यूपी में दिवाली पर जमकर चले पटाखे:300 पार पहुंचा एअर क्वालिटी इंडेक्स; नोएडा देश में 5वां सबसे प्रदूषित शहर

यूपी में दिवाली पर जमकर चले पटाखे:300 पार पहुंचा एअर क्वालिटी इंडेक्स; नोएडा देश में 5वां सबसे प्रदूषित शहर यूपी में दिवाली की रात लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। इसकी वजह से प्रदेश के 6 शहर रेड जोन यानी खतरनाक स्थिति में हैं। नोएडा देश के 5 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, नोएडा में रात 10 बजे तक ही एअर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 313 पार पहुंच गया। यह गंभीर स्थिति है। वहीं गाजियाबाद में AQI 310, हापुड़ में 294, मेरठ में 266, बागपत में 256 रहा। जाने ग्रैप के स्टेज प्रदूषण की 2 तस्वीरें… गाजियाबाद और नोएडा का AQI बहुत खराब पिछले 6 दिनों से गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को नोएडा का AQI 313 दर्ज किया गया। दिल्ली का एक्यूआई 344 दर्ज किया है। गाजियाबाद के वसुंधरा में सबसे ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया गया। यहां AQI 350 पहुंच गया, जो रेड जोन में आता है। इंदिरापुरम में में AQI 330, लोनी में 300 और संजय नगर में 265 दर्ज किया गया है। नोएडा में सेक्टर-125 में AQI 352 और सेक्टर-62 में 296 और सेक्टर-1 में 372 व सेक्टर-116 में 352 रिकार्ड किया गया। 2 दिनों में हवा और खराब होने का अनुमान केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) का पूर्वानुमान है कि 2 दिनों में और भी खराब श्रेणी में पहुंच सकती है। ऐसे में सांस संबंधी रोगियों के लिए यह और अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और अस्वस्थता जैसी समस्या हो सकती है। गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने बचाव के लिए सभी को बाहरी गतिविधियों के दौरान N95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। वहीं, प्रशासन ने भी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। ये हैं शहरों में पॉल्यूशन के बड़े कारण प्रदूषण की वजह पराली जलाना, इसे रोकने के लिए कानून भी बना उत्तर और मध्य भारत में दिवाली के बाद पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस वजह से प्रदूषण बढ़ने की रफ्तार भी तेज होने लगती है। हरियाणा और पंजाब में सबसे ज्यादा पराली जलाई जाती है। 2015 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। इससे किसानों को पराली का सफाया करने में परेशानी होने लगी। केंद्र सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) अधिनियम 2021 के तहत पराली जलाने पर नियम लागू किए। इसके मुताबिक 2 एकड़ से कम जमीन पर पराली जलाने पर 5,000 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। 2 से 5 एकड़ जमीन पर 10,000 रुपए और 5 एकड़ से ज्यादा जमीन पर पराली जलाने पर 30,000 रुपए का जुर्माना लगता है।

बिहार चुनाव: नामांकन के तुरंत बाद अरेस्ट हुए तेजस्वी यादव के उम्मीदवार सत्येंद्र साह, हैरान रह गए समर्थन

बिहार चुनाव: नामांकन के तुरंत बाद अरेस्ट हुए तेजस्वी यादव के उम्मीदवार सत्येंद्र साह, हैरान रह गए समर्थन <p style=”text-align: justify;”>बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है. सासाराम सीट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी सत्येंद्र साह को सोमवार (20 अक्टूबर) को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया. यह गिरफ्तारी झारखंड पुलिस ने एक पुराने आपराधिक मामले के सिलसिले में की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र साह जैसे ही क्षेत्राधिकारी (सीओ) कार्यालय पहुंचे और नामांकन प्रक्रिया पूरी की, झारखंड पुलिस की एक टीम वहां पहुंच गई और उनके खिलाफ लंबित गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) को तामील किया. इस कार्रवाई से राजद समर्थक पूरी तरह हैरान रह गए. गिरफ्तारी की खबर फैलते ही इलाके में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>बैंक लूटकांड के आरोपी सत्येंद्र साह गिरफ्तार</h3>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड पुलिस के अनुसार, सत्येंद्र साह वर्ष 2004 में गढ़वा जिले के चिरौंजिया मोड़ पर हुए बैंक लूटकांड के आरोपी हैं. गढ़वा सदर थाना प्रभारी सुनील तिवारी ने बताया कि इस मामले में 2018 में उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया गया था. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक लूट, डकैती और शस्त्र अधिनियम उल्लंघन से जुड़े 20 से अधिक मामले विभिन्न थानों में उनके खिलाफ दर्ज हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>बिहार में दो चरणों में होने हैं चुनाव</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव होने हैं – पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी. चुनावी माहौल में नामांकन के दिन ही किसी उम्मीदवार की गिरफ्तारी ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह मामला &lsquo;इंडिया&rsquo; गठबंधन के प्रत्याशियों की गिरफ्तारी का तीसरा मामला है. इससे पहले भाकपा (माले) लिबरेशन के दो उम्मीदवार भोरे से जितेंद्र पासवान और दरौली से सत्यदेव राम को भी नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तार किया गया था.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की बताया साजिश</h3>
<p style=”text-align: justify;”>इन लगातार हो रही गिरफ्तारियों को लेकर विपक्ष ने सत्ताधारी गठबंधन पर निशाना साधा है. भाकपा (माले) लिबरेशन ने अपने बयान में कहा कि हम कॉमरेड जितेंद्र पासवान और कॉमरेड सत्यदेव राम की राजनीतिक रूप से प्रेरित गिरफ्तारियों की कड़ी निंदा करते हैं. उन्हें नामांकन केंद्र के बाहर झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया, जो यह दिखाता है कि राजग नेताओं में जनता के बढ़ते गुस्से और बदलाव की मांग से भय व्याप्त है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजद और भाकपा (माले) दोनों ही दलों ने इसे चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश बताया है, जबकि प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई है. फिलहाल सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी ने सासाराम सीट को बिहार चुनाव की सुर्खियों में ला दिया है.</p>

