<p style=”text-align: justify;”><strong>Nitish Kumar Cabinet:</strong> मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार (14 नवंबर) को कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में 38 एजेंडों पर मुहर लगी है. इसमें कई बड़े निर्णय लिए गए हैं. बिहार सरकार के सरकारी कर्मियों के लिए बड़ा तोहफा मिला है. महंगाई भत्ता में 3 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. कैबिनेट में इसकी मंजूरी मिल गई है. पहले यह 50 फीसद था जो अब बढ़कर 53 फीसद हो जाएगा. इसका लाभ पेंशन भोगियों को भी मिलेगा.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Nitish Kumar Cabinet:</strong> मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार (14 नवंबर) को कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में 38 एजेंडों पर मुहर लगी है. इसमें कई बड़े निर्णय लिए गए हैं. बिहार सरकार के सरकारी कर्मियों के लिए बड़ा तोहफा मिला है. महंगाई भत्ता में 3 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. कैबिनेट में इसकी मंजूरी मिल गई है. पहले यह 50 फीसद था जो अब बढ़कर 53 फीसद हो जाएगा. इसका लाभ पेंशन भोगियों को भी मिलेगा.</p> बिहार SDM थप्पड़कांड का आरोपी नरेश मीणा गिरफ्तार, पुलिस को चकमा देकर हो गया था फरार
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Bihar News: मंकीपॉक्स को लेकर गया एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, टीम तैनात
Bihar News: मंकीपॉक्स को लेकर गया एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, टीम तैनात <p style=”text-align: justify;”><strong>Health Department Alert At Gaya Airport:</strong> गया जिला में मंकीपॉक्स संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. मंकीपॉक्स को लेकर गया एयरपोर्ट में यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया गया है. इस टीम में एक डॉक्टर, एक पारा मेडिकल स्टाफ तथा एक नर्स हैं. मंकीपॉक्स संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि एयरपोर्ट पर विशेषकर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>21 दिनों का ट्रैवल हिस्ट्री का लिया जाएगा डाटा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी बताया है. इसके मद्देनजर गया एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की जरूरी जांच की जाएगी. मंकीपॉक्स को लेकर सिविल सर्जन ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के निदेशक को आवश्यक दिश निर्देश का अनुपालन करने के संबंध में कहा गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल ऑफीसर डॉ कुणाल ने बताया कि गया एयरपोर्ट पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बीते 21 दिनों की ट्रैवल हिस्ट्री का विवरण लिया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ट्रैवल हिस्ट्री में यह देखा जाना है कि यात्री ने मंकीपॉक्स के एंडेमिक जोन में यात्रा किया है अथवा नहीं. साथ ही यात्री का ट्रैवल सेल्फ डिक्लरेशन फॉर्म भरा जायेगा। अगर कोई संदिग्ध मामला पाया जाता है तो मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसे आइसोलेशन में रखा जाएगा. मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है जो मुख्यत: मध्य पश्चिमी अफ्रीका में सामने आया है. यहां से यह कई अन्य देशों में फैला है. इस वर्ष अगस्त माह में मंकी पॉक्स के मामले दक्षिण अफ्रीका, केन्या, रवांडा, युगांडा, कांगो गणराज्य, बुरुंडी, मध्य अफ्रीका, कांगो, कैमेरून, नाइजीरिया, आइवरी कॉस्ट, लेबेरिया में आए हैं. इन देशों से मंकीपॉक्स के मामले स्वीडन तथा पाकिस्तान में भी पहुंचे हैं, भारत के केरल में मंकी पाक्स का एक मामला रिपोर्ट किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की है एडवाइजरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी के मुताबिक त्वचा पर चकते, बुखार और सुजे हुए लिम्फ नोड और सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द या थकावट, गले में खराश और खांसी इसके लक्षण हैं. यह अपने आप ठीक होने वाली बीमारी है. यानि इसके लक्षण अपने आप ठीक हो जाते हैं. संक्रमण से बचने के लिए चकते या अल्सर को एंटीसेप्टिक घोल से साफ करना चाहिए. रोगी को अस्पताल के आइसोलेशन रूम में या घर में ही हवादार कमरे में रखना चाहिए.</p>
