महाराष्ट्र: गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से पहली संदिग्ध मौत, पुणे में 100 के पार हुए GBS के मामले

महाराष्ट्र: गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से पहली संदिग्ध मौत, पुणे में 100 के पार हुए GBS के मामले <p style=”text-align: justify;”><strong>Guillain Barre Syndrome:</strong> महाराष्ट्र के पुणे में गुइलेन बैरे सिंड्रोम के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में इस बीमारी के चलते एक मौत की भी खबर आ रही है. आशंका है कि यह मौत जीबीएस की वजह से ही हुई है. वहीं, 28 नए केस सामने आने के साथ पुणे में जीबीएस के मामले 101 तक पहुंच गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल अधिकारी ने जानकारी दी है कि संदिग्ध रूप से जीबीएस के चलते एक मरीज की मौत हो गई है. हालांकि, उन्होंने इस मामले में ज्यादा विस्तार से बात नहीं की.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चे और बूढ़े मरीज ज्यादा</strong><br />गुइलेन बैरे सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसका इलाज संभव है. फिलहाल, पुणे में 16 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. इन मरीजों में 19 बच्चे हैं, जिनकी उम्र 9 साल से कम है. वहीं, 50 से लेकर 83 साल की उम्र के 23 मरीज हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुणे में कब आया था GBS का पहला मामला?</strong><br />बताया जा रहा है कि 9 जनवरी को गंभीर बीमार एक व्यक्ति को अस्पताल में एडमिट किया गया था. उसका जीबीएस टेस्ट पॉजिटिव आया, जिसके चलते वह पुणे का पहला केस बना. टेस्ट के लिए मरीजों से लिए गए कुछ जैविक नमूनों में कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी बैक्टीरिया का पता चला है. सी जेजुनी दुनिया भर में जीबीएस के लगभग एक तिहाई मामलों का कारण बनता है और सबसे गंभीर इंफेक्शन का भी जिम्मेदार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गुइलेन-बैरी सिंड्रोम क्या है?</strong><br />गुइलेन-बैरी सिंड्रोम या जीबीएस यह एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर की इम्यूनिटी गलती से अपने ही पेरिफेरेल नसों पर हमला कर देती है. इससे मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्न हो जाना औक पैरालाइसिस हो सकता है. यह आमतौर पर शुरुआती इलाज से ही इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है और 2-3 हफ्ते के अंदर रिकवरी भी देखने को मिलती है. ज्यादातर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं. हालांकि, कुछ मरीजों में बाद में भी कमजोरी की शिकायत बनी रहती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/ajit-pawar-maharashtra-deputy-cm-reaction-on-ncp-leader-baburao-chandere-booked-in-pune-2871115″>NCP नेता बाबुराव चांदेरे के खिलाफ केस दर्ज होने पर बोले अजित पवार, ‘हमारी पार्टी…'</a></strong></p>

Uttarakhand News: पूर्व विधायक की फायरिंग पर BJP का एक्शन, प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम धामी से कड़ी कार्रवाई की मांग

