पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा शंभू बॉर्डर खोलने के दिए आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। विदित हो कि 10 जुलाई को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को 1 हफ्ते में शंभू बार्डर के बैरिकेड खोलने का निर्देश दिया था। इस आदेश के खिलाफ दाखिल याचिका में हरियाणा सरकार का कहना है कि कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल के मद्देनजर उसने रास्ता बंद रखा हुआ है। बता दें कि हरियाणा और पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने भी शंभू बॉर्डर बंद करने को लेकर सख्त टिप्पणी की थी। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि कोई सरकार हाईवे को कैसे ब्लॉक कर सकती है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा शंभू बॉर्डर खोलने के दिए आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। विदित हो कि 10 जुलाई को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को 1 हफ्ते में शंभू बार्डर के बैरिकेड खोलने का निर्देश दिया था। इस आदेश के खिलाफ दाखिल याचिका में हरियाणा सरकार का कहना है कि कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल के मद्देनजर उसने रास्ता बंद रखा हुआ है। बता दें कि हरियाणा और पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने भी शंभू बॉर्डर बंद करने को लेकर सख्त टिप्पणी की थी। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि कोई सरकार हाईवे को कैसे ब्लॉक कर सकती है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गडकरी की नाराजगी के बाद राज्यपाल ने बुलाई बैठक:NHAI अधिकारियों से केंद्रीय प्रोजेक्ट्स का लिया जायजा; जल्द काम पूरा करने के आदेश भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण राजमार्ग परियोजनाओं को रद्द करने की केंद्र की धमकी के बीच पंजाब के नए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ बैठक की है। इसके अलावा रेलवे, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और बीएसएनएल के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे। गवर्नर की तरफ से अचानक बुलाई गई बैठक के बाद राज्य सरकार एक बार फिर सोचने पर मजबूर हो गई है। राज्यपाल ने बैठक में अधिकारियों को सभी केंद्रीय परियोजनाओं में हो रही देरी को पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी परियोजना में कोई समस्या हो तो उसे लिखित रूप में रिकॉर्ड पर लाया जाना चाहिए, ताकि ऐसे मुद्दों को केंद्र और राज्य सरकार की मदद से प्राथमिकता पर हल किया जा सके। हर 3 महीने में करेंगे बैठक गवर्नर कटारिया ने कहा कि सभी केंद्रीय परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए हर 3 महीने में एक बैठक आयोजित की जाएगी। इसके अलावा उन्हें समय-समय पर सभी परियोजनाओं की प्रगति के बारे में लिखित रूप से सूचित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने चंडीगढ़ में भारी ट्रैफिक के मुद्दे पर भी चर्चा की। इस मुद्दे पर जवाब देते हुए एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि पंचकूला को शिमला और माजरी से बद्दी को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण से समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी। जम्मू-तवी ट्रेन के लिए प्रस्ताव लाने की मांग बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि उदयपुर, चंडीगढ़ और जम्मू पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, जम्मू-तवी ट्रेन को दैनिक आधार पर चलाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया जाना चाहिए। बैठक के दौरान एयरपोर्ट आथोरिटी के अधिकारियों ने चंडीगढ़ को शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाली प्रस्तावित सड़क के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण से चंडीगढ़ से उस हवाई अड्डे की दूरी 10 किमी कम हो जाएगी। तनाव बढ़ने की संभावनाएं हालांकि गवर्नर कटारिया की तरफ से सीएम भगवंत मान या पंजाब सरकार के साथ केंद्रीय परियोजनाओं को लेकर कुछ पत्राचार नहीं किया है, लेकिन इसके बावजूद उनकी तरफ से बुलाई गई बैठक से सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व राज्यपाल से रिश्तों में खटास के बाद नए गवर्नर कटारिया के तेवर ने राज्य सरकार व अधिकारियों में हलचल पैदा की है। हालांकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राजमार्गों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के मुद्दों को सुलझाने के लिए गुरदासपुर और तरन-तारन जिलों के किसान नेताओं के साथ 16 अगस्त को एक बैठक भी बुलाई है। इसके बावजूद राज्यपाल ने इंतजार ना करने की जगह खुद बैठक बुला कर अधिकारियों से प्रोजेक्ट्स की जानकारी हासिल की। राजस्थान के तेज तर्रार नेताओं में से एक हैं कटारिया कटारिया जमीनी स्तर के नेता रहे हैं। राजस्थान में उनकी छवि तेज-तर्रार नेताओं में की जाती है। पंजाब के राज्यपाल नियुक्त होने समय भी जब मीडिया ने उनसे व सीएम भगवंत मान से आने वाले समय में रिश्तों पर सवाल किया था तो उनका जवाब था, ये समय बताएगा। पूर्व गवर्नर व सीएम मान के बीच हमेशा रही अनबन पंजाब के पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच लंबी अनबन रही है। पूर्व गवर्नर पुरोहित की तरफ से गत वर्ष बजट सत्र 2023 असंवैधानिक करार देने के बाद सीएम भगवंत मान को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था। इसके अलावा उनकी तरफ से विधानसभा में पास कई बिल पास करने से इनकार किया। वहीं, सीएम ने भी गवर्नर के सरकारी हेलिकॉप्टर प्रयोग पर सवाल उठाए। जिसके बाद दोनों के बीच तकरार बड़ी। पूर्व गवर्नर पुरोहित ने जाते हुए भी सीएम मान पर प्रहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मान से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दिया।
