<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हुई हत्या पर संजय निरुपम की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर कहा कि ‘दिल दहला देनेवाली घटना. पूर्व कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या. एक जिंदादिल इंसान. हमेशा हंसमुख. बेफ़िक्री फितरत के धनी. मेरा अच्छा दोस्त. बाबा को भूलना आसान नहीं होगा. विनम्र श्रद्धांजलि बाबा भाई. याद आते रहोगे.'</p> <p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र में एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हुई हत्या पर संजय निरुपम की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर कहा कि ‘दिल दहला देनेवाली घटना. पूर्व कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या. एक जिंदादिल इंसान. हमेशा हंसमुख. बेफ़िक्री फितरत के धनी. मेरा अच्छा दोस्त. बाबा को भूलना आसान नहीं होगा. विनम्र श्रद्धांजलि बाबा भाई. याद आते रहोगे.'</p> महाराष्ट्र बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सीएम एकनाथ शिंदे की पहली प्रतिक्रिया, क्या कुछ कहा?
Related Posts
150वीं जयंती पर स्वामी रामतीर्थ के जीवन दर्शन की व्याख्या
150वीं जयंती पर स्वामी रामतीर्थ के जीवन दर्शन की व्याख्या भास्कर न्यूज | अमृतसर कलिंगा भारती फाउंडेशन की पहल और केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को एसजी ठाकर िसंह आर्ट गैलरी में स्वामी रामतीर्थ की 150वीं जयंती पर सेमिनार आयोजित किया गया। समागम में बतौर मुख्य मेहमान डिप्टी सीएम ओपी सोनी और विशेष मेहमान के रूप में भाजपा के जिला प्रधान हरविंदर संंधू, पूर्व पार्षद विकास सोनी शामिल हुए। समागम में वक्ताओं ने स्वामी जी के जीवन दर्शन पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि आज उनके सिद्धांतों की समाज को जरूरत है। इस मौके पर स्वामी सहजदीप, स्वामी स्वरूपानंद, बीएसएफ के पूर्व डीजीपी पीके मिश्रा, सांस्कृ़तिक मंत्रालय से प्रियंका चंद्रा, आईआईएम लखनऊ के डायरेक्टर सत्यभूषण दास आदि मौजूद रहे। समागम के आखिर में रंगारंग प्रोग्राम भी पेश किया गया।
सीएम धामी ने नमक पोषण योजना का किया शुभारंभ, उत्तराखंड के 14 लाख परिवारों को मिलेगा लाभ
सीएम धामी ने नमक पोषण योजना का किया शुभारंभ, उत्तराखंड के 14 लाख परिवारों को मिलेगा लाभ <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Salt Nutrition Scheme:</strong> उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नमक पोषण योजना का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में खाद्य मंत्री रेखा आर्या के साथ विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे. प्रदेश के 14 लाख अंत्योदय और बीपीएल परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा. 8 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में आयोडीन युक्त नमक हर माह एक किलो मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह नमक आवश्यक पोषक तत्व है, जो बच्चों और गर्भवती माताओं के लिए विशेष रूप से आवश्यक है. इस योजना के लागू होने से महिलाओं और बच्चों के पोषण में सुधार आएगा. सीएम पुष्कर सिंह धामी के कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है. इसी क्रम में सरकार ने मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना की शुरुआत की है. डबल इंजन सरकार प्रदेश के हर गरीब, पिछले और अंतिम छोर में रहने वाले लोगों के जीवन को बेहतर और सहायता देने के लिए काम कर रही है. लोगों को गरीबी और महंगाई से राहत देने के लिए इस योजना का शुभारंभ किया गया, जिसका लाभ अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना के सभी राशन कार्ड धारकों को मिलेगा.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र नींबू वाला गढ़ीकैण्ट, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को नमक भी वितरित किया। <br /><br />आदरणीय प्रधानमंत्री श्री <a href=”https://twitter.com/narendramodi?ref_src=twsrc%5Etfw”>@narendramodi</a> जी के गरीब कल्याण व… <a href=”https://t.co/nv2G56Rr5u”>pic.twitter.com/nv2G56Rr5u</a></p>
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) <a href=”https://twitter.com/pushkardhami/status/1809536163063165313?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 6, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “बाजारों में करीब 30 रुपए प्रति किलो नमक मिलता है, लेकिन बरसात के दिनों में जब सड़कें बंद हो जाती हैं, तो खाद्य आपूर्ति भी बंद हो जाती है. इससे कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है. ऐसे समय पर इस योजना का आना, गरीब परिवारों की सहायता करेगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान प्रदेश की खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> की गरीबों को मुफ्त राशन मुहैया कराने की योजना पूरे देश में खाद्य विभाग गरीब राशनकार्ड धारकों के लिए संजीवनी का काम करती है. उनकी जो मूलभूत आवश्यकताएं, जिनमे गेहूं, चावल, शामिल हैं, उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है. इसी क्रम में अब विभाग फोर्टिफाइड चावल की ही तरह आयोडीन युक्त नमक देने जा रहा है. यह नमक अंत्योदय और प्राथमिक परिवारों को बेहद ही रियायती दरों पर प्रतिमाह एक किलो दिया जाएगा. आयोडीन युक्त यह नमक हमारे गरीब परिवारों को कुपोषण से लड़ने में सहायक सिद्ध होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/basti-demand-to-establish-a-university-once-again-in-basti-wrote-letter-yogi-adityanath-ann-2731647″>बस्ती में विश्वविद्यालय बनाने की फिर उठी मांग, सीएम योगी आदित्यनाथ ले सकते हैं बड़ा फैसला</a></strong></p>
हरियाणा में 5% कम वोटिंग से किसे नुकसान:पिछले 2 चुनाव में बंपर वोटिंग का फायदा BJP को मिला; कांग्रेस कम मतदान के बावजूद पॉजिटिव
हरियाणा में 5% कम वोटिंग से किसे नुकसान:पिछले 2 चुनाव में बंपर वोटिंग का फायदा BJP को मिला; कांग्रेस कम मतदान के बावजूद पॉजिटिव हरियाणा में छठे चरण में सभी 10 सीटों पर वोटिंग हो गई। मतदान 65 फीसदी हुआ। इन 10 सीटों की तुलना 2009, 2014 और 2019 से करें तो रोचक तस्वीर सामने आ रही है। 2009 में इन 10 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत 67.51% रहा। 2014 में मतदान 3.94 फीसदी से अधिक बढ़कर 71.45% प्रतिशत पहुंच गया। साल 2019 में इस वोटिंग प्रतिशत 1.11 प्रतिशत की गिरावट आकर 70.34% चला गया। इस बार ये आंकड़ा 65.00 फीसदी ही रह गया, यानी 2019 के मुकाबले करीब 5.34 फीसदी कम। आंकड़ों को यदि हम देखें तो 2014 और 2019 के चुनावी मुकाबले में बंपर वोटिंग भाजपा के पक्ष में गई, इस बार कम वोटिंग को लेकर कांग्रेस पॉजिटिव दिख रही है। भास्कर ने एक्सपट्र्स की मदद से पिछले 5 लोकसभा चुनावों के डेटा का एनालिसिस कर घटे मतदान के मायने समझने की कोशिश की… कम वोटिंग प्रतिशत किसकी चिंता बढ़ाएगा?
आमतौर पर हरियाणा में परसेप्शन है कि विधानसभा में वोटिंग प्रतिशत बढ़े तो राज्य सरकार को टेंशन हो जाती है। वहीं लोकसभा में वोटिंग प्रतिशत बढ़ता है तो भाजपा को फायदा मिलता है। कम होने पर कांग्रेस फायदा उठाकर ले जाती है। ऐसे में इस बार वोटिंग के कम प्रतिशत ने भाजपा और कांग्रेस को सोचने पर मजबूर कर दिया है। वोट शेयर में कितना अंतर रहेगा? सवाल ये भी है कि कम वोटिंग होने से भाजपा और कांग्रेस के बीच वोट शेयर में क्या अंतर रहेगा। सीट जीत-हार का असल खेल वोट शेयर के आंकड़ों में छिपा है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में बड़ा अंतर रहा है। इस कारण से कांग्रेस पिछले दो बार से लगातार हार का मुंह देख रही है। हालांकि इस बार कम वोटिंग को लेकर भी कांग्रेस कुछ ज्यादा आशान्वित नहीं दिख रही है। यहां पढ़िए सभी 10 सीटों की 3 चुनाव की ओवर ऑल स्थिति… यहां देखिए हर सीट का लेखा-जोखा…