Jammu Kashmir Bypolls: नगरोटा से 13 और बडगाम से 20 प्रत्याथियों ने भरा पर्चा, 11 नवंबर को मतदान

Jammu Kashmir Bypolls: नगरोटा से 13 और बडगाम से 20 प्रत्याथियों ने भरा पर्चा, 11 नवंबर को मतदान <p style=”text-align: justify;”>जम्मू कश्मीर के बडगाम और नगरोटा विधानसभा क्षेत्रों में अगले महीने होने वाले उपचुनाव के लिए 13 निर्दलीय और चार महिलाओं सहित कुल 33 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए. उक्त जानकारी निर्वाचन अधिकारियों ने दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिला जम्मू अंतर्गत नगरोटा विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल 13 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई है. वहीं, जिला बडगाम स्थित बड़गाम विधानसभा सीट से 20 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है. इस तरह दोनों ही विधानसभा नगरोटा और बडगाम में उप चुनाव के लिए कुल 33 प्रत्याशी मैदान में है.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>11 नवंबर को वोटिंग और14 को मतगणना</h3>
<p style=”text-align: justify;”>यहां दोनों विधानसभा सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि सोमवार थी और 11 नवंबर को मतदान होगा. नामांकन पत्रों की जांच 22 अक्टूबर को होगी, जबकि 24 अक्टूबर को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है. चुनाव के बाद मतगणना 14 नंवबर को होगी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>आखिर क्यों आई उपचुनाव कराने की नौबत</h3>
<p style=”text-align: justify;”>बडगाम विधानसभा सीट मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी, क्योंकि उन्होंने दो सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ने के बाद गांदेरबल सीट को बरकरार रखने का फैसला किया था. जबकि पिछले साल 31 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक देवेंद्र सिंह राणा के निधन के बाद नगरोटा सीट रिक्त हो गई थी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>नामांकन के अंतिम दिन दिग्गजों ने भरा पर्चा</h3>
<p style=”text-align: justify;”>नॉमीनेशन के आखिरी दिन बडगाम सीट पर नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों में सत्ताधारी नेशनल कान्फ्रेंस के आगा सैयद महमूद अलमौसुवी, पीडीपी के आगा सैयद मुंतजिर, भाजपा के आगा मोहसिन और अवामी इत्तिहाद पार्टी के नजीर अहमद खान के नाम शामिल है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>नगरोटा में कांग्रेस ने चुनाव लड़ने से किया इनकार</h3>
<p style=”text-align: justify;”>इसी तरह नगरोटा विधानसभा सीट के लिए नेशनल कान्फ्रेंस की उम्मीदवार शमीम बेगम ने भी सोमवार को नामांकन दाखिल किया. बता दें कि नेशनल कान्फ्रेंस ने यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ने का फैसला किया था, लेकिन कांग्रेस ने अंतिम समय में यह कहते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/diwali-2025-aseem-foundation-solar-energy-projects-indian-army-kupwara-villages-jammu-kashmir-ann-3031335″><strong>भारतीय सेना की पहल से सीमा पर फैली ‘रौशनी’, कुपवाड़ा के गांव के 107 घरों को सौर ऊर्जा से किया जगमग</strong></a></p>

कैथल में युवक ने किया सुसाइड:पेड़ से फांसी पर लटका मिला शव, काम करने के लिए शहर आया, पहचान नहीं