लुधियाना में धान घोटाले का आरोपी गिरफ्तार:पनसप के जिला मैनेजर ने पहले किया सरेंडर, काफी दिनों से चल रहा था फरार
लुधियाना में धान घोटाले का आरोपी गिरफ्तार:पनसप के जिला मैनेजर ने पहले किया सरेंडर, काफी दिनों से चल रहा था फरार पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने लुधियाना जिले की अनाज मंडियों में बहु-करोड़ धान घोटाले के मामले में पनसप (लुधियाना) के पूर्व जिला मैनेजर (डी.एम.) जगनदीप सिंह ढिल्लों ने आज लुधियाना की अदालत में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद विजिलेंस ब्यूरो ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लुधियाना विजिलेंस ब्यूरो के एसएसपी रवींद्रपाल सिंह संधु ने बताया कि जगनदीप सिंह ढिल्लों खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग में धान की ढुलाई से संबंधित टेंडर घोटाले में वांछित था। मामले में आरोपी समेत पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु और अन्य आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के लुधियाना रेंज थाने में धारा 409, 467, 420 और अन्य संबंधित धाराओं के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 और 8 के तहत 16 अगस्त 2022 को मामला दर्ज किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की थी रद्द एसएसपी ने बताया कि ढिल्लों ने पहले 18 सितंबर 2023 को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हासिल की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 16 जुलाई 2024 को उसकी जमानत के आदेश रद्द कर दिए थे। विभाग ने उसे नौकरी से निलंबित कर दिया था। इसके बाद विजिलेंस ब्यूरो द्वारा उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। ये था घोटाला जगनदीप सिंह ढिल्लों वर्ष 2020-21 की अवधि के दौरान जिला टेंडर समिति के सदस्य के रूप में घोटाले में शामिल कुछ ठेकेदारों के टेंडरों को अस्वीकृत करने में विफल रहा। इसके अलावा, ढिल्लों ने संबंधित प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए कमीशन एजेंट (आढ़तियों) कृष्ण लाल और अनिल जैन की दुकानों से अनाज को उनके रिश्तेदारों के शैलरों में स्थानांतरित कर राज्य कस्टम मिलिंग नीति की धारा 12(जे) का उल्लंघन किया। उन्होंने बताया कि यह भी सामने आया कि आरोपियों में से कृष्ण लाल ने दूसरे राज्यों से 2000 से अधिक जूट के बोरे प्राप्त किए, जिनका उपयोग धान की ढुलाई के लिए किया गया। उन्होंने आगे बताया कि अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए ढिल्लों ने पनग्रेन के तत्कालीन जिला मैनेजर सह-अभियुक्त सुरिंदर बेरी के साथ मिलकर पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के प्रभाव का उपयोग करते हुए लुधियाना जिले के गांव ललतों और धांदरा की अनाज मंडियों से संबंधित धान को किला रायपुर सेंटर की बजाय लुधियाना सेंटर की मंडियों में भेज दिया। स्टॉक में की हेरोफेरी बता दें कि यह हेराफेरी चावल मिलर्स से बड़ी रिश्वत लेने के इरादे से की गई थी। जांच के दौरान यह पाया गया कि ढिल्लों ने मनमाने तरीके से आवंटन के बदले चावल मिलर्स से 3 रुपए से 10 रुपए प्रति बोरी रिश्वत ली। इसके अलावा, उसने गेट पास की रजिस्ट्रेशन में हुई गड़बड़ियों को भी नजरअंदाज किया, जिसमें ट्रक के नंबरों की बजाय स्कूटर और मोटरसाइकिल के नंबर दर्ज थे। इस तरह उसने ठेकेदारों की मिलीभगत से गोदामों में रखे गए धान के स्टॉक में हेराफेरी की इस कार्रवाई को अंजाम दिया। उन्होंने आगे बताया कि लगातार छापेमारी और विजिलेंस ब्यूरो के बढ़ते दबाव के बाद ढिल्लों ने और कोई रास्ता न देखकर आज लुधियाना की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया और केस की आगे की जांच जारी है।
अबोहर में आरोपियों ने 3 लोगों पर हमला किया:12 लोगों ने कापों और तेजधार हथियारों से मरा; एक की हालत गंभीर
अबोहर में आरोपियों ने 3 लोगों पर हमला किया:12 लोगों ने कापों और तेजधार हथियारों से मरा; एक की हालत गंभीर अबोहर में दर्जन भर युवकों ने सिटी टू के अंतर्गत आते कंधवाला रोड पर गुंडागर्दी मचाते हुए युवकों ने बाइक सवार तीन युवकों को कापों और तेजधार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया। दिन दहाड़े हुई इस वारदात से पूरे एरिया के लोगों में दहशत फैल गई। घायलों को तुरंत अस्पताल लाया गया जहां पर एक की हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार कोठी फैज निवासी अर्शदीप सिंह और उसके भाई जशन का करीब एक साल पहले इन्द्रा नगरी निवासी कुछ युवकों झगडा हुआ था। आज दोनों युवक और उनका साथी अर्श शर्मा कंधवाला रोड पर बाइक पर सवार होकर आ रहे थे। तभी इन्द्रा नगरी के ही युवकों ने पहले से की रेकी के आधार पर दर्जनभर युवक बाइकों पर तेजधार हथियारों संग पहुंचे और बाइक में टक्कर मारकर गिरा दिया। हमलावर युवकों ने जशन के गिरने पर उस पर कई बार अपनी बाइक चढ़ाकर घायल किया। जबकि अर्शदीप के सिर पर कापों से हमला कर दिया। वहीं जश्र पर ही हमला किया। अर्शदीप को अधमरी हालत में फेंककर सभी युवक फरार हो गए। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।