<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित रामघाट रोड पर वर्षों पुरानी एक जर्जर धर्मशाला को लेकर सोमवार को उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब प्रशासनिक अमला उसे तोड़ने के लिए मौके पर पहुंचा. पुलिस बल के साथ आए अधिकारियों की कार्रवाई की भनक लगते ही क्षेत्रीय लोग भारी संख्या में जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. महिलाओं ने सांसद की कार को रोक लिया और उनके पैरों पर गिर पड़ीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>स्थानीय लोगो का दावा है इस धर्मशाला को लेकर स्थानीय लोगों की भावनाएं गहराई से जुड़ी हुई हैं. वर्षों से यह भवन न केवल यात्रियों और गरीबों के लिए एक विश्राम स्थल रहा है, बल्कि धार्मिक और सामाजिक आयोजनों का भी केंद्र बना हुआ है. प्रशासन द्वारा इसे “जर्जर” घोषित कर तोड़ने की प्रक्रिया शुरू करना स्थानीयों को नागवार गुजरा है. स्थानीय लोगों जमकर प्रदर्शन किया है जिसमें ज्यादा महिलाएं मौके पर मौजूद रही. महिलाओं ने सांसद सतीश गौतम की कार के आगे लेटकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कारियों ने कहा कि अगर धर्मशाला तोड़ा गया तो बड़ा प्रदर्शन होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धर्मशाला तोड़ना उनकी अस्मिता पर चोंट</strong><br />जब नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम बुलडोजर और अन्य मशीनों के साथ रामघाट रोड स्थित धर्मशाला को गिराने पहुंची, तो आसपाल के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस के सामने रोते हुए कहा कि यह धर्मशाला उनके जीवन से जुड़ी है, इसे तोड़ना उनकी अस्मिता पर चोंट है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हंगामे सूचना पर मौके पर पहुंचे सांसद सतीश गौतम</strong><br />हंगामे की सूचना पर सांसद सतीश गौतम मौके पर पहुंचे. उन्होंने भीड़ को आश्वासन दिया कि धर्मशाला को लेकर जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा और प्रशासन को जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाने दिया जाएगा. उन्होंने कहा, “मैं खुद इस मामले में अधिकारियों से बात करूंगा. जब तक जनता की सहमति नहीं होगी, धर्मशाला नहीं तोड़ी जाएगी.” सांसद के आश्वासन के बाद स्थिति सामान्य हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, प्रशासन की ओर से यह दलील दी गई कि यह धर्मशाला अब बेहद खतरनाक स्थिति में है और किसी भी वक्त गिर सकती है. एक अधिकारी ने कहा, “हमारे पास तकनीकी रिपोर्ट है जो बताती है कि यह संरचना अब उपयोग योग्य नहीं रही. किसी अनहोनी से पहले इसे हटाना जरूरी है.” प्रशासन का कहना है कि यदि लोगों की सहमति मिलती है तो इस स्थान पर नई धर्मशाला का निर्माण कराया जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/swami-prasad-maurya-controversial-statement-on-operation-sindoor-2947506″><strong>ऑपरेशन सिंदूर पर स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादित बयान, कहा- कोई मरा नहीं, सब टांय-टांय फिस्स</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित रामघाट रोड पर वर्षों पुरानी एक जर्जर धर्मशाला को लेकर सोमवार को उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब प्रशासनिक अमला उसे तोड़ने के लिए मौके पर पहुंचा. पुलिस बल के साथ आए अधिकारियों की कार्रवाई की भनक लगते ही क्षेत्रीय लोग भारी संख्या में जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. महिलाओं ने सांसद की कार को रोक लिया और उनके पैरों पर गिर पड़ीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>स्थानीय लोगो का दावा है इस धर्मशाला को लेकर स्थानीय लोगों की भावनाएं गहराई से जुड़ी हुई हैं. वर्षों से यह भवन न केवल यात्रियों और गरीबों के लिए एक विश्राम स्थल रहा है, बल्कि धार्मिक और सामाजिक आयोजनों का भी केंद्र बना हुआ है. प्रशासन द्वारा इसे “जर्जर” घोषित कर तोड़ने की प्रक्रिया शुरू करना स्थानीयों को नागवार गुजरा है. स्थानीय लोगों जमकर प्रदर्शन किया है जिसमें ज्यादा महिलाएं मौके पर मौजूद रही. महिलाओं ने सांसद सतीश गौतम की कार के आगे लेटकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कारियों ने कहा कि अगर धर्मशाला तोड़ा गया तो बड़ा प्रदर्शन होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धर्मशाला तोड़ना उनकी अस्मिता पर चोंट</strong><br />जब नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम बुलडोजर और अन्य मशीनों के साथ रामघाट रोड स्थित धर्मशाला को गिराने पहुंची, तो आसपाल के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस के सामने रोते हुए कहा कि यह धर्मशाला उनके जीवन से जुड़ी है, इसे तोड़ना उनकी अस्मिता पर चोंट है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हंगामे सूचना पर मौके पर पहुंचे सांसद सतीश गौतम</strong><br />हंगामे की सूचना पर सांसद सतीश गौतम मौके पर पहुंचे. उन्होंने भीड़ को आश्वासन दिया कि धर्मशाला को लेकर जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा और प्रशासन को जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाने दिया जाएगा. उन्होंने कहा, “मैं खुद इस मामले में अधिकारियों से बात करूंगा. जब तक जनता की सहमति नहीं होगी, धर्मशाला नहीं तोड़ी जाएगी.” सांसद के आश्वासन के बाद स्थिति सामान्य हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, प्रशासन की ओर से यह दलील दी गई कि यह धर्मशाला अब बेहद खतरनाक स्थिति में है और किसी भी वक्त गिर सकती है. एक अधिकारी ने कहा, “हमारे पास तकनीकी रिपोर्ट है जो बताती है कि यह संरचना अब उपयोग योग्य नहीं रही. किसी अनहोनी से पहले इसे हटाना जरूरी है.” प्रशासन का कहना है कि यदि लोगों की सहमति मिलती है तो इस स्थान पर नई धर्मशाला का निर्माण कराया जा सकता है.</p>
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