<p style=”text-align: justify;”><strong>Azamgarh News:</strong> आजमगढ़ के कलेक्ट्रेट क्षेत्र में बुधवार को हिंदू रक्षा संघर्ष समिति के तत्वावधान में बांग्लादेश में हिंदू मठ मंदिरों पर हमले, तोड़फोड़ व महिलाओं बच्चियों संग दुष्कर्म, दुकानों में लूटपाट जैसी घटनाओं के विरोध में धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. अपने संबोधन में यहां आए हिंदू व इस्कॉन तथा अन्य मठ मंदिरों से आए धर्माचार्यों ने बांग्लादेश में हिंदू धर्मावलंबियों पर अत्याचारों को मुखरता से उठाया. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री जितेंद्रानंद सरस्वती ने मीडिया से कहा कि इतिहास ने देखा है कि हिंदुओं पर इस देश में कितना अत्याचार हुआ. जो लोग पूछते हैं कि कैसे हिंदू मठ मंदिर तोड़े गए और साजिश के तहत हिंदुओं का नरसंहार हुआ था, वह बांग्लादेश में देख सकते हैं कि ऐसे ही हुआ था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने यह भी कहा कि चाहे कश्मीर में हिंदुओं का सफाया हो या अन्य स्थान पर ये सब एक बार वही दोहराया जा रहा है. पूरे विश्व में 129 देश में बसे हिंदुओं को दिखाना होगा कि आज भारत में कैसे गांव-गांव में हिंदू एकजुट है. सभी जाति मत से ऊपर उठकर एकजुटता का परिचय दे रहा है. 1971 में बांग्लादेश की आजादी के समय जिस प्रकार से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और तत्कालीन सेनाध्यक्ष सैम मानेकशॉ के बीच वार्तालाप में युद्ध के समय को लेकर चर्चा हुई थी और तत्कालीन सेना अध्यक्ष ने कहा था कि आपको युद्ध लड़ना है कि जीतना है, यह तय कर लीजिए. तब तत्कालीन सरकार ने युद्ध जीतने की बात कही थी वही स्थिति आज भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हम समय तय करने के पक्ष में नहीं</strong><br /> सरकार इस मामले में पूरी तरीके से गंभीर है, मोदी सरकार निश्चित रूप से इस मामले में कदम उठाएगी. लेकिन हम समय तय करने के पक्ष में नहीं हैं. सरकार ही समय तय करे कि कब कैसे क्या कार्रवाई करनी है. वहीं उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में एक करोड़ 20 लाख हिंदू हैं. जब इजरायल 55 लाख लोगों के लिए एक अलग देश बन सकता है तो बांग्लादेश में जहां हिंदुओं की बहुत संख्या है. उसको भी हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए. वही भारत के मुसलमान के लिए अलग देश के सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि पहले ही जब बंटवारा हो रहा था तब 23 परसेंट मुसलमान के लिए 30% भूमि दे दी गई थी. जिनको अलग राष्ट्र में रहने की इच्छा है. वह पाकिस्तान में चले जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जिला प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन</strong><br />धरना प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को नामित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया. इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष सहजानंद राय, भाजपा जिला अध्यक्ष आजमगढ़ श्री कृष्ण पाल, जिला अध्यक्ष लालगंज सूरज प्रकाश श्रीवास्तव, श्री बड़ा गणेश मंदिर के महंत राजेश मिश्रा, महंत श्याम नारायण दास सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग उपस्थित रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-demand-to-impose-president-rule-in-up-2836148″>यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, चंद्रशेखर आजाद बोले- ‘मैं तो कहता हूं कि…'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Azamgarh News:</strong> आजमगढ़ के कलेक्ट्रेट क्षेत्र में बुधवार को हिंदू रक्षा संघर्ष समिति के तत्वावधान में बांग्लादेश में हिंदू मठ मंदिरों पर हमले, तोड़फोड़ व महिलाओं बच्चियों संग दुष्कर्म, दुकानों में लूटपाट जैसी घटनाओं के विरोध में धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. अपने संबोधन में यहां आए हिंदू व इस्कॉन तथा अन्य मठ मंदिरों से आए धर्माचार्यों ने बांग्लादेश में हिंदू धर्मावलंबियों पर अत्याचारों को मुखरता से उठाया. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री जितेंद्रानंद सरस्वती ने मीडिया से कहा कि इतिहास ने देखा है कि हिंदुओं पर इस देश में कितना अत्याचार हुआ. जो लोग पूछते हैं कि कैसे हिंदू मठ मंदिर तोड़े गए और साजिश के तहत हिंदुओं का नरसंहार हुआ था, वह बांग्लादेश में देख सकते हैं कि ऐसे ही हुआ था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने यह भी कहा कि चाहे कश्मीर में हिंदुओं का सफाया हो या अन्य स्थान पर ये सब एक बार वही दोहराया जा रहा है. पूरे विश्व में 129 देश में बसे हिंदुओं को दिखाना होगा कि आज भारत में कैसे गांव-गांव में हिंदू एकजुट है. सभी जाति मत से ऊपर उठकर एकजुटता का परिचय दे रहा है. 1971 में बांग्लादेश की आजादी के समय जिस प्रकार से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और तत्कालीन सेनाध्यक्ष सैम मानेकशॉ के बीच वार्तालाप में युद्ध के समय को लेकर चर्चा हुई थी और तत्कालीन सेना अध्यक्ष ने कहा था कि आपको युद्ध लड़ना है कि जीतना है, यह तय कर लीजिए. तब तत्कालीन सरकार ने युद्ध जीतने की बात कही थी वही स्थिति आज भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हम समय तय करने के पक्ष में नहीं</strong><br /> सरकार इस मामले में पूरी तरीके से गंभीर है, मोदी सरकार निश्चित रूप से इस मामले में कदम उठाएगी. लेकिन हम समय तय करने के पक्ष में नहीं हैं. सरकार ही समय तय करे कि कब कैसे क्या कार्रवाई करनी है. वहीं उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में एक करोड़ 20 लाख हिंदू हैं. जब इजरायल 55 लाख लोगों के लिए एक अलग देश बन सकता है तो बांग्लादेश में जहां हिंदुओं की बहुत संख्या है. उसको भी हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए. वही भारत के मुसलमान के लिए अलग देश के सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि पहले ही जब बंटवारा हो रहा था तब 23 परसेंट मुसलमान के लिए 30% भूमि दे दी गई थी. जिनको अलग राष्ट्र में रहने की इच्छा है. वह पाकिस्तान में चले जाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जिला प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन</strong><br />धरना प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को नामित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया. इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष सहजानंद राय, भाजपा जिला अध्यक्ष आजमगढ़ श्री कृष्ण पाल, जिला अध्यक्ष लालगंज सूरज प्रकाश श्रीवास्तव, श्री बड़ा गणेश मंदिर के महंत राजेश मिश्रा, महंत श्याम नारायण दास सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग उपस्थित रहे.</p>
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