Uttarakhand News: पूर्व विधायक की फायरिंग पर BJP का एक्शन, प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम धामी से कड़ी कार्रवाई की मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Khanpur Former MLA Firing Case:</strong> उत्तराखंड की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. इस बार मामला बीजेपी के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन से जुड़ा है, जो अपने विवादित बयानों और कार्यों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं. रविवार को खानपुर विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय में हुई फायरिंग के मामले में प्रणव चैंपियन और उनके समर्थकों पर आरोप लगे हैं. इस घटना ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है. रविवार दोपहर को कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे. वहां पर कथित तौर पर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ हंगामा किया और फायरिंग की. इस घटना की पुष्टि रुड़की पुलिस ने की है. इसके बाद चैंपियन देहरादून चले गए, जहां से उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा रुख अपनाया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना को शर्मनाक करार देते हुए अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की अपील की. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस घटना पर गंभीरता से विचार कर रही है और दोषियों के खिलाफ ठोस कदम उठाएगी. बीजेपी पर अब अपने पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई का भारी दबाव है, क्योंकि इस घटना से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस ने सरकार पर उठाया सवाल</strong><br />इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने इस घटना को प्रदेश को शर्मसार करने वाला बताया. उन्होंने कहा, &ldquo;यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की घटना दिनदहाड़े हुई. दोनों जनप्रतिनिधियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफलता दिखाई है.&rdquo; करण माहरा ने आगे कहा कि यह घटना प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है. उन्होंने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन सरकार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब तक सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. उन्होंने फौरन सख्त कार्रवाई की मांग की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-akhilesh-yadav-message-to-bjp-and-india-alliance-after-sangam-snan-2871201″>महाकुंभ से BJP के विरोधियों को क्या संदेश दे गए अखिलेश यादव? भेज दिया अपना पैगाम</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खानपुर विधायक ने चैंपियन और समर्थकों पर की कार्रवाई की मांग</strong><br />यह मामला न केवल बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक बयानबाजी का कारण बना है, बल्कि उत्तराखंड की राजनीति में गहराते तनाव को भी उजागर करता है. चैंपियन पर पहले भी विवादास्पद बयानबाजी और अनुशासनहीनता के आरोप लगते रहे हैं. हालांकि, इस बार मामला हिंसा और फायरिंग से जुड़ा है, जिससे पार्टी पर कार्रवाई का दबाव और बढ़ गया है. खानपुर विधायक उमेश कुमार ने भी इस मामले में चैंपियन और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं प्रदेश के राजनीतिक माहौल को खराब करती हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रणव चैंपियन को देहरादून से गिरफ्तार किया. मामले की जांच की जा रही है, और पुलिस वीडियो फुटेज तथा प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी. इस घटना ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाई है, बल्कि जनता के बीच भी सरकार और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं. अब देखना यह है कि सरकार और बीजेपी इस मामले में क्या कदम उठाती है. फिलहाल प्रदेश की राजनीति में इस घटना ने नए विवाद को जन्म दे दिया है.</p>

Chris Martin celebrates Republic Day, sings ‘Vande Mataram’ at Coldplay’s Ahmedabad concert | Watch

Chris Martin celebrates Republic Day, sings ‘Vande Mataram’ at Coldplay’s Ahmedabad concert | Watch Coldplay Ahmedabad concert: Coldplay’s frontman, Chris Martin, paid a heartfelt tribute to India on the 76th Republic Day by performing iconic songs like ‘Vande Mataram’ and ‘Maa Tujhhe Salaam’ during their Ahmedabad concert on Sunday. The soulful rendition captivated the audience, who responded with loud cheers and applause.

Punjab: पंजाब में उपद्रवियों ने हथौड़े मारकर अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी, लोगों का फूटा गुस्सा, AIG ने जांच के दिए आदेश

Punjab: पंजाब में उपद्रवियों ने हथौड़े मारकर अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी, लोगों का फूटा गुस्सा, AIG ने जांच के दिए आदेश <div id=”:ty” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” style=”text-align: justify;” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:wd” aria-controls=”:wd” aria-expanded=”false”><strong>Ambedkar Statue Vandalised In Amritsar:</strong> पंजाब के अमृतसर में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को अमन-चैन को खतरे में डालने की घटना सामने आई है. कुछ युवकों ने टाउन हॉल में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा को हथौड़े मारकर खंडित कर दिया. अमृतसर के एआईजी जगजीत सिंह वालिया ने इस घटना को लेकर कहा कि कुछ उपद्रवियों ने टाउन हॉल में बीआर अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने की कोशिश की.<br /><br />एआईजी जगजीत सिंह वालिया के मुताबिक पुलिस ने आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस घटना की गंभीरता से जांच के आदेश दिए गए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. इस घटना के पीछे का मकसद अभी पता नहीं चल पाया है.</div>