कैथल में युवक ने किया सुसाइड:पेड़ से फांसी पर लटका मिला शव, काम करने के लिए शहर आया, पहचान नहीं कैथल के कस्बा ढांड के गांव सोलू माजरा में एक युवक ने शीशम के पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन समाप्त कर ली। युवक की उम्र करीब 30 साल आंकी जा रही है। हालांकि अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है और न ही मौत के कारणों का पता लग पाया है, लेकिन पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। उसकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रथम दृष्टया अनुमान लगाया जा रहा है कि युवक प्रवासी है और मजदूरी के काम के लिए कैथल आया हुआ था। पुलिस को राहगीरों ने दी सूचना ढांड थाना एसएचओ रेखा रानी ने बताया कि रविवार को शाम के समय पुलिस को राहगीरों ने सूचना दी कि गांव सोलू माजरा के नजदीक किसी युवक का शव पेड़ पर लटका हुआ है। वह अनुमान से कोई प्रवासी मजदूर लग रहा है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। पहचान के लिए अस्पताल में रखवाया रेखा ने बताया कि शव मिलने की सूचना पर उनकी टीम मौके पर पहुंच गई थी। उसे पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंचाया गया। फिलहाल उसे नागरिक अस्पताल के शवगृह में पहचान के लिए रखा गया है। रेखा ने बताया कि पुलिस ने मामले में आकस्मिक मौत की धाराओं के तहत कार्रवाई की है। पुलिस मामले की आगामी जांच कर रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उन्हीं के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

जीरकपुर में पटाखा बनाते समय विस्फोट:एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलसा, चंडीगढ़ भेजा गया, बुरी तरह से झुलसा

जीरकपुर में पटाखा बनाते समय विस्फोट:एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलसा, चंडीगढ़ भेजा गया, बुरी तरह से झुलसा जीरकपुर की चौधरी कॉलोनी में दिवाली वाले दिन पटाखों में बारूद भरते समय अचानक विस्फोट हो गया। इस हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। व्यक्ति की पहचान सूरज नाम के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मरीज की हालत नाजुक बताई जा रही है।सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बारूद से शरीर पूरी तरह झुलसा
बारूद के धमाके से उसका शरीर पूरी तरह झुलस गया। लोगों के मुताबिक यह धमाका उस समय हुआ; पूरे इलाके में दहशत फैल गई। उस दौरान वह व्यक्ति धमाके की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। धमाका इतना भयंकर था कि उसके कपड़े तक जल गए, उसके हाथ बुरी तरह झुलस गए और शरीर से खून बहने लगा। वह जख्मी होकर घर की छत पर गिर गया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और उसे तुरंत अस्पताल भेजा गया।

दिल्ली में दमघोंटू हवा: दिवाली पर AQI 345 पहुंचा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, 38 में से 34 स्टेशन रेड जोन में

दिल्ली में दमघोंटू हवा: दिवाली पर AQI 345 पहुंचा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, 38 में से 34 स्टेशन रेड जोन में <p style=”text-align: justify;”>दिवाली के दिन सोमवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब हो गई और 38 निगरानी स्टेशन में से 34 पर प्रदूषण का स्तर &lsquo;रेड जोन&rsquo; में दर्ज किया गया, जो &lsquo;बहुत खराब&rsquo; से &lsquo;गंभीर&rsquo; वायु गुणवता दर्शाता है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शाम चार बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 345 था जो &lsquo;बहुत खराब&rsquo; श्रेणी में आता है, जबकि रविवार को यह 326 दर्ज किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के &lsquo;समीर&rsquo; ऐप के अनुसार, चार निगरानी स्टेशन ने पहले से ही वायु गुणवत्ता को &lsquo;गंभीर&rsquo; श्रेणी में बताया, जिसमें एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर था. इसमें द्वारका में एक्यूआई 417, अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423 और आनंद विहार में 404 में दर्ज किया गया.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>38 </strong><strong>&nbsp;स्थानों पर बेहद खराब </strong><strong>AQI</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में करीब 30 निगरानी स्टेशन ने एक्यूआई को &lsquo;बहुत खराब&rsquo; श्रेणी में बताया जिसमें इसका स्तर 300 से ऊपर था. आंकड़ों के अनुसार, दोपहर में 38 निगरानी स्टेशन में से 31 पर वायु गुणवत्ता &lsquo;बहुत खराब&rsquo; श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि तीन स्टेशन में यह &lsquo;गंभीर&rsquo; श्रेणी में थी.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>अगले दो दिन को लेकर अलर्ट </strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में मंगलवार और बुधवार को वायु गुणवत्ता के &lsquo;गंभीर&rsquo; श्रेणी में पहुंच जाने की आशंका है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई &lsquo;अच्छा&rsquo;, 51 से 100 के बीच &lsquo;संतोषजनक&rsquo;, 101 से 200 के बीच &lsquo;मध्यम&rsquo;, 201 से 300 के बीच &lsquo;खराब&rsquo;, 301 से 400 के बीच &lsquo;बहुत खराब&rsquo; और 401 से 500 के बीच &lsquo;गंभीर&rsquo; माना जाता है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>दूसरे चरण के प्रतिबंध लागू </strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) के आंकड़ों से पता लगा है कि दिल्ली में सोमवार को वायु प्रदूषण में परिवहन उत्सर्जन का योगदान 15.6 प्रतिशत रहा, जबकि उद्योगों सहित अन्य कारकों का योगदान 23.3 प्रतिशत था. इससे पहले, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) के दूसरे चरण के प्रतिबंध लागू कर दिए.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>कोर्ट ने शर्तों के साथ दी थी अनुमति </strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>उच्चतम न्यायालय ने 15 अक्टूबर को कुछ शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर में हरित पटाखों की बिक्री और उनके इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी. इसके तहत दिवाली से एक दिन पहले और त्योहार के दिन सुबह छह बजे से शाम सात बजे के बीच और फिर रात आठ बजे से 10 बजे तक हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति दी गई थी.</p>

भारत ने एक्सपोर्ट किया 2.7 मिलियन टन चावल:पाकिस्तान से छह गुना आगे, 170 देशों में बासमती की खुशबू

भारत ने एक्सपोर्ट किया 2.7 मिलियन टन चावल:पाकिस्तान से छह गुना आगे, 170 देशों में बासमती की खुशबू भारत ने बासमती एक्सपोर्ट के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड कायम किया है। इस साल अप्रैल से अगस्त तक के सिर्फ पांच महीनों में देश ने 2.7 मिलियन टन बासमती चावल एक्सपोर्ट किया, जो पिछले साल के मुकाबले चार लाख टन ज्यादा है। जहां पाकिस्तान महज एक मिलियन टन बासमती एक्सपोर्ट करता है, वहीं भारत छह मिलियन टन से अधिक एक्सपोर्ट कर रहा है। इस बार एक्सपोर्टर्स ने 6.5 मिलियन टन का लक्ष्य रखा है। विश्वभर में बासमती के उत्पादन और एक्सपोर्ट की बात करें तो यह केवल दो देशों- भारत और पाकिस्तान तक सीमित है। लेकिन एक्सपोर्ट की मात्रा में भारत, पाकिस्तान से छह गुना आगे निकल चुका है। पाकिस्तान हर साल केवल एक मिलियन टन बासमती चावल एक्सपोर्ट करता है, जबकि भारत 6 मिलियन टन तक का निर्यात कर चुका है। अब इस वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य 6.5 मिलियन टन तक पहुंचने का रखा गया है। हरियाणा का कितना और करनाल का कितना योगदान सतीश गोयल ने बताया कि एक्सपोर्ट में 35-40% योगदान हरियाणा का है। इसमें अगर करनाल जिले की बात की जाये तो वह करीब 70 प्रतिशत है। वही अमेरिका को टोटल वॉल्यूम का 5 प्रतिशत भी एक्सपोर्ट नहीं होता। जैसा कि अमेरिका ने जबरदस्ती हमारे ऊपर 50% का टेरिफ लगा दिया, अगर अमेरिका चावल नहीं भी लेगा तो भी हमारे एक्सपोर्टर्स को या फार्मर को चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर अमेरिका को 2 या अढ़ाई लाख टन माल नहीं जाएगा तो भी कोई असर नहीं। U.S टेरिफ़ के बाद हमने नई नई कंट्रीज की तलाश शुरू कर दी है। हाल ही में भारत सरकार के साथ हमारी एसोसिएशन जापान गई थी और उम्मीद है कि जापान के लोगों को भी हमारे बासमती चावल की महक पसंद आएगी। हमारा जितना भी टारगेट है उसको हम अचीव करेंगे। बासमती सिर्फ 2 ही देशों के पास है-हिंदुस्तान और पाकिस्तान। पाकिस्तान हमारे सामने बच्चा है। अगर सरकार की भूमिका की बात करे तो बीते दस सालों में हमारा एक्सपोर्ट दोगुना हो चुका है-क़ीमत वाइज भी और कवांटिटी वाइज भी।
बासमती फ़सल का हर साल होता है सेटेलाइट सर्वेंकरनाल के नूर महल में राइस एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन की जरनल बॉडी की मीटिंग हुई थी। जिसकी अध्यक्षता अपेडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने की थी। इस मीटिंग में पुरे हिंदुस्तान के 150 से पौने 200 एक्सपोर्टस शामिल हुए थे। पुरे देश में जो बासमती की फ़सल पैदा होती हैं, उसका एक सर्वें करवाया जाता है, यह सर्वें सेटेलाइट से भी होता है और फीड सर्वें भी होता है, यह सर्वें अवनिक कंपनी द्वारा किया गया था, जिसको हमने हायर किया था। उसकी जो रिपोर्ट सामने आई है, उसके अनुसार पंजाब में फल्ड के कारण तो थोड़ा नुकसान जरूर हुआ था, लेकिन ओवरआल डाटा देखे तो ज्यादा नुकसान नहीं है, वह केवल एक प्रतिशत है।

पांच महीनों में 4 लाख टन की बढ़ोतरी दर्ज ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्ट एसोसिएशन के प्रेजीडेंट सतीश गोयल के अनुसार, 1 अप्रैल से 30 अगस्त 2025 तक 2.7 मिलियन टन बासमती चावल का एक्सपोर्ट हुआ, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 2.3 मिलियन टन एक्सपोर्ट किया गया था। यानी केवल पांच महीनों में चार लाख टन की वृद्धि दर्ज हुई। यह भारत के बासमती उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। पिछले साल तोड़ा गया एक्सपोर्ट का रिकॉर्ड साल 2024-25 में भारत ने बासमती एक्सपोर्ट के क्षेत्र में ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया। उस वित्तीय वर्ष में 6 मिलियन टन बासमती का एक्सपोर्ट हुआ, जबकि उससे पिछले साल यानी 2023-24 में यह आंकड़ा केवल 5 मिलियन टन था। यानी एक ही साल में एक मिलियन टन की बढ़ोतरी दर्ज हुई। उद्योग के जानकारों के मुताबिक, सरकारी नीतियों और अंतरराष्ट्रीय मांग में लगातार वृद्धि की वजह से एक्सपोर्ट में यह उछाल आया है। अमेरिका में टैरिफ बढ़ाए जाने के बावजूद बना रहेगा एक्सपोर्ट स्तर अमेरिका में टैरिफ बढ़ने के बावजूद भारतीय बासमती की मांग में कोई गिरावट नहीं आई है। पिछले वर्ष जहां टैरिफ लागू नहीं था, तब भी भारत ने 2 लाख 70 हजार टन एक्सपोर्ट किया था। अब टैरिफ लगने के बावजूद राइस एक्सपोर्टर्स को उम्मीद है कि इस वर्ष भी उतनी ही मात्रा यानी 2 लाख 70 मिलियन टन बासमती अमेरिका भेजा जाएगा। 170 देशों तक पहुंची भारतीय बासमती की खुशबू सतीश गोयल के अनुसार, भारत का बासमती अब 170 देशों में एक्सपोर्ट किया जा रहा है। इनमें सऊदी अरब, ईरान और इराक प्रमुख देश हैं। अकेले सऊदी अरब में हर साल करीब 1 मिलियन टन बासमती चावल भेजा जाता है, जबकि ईरान और इराक मिलाकर 2 मिलियन टन का एक्सपोर्ट होता है। इन तीन देशों में कुल 3 मिलियन टन चावल की डिलीवरी होती है, जो भारत के कुल एक्सपोर्ट का लगभग आधा हिस्सा है। सरकारी नीतियों से बढ़ी एक्सपोर्ट क्षमता बासमती एक्सपोर्ट में इस तेजी का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को दिया जा रहा है। राइस एक्सपोर्टर्स के अनुसार, केंद्र सरकार की अनुकूल नीतियों, स्थिर विदेशी व्यापार नीति और क्वालिटी कंट्रोल पर फोकस के कारण भारत ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी साख मजबूत की है। यही कारण है कि आज भारत 170 देशों में बासमती का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर बनकर उभरा है। अगले साल 6.5 मिलियन टन का लक्ष्य तय 2025-26 में भारत ने 6.5 मिलियन टन बासमती एक्सपोर्ट करने का टारगेट रखा है। राइस एक्सपोर्टर्स को भरोसा है कि मौजूदा रफ्तार को देखते हुए यह लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं होगा। बढ़ती वैश्विक मांग, क्वालिटी में सुधार और सरकार की नीतिगत स्थिरता से बासमती उद्योग को लगातार बूस्ट मिल रहा है।

पंजाब की फर्म को आवंटित पराला CA-स्टोर के टेंडर कैंसिल:भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पलटा फैसला; एक साल तक व्हाइट एलिफेंट साबित होगा

पंजाब की फर्म को आवंटित पराला CA-स्टोर के टेंडर कैंसिल:भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पलटा फैसला; एक साल तक व्हाइट एलिफेंट साबित होगा हिमाचल प्रदेश के मार्केटिंग बोर्ड पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद पराला सीए (कंट्रोल्ड एट्मोसफेयर) स्टोर और खड़ा-पत्थर में कलेक्शन सेंटर के टेंडर रद्द कर दिए गए हैं। मार्केटिंग बोर्ड ने करीब 75 करोड़ रुपए की लागत से बने ये स्टोर मात्र 3 करोड़ 36 लाख रुपए सालाना किराए पर पंजाब की एक फर्म को 10 साल की लीज पर दे दिए थे। इसके बाद, मार्केटिंग बोर्ड पर टेंडर प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लगे। यह मामला BJP विधायक रणधीर शर्मा ने विधानसभा के मानसून सत्र में भी उठाया। भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सरकार ने टेंडर प्रक्रिया की जांच करवाई। प्रारंभिक जांच के बाद बोर्ड ने पुराने टेंडर कैंसल कर नए सिरे से निविदाएं आमंत्रित करने का फैसला लिया है। टेंडर प्रक्रिया में 2 फर्म आई थी। आखिर में पराला- खड़ा-पत्थर के सीए स्टोर व क्लेक्शन सेंटर 3 करोड़ 36 लाख रुपए में पंजाब की अरमान इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए। मगर मार्केटिंग बोर्ड पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद कंपनी को स्टोर का कब्जा और अलॉटमेंट एग्रीमेंट नहीं दिया गया। बागवानों के लिए कम के कम 50% चैंबर रिजर्व रखे जाए: शर्मा APMC (कृषि उपज विपणन समिति) शिमला-किन्नौर के पूर्व चेयरमैन नरेश शर्मा ने बताया- 75 करोड़ रुपए से बने सरकारी सीए स्टोर को मात्र 3.36 करोड़ रुपए के किराए पर देना सरेआम लूट है। उन्होंने इन कोल्ड स्टोर के दोबारा पारदर्शिता के साथ टेंडर करने की मांग की है। उन्होंने कहा- बागवानों को सीए स्टोर के लिए एक साल इंतजार करना होगा हिमाचल के सेब बागवान इस सीजन में बेसब्री से पराला और खड़ा-पत्थर सीए स्टोर का इंतजार कर रहे थे। मगर बोर्ड अधिकारियों की लापरवाही की वजह से इनका फायदा बागवानों को इस सीजन में नहीं मिल पाया। इसके लिए, अब बागवानों को अगले सेब सीजन का इंतजार करना पड़ेगा। यदि पराला व खड़ा-पत्थर सीए की टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी नहीं होती तो इस सीजन में सेब बागवान स्टोर में अपनी उपज को स्टोर कर पाते। या फिर निजी फर्म को अपना सेब अच्छे दाम पर बेचने की सुविधा मिलती। पुराने टेंडर कैंसिल, नए जल्द करेंगे: नेगी राज्य के मार्केटिंग बोर्ड के एमडी हेमिस नेगी ने बताया- पुराने टेंडर कैंसिल कर दिए गए हैं। अब नए सिरे से निविदाएं आमंत्रित की जाएगी। जल्द की यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ताकि बागवानों को इसका फायदा मिल सके। सीए स्टोर की 5600 मीट्रिक टन क्षमता राज्य के मार्केटिंग बोर्ड ने पराला में 5600 मीट्रिक टन क्षमता का सीए स्टोर बनाया है, जिसमें 10 टन प्रति घंटे की ग्रेडिंग लाइन और खड़ा-पत्थर में एक आधुनिक कलेक्शन सेंटर भी शामिल है। सीए स्टोर और क्लेक्शन सेंटर इसी साल बनकर तैयार हुआ है। इसका निर्माण सेब बेल्ट में इसलिए किया गया ताकि बागवान अपनी सेब की फसल को इसमें स्टोर कर सके और मार्केट रेट अच्छा होने के बाद इसे बाजार में उतार सके।

जान दे दूंगी, तलाक नहीं दूंगी:दो शादी वालों की इज्जत नहीं होती; गोंडा में सुसाइड से पहले रोते हुए वीडियो बनाया

