हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व पार्षद के बेटे सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 6 दिन बाद पर्दा उठा दिया। हत्या में शामिल तीन आरोपियों को पानीपत से गिरफ्तार किया गया है। इनको कोर्ट में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अभी एक आरोपी फरार चल रहा है। हत्या का कारण 70 हजार रुपए के लेनदेन के कोर्ट में चल रहे केस को वापस न लेना बताया जा रहा है। डीएसपी मोहम्मद जमाल ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मोहल्ला बांस निवासी सुरेंद्र पूर्व पार्षद चंद्रभान का बेटा था। वह फाइनेंस का कार्य करता था। सुरेंद्र ने काफी समय से मोहल्ला काली का टिब्बा निवासी कुलदीप से 70 हजार रुपए मांग रहा था। उनका कोर्ट में केस भी चल रहा था। कुलदीप चाहता था कि सुरेंद्र को उसके पैसे दे दिए जाएं और वह केस वापस ले ले। इस पर उनकी सहमति नहीं बनी थी। दोस्त ही ले गया था बाइक पर इसके बाद उन्होंने इसकी हत्या करने की योजना बनाई। मोहल्ला कायमपुरा निवासी आरोपी तुषार पार्षद के बेटे सुरेंद्र का दोस्त था। वह आरोपी कुलदीप और टींकू का भी दोस्त था। उनकी योजना अनुसार तुषार 2 जुलाई की रात को सुरेंद्र को अपनी बाइक पर बैठाकर सतनाली की ओर ले गया। यहां पर योजना अनुसार कुलदीप, टींकू उर्फ भोली तथा रेवाड़ी जिले का उनका अन्य साथी बाइक पर बैठकर उनके पीछे चले गए। गांव गादड़वास के पास उन्होंने सुरेंद्र के साथ लाठी डंडों से मारपीट की। इसके बाद उसको सुरेहती जाखल के पास डालकर फरार हो गए थे। आरोपी नशेडी किस्म के बताए जाते हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मृतक सुरेंद्र की पत्नी के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या मामल दर्ज कर लिया था। हरिद्वार से आते हुए पुलिस ने दबोचे पुलिस ने हत्या की जांच के लिए सीआईएफ की एक टीम गठित की थी। वो उनकी तलाश कर रही थी। डीएसपी ने बताया कि हत्या के बाद वो बाइक पर ही हरिद्वार चले गए। उसके बाद वो वापस आ रहे थे तो पानीपत के पास सीआईए टीम ने उनको पकड़ लिया। आज उनको महेंद्रगढ़ कोर्ट में पेश किया गया जहां पर उनको चार दिन का पुलिस रिमांड मिला है। उन्होंने बताया कि रिमांड में उनसे बाइक, लाठी-डंडे और मोबाइल बरामद किए जाने हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व पार्षद के बेटे सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 6 दिन बाद पर्दा उठा दिया। हत्या में शामिल तीन आरोपियों को पानीपत से गिरफ्तार किया गया है। इनको कोर्ट में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अभी एक आरोपी फरार चल रहा है। हत्या का कारण 70 हजार रुपए के लेनदेन के कोर्ट में चल रहे केस को वापस न लेना बताया जा रहा है। डीएसपी मोहम्मद जमाल ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मोहल्ला बांस निवासी सुरेंद्र पूर्व पार्षद चंद्रभान का बेटा था। वह फाइनेंस का कार्य करता था। सुरेंद्र ने काफी समय से मोहल्ला काली का टिब्बा निवासी कुलदीप से 70 हजार रुपए मांग रहा था। उनका कोर्ट में केस भी चल रहा था। कुलदीप चाहता था कि सुरेंद्र को उसके पैसे दे दिए जाएं और वह केस वापस ले ले। इस पर उनकी सहमति नहीं बनी थी। दोस्त ही ले गया था बाइक पर इसके बाद उन्होंने इसकी हत्या करने की योजना बनाई। मोहल्ला कायमपुरा निवासी आरोपी तुषार पार्षद के बेटे सुरेंद्र का दोस्त था। वह आरोपी कुलदीप और टींकू का भी दोस्त था। उनकी योजना अनुसार तुषार 2 जुलाई की रात को सुरेंद्र को अपनी बाइक पर बैठाकर सतनाली की ओर ले गया। यहां पर योजना अनुसार कुलदीप, टींकू उर्फ भोली तथा रेवाड़ी जिले का उनका अन्य साथी बाइक पर बैठकर उनके पीछे चले गए। गांव गादड़वास के पास उन्होंने सुरेंद्र के साथ लाठी डंडों से मारपीट की। इसके बाद उसको सुरेहती जाखल के पास डालकर फरार हो गए थे। आरोपी नशेडी किस्म के बताए जाते हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मृतक सुरेंद्र की पत्नी के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या मामल दर्ज कर लिया था। हरिद्वार से आते हुए पुलिस ने दबोचे पुलिस ने हत्या की जांच के लिए सीआईएफ की एक टीम गठित की थी। वो उनकी तलाश कर रही थी। डीएसपी ने बताया कि हत्या के बाद वो बाइक पर ही हरिद्वार चले गए। उसके बाद वो वापस आ रहे थे तो पानीपत के पास सीआईए टीम ने उनको पकड़ लिया। आज उनको महेंद्रगढ़ कोर्ट में पेश किया गया जहां पर उनको चार दिन का पुलिस रिमांड मिला है। उन्होंने बताया कि रिमांड में उनसे बाइक, लाठी-डंडे और मोबाइल बरामद किए जाने हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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