महाकुंभ से BJP के विरोधियों को क्या संदेश दे गए अखिलेश यादव? भेज दिया अपना पैगाम

महाकुंभ से BJP के विरोधियों को क्या संदेश दे गए अखिलेश यादव? भेज दिया अपना पैगाम <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को महाकुंभ में जाकर पवित्र डुबकी लगाई और उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. सपा प्रमुख रविवार की सुबह करीब 12 बजे प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सीधे संगम में जाकर डुबकी लगाई. इसके बाद उन्होंने बीजेपी पर जमकर जुबानी हमले किए. हालांकि इसे विपक्ष के लिए संदेश के तौर पर भी देखा जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अखिलेश यादव ने पवित्र स्नान करने के बाद कहा, ‘मैं आज महाकुंभ में स्नान करके जा रहा हूं. मैंने 11 डुबकियां लगाई हैं. आज महाकुंभ का सकारात्मक संदेश होना चाहिए. मैंने पहले हरिद्वार में स्नान किया था और आज मुझे संगम में स्नान करने का मौका मिला है. हमारा संकल्प यही है कि सद्भावना और सहनशीलता बनी रहे और स्नान सहनशीलता के साथ होना चाहिए.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले बीजेपी नेता</strong><br />वहीं उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष और बीजेपी नेता अपर्णा बिष्ट यादव ने महाकुंभ 2025 पर कहा, “महाकुंभ में हर सनातन व्यक्ति को जरूर स्नान करना चाहिए. यह हमारी संस्कृति, सभ्यता और सनातन का प्रतीकात्मक चिह्न है. मैं कल खुद महाकुंभ गई थी और मेरे साथ करीब 70 लोग थे जिनमें ज्यादातर महिलाएं थी. हमें महाकुंभ में किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>जबकि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘देर से आए लेकिन दुरुस्त आए. आस्था का पूरा सैलाब देश-दुनिया से प्रयागराज आ रहा है. वह यहां पर आए और संगम में स्नान किया. ये बहुत अच्छी बात है.’ दरअसल, अखिलेश यादव विपक्ष के पहले बड़े नेता हैं जिन्होंने महाकुंभ में जाकर संगम तट पर स्नान किया है. ऐसे में बीजेपी की हिंदुत्व वाली राजनीति के लिए यह जवाब के तौर पर देखा जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-nikary-chunav-result-2025-bjp-win-10-out-of-11-mayor-seats-congress-lose-all-2871177″>उत्तराखंड निकाय चुनाव रिजल्ट 2025: BJP ने दिखाई धाक, मेयर की 11 सीट में से 10 सीटें जीती, कांग्रेस साफ</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>11 पैगाम दे गए सपा प्रमुख&nbsp;</strong><br />हालांकि इन सबके बीच अखिलेश यादव ने 11 डुबकी को अपने 11 संदेश से सोशल मीडिया के जरिए जोड़ दिया. उन्होंने लिखा, ‘महाकुंभ के पावन अवसर पर &lsquo;संगम&rsquo; में एक डुबकी माँ त्रिवेणी को प्रणाम की, आत्म-ध्यान की, सर्व कल्याण की, सबके उत्थान की, सबके मान की, सबके सम्मान की, सर्व समाधान की, दर्द से निदान की, प्रेम के आह्वान की, देश के निर्माण की और एकता के पैगाम की.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>दूसरी ओर बीजेपी के साथ ही यह विपक्षी दलों के लिए भी संदेश हैं. अभी तक कोई विपक्ष का बड़ा चेहरा महाकुंभ में नजर नहीं आया है. बीजेपी और उसके सहयोगी इसपर तमाम सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे विपक्षी नेता वहां जाने के सवालों पर मौन नजर आ रहे हैं. लेकिन अखिलेश यादव इन सबके बीच में बाजी मारते हुए नजर आ रहे हैं.</p>

श्री अमरनाथजी गुफा में 5 लाइनों का ढांचा तैयार:लुधियाना के आर्किटेक्ट ने किया निर्माण, एक बार में 125 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन

श्री अमरनाथजी गुफा में 5 लाइनों का ढांचा तैयार:लुधियाना के आर्किटेक्ट ने किया निर्माण, एक बार में 125 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन अमरनाथ यात्रा में इस बार श्रद्धालु बिना किसी भीड़ और धक्का-मुक्की के बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। पहले जहां 50 से 60 श्रद्धालु ही कतार में खड़े होकर दर्शन कर पाते थे, वहीं बाकी श्रद्धालु बाबा बर्फानी की एक झलक पाने के लिए गुफा में आपस में ही झगड़ते रहते थे। लेकिन अब श्राइन बोर्ड ने इस समस्या का समाधान निकाल लिया है। लुधियाना के आर्किटेक्ट नवल ने तैयार की 5 लाइनों की स्ट्रक्चर लुधियाना के आर्किटेक्ट नवल ने बताया कि उन्हें बाबा की गुफा में सेवा करने का मौका मिला है। आर्किटेक्ट होने के नाते गुफा में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के लिए अस्थायी लाइनों में खड़े होते थे, जिससे गुफा में माहौल खराब होने का डर रहता था और लोग दर्शन करते समय आपस में बहस करने लगते थे। अब गुफा में 5 विशेष लाइनें बनाई गई हैं। ये लाइनें बाबा भोले शंकर के शिवलिंग से काफी दूरी पर बनाई गई हैं, ताकि एक बार में 100 से ज्यादा श्रद्धालु आसानी से बाबा के दर्शन कर सकें। गुफा में गर्मी न लगे, इसके लिए प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। आज साइबो के पदाधिकारियों ने श्रद्धालुओं को डिजिटल तरीके से स्क्रीन पर नई गुफा के दर्शन भी करवाए। कुछ और छोटे-मोटे बदलाव भी हैं, जो हर साल होते रहते हैं। आज लुधियाना में भारत की उन सभी भंडारा जत्थेबंदियों को बुलाया गया, जो श्री अमरनाथ यात्रा मार्ग पर भंडारा आयोजित करती हैं। साइबो के पदाधिकारियों ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है। श्री अमरनाथ भंडारा संगठन साइबो के अध्यक्ष बोले- तैयारियां आज से शुरू जानकारी देते हुए श्री अमरनाथ भंडारा संगठन साइबो के अध्यक्ष राजन कपूर ने बताया कि यात्रा की तैयारियां आज से शुरू हो गई हैं। आज 150 से अधिक भंडारा आयोजक आए हैं। कुछ भंडारा आयोजक प्रयागराज गए हैं। 1 या 2 दिन में सभी भंडारा संचालकों के पास श्राइन बोर्ड की ओर से आमंत्रण पत्र पहुंच जाएंगे। भंडारा आयोजकों की कई प्रमुख मांगें हैं, जिनमें से कई का समाधान हो चुका है और कई बाकी हैं। अगले महीने श्राइन बोर्ड के साथ साइबो की बैठक है, जिसमें कई अहम फैसले लिए जाएंगे। अभी तक सबसे अहम मांग पुलिस वेरिफिकेशन और मेडिकल की है। सभी डॉक्टरों को मेडिकल करने की अनुमति दी जाए, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन करने आएं। श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सेवादारों के लिए पुलिस सत्यापन बड़ी बाधा पुलिस सत्यापन की समस्या सेवादारों की है। श्राइन बोर्ड को समझना चाहिए कि अगर साइबो ने लिखकर दिया है कि हम अपने सेवादारों को अपनी जिम्मेदारी पर ला रहे हैं। सेवादारों का पूरा रिकॉर्ड हमारे पास रहेगा, लेकिन फिर भी हमें सत्यापन के झंझट से गुजरना पड़ रहा है। यात्रा के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। श्राइन बोर्ड से कहा गया है कि बैंकों में पंजीकरण प्रक्रिया बहुत ढीली है, इसलिए अधिक से अधिक ऑनलाइन पंजीकरण खोले जाएं। हालांकि मौके पर पंजीकरण शुरू हो गया है, लेकिन फिर भी तीर्थयात्रियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चेयरमैन राजन कपूर ने कहा कि इस बार गुफा में बदलाव किया गया है, जो अच्छा भी है। पहले गुफा में दो लाइन होती थीं। लेकिन अब तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए श्राइन बोर्ड ने स्थायी रूप से 5 लाइन तैयार कर दी हैं, ताकि अगर तीर्थयात्रियों की संख्या अचानक 4 से 5 हजार बढ़ भी जाए, तो गुफा में भीड़ या भगदड़ न मचे। श्री माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड के सदस्य के.के शर्मा बोले… श्री माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड के सदस्य के.के शर्मा ने कहा कि अमरनाथ यात्रा दौरान बेहतर सुविधाएं यात्रियों को दी जाएगी। कश्मीर के राज्यपाल का पूरा साथ मिल रहा है। रोजाना यात्रा को लेकर अधिकारियों की बैठकें भी चल रही है। गुफा में बदलाव करना अच्छा कदम है। गुफा नजदीक सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है। के.के शर्मा ने कहा कि किसी समय मुझे गुफा को फूलों से सजानी की सेवा मिली थी उस समय मैं अपने घोड़े पर एक जनरेटर और एक बल्ब को रखकर लेकर गया था। पूरा रात एक बल्ब के साथ हमने गुफा को फूलों से सजाया था। गुफा में जो भी प्रेक्टिकल दिक्कतें आती है उसे तुरंत हल किया जा रहा है। 13 से 70 साल तक यात्रा करने की आयु सरकारी आदेश के मुताबिक 13 से 70 साल की उम्र तक के भारतीय नागरिक अमरनाथ यात्रा कर सकते हैं। यात्रा के लिए जरूरी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया चलती है। रजिस्ट्रेशन कैसे होगा-ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए श्राइन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं। मोबाइल एप्लिकेशन से रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो श्री अमरनाथजी यात्रा ऐप डाउनलोड करना होगा। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआई, यस बैंक और जम्मू-कश्मीर बैंक से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। कैसे पहुंचे:
