वर्ष 1994 में पार्टी जॉइन करने के महज 2 साल बाद, BJP ने गुर्जर को 1996 के विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से टिकट दे दिया। यही वो समय था जब तेजतर्रार कृष्णपाल गुर्जर को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। उस समय नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी हरियाणा में पार्टी संगठन का कामकाज देख रही थी। भाजपा ने 1996 में हरियाणा विधानसभा का चुनाव पूर्व सीएम बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के साथ मिलकर लड़ा था। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर चुनाव रिजल्ट आने के बाद बंसीलाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए। प्रदेशाध्यक्ष बनकर पार्टी का ग्राफ बढ़ाया
गुर्जर के 3 बार विधायक बनने के बाद पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी देते हुए वर्ष 2010 में हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी और BJP ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की छाया से निकलकर अपना अलग वजूद बनाने की कोशिश कर रही थी। संगठन से जुड़ा होने के कारण गुर्जर ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए तेजी से पार्टी का ग्राफ बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर दिया। इसके बाद टिकट बंटवारे में कृष्णपाल गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया। गुर्जर ने अपने इस पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हरा दिया। इसके बाद मोदी ने अपनी सरकार में गुर्जर को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री बनाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुर्जर दूसरी बार फरीदाबाद सीट से जीते। उस समय विनिंग मार्जिन के लिहाज से देशभर में वह तीसरे स्थान पर रहे। गुर्जर 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे तो मोदी ने फिर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए उद्योग राज्यमंत्री बना दिया। किसान परिवार से आकर बनाई राजनीति में पहचान
कृष्णपाल गुर्जर पेशे से एडवोकेट हैं। कृष्णपाल के पिता हंसराज जैलदार का अपने एरिया में अच्छा नाम था लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं उतरे। दूसरी ओर कृष्णपाल की शुरू से राजनीति में रुचि रही। पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होते हुए भी उन्होंने राजनीति के तौर-तरीके पढ़ाई के दौरान ही सीख लिए। फरीदाबाद के कॉलेज में पढ़ते हुए वह छात्र संगठन के अध्यक्ष चुने गए और वहीं से उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। ग्रेजुएशन के बाद गुर्जर कानून की डिग्री लेने मेरठ चले गए। वहां से लौटकर अपनी राजनीतिक पारी दोबारा शुरू की। उनकी पत्नी का नाम निर्मला देवी है और वह सियासत से दूर रहती हैं। गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी राजनीति में एक्टिव हैं और इस समय फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। गुर्जर नेता के तौर पर बनाई पहचान
कृष्णपाल की गिनती गुर्जर बिरादरी के बड़े नेताओं में होती है। उन्होंने अपने पहले विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से जिस चौधरी महेंद्र प्रताप और फरीदाबाद लोकसभा सीट से अवतार भड़ाना को हराया, वह दोनों भी गुर्जर समाज के बड़े नेताओं में आते हैं। राजनीति में एक बाद एक मिली जीत ने कृष्णपाल गुर्जर का कद गुर्जर बिरादी के नेताओं में बढ़ा दिया। BJP के अंदर भी उनकी गिनती गुर्जर समाज के प्रमुख नेताओं के रूप में होती है। संगठन में मजबूत पकड़ और तेज-तर्रार नेता की छवि के चलते वह BJP शीर्ष नेतृत्व की पसंद बन गए। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी