BHU अस्पताल में देर रात तक चली OPD:1000 डॉक्टर हड़ताल पर, दर्द से बिलखती रही महिला, 500 मरीज-अटेंडेंट अस्पताल के बाहर सोए

BHU अस्पताल में देर रात तक चली OPD:1000 डॉक्टर हड़ताल पर, दर्द से बिलखती रही महिला, 500 मरीज-अटेंडेंट अस्पताल के बाहर सोए

BHU अस्पताल के 1000 रेजिडेंट डॉक्टर्स 24 घंटे से हड़ताल पर हैं। इससे सुंदरलाल अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज बेहाल हो उठे। रात के 9 बजे तक OPD में 150 वेटिंग रही और सुबह 9 बजे से आए सीनियर डॉक्टर देर रात तक मरीज देखते रहे। डॉक्टर को दिखाने के लिए इंतजार में लोग हर कहीं सोते और लेते नजर आए। ऐसा लगा कि हड़ताल से मरीजों और सीनियर डॉक्टर दोनों को बेहाल कर दिया हो। मंगलवार की देर रात दैनिक भास्कर ने BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल की OPD और वार्डों की पड़ताल की। पढ़ें अस्पताल से रिपोर्ट…. मंगलवार की रात में 24 से 48 घंटे पहले से आए मरीज, अस्पताल परिसर में ही जमीन या चबूतरे पर सोते रहे। एक महिला तो सिटी स्कैन के आगे वाली गैलरी में दर्द से तड़पते मिली। उसके सीने में एक नली भी लगी थी। वहीं, कम से कम 500 मरीज और अटेंडेंट पूरी रात OPD के बाहर ही सोए मिले। इनमें से ऐसे मिले जिनका या तो डॉक्टर को दिखाने के लिए नंबर ही नहीं आया या फिर देर में जांच होने से रिपोर्ट नहीं मिली। रात के 9 बजे OPD में 150 वेटिंग… रेजिडेंट्स के न होने से रात के 10 बजे तक मेडिसिन विभाग की OPD चलती रही। यहां एक कंसलटेंट 13 घंटे तक मरीजों को देखते रहे। रात के 10 बजे तक OPD में लंबी लाइन लगी थी। रात के 9 बजे तक 150 मरीजों की वेटिंग थी। करीब 13 से 14 घंटे तक रिकॉर्ड टाइम OPD चली। दर्द से कराहती रही महिला बिहार के बेतिया जिले से आई एक बुजुर्ग मरीज ऐसी मिली जिसके सीने में सर्जरी हुई थी और नली लगे लगे ही वो गैलरी में दर्द के मारे छटपटा रही थी। दवा तो मिला था, लेकिन आराम नहीं मिल रहा था। साथ ही न तो महिला के पास वार्ड था और न ही कोई डॉक्टर। रात 9 बजे तक वो महिला गैलरी में ही पड़े पड़े सो गई। उसी टाइम वार्डों में रेजिडेंट्स के न होने से नर्सिंग स्टाफ पर लोड ज्यादा बढ़ गया और वे ही कीमो थेरेपी दे रहे थे। चंपारण-गया से आए मरीज भी रात भर बाहर रहे बिहार के गया, जौनपुर के शाहगंज, पश्चिमी चंपारण और सासाराम जैसे दूर दराज से आए सैकड़ों लोग मजबूरी में बारिश के बीच खुली छत के नीचे सोने को मजबूर थे। इसमें किसी को दवा नहीं मिली तो किसी को बेड ही नहीं एलॉट हुआ। अब नजर डालते हैं हड़ताल के दिन BHU अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों का आंकड़ा OPD में आधे से भी कम आए मरीज विरोध के चलते मंगलवार को BHU अस्पताल की OPD में आने वाले मरीजों की संख्या घटकर आधी से भी कम रह गई। अमूमन कई बार, 8000 से 10000 मरीज BHU में रोज इलाज कराने के लिए आ जाते हैं। लेकिन, मंगलवार को सिर्फ 4019 मरीजों ने डॉक्टर को दिखाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें से मात्र 64 मरीजों को ही वार्ड में भर्ती लिया गया। 