काशी के महाश्मशान पर शवों की कतार, आंकड़ा 400 पार:जगह नहीं मिली तो शव के ऊपर शव रखे; डोमराजा बोले-गर्मी में अचानक बढ़ गए
काशी के महाश्मशान पर शवों की कतार, आंकड़ा 400 पार:जगह नहीं मिली तो शव के ऊपर शव रखे; डोमराजा बोले-गर्मी में अचानक बढ़ गए काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर शवों की कतारें लगी हैं। गुरुवार को यहां अंतिम संस्कार के लिए 400 से ज्यादा शव पहुंचे। मणिकर्णिका घाट की गलियों में रातभर जाम लगा रहा। डोमराजा चौधरी ने बताया कि गर्मी बढ़ने के बाद अचानक शवों की संख्या बढ़ी है। सामान्य दिनों में 200-250 शव आते थे, लेकिन गुरुवार को यह आंकड़ा दोगुना होकर करीब 400 हो गया। मणिकर्णिका घाट पर भीड़ से व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। गुरुवार आधी रात में मैदागिन से लेकर मोक्षद्वार तक शव ही शव नजर आ रहे थे। गली और घाट में जब जगह कम पड़ी तो शवों को एक के ऊपर एक रख दिया। मणिकर्णिका में रातभर अंतिम संस्कार होता है। ऐसे में शुक्रवार तड़के तक वहां ऐसे ही हालात रहे। पढ़िए मणिकर्णिका से दैनिक भास्कर की रिपोर्ट… जितने शव जल रहे थे, उससे कई गुना शव लेकर लोग कतार में थे
गुरुवार रात को घाट पर बनाए गए प्लेटफार्म पर जितने शव जल रहे थे, उससे कई गुना शव लेकर लोग कतार में खड़े थे। घाट के डोम ने भीड़ देखकर शवों को कतार में लगवाया। जगह कम पड़ी तो शव के ऊपर शव रखवा दिए। घाट पर एक बार में 25 से 30 शवों का ही अंतिम संस्कार कराया जाता है। ऐसे में वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही थी। काशी के आसपास के जिलों से शव लेकर आए परिजनों को दाह-संस्कार के लिए 5-5 घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। यही वजह थी कि गलियों में शवों की संख्या और भीड़ दोनों बढ़ गई। लकड़ियों की किल्लत, एक चिता पर दो शव जलाने को भी लोग तैयार
अपने रिश्तेदार का शव लेकर आए घाट आए महेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि घाट पर लकड़ियां ही नहीं मिल रही है। कहा कि उनको अंदाजा नहीं था कि हालात ऐसे होंगे। भीड़ से परेशान परिजन एक चिता पर दो शव रखकर जलाने के लिए भी तैयार हो गए। दरअसल, लकड़ी न मिलने के चलते लोगों के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था। हालांकि, जब लकड़ियां मिलने में दिक्कत आई तो कुछ परिजन दूसरे घाट पर शव लेकर चले गए। मणिकर्णिका घाट पर 3 दिन में हुए अंतिम संस्कार नोट: यह आंकड़ा मणिकर्णिका पर अंतिम संस्कार कराने वाले डोम चौधरी ने उपलब्ध कराया है। अंतिम संस्कार के लिए शवों की संख्या क्यों बढ़ गई?
अंतिम संस्कार के लिए शवों की संख्या क्यों बढ़ गई? इस सवाल पर डोम चौधरी कहते हैं कि दो-तीन दिनों से भीषण गर्मी हो रही है। ऐसे में मौत का आंकड़ा बढ़ा है, जिससे अंतिम संस्कार के शवों की संख्या भी बढ़ी है। हालांकि, गर्मी से मौत के उनके इस दावे की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है। वह यह भी दावा करते हैं कि सिर्फ मणिकर्णिका नहीं, बल्कि हरिश्चंद्र घाट समेत अन्य श्मशान पर शवों की संख्या बढ़ी है। हरिश्चंद्र घाट पर पहले 50 से 60 शव आते थे। यह आंकड़ा भी बढ़कर 150 से 200 के बीच पहुंच गया है। महाश्मशान नाथ सेवा समिति के महामंत्री बिहारीलाल गुप्ता बताते हैं कि सबसे पहले काशी में मणिकर्णिका घाट पर ही लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। मान्यता है कि यहां अंतिम संस्कार से शिवलोक की प्राप्ति होती है, लेकिन जब यहां जगह नहीं होती है तो फिर हरिश्चंद्र या दूसरे घाटों में चले जाते हैं। भीषण गर्मी, शाम को शव लेकर पहुंच रहे लोग
