मोदी के पानीपत दौरे ने अफसरों की टेंशन बढ़ाई:पहले हेलिपेड नहीं मिला, अब ग्राउंड फाइनल नहीं हो पा रहा; अगले महीने आएंगे PM

मोदी के पानीपत दौरे ने अफसरों की टेंशन बढ़ाई:पहले हेलिपेड नहीं मिला, अब ग्राउंड फाइनल नहीं हो पा रहा; अगले महीने आएंगे PM

PM नरेंद्र मोदी का हरियाणा में पानीपत दौरे ने अफसरों की टेंशन बढ़ा रखी है। पहले उन्हें यहां PM का हेलिकॉप्टर उतारने की जगह नहीं मिली। मुश्किल से जगह ढूंढी गई तो अब कार्यक्रम के लिए ग्राउंड नहीं मिल रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए अफसरों की दौड़ लगी हुई है। लगातार मीटिंगों का दौर चल रहा है। दिल्ली से भी प्रधानमंत्री ऑफिस अधिकारियों से फीडबैक लेने में जुटा हुआ है। अधिकारी हेलिपेड और समारोह स्थल की दूरी को 100 मीटर से ज्यादा नहीं रखना चाहते। 9 दिसंबर को आएंगे मोदी
PM मोदी 9 दिसंबर को पानीपत आने वाले हैं। जहां वे जीवन बीमा निगम (LIC) की महिलाओं से जुड़ी पॉलिसी को लॉन्च कर सकते हैं। कार्यक्रम में महिलाओं को ही ज्यादा संख्या में बुलाया जा रहा है। 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की थी। यह कार्यक्रम पानी के 13-17 ग्राउंड में हुआ था। 4 दिन पहले तक हेलिपेड की जगह नहीं थी
मोदी के दौरे का पता चलते ही अधिकारियों ने उनके रैली सेक्टर 13-17 ग्राउंड में करने के बारे में सोचा था। हालांकि जब पीएम के हेलिकॉप्टर के लिए हेलिपेड के बारे में जगह ढूंढी गई तो वह नहीं मिली। ऐसे में 4 दिन से अधिकारी मशक्कत करते रहे। अब उन्होंने रैली के बजाय सेक्टर 13-17 ग्राउंड में हेलिपेड बना दिया है। हेलिपैड के आसपास की सफाई शुरू कर दी गई है। नजदीक ग्राउंड ने लेकिन दूरी की वजह से PM की सुरक्षा चिंता हेलिपेड के सबसे करीब प्रशासन को गुरु तेगबहादुर ग्राउंड मिला है। यह करीब 200 से ढ़ाई सौ मीटर की दूरी पर है। हालांकि अधिकारी पीएम की सुरक्षा के लिहाज से भी चिंतित हैं। उनकी सोच है कि हेलिपेड से समारोह स्थल की दूरी 100 मीटर के करीब रहे। इसी वजह से वह ग्राउंड को लेकर अभी फाइनल फैसला नहीं ले पाए हैं। इस गुरु तेग बहादुर ग्राउंड की दिक्कत यह भी है कि इसकी कैपेसिटी ढ़ाई से 3 हजार लोगों की है। ऐसे में अगर भीड़ ज्यादा जुटी तो फिर अव्यवस्था की स्थिति हो सकती है या पुलिस को लोगों को भीतर आने से रोकना होगा, इसी वजह से अधिकारी मंथन में जुटे हुए हैं। सेक्टर 13-17 में ही रैली क्यों नहीं?