97 मरीजों को वार्ड से डिस्चार्ज किया गया। इमरजेंसी में 274 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ। नीचे तीन तस्वीर देखिए, जो मरीज मंगलवार को नहीं दिखा पाए वो रात के वक्त यहीं पर पेपर बिछाकर सो गए…. रेजिडेंट्स नहीं थे सिर्फ 9 का ही हुआ अल्ट्रासाउंड हैरानी तो तब हुई जब रेडियोलॉजी विभाग में जांच कराने आए मरीजों की संख्या की जानकारी हुई। महज 9 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड हुआ। इसके पीछे वजह यही है कि रेजिडेंट्स डॉक्टर्स ही अल्ट्रासाउंड करते हैं। लेकिन उन्होंने तो हड़ताल कर रखी है इसलिए कोई नहीं था। केवल 18 मरीजों का हुआ एक्सरे रेडियोलोजी में सिर्फ 174 मरीजों की जांच हुई। इसमें 99 मरीजों का एक्सरे, 18 का MRI, 48 लोगों ने CT स्कैन और सिर्फ 9 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड किया गया। कुल 6494 मरीजों की ब्लड जांच हुई। आज अस्पताल के MCH वार्ड में 10 बच्चे पैदा हुए। अब एक हजार से ज्यादा डॉक्टर करेंगे हड़ताल, आज से आयुर्वेद और डेंटल की भी ओपीडी में भी रेजिडेंट्स नहीं देंगे सेवा… आयुर्वेद-डेंटल डॉक्टरों का भी मिला समर्थन रेजिडेंट्स डॉक्टर्स का हड़ताल जारी है। मंगलवार शाम को कैंडल जलाकर कोलकाता के रूप मर्डर में मारी गई डॉक्टर को श्रद्धांजलि दी गई। 2 मिनट का मौन व्रत धारण किया गया। फिर देर रात उन्हें मॉडर्न मेडिसिन के साथ आयुर्वेद, डेंटल के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर का पूरा समर्थन मिला। अब आज सभी एक साथ हड़ताल पर रहेंगे। BHU अस्पताल के 1000 रेजिडेंट डॉक्टर्स 24 घंटे से हड़ताल पर हैं। इससे सुंदरलाल अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज बेहाल हो उठे। रात के 9 बजे तक OPD में 150 वेटिंग रही और सुबह 9 बजे से आए सीनियर डॉक्टर देर रात तक मरीज देखते रहे। डॉक्टर को दिखाने के लिए इंतजार में लोग हर कहीं सोते और लेते नजर आए। ऐसा लगा कि हड़ताल से मरीजों और सीनियर डॉक्टर दोनों को बेहाल कर दिया हो। मंगलवार की देर रात दैनिक भास्कर ने BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल की OPD और वार्डों की पड़ताल की। पढ़ें अस्पताल से रिपोर्ट…. मंगलवार की रात में 24 से 48 घंटे पहले से आए मरीज, अस्पताल परिसर में ही जमीन या चबूतरे पर सोते रहे। एक महिला तो सिटी स्कैन के आगे वाली गैलरी में दर्द से तड़पते मिली। उसके सीने में एक नली भी लगी थी। वहीं, कम से कम 500 मरीज और अटेंडेंट पूरी रात OPD के बाहर ही सोए मिले। इनमें से ऐसे मिले जिनका या तो डॉक्टर को दिखाने के लिए नंबर ही नहीं आया या फिर देर में जांच होने से रिपोर्ट नहीं मिली। रात के 9 बजे OPD में 150 वेटिंग… रेजिडेंट्स के न होने से रात के 10 बजे तक मेडिसिन विभाग की OPD चलती रही। यहां एक कंसलटेंट 13 घंटे तक मरीजों को देखते रहे। रात के 10 बजे तक OPD में लंबी लाइन लगी थी। रात के 9 बजे तक 150 मरीजों की वेटिंग थी। करीब 13 से 14 