मणिकर्णिका घाट पर रहने वाले रोहित वर्मा ने दैनिक भास्कर को बताया कि गुरुवार शाम को घाट और आसपास बिल्कुल जगह नहीं थी। प्लेटफार्म पर जलने वाले शव की आग ठंडी होने पर नई चिता जलती है, लेकिन लोग जल्दबाजी कर रहे थे। वह कहते हैं कि दो-तीन दिन से शाम के वक्त ऐसी ही स्थिति हो जाती है। भास्कर ने जब शव यात्रा में आए लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि दिन में भीषण गर्मी पड़ती है। इसलिए, ज्यादातर लोग दोपहर बाद ही शव लेकर मणिकर्णिका आ रहे हैं। यहां रातभर अंतिम संस्कार चलता रहता है।
करनाल में घर में घुसकर दंपती पर हमला:खेत में पार्किंग को लेकर विवाद; दोनों पक्षों ने दर्ज कराई शिकायत
करनाल में घर में घुसकर दंपती पर हमला:खेत में पार्किंग को लेकर विवाद; दोनों पक्षों ने दर्ज कराई शिकायत करनाल जिले के गुढा गांव में बदमाशों ने घर में घुसकर दंपती पर हमला कर दिया। महिला का आरोप है कि हमलावरों ने उसके बाल पकड़कर दीवार में सिर मारा। हमले में पति-पत्नी दोनों को चोटें आई है। मामला गुढा गैस प्लांट के सामने खेत में ट्रकों की पार्किंग से जुड़ा हुआ है। दूसरे पक्ष ने भी हमले व मारपीट के आरोप लगाए है। हमले में घायल दोनों पक्षों ने मेडिकल करवाने के बाद मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुढ़ा निवासी पीड़िता सोनी देवी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि बीती 7 अगस्त को 5-6 लोगों ने मेरे घर में घुसकर लाठी डंडो व लोहे की रॉड से हमला कर दिया। पति सुरेंद्र बीच बचाव के लिए आए तो उस पर भी लाठी-डंडों से मारा। जिससे सुरेंद्र की एक टांग टूट गई। गाड़ी के शीशे तोड़ने पर हुआ विवाद पीड़िता ने बताया है कि कुछ ट्रक हमारे खेत की साइड में खड़े होते है। इसी को लेकर आरोपी जयपाल ने 7 अगस्त की सुबह करीब साढ़े 8 बजे गाड़ी के शीशे तोड़े। जिसको लेकर विवाद हुआ तो आरोपी ने अपने नौकरों से मेरे पति को पिटवाया। मेरे जेठ ने भी आरोपी को फोन करके समझाया कि वह ऐसा न करे। दिल्ली में महिला सुरक्षा पर एनजीओ चलाने वाली मेरी जेठानी ने भी आरोपी को कॉल करके समझाया था कि वह गलत कर रहा है। जेठानी का फोन काटकर आरोपी ने घर पर गुंडे भेज दिए। इस दौरान सोनी अपनी जेठानी से फोन पर बात कर रही थी। उसी वक्त हमलावरों ने घर में घुस कर हमला कर दिया। मेरी जेठानी फोन पर सब कुछ सुन रही थी, उसने तुरंत 1091 हेल्पलाइन पर कॉल किया और ईआरवी पुलिस मौके पर पहुंच गई।जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। आरोपी फोन पर धमकी देते है कि मेरे पति का एक्सीडेंट करवा देंगे। घर खाली करने तक की धमकी दी जा रही है। फार्म में गाड़ी की पार्क करने का आरोप दूसरे पक्ष के अजय ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि गुढा गैस प्लांट के सामने मेरी पोल्ट्री फार्म व कुछ दुकानें है और गुढा निवासी सुरेन्द्र ने वहां गाड़ियों की पार्किंग की हुई है। सुरेंद्र मेरे फार्म व दुकानों के सामने गाड़ी खड़ी करवाता है। जिसके कारण हमारा रास्ता बंद हो जाता है। अजय ने आरोप लगाया है कि सुरेंद्र को पहले भी कई बार बोला कि वह ऐसा न करे, लेकिन सुरेंद्र गाली गलौच करने लग जाता था, आज भी यही हुआ और हाथापाई करने लगा। इतना ही नहीं, इसने तेजधार हथियार से मेरे पर हमला कर दिया, मेरे हाथ पर टांके लगे हुए है। तेजधार हथियार से हमला करने का आरोपी सुरेंद्र ने धमकी भी थी कि वह अपनी औरत के नाम पर मेरे ऊपर केस करवा देगा। घरौंडा थाना में जांच अधिकारी राजकुमार ने बताया कि सोनी देवी ने कुछ लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने व पति पर जानलेवा हमले की शिकायत दी है। मामला खेत की पार्किंग से जुड़ा हुआ है। जिसको लेकर विवाद हुआ है। सोनी की शिकायत पर अजय, विशाल, पंकज, सुमित, जोगिंद्र के खिलाफ केस दर्ज किया है। दूसरे पक्ष की तरफ से अजय ने शिकायत दी है। जिसमें उसने सुरेंद्र पर तेजधार हथियार से हमला करने के आरोप लगाए है। शिकायत पर सुरेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच के दौरान जिस तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।