फाजिल्का में पंजाब सरकार के पेट्रोल और डीजल पर बढ़ाए गए वैट के खिलाफ गांव बेगांवाली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया l इस मौके पर भाजपा नेताओं ने बैलगाड़ी पर सवार होकर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया l भाजपा नेता मनोज झींझा ने कहा कि भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत उन्होंने पंजाब सरकार के डीजल और पेट्रोल पर बढ़ाए गए वैट के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है l उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार का सिस्टम फेल हो चुका है l संगठन मंत्री श्रीनिवासुलु ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनावों के बाद अब पंजाब के गांव गांव घर घर जा रही है l लोगों को समझने के लिए प्रयास किए जा रहे है कि आखिरकार भाजपा को वोट क्यों देना है l भाजपा ने गांव के लिए शहर के लिए राज्य के लिए या फिर देश के लिए क्या किया l उन्होंने कहा कि गांवों के विकास के लिए चलाई जा रही विशेष योजना के तहत गांवों को कितना पैसा दिया गया l ये सब गांव के लोगों से मुलाकात कर भाजपा सदस्यता अभियान को बढ़ाना है l ये उनका मुख्य लक्ष्य है l फाजिल्का में पंजाब सरकार के पेट्रोल और डीजल पर बढ़ाए गए वैट के खिलाफ गांव बेगांवाली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया l इस मौके पर भाजपा नेताओं ने बैलगाड़ी पर सवार होकर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया l भाजपा नेता मनोज झींझा ने कहा कि भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत उन्होंने पंजाब सरकार के डीजल और पेट्रोल पर बढ़ाए गए वैट के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है l उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार का सिस्टम फेल हो चुका है l संगठन मंत्री श्रीनिवासुलु ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनावों के बाद अब पंजाब के गांव गांव घर घर जा रही है l लोगों को समझने के लिए प्रयास किए जा रहे है कि आखिरकार भाजपा को वोट क्यों देना है l भाजपा ने गांव के लिए शहर के लिए राज्य के लिए या फिर देश के लिए क्या किया l उन्होंने कहा कि गांवों के विकास के लिए चलाई जा रही विशेष योजना के तहत गांवों को कितना पैसा दिया गया l ये सब गांव के लोगों से मुलाकात कर भाजपा सदस्यता अभियान को बढ़ाना है l ये उनका मुख्य लक्ष्य है l पंजाब | दैनिक भास्कर
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पश्चिम बंगाल रेल हादसे पर राज्यमंत्री रवनीत ने जताया दुख:रवनीत सिंह बिट्टू ने दिए जांच के आदेश, सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
पश्चिम बंगाल रेल हादसे पर राज्यमंत्री रवनीत ने जताया दुख:रवनीत सिंह बिट्टू ने दिए जांच के आदेश, सोशल मीडिया पर किया पोस्ट पशिचम बंगाल में हुए रेल हादसे के बाद केंद्रीय रेलवे राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने जहां हादसे के बाद दुख जताया है। वहीं इस घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट X ( पहले ट्विटर) पर हादसे को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। हादसे में 7 की हुई मौत बता दें कि पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रंगपनीर स्टेशन के पास कंचनजंघा ट्रेन में मालगाडी ने पीछे से टक्कर मार दी। इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई है, वहीं कई लोग घायल हो गए हैं। इससे पहले पंजाब के खन्ना में भी ऐसा रेल हादसा हो गया था। राहत व बचाव कार्य किया शुरू- बिट्टू रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने घटना के बाद जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल लोगों को निकट के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
पंचकूला में 15 लाख 75 हजार की ठगी:शेयर ट्रेडिंग के नाम पर प्रॉफिट का दिया झांसा, रुपए निकालने पर मांगे और पैसे
पंचकूला में 15 लाख 75 हजार की ठगी:शेयर ट्रेडिंग के नाम पर प्रॉफिट का दिया झांसा, रुपए निकालने पर मांगे और पैसे हरियाणा में पंचकूला में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 15 लाख 74 हजार की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पंचकूला साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में पंचकूला के पिंजौर के अब्दुल्लापुर के रहने वाले संजीव कुमार ने बताया कि 11 मई 2024 को फेसबुक पेज पर उन्होंने शेयर मार्किट जुड़ा एक विज्ञापन देखा था और उस पर क्लिक किया तो वह एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गए। ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग के बाद जानकारी लोग शेयर कर रहे थे। ग्रुप एडमिन ने पीड़ित को एक लिंक शेयर करते हुए उसमें पूरी पर्सनल व बैंक डिटेल भरने को कहा और पीड़ित ने कहे मुताबिक पूरी जानकारी भर दी। ऐसे हुई ठगी करीब एक महीने बाद उसने 10 जून को पहली बार 30 हजार रुपए शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन इनवेस्ट किए। जिसके बाद करीब दर्जनभर से ज्यादा अलग-अलग किस्तों में कुल 15.74 लाख रुपए शेयड ट्रेडिंग के नाम पर लगा दिया। 15 जुलाई 2024 को पीड़ित ने आरोपियों से जब अपना प्रॉफिट और कुल जमा रकम निकालने की बात कही तो कहा गया कि कुल राशि का 20 प्रतिशत और जमा करवाना पड़ेगा तभी वह पूरा पैसा निकाल पाएंगे। उसने पैसे जमा नहीं करवाया, क्योंकि उसे लगा कि उसके साथ ठगी हो रही है। इसके बाद जब उसने अपने पैसे निकालने चाहे तो नहीं निकले।
राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा
राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा। हाईकोर्ट के फैसले पर डेरा सच्चा सौदा ने कहा कि हमें न्यायपालिका पर हमेशा पूर्ण विश्वास रहा है और माननीय न्यायालय से हमें न्याय मिला है। 22 साल पहले हत्या, 19 साल बाद हुई थी सजा, 3 साल बाद बरी
कुरुक्षेत्र के रहने वाले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2002 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी पुलिस जांच हुई, लेकिन डेरे को क्लीन चिट दे दी गई। पुलिस जांच से असंतुष्ट रणजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच की मांग की थी। हालांकि, शुरुआत में इस मामले में राम रहीम का नाम नहीं था, लेकिन साल 2003 में जांच CBI को सौंपी गई। फिर 2006 में राम रहीम के ड्राइवर खट्टा सिंह के बयान पर डेरा प्रमुख को शामिल किया गया। इस मामले में 2007 में कोर्ट ने आरोपियों पर आरोप तय किए थे। 19 साल के बाद अक्टूबर 2021 में डेरा मुखी समेत 5 आरोपियों को दोषी करार दिया गया। जिसके बाद CBI ने इन्हें उम्रकैद की सजा दे दी। सजा मिलने के तीन साल बाद राम रहीम हाईकोर्ट से बरी हो गया। रणजीत का पूरा परिवार डेरे से जुड़ा था, चिट्ठी के बाद इस्तीफा दिया
साल 2002 में रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर थे। रणजीत सिंह कुरुक्षेत्र के रहने वाले थे। उनका पूरा परिवार भी डेरे से जुड़ा हुआ था। सब कुछ ठीक चल रहा था कि अचानक एक गुमनाम चिठ्ठी की वजह से डेरा सच्चा सौदा में हंगामा खड़ा हो गया था। उस गुमनाम खत में एक साध्वी का यौन शोषण किए जाने का खुलासा था। चिठ्ठी सामने आते ही डेरा सच्चा सौदा पर सवाल उठने लगे। डेरे में यौन शोषण के आरोप सामने आने के बाद रणजीत सिंह आहत हो गए। इसी बात को लेकर उन्होंने डेरे के मैनेजर पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ परिवार के लोग भी डेरे से अलग हो गए। गुमनाम चिट्ठी के शक में मारी गई थी गोली
रणजीत सिंह की हत्या का मामला गुमनाम चिट्ठी से जुड़ा हुआ है, जिसमें डेरे में साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे। ये वह चिट्ठी थी, जो तत्कालीन PM अटल बिहारी वाजपेयी को भेजी गई थी। CBI ने दावा किया था कि डेरे को शक था कि रणजीत ने ही अपनी बहन से साध्वियों के यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी लिखवाई है। CBI ने जांच के बाद कोर्ट में कहा था कि राम रहीम को शक था कि गुमनाम चिट्ठी के पीछे रणजीत का हाथ है। इस चिट्ठी में रणजीत की बहन का भी जिक्र था। इस चिट्ठी के सामने आने के बाद रणजीत को डेरे में बुलाया गया। जहां उसे गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी गई थी। हालांकि, रणजीत ने कहा कि इस चिट्ठी के पीछे उसकी कोई भूमिका नहीं है। जिसके बाद उसकी हत्या हो गई। यह चिट्ठी बाद में सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने अपने अखबार में छापी थी। इसके बाद पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को 24 अक्टूबर को गोली मारी गई थी। इसके बाद उसे दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 21 नवंबर को उनकी मौत हो गई थी। छत्रपति की हत्या के केस में भी राम रहीम उम्रकैद काट रहा है। ये खबरें भी पढ़ें… वह गुमनाम चिट्ठी, जिसके बाद रणजीत का मर्डर हुआ:इसी केस में राम रहीम बरी हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम के साम्राज्य को एक गुमनाम चिट्ठी ने तबाह किया था। यह चिट्ठी डेरे में साध्वियों के यौन शोषणा से जुड़ी हुई थी। यह चिट्ठी 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को संबोधित कर लिखी गई थी।इस चिट्ठी के सामने आने के बाद पहले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह का मर्डर हुआ (पूरी खबर पढ़ें) गुरमीत के राम रहीम बनने की पूरी कहानी:17 की उम्र में शादी, 23 में संन्यासी बना; एक पोशाक से हिंसा फैली, रेप-मर्डर में सजा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 22 साल पुराने रणजीत सिंह मर्डर केस में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह जेल से बाहर नहीं आएगा। एक सामान्य इंसान से डेरा सच्चा का प्रमुख बनने तक राम रहीम की कहानी दिलचस्प है। राम रहीम का जन्म 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की गुरुसर मोडिया गांव में जट सिख परिवार में हुआ। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता मघर सिंह गांव के जमींदार थे। माता का नाम नसीब कौर है। (पूरी खबर पढ़ें) रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार मायूस है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे। (पूरी खबर पढ़ें)