घंटे तक रिकॉर्ड टाइम OPD चली। दर्द से कराहती रही महिला बिहार के बेतिया जिले से आई एक बुजुर्ग मरीज ऐसी मिली जिसके सीने में सर्जरी हुई थी और नली लगे लगे ही वो गैलरी में दर्द के मारे छटपटा रही थी। दवा तो मिला था, लेकिन आराम नहीं मिल रहा था। साथ ही न तो महिला के पास वार्ड था और न ही कोई डॉक्टर। रात 9 बजे तक वो महिला गैलरी में ही पड़े पड़े सो गई। उसी टाइम वार्डों में रेजिडेंट्स के न होने से नर्सिंग स्टाफ पर लोड ज्यादा बढ़ गया और वे ही कीमो थेरेपी दे रहे थे। चंपारण-गया से आए मरीज भी रात भर बाहर रहे बिहार के गया, जौनपुर के शाहगंज, पश्चिमी चंपारण और सासाराम जैसे दूर दराज से आए सैकड़ों लोग मजबूरी में बारिश के बीच खुली छत के नीचे सोने को मजबूर थे। इसमें किसी को दवा नहीं मिली तो किसी को बेड ही नहीं एलॉट हुआ। अब नजर डालते हैं हड़ताल के दिन BHU अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों का आंकड़ा OPD में आधे से भी कम आए मरीज विरोध के चलते मंगलवार को BHU अस्पताल की OPD में आने वाले मरीजों की संख्या घटकर आधी से भी कम रह गई। अमूमन कई बार, 8000 से 10000 मरीज BHU में रोज इलाज कराने के लिए आ जाते हैं। लेकिन, मंगलवार को सिर्फ 4019 मरीजों ने डॉक्टर को दिखाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें से मात्र 64 मरीजों को ही वार्ड में भर्ती लिया गया। 97 मरीजों को वार्ड से डिस्चार्ज किया गया। इमरजेंसी में 274 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ। नीचे तीन तस्वीर देखिए, जो मरीज मंगलवार को नहीं दिखा पाए वो रात के वक्त यहीं पर पेपर बिछाकर सो गए…. रेजिडेंट्स नहीं थे सिर्फ 9 का ही हुआ अल्ट्रासाउंड हैरानी तो तब हुई जब रेडियोलॉजी विभाग में जांच कराने आए मरीजों की संख्या की जानकारी हुई। महज 9 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड हुआ। इसके पीछे वजह यही है कि रेजिडेंट्स डॉक्टर्स ही अल्ट्रासाउंड करते हैं। लेकिन उन्होंने तो हड़ताल कर रखी है इसलिए कोई नहीं था। केवल 18 मरीजों का हुआ एक्सरे रेडियोलोजी में सिर्फ 174 मरीजों की जांच हुई। इसमें 99 मरीजों का एक्सरे, 18 का MRI, 48 लोगों ने CT स्कैन और सिर्फ 9 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड किया गया। कुल 6494 मरीजों की ब्लड जांच हुई। आज अस्पताल के MCH वार्ड में 10 बच्चे पैदा हुए। अब एक हजार से ज्यादा डॉक्टर करेंगे हड़ताल, आज से आयुर्वेद और डेंटल की भी ओपीडी में भी रेजिडेंट्स नहीं देंगे सेवा… आयुर्वेद-डेंटल डॉक्टरों का भी मिला समर्थन रेजिडेंट्स डॉक्टर्स का हड़ताल जारी है। मंगलवार शाम को कैंडल जलाकर कोलकाता के रूप मर्डर में मारी गई डॉक्टर को श्रद्धांजलि दी गई। 2 मिनट का मौन व्रत धारण किया गया। फिर देर रात उन्हें मॉडर्न मेडिसिन के साथ आयुर्वेद, डेंटल के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर का पूरा समर्थन मिला। अब आज सभी एक साथ हड़ताल पर रहेंगे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर