हरियाणा में लिंगानुपात को लेकर सरकार गंभीर है। ग्राउंड लेवल पर लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए अब सरकार ने 700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों की पहचान करेगी। ये फैसला हेल्थ डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स (STF) की रिव्यू मीटिंग में ये फैसला किया गया। इस मीटिंग में पिछली बैठक में लिए गए फैसलों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। इस अवसर पर राज्य में लिंगानुपात में सुधार के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों की भी समीक्षा की गई। मीटिंग में महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (DGHS) डॉ. कुलदीप सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (DHS) एवं एसटीएफ के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव, डीएचएस, पीएनडीटी डॉ. सिम्मी वर्मा, सिविल सर्जन, पंचकूला, पुलिस विभाग, अभियोजन विभाग, महिला एवं बाल विकास (WCD) विभाग तथा खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के अधिकारी उपस्थित थे। अभी 1 हजार बेटों पर 911 बेटियां मीटिंग में डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि गांव के अनुसार लिंगानुपात (2019 से मार्च 2025 तक) संकलित किया गया है और कम लिंगानुपात वाले गांवों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एसटीएफ के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) पोर्टल के अनुसार 22 अप्रैल, 2025 तक राज्य का लिंगानुपात 911 है। मीटिंग में STF की कार्रवाई पर चर्चा हुई यादव ने मीटिंग ने बताया कि पीसी एवं पीएनडीटी अधिनियम, एमटीपी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले जिला सोनीपत के एक बीएएमएस डॉक्टर का लाइसेंस हरियाणा चिकित्सा परिषद द्वारा रद्द कर दिया गया है। पिछले एक महीने में राज्य में कुल 1500 एमटीपी केंद्रों में से 379 एमटीपी केंद्र बंद कर दिए गए हैं और 16 एमटीपी केंद्रों का पंजीकरण निलंबित कर दिया गया है। हरियाणा में एमटीपी किट की बिक्री में गिरावट आई है। DCO ने भेजी अधूरी रिपोर्ट, नोटिस जारी डॉ. वीरेंद्र यादव ने यह भी बताया कि सोनीपत जिले के औषधि नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) को अधूरी रिपोर्ट देने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि प्री इम्प्लांटेशन जेनेटिक टेस्टिंग (PIGT) परीक्षण केवल सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन के बाद ही किया जाएगा और प्रत्येक “इन विट्रो फर्टिलाइजेशन” (IVF) हस्तक्षेप के परिणाम को मासिक आधार पर संबंधित सिविल सर्जन के साथ साझा किया जाएगा। अधिकारियों को जिलों का आवंटन हुआ मीटिंग में बताया गया कि राज्य मुख्यालय पर तैनात राज्य औषधि नियंत्रक कार्यालय के सभी अधिकारियों को जिले आवंटित कर दिए गए हैं और वे एमटीपी किट की अनधिकृत/अवैध बिक्री को रोकने के लिए क्षेत्र का दौरा करेंगे। एमटीपी किट की बिक्री की डीसीओ द्वारा क्रॉस चेकिंग की जाएगी। सभी सिविल सर्जन अपने जिलों में एमटीपी किट की बिक्री की निगरानी करेंगे। 25 अप्रैल से गांवों में लगेंगे शिविर मीटिंग में बताया गया कि 700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में 25 अप्रैल, 2025 को संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) के प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (SMO) द्वारा कार्यक्रम अधिकारी (PO), डब्ल्यूसीडी के साथ मिलकर विशेष बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (B3P) शिविर आयोजित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि डीजीएचएस कार्यालय के सभी निदेशक अपने आवंटित जिलों में इन शिविरों में भाग लेंगे और कम से कम दो गांवों को कवर करेंगे। हरियाणा में लिंगानुपात को लेकर सरकार गंभीर है। ग्राउंड लेवल पर लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए अब सरकार ने 700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों की पहचान करेगी। ये फैसला हेल्थ डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स (STF) की रिव्यू मीटिंग में ये फैसला किया गया। इस मीटिंग में पिछली बैठक में लिए गए फैसलों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। इस अवसर पर राज्य में लिंगानुपात में सुधार के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों की भी समीक्षा की गई। मीटिंग में महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (DGHS) डॉ. कुलदीप सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (DHS) एवं एसटीएफ के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव, डीएचएस, पीएनडीटी डॉ. सिम्मी वर्मा, सिविल सर्जन, पंचकूला, पुलिस विभाग, अभियोजन विभाग, महिला एवं बाल विकास (WCD) विभाग तथा खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के अधिकारी उपस्थित थे। अभी 1 हजार बेटों पर 911 बेटियां मीटिंग में डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि गांव के अनुसार लिंगानुपात (2019 से मार्च 2025 तक) संकलित किया गया है और कम लिंगानुपात वाले गांवों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एसटीएफ के संयोजक डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) पोर्टल के अनुसार 22 अप्रैल, 2025 तक राज्य का लिंगानुपात 911 है। मीटिंग में STF की कार्रवाई पर चर्चा हुई यादव ने मीटिंग ने बताया कि पीसी एवं पीएनडीटी अधिनियम, एमटीपी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले जिला सोनीपत के एक बीएएमएस डॉक्टर का लाइसेंस हरियाणा चिकित्सा परिषद द्वारा रद्द कर दिया गया है। पिछले एक महीने में राज्य में कुल 1500 एमटीपी केंद्रों में से 379 एमटीपी केंद्र बंद कर दिए गए हैं और 16 एमटीपी केंद्रों का पंजीकरण निलंबित कर दिया गया है। हरियाणा में एमटीपी किट की बिक्री में गिरावट आई है। DCO ने भेजी अधूरी रिपोर्ट, नोटिस जारी डॉ. वीरेंद्र यादव ने यह भी बताया कि सोनीपत जिले के औषधि नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) को अधूरी रिपोर्ट देने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि प्री इम्प्लांटेशन जेनेटिक टेस्टिंग (PIGT) परीक्षण केवल सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन के बाद ही किया जाएगा और प्रत्येक “इन विट्रो फर्टिलाइजेशन” (IVF) हस्तक्षेप के परिणाम को मासिक आधार पर संबंधित सिविल सर्जन के साथ साझा किया जाएगा। अधिकारियों को जिलों का आवंटन हुआ मीटिंग में बताया गया कि राज्य मुख्यालय पर तैनात राज्य औषधि नियंत्रक कार्यालय के सभी अधिकारियों को जिले आवंटित कर दिए गए हैं और वे एमटीपी किट की अनधिकृत/अवैध बिक्री को रोकने के लिए क्षेत्र का दौरा करेंगे। एमटीपी किट की बिक्री की डीसीओ द्वारा क्रॉस चेकिंग की जाएगी। सभी सिविल सर्जन अपने जिलों में एमटीपी किट की बिक्री की निगरानी करेंगे। 25 अप्रैल से गांवों में लगेंगे शिविर मीटिंग में बताया गया कि 700 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में 25 अप्रैल, 2025 को संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) के प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (SMO) द्वारा कार्यक्रम अधिकारी (PO), डब्ल्यूसीडी के साथ मिलकर विशेष बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (B3P) शिविर आयोजित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि डीजीएचएस कार्यालय के सभी निदेशक अपने आवंटित जिलों में इन शिविरों में भाग लेंगे और कम से कम दो गांवों को कवर करेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