जान दे दूंगी, तलाक नहीं दूंगी:दो शादी वालों की इज्जत नहीं होती; गोंडा में सुसाइड से पहले रोते हुए वीडियो बनाया गोंडा में 30 साल की महिला ने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मरने से पहले उसने रोते हुए 4 मिनट का वीडियो बनाया। इसमें वह पति की प्रताड़ना और बार-बार तलाक लेने का दबाव बनाने की बात कह रही है। रोते हुए कह रही- भले ही मर जाऊंगी, लेकिन तलाक नहीं दूंगी। मेरे पति मुझसे मोहब्बत भले न करते हों, लेकिन मैं उनसे हमेशा प्यार करती थी। करती हूं और करती रहूंगी। मुझे तलाक लेकर 10 लोगों के साथ नहीं रहना। एक के साथ रहने की तमन्ना थी। इसलिए ये कदम उठा रही हूं। मेरे बच्चे का ख्याल रखना, उसे खूब पढ़ाना लिखाना…। मामला नगर कोतवाली क्षेत्र का है। 2022 में हुई थी शादी इंदिरा नगर में रहने वाली नाजिया की शादी साल- 2022 में सिद्धार्थनगर निवासी इस्माइल के साथ हुई थी। इस्माइल अपने परिवार के साथ मुंबई में रहकर व्यापार करता है। थाने पहुंचे नाजिया के पिता मोहम्मद उस्मान ने रोते हुए बताया- शादी के बाद से ही इस्माइल मेरी बेटी को दहेज के लिए परेशान करने लगा था। बेटी हम लोगों से ये बातें छिपा लेती थी। वो तलाक लेने का दबाव बना रहा था। बुलेट गाड़ी और 2 लाख रुपए और लाने के लिए प्रताड़ित कर रहा था। दामाद बार-बार तलाक देने के लिए धमका रहा था। 9 अक्टूबर को नाजिया एक शादी में शामिल होने मुंबई से गोंडा आई थी। सोमवार सुबह भी उसका फोन पर झगड़ा हो रहा था। उसने कहा कि कपड़े बदलने के लिए कमरे में जा रही है। सुबह 9 बजे उसने फंदे से लटककर जान दे दी। काफी देर बाद जब दरवाजा नहीं खुला, तो हम लोगों ने दरवाजा तोड़ा। अंदर मेरी बेटी पंखे के कुंडे के सहारे फंदे से लटकी मिली। हमने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस ने बेटी का फोन भी कब्जे में लिया, तो उसमें सुसाइड से पहले के वीडियो मिले। जिसमें मेरी बेटी ने रोते हुए अपना दर्द बताया है। पढ़िए 4 मिनट के वीडियो में नाजिया ने क्या कहा… मैं नाजिया इस्माइल शेख। मुझसे कोई गलती नहीं हुई, फिर भी मेरा पति मुझे तलाक देना चाहता है। वजह यह है कि मेरा भाई पति से एक मोबाइल लेकर आया था। अब पति पैसे मांग रहा है। अब मेरे पति को लग रहा है कि मैं अपने घरवालों की बात कर रही हूं। इसीलिए वो मुझे तलाक दे रहा है। मैं तलाक नहीं चाहती हूं, मैं एक ही आदमी के साथ जिंदगी बिताना चाहती हूं। इसके लिए मैं तलाक नहीं दे सकती, भले ही अपनी जान दे दूं। मेरे मरने के बाद कोई किसी को तकलीफ ना दे। मेरे बच्चे की हिफाजत करे। उसका अच्छा ख्याल रखे। पढ़ा-लिखाकर उसको बड़ा करे। लेकिन, मैं तलाक के मामले से नहीं गुजर सकती। मैं रिश्ते को नहीं बचा पाई
मैं अपने रिश्ते को बचाने के लिए पूरी तरीके से कोशिश कर चुकी हूं, लेकिन मैं नहीं बचा पा रही। मेरा आदमी इस बात पर अड़ा है कि मुझे तलाक देगा। मैं इसकी वजह से किसी को तकलीफ नहीं देना चाहती। इसीलिए मैं यह कदम उठा रही हूं। इसमें मेरे मम्मी-पापा, भाई-बहन किसी की गलती नहीं है। मेरे नसीब की गलती है। शायद मेरे नसीब में यही लिखा था। मैं एक की होकर जीना चाहती हूं, 10 के साथ नहीं रहना
नाजिया ने रोते हुए कहा- मैं एक की होकर रहना चाहती हूं, तलाक लेकर 10 लोगों के साथ नहीं रहना। मैंने देखा है कि जिनकी एक शादी होती है, उनकी इज्जत होती है। जिनकी दो या उससे ज्यादा शादियां होती हैं, उनकी कोई इज्जत नहीं करता। मेरे पति मेरे बच्चे को लेना चाहते हैं, लेकिन मैं बच्चे को देना नहीं चाहती। मैं भी उनके साथ रहना चाहती हूं। लेकिन, अब वो मुझसे तलाक लेना चाह रहे हैं। जबकि, मैं मेरे पति से हमेशा मोहब्बत करती थी, करती हूं और करती रहूंगी। मैं तलाक नहीं लेना चाहती। इसलिए मैं ये कदम उठा रही हूं। दुआ करना मुझे जन्नत नसीब हो। दुआओं में याद रखना…। ये वीडियो बनाने के बाद नाजिया ने अपने कमरे में खुद को बंद कर फांसी लगा ली। मृतका के पिता ने गोंडा के नगर कोतवाली में पति के खिलाफ प्रताड़ना की तहरीर दी है। नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया- नगर कोतवाली पुलिस जांच कर रही है। वीडियो का भी संज्ञान लिया गया है और तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा। ————————- ये खबर भी पढ़ें लखनऊ में कारोबारी की पत्नी की मौत, ससुरालवालों पर FIR; मां बोली- विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ताऊ, इसलिए कार्रवाई नहीं लखनऊ में कारोबारी की पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत मामले में ससुरालवालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दरअसल, महिला की गर्दन पर चोट के निशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। मायके वालों का आरोप है कि पति ने 10 लाख के दहेज के लिए हत्या की और शव को अपोलो अस्पताल में छोड़कर भाग गया। पूरी खबर पढ़ें

THAR से आए, चाचा-भतीजे को मार डाला:ग्रेटर नोएडा में लाठी-डंडों से जमकर पीटा, 8 राउंड फायरिंग कर भागे

THAR से आए, चाचा-भतीजे को मार डाला:ग्रेटर नोएडा में लाठी-डंडों से जमकर पीटा, 8 राउंड फायरिंग कर भागे ग्रेटर नोएडा में नाली के झगड़े में चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पहले दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। फिर एक पक्ष के लोगों ने गुस्से में दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी। इसमें चाचा-भतीजे समेत एक अन्य युवक घायल हो गया। तीन लोगों को गोली लगते देख आरोपी थार और स्विफ्ट कार से भाग निकले। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने चाचा-भतीजे को मृत घोषित कर दिया। युवक की हालत गंभीर है। घटना से नाराज घरवालों ने चौकी के सामने जीटी रोड पर सड़क जाम कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घरवालों से बात कर उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर वे शांत हुए। इसके बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। मामला जारचा थाना क्षेत्र का है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला नाली को लेकर 19 अक्टूबर को भी हुआ था झगड़ा
प्रिंस भाटी और अजय पाल सेथली गांव में रहते हैं। दोनों पड़ोसी हैं। अजय पाल सीआईएसएफ से इसी साल मार्च में SI के पद से रिटायर हुए हैं। उनके बीच नाली से पानी निकालने को लेकर अक्सर झगड़ा होता रहता था। रविवार को भी उनके बीच कहासुनी और झगड़ा हुआ था। सोमवार सुबह प्रिंस भाटी ने अपने मामा के यहां से कुछ लड़कों को फोन करके बुला लिया। इसके बाद वे लोग स्विफ्ट और थार से आए। उन्होंने लाठी-डंडे और हथियार ले रखे थे। उन्होंने अजय पाल के घर के बाहर गाली-गलौज शुरू कर दी। अजय पाल और भतीजे दीपांशु ने अस्पताल में तोड़ा दम
अजय पाल और उसके परिवार के लोग विरोध करने के लिए जैसे ही बाहर आए, उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसी दौरान प्रिंस के लोगों ने अजय पाल और उसके परिवारवालों पर फायरिंग कर दी। 8 राउंड गोलियां चलीं। इस घटना में अजय पाल और उसके भतीजे दिपांशु भाटी को गोली लग गई। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घरवाले दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
अजय पाल और दीपांशु की मौत होने के बाद उनके घरवाले चौकी के पास पहुंचे। वे जीटी रोड पर धरने पर बैठ गए। सड़क जाम कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही जारचा थाने से पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजन से बात कर घटना की जानकारी ली। परिजन ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। अधिकारियों ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया। आधे घंटे बाद वे माने। उनके जाने के बाद पुलिस ने जाम खुलवाया। डीसीपी साद मिया खान ने बताया- सेंथली चौकी इलाके में आज फायरिंग की घटना हुई। इसमें दीपांशु भाटी और अजय की मौत हो गई। परिजन की शिकायत पर प्रिंस भाटी, बॉबी तोमर और मनोज नागर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। घटना की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें बनाई गई हैं। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपी पकड़े जाएंगे। ———————– ये खबर भी पढ़ें… जगुआर से 6 को रौंदने वाला करोड़पति कारोबारी का बेटा, डॉक्टर का दामाद, प्रयागराज में पुलिस ने कार से पकड़ा प्रयागराज में दिवाली मार्केट में जगुआर कार से 6 को कुचलने वाला शख्स रचित मध्यान नामी कारोबारी का बेटा और जानेमाने डॉक्टर का दामाद निकला। चौंकाने वाली बात यह है कि धूमनगंज थाना पुलिस ने देर रात मृतक प्रदीप पटेल के भाई दिलीप की तहरीर पर कार नंबर UP70 DQ 0070 के अज्ञात चालक के खिलाफ FIR दर्ज की। जबकि, पुलिस ने ही रचित को ड्राइविंग सीट से उठाकर एम्बुलेंस से हॉस्पिटल भेजा था। पढ़िए पूरी खबर