यात्रा के लिए दो रूट पहलगाम रूट: इस रूट से गुफा तक पहुंचने में 3 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। यात्रा में खड़ी चढ़ाई नहीं है। पहलगाम से पहला पड़ाव चंदनवाड़ी है। ये बेस कैंप से 16 किमी दूर है। यहां से चढ़ाई शुरू होती है। तीन किमी चढ़ाई के बाद यात्रा पिस्सू टॉप पहुंचती है। यहां से पैदल चलते हुए शाम तक यात्रा शेषनाग पहुंचती है। ये सफर करीब 9 किमी का है। अगले दिन शेषनाग से यात्री पंचतरणी जाते हैं। ये शेषनाग से करीब 14 किमी है। पंचतरणी से गुफा सिर्फ 6 किमी रह जाती है। बालटाल रूट:
वक्त कम हो, तो बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन एकदम खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर दिक्कत होती है। इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ हैं। 7 लाख यात्रियों के हिसाब से हो रही है तैयारी
पिछली बार करीब 5 लाख से अधिक श्रद्धालु आए थे। इस बार 7 लाख यात्रियों के आने की संभावना है। यात्रा को लेकर इंतजाम भी काफी किए जा रहे है। पूरे रूट पर खानपान, रुकने और हेल्थ चेकअप के लिए व्यवस्था होगी। ऑक्सीजन बूथ, आइसीयू बेड, एक्स रे, सोनोग्राफी मशीन और लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से लैस कैंप पहले की तरह ही बनेगे। किन बातों का ध्यान रखें
यात्रा के दौरान मेडिकल सर्टिफिकेट, 4 पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, आरएफआईडी (RFID) कार्ड, ट्रैवल एप्लिकेशन फॉर्म अपने साथ रखें। फिजिकल फिटनेस के लिहाज से हर रोज 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलने की प्रैक्टिस करें। सांस वाला योग जैसे प्राणायाम और एक्सरसाइज करें। यात्रा में ऊनी कपड़े, रेनकोट, ट्रैकिंग स्टिक, पानी बॉटल और जरूरी दवाओं का बेग अपने साथ रखें। क्या है अमरनाथ धाम और उसका महत्व? अमरनाथ धाम जम्मू-कश्मीर में हिमालय की गोद में स्थित एक पवित्र गुफा है, जो हिंदुओं का सबसे पवित्र स्थल है। कहां स्थित है अमरनाथ की पवित्र गुफा? अमरनाथ गुफा जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में 17 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई वाले अमरनाथ पर्वत पर स्थित है। अमरनाथ गुफा श्रीनगर से 141 किलोमीटर दूर दक्षिण कश्मीर में है। यह गुफा लिद्दर घाटी के सुदूर छोर पर एक संकरी घाटी में स्थित है। ये पहलगाम से 46-48 किमोमीटर और बालटाल से 14-16 किलोमीटर दूर है। गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां केवल पैदल या टट्टू द्वारा ही पहुंचा जा सकता है। तीर्थयात्री पहलगाम से 46-48 किलोमीटर या बालटाल से 14-16 किलोमीटर की दूरी की खड़ी, घुमावदार पहाड़ी रास्ते से गुजरने हुए यहां पहुंचते हैं। क्या हैं अमरनाथ गुफा से जुड़ी कथाएं? कब बना श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड लंबे समय तक बूटा मलिक के परिजन, दशनामी अखाड़ा के पंडित और पुरोहित सभा मट्टन इस तीर्थस्थल के पारंपरिक सरंक्षक रहे। 2000 में जम्मू कश्मीर की फारूख अब्दुल्ला सरकार ने यात्रा की सुविधा को बढ़ाने के लिए श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड का गठन किया, जिसका मुखिया राज्यपाल को बनाया गया। श्राइन बोर्ड से मलिक के परिवार और हिंदू संगठनों को हटा दिया गया। कब होती है अमरनाथ यात्रा अमरनाथ यात्रा आमतौर पर जुलाई-अगस्त के दौरान होती है, जब हिंदुओं का पवित्र महीना सावन पड़ता है। शुरू में तीर्थयात्रा 15 दिन या एक महीने के लिए आयोजित होती थी। 2004 में, श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रा को लगभग 2 महीनों तक आयोजित करने का फैसला किया। उदाहरण के लिए 1995 में अमरनाथ यात्रा 20 दिनों तक चली थी। 2004 से 2009 के दौरान यात्रा 60 दिनों तक चली थी। इसके बाद के वर्षों में यात्रा 40 से 60 दिन तक चली थी। 2019 में ये यात्रा 1 जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन आर्टिकल- 370 हटाए जाने से कुछ दिनों पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रद्द कर दी गई थी। पिछले कुछ वर्षों में अमरनाथ तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ती गई है। 1990 के दशक में हजारों की संख्या से अगले कुछ वर्षों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ की यात्रा पर गए। 2011 में रिकॉर्ड 6.34 लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ के दर्शन किए थे। क्या है अमरनाथ यात्रा का पुराना और नया रास्ता? अमरनाथ यात्रा का मार्ग समय के साथ बदलता रहा है। इस इलाके में सड़कों के निर्माण के साथ ही यात्रा मार्ग में भी बदलाव हुआ है। अब अमरनाथ की यात्रा के लिए दो रास्ते हैं। एक रास्ता पहलगाम से शुरू होता है, जो करीब 46-48 किलोमीटर लंबा है। इस रास्ते से यात्रा करने में 5 दिन का समय लगता है। वहीं दूसरा रास्ता बालटाल से शुरू होता है, जहां से गुफा की दूरी 14-16 किलोमीटर है, लेकिन खड़ी चढ़ाई की वजह से इससे जा पाना सबके लिए संभव नहीं होता, इस रास्ते से यात्रा में 1-2 दिन का समय लगता है अमरनाथ यात्रा पर हुए हैं 36 आतंकी हमले