PM मोदी ने जब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी तो उस वक्त यह कार्यक्रम पानीपत के सेक्टर 13-17 ग्राउंड में हुआ था। हालांकि तब यह सामान्य मैदान था। इसके बाद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने इसे कॉमर्शियल बनाकर बेच दिया। अब इस ग्राउंड में कहीं कच्ची जगह तो कहीं पक्के फर्श पड़े हुए हैं। ऐसे में यहां रैली के लिए फर्श तोड़कर समतल करना पड़ेगा अन्यथा लोगों के लिए दिक्कत हो सकती है। इसी वजह से इस ग्राउंड को कार्यक्रम के लिए नहीं चुना जा रहा है। SP बोले- सुरक्षा के लिहाज से सभी बिंदुओं पर काम जरूरी
एसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए बिंदुओं पर काम करना होगा। इसके लिए पहले ही रोड मैप बनाने की जरूरत है। पूर्व सांसद संजय भाटिया ने अधिकारियों के साथ सभी बिंदुओं पर गहनता से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो, पहले से ही सिटिंग प्लान बना लें। शौचालय, पीने के पानी की व्यापक व्यवस्था हो। PM नरेंद्र मोदी का हरियाणा में पानीपत दौरे ने अफसरों की टेंशन बढ़ा रखी है। पहले उन्हें यहां PM का हेलिकॉप्टर उतारने की जगह नहीं मिली। मुश्किल से जगह ढूंढी गई तो अब कार्यक्रम के लिए ग्राउंड नहीं मिल रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए अफसरों की दौड़ लगी हुई है। लगातार मीटिंगों का दौर चल रहा है। दिल्ली से भी प्रधानमंत्री ऑफिस अधिकारियों से फीडबैक लेने में जुटा हुआ है। अधिकारी हेलिपेड और समारोह स्थल की दूरी को 100 मीटर से ज्यादा नहीं रखना चाहते। 9 दिसंबर को आएंगे मोदी
PM मोदी 9 दिसंबर को पानीपत आने वाले हैं। जहां वे जीवन बीमा निगम (LIC) की महिलाओं से जुड़ी पॉलिसी को लॉन्च कर सकते हैं। कार्यक्रम में महिलाओं को ही ज्यादा संख्या में बुलाया जा रहा है। 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की थी। यह कार्यक्रम पानी के 13-17 ग्राउंड में हुआ था। 4 दिन पहले तक हेलिपेड की जगह नहीं थी
मोदी के दौरे का पता चलते ही अधिकारियों ने उनके रैली सेक्टर 13-17 ग्राउंड में करने के बारे में सोचा था। हालांकि जब पीएम के हेलिकॉप्टर के लिए हेलिपेड के बारे में जगह ढूंढी गई तो वह नहीं मिली। ऐसे में 4 दिन से अधिकारी मशक्कत करते रहे। अब उन्होंने रैली के बजाय सेक्टर 13-17 ग्राउंड में हेलिपेड बना दिया है। हेलिपैड के आसपास की सफाई शुरू कर दी गई है। नजदीक ग्राउंड ने लेकिन दूरी की वजह से PM की सुरक्षा चिंता हेलिपेड के सबसे करीब प्रशासन को गुरु तेगबहादुर ग्राउंड मिला है। यह करीब 200 से ढ़ाई सौ मीटर की दूरी पर है। हालांकि अधिकारी पीएम की सुरक्षा के लिहाज से भी चिंतित हैं। उनकी सोच है कि हेलिपेड से समारोह स्थल की दूरी 100 मीटर के करीब रहे। इसी वजह से वह ग्राउंड को लेकर अभी फाइनल फैसला नहीं ले पाए हैं। इस गुरु तेग बहादुर ग्राउंड की दिक्कत यह भी है कि इसकी कैपेसिटी ढ़ाई से 3 हजार लोगों की है। ऐसे में अगर भीड़ ज्यादा जुटी तो फिर अव्यवस्था की स्थिति हो सकती है या पुलिस को लोगों को भीतर आने से रोकना होगा, इसी वजह से अधिकारी मंथन में जुटे हुए हैं। सेक्टर 13-17 में ही रैली क्यों नहीं?
PM मोदी ने जब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी तो उस वक्त यह कार्यक्रम पानीपत के सेक्टर 13-17 ग्राउंड में हुआ था। हालांकि तब यह सामान्य मैदान था। इसके बाद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने इसे कॉमर्शियल बनाकर बेच दिया। अब इस ग्राउंड में कहीं कच्ची जगह तो कहीं पक्के फर्श पड़े हुए हैं। ऐसे में यहां रैली के लिए फर्श तोड़कर समतल करना पड़ेगा अन्यथा लोगों के लिए दिक्कत हो सकती है। इसी वजह से इस ग्राउंड को कार्यक्रम के लिए नहीं चुना जा रहा है। SP बोले- सुरक्षा के लिहाज से सभी बिंदुओं पर काम जरूरी
एसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए बिंदुओं पर काम करना होगा। इसके लिए पहले ही रोड मैप बनाने की जरूरत है। पूर्व सांसद संजय भाटिया ने अधिकारियों के साथ सभी बिंदुओं पर गहनता से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो, पहले से ही सिटिंग प्लान बना लें। शौचालय, पीने के पानी की व्यापक व्यवस्था हो।   हरियाणा | दैनिक भास्कर