इजरायली बाजरा से किसानों की कमाई होगी 3 गुना:इटावा के मिलेट्स महोत्सव में दिखा कमाल, 13 फीट ऊंचा होता है तना

इजरायली बाजरा से किसानों की कमाई होगी 3 गुना:इटावा के मिलेट्स महोत्सव में दिखा कमाल, 13 फीट ऊंचा होता है तना इटावा में आयोजित दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव में इजरायल से आया एक विशेष प्रकार का बाजरा किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है। यह बाजरा सामान्य बाजरे की तुलना में तीन गुना अधिक उपज देता है और इसकी बाली भी तीन गुना बड़ी होती है। इस बाजरे की सबसे बड़ी खासियत इसकी ऊंचाई है, जो 12-13 फीट तक पहुंच जाती है। इसका तना इतना मजबूत होता है कि तेज हवा और बारिश में भी नहीं गिरता। पशुओं के लिए यह तीन गुना अधिक चारा प्रदान करता है और इसका पोषण मूल्य भी अधिक है। कृषि विज्ञान के छात्र ललित कुमार ने इस बाजरे की क्षमता को पहचानते हुए इजरायल से दो किलो बीज मंगवाए। चकरनगर में अपने खेतों में इसकी खेती करने पर उन्हें तीन गुना अधिक उपज मिली। अब वे अन्य किसानों को भी इसके बीज उपलब्ध करा रहे हैं। जिले के कृषि उपनिदेशक आर.एन. सिंह के अनुसार, यह फसल पूरी तरह जैविक है और बिना सिंचाई वाले क्षेत्रों में भी आसानी से उगाई जा सकती है। इटावा में वर्तमान में 45 हजार हेक्टेयर में बाजरे की खेती होती है। इजरायली बाजरे की खेती को बड़े पैमाने पर अपनाने से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र की कृषि को नई दिशा भी मिलेगी।