हरियाणा के रोहतक की महम विधानसभा सीट से भाजपा नेता शमशेर खरखड़ा की पत्नी राधा अहलावत निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। आज बलंभा गांव में हुई पंचायत में शरशेर खरकड़ा व राधा में यह फैसला लिया गया। भाजपा ने महम से कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को टिकट दिया है। इसी से नाराज होकर दोनों कई दिनों से पंचायतें कर समर्थन जुटा रहे थे। आज राधा के निर्दलीय मैदान में उतरने का फैसला लिया गया है। महम में भाजपा द्वारा दीपक हुड्डा को टिकट देने के बाद शुरू हुआ विरोध बढ़ गया है। सोमवार को गांव बलंभा में दो गांवों (गांव बलंभा व खरकड़ा) की पंचायत हुई। इसमें शमशेर खरकड़ा व इनकी पत्नी राधा अहलावत ने अपनी बात रखी। पंचायत में मौजूद लोगों ने मिलकर फैसला दिया कि राधा अहलावत निर्दलीय चुनाव लड़े। इससे पहले भी गांव खरकड़ा व बलंभा गांव में चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर पंचायत हो चुकी है। भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा की पत्नी राधा अहलावत महम हलके में विधानसभा चुनाव को लेकर कई दिनों से प्रचार-प्रसार में जुटी हुई थी। लेकिन उनको धक्का तब लगा जबकि भाजपा ने उनकी टिकट काट कर महम से भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को टिकट दे दी। इसके कारण महम हलके के कई भाजपा नेताओं ने इस्तीफा तक दे दिया। वहीं शमशेर खरकड़ा ने चुनाव लड़ने या ना लड़ने का फैसला कार्यकर्ताओं व पंचायत पर छोड़ दिया। सोमवार को हुई पंचायत में चुनाव लड़ने का फैसला सुनाया। 2019 में महम विधानसभा की स्थिति महम विधानसभा की स्थिति हरियाणा के रोहतक की महम विधानसभा सीट से भाजपा नेता शमशेर खरखड़ा की पत्नी राधा अहलावत निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। आज बलंभा गांव में हुई पंचायत में शरशेर खरकड़ा व राधा में यह फैसला लिया गया। भाजपा ने महम से कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को टिकट दिया है। इसी से नाराज होकर दोनों कई दिनों से पंचायतें कर समर्थन जुटा रहे थे। आज राधा के निर्दलीय मैदान में उतरने का फैसला लिया गया है। महम में भाजपा द्वारा दीपक हुड्डा को टिकट देने के बाद शुरू हुआ विरोध बढ़ गया है। सोमवार को गांव बलंभा में दो गांवों (गांव बलंभा व खरकड़ा) की पंचायत हुई। इसमें शमशेर खरकड़ा व इनकी पत्नी राधा अहलावत ने अपनी बात रखी। पंचायत में मौजूद लोगों ने मिलकर फैसला दिया कि राधा अहलावत निर्दलीय चुनाव लड़े। इससे पहले भी गांव खरकड़ा व बलंभा गांव में चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर पंचायत हो चुकी है। भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा की पत्नी राधा अहलावत महम हलके में विधानसभा चुनाव को लेकर कई दिनों से प्रचार-प्रसार में जुटी हुई थी। लेकिन उनको धक्का तब लगा जबकि भाजपा ने उनकी टिकट काट कर महम से भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को टिकट दे दी। इसके कारण महम हलके के कई भाजपा नेताओं ने इस्तीफा तक दे दिया। वहीं शमशेर खरकड़ा ने चुनाव लड़ने या ना लड़ने का फैसला कार्यकर्ताओं व पंचायत पर छोड़ दिया। सोमवार को हुई पंचायत में चुनाव लड़ने का फैसला सुनाया। 2019 में महम विधानसभा की स्थिति महम विधानसभा की स्थिति हरियाणा | दैनिक भास्कर
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महेंद्रगढ़ में दो जगह चली गोली:हमले में दो व्यक्ति घायल, लोगों ने एक आरोपी को पकड़कर पीटा
महेंद्रगढ़ में दो जगह चली गोली:हमले में दो व्यक्ति घायल, लोगों ने एक आरोपी को पकड़कर पीटा हरियाणा में महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में नांगल चौधरी क्षेत्र में 24 घंटे में दो जगह गोली चलने से लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। इन दोनों वारदातों में दो व्यक्तियों को गोली लगी है। मारपीट में आरोपी का पैर टूटा
पहली घटना में रात को देवनारायण चौक पर रमेश उर्फ रमी पर गोली चलाई गई थी। बताया जा रहा है कि गोली चलाने वाला राजस्थान पुलिस का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल है। लुजोता निवासी रोहतास ने गांव के ही रमेश उर्फ रमी पर गोली चला दी। इसमें वह तो बाल-बाल बच गया, लेकिन दूसरी गोली हाथापाई के दौरान रोहताश के पैर पर लग गई। घटना के बाद आरोपी रोहतास व उसके साथ आए भेडंटी निवासी एक व्यक्ति भागने की कोशिश करने लगे। आरोपी रोहतास को लोगों ने पकड़ लिया, वहीं दूसरा व्यक्ति भागने में कामयाब हो गया। इसके बाद लोगों ने आरोपी के साथ मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बताया जा रहा है कि इस घटना में रोहतास का पैर भी टूट गया, जिसे रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया है। दो युवकों के बीच हुई झड़प में फायरिंग
दूसरी घटना नांगल चौधरी के नए बस स्टैंड के पास की है, जहां शुक्रवार को दोपहर करीब 11 बजे दो गांवों के युवकों के बीच झड़प हो गई। इस घटना में भी एक व्यक्ति को गोली लगी है। मिली जानकारी के अनुसार मोहनपुर के अमित को कालबा के युवकों ने गोली मारी है। अभी उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इस मामले में अमित के भाई दीपक ने पुलिस में शिकायत दी है। नांगल चौधरी थाना प्रभारी रविंद्र ने बताया कि दोनों मामलों में पुलिस को शिकायत मिली है। एक घटना रात को हुई थी, वहीं, दूसरी शुक्रवार दोपहर में हुई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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मतदाता जागरूकता को पीएम श्री स्कूल जाखल में हुई आदर्श युवा विधानसभा भूना। स्वीप के तहत राजकीय महाविद्यालय, भूना में मतदान करने की शपथ लेते विद्यार्थी व नागरिक। भास्कर न्यूज | फतेहाबाद स्वीप के तहत जिला के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में बुधवार को भी अनेक गतिविधि आयोजित की गई। इसी कड़ी में पीएम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाखल मंडी में आदर्श युवा विधानसभा का आयोजन करके 5 अक्टूबर को अधिक से अधिक संख्या में मतदान के लिए प्रेरित किया गया। वहीं भूना के राजकीय महाविद्यालय में छात्रों को मतदान करने की शपथ भी दिलाई गई। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मनदीप कौर ने आम मतदाताओं से कहा कि लोकतंत्र प्रणाली में जनता सर्वोपरि होती है और एक-एक वोट बहुत महत्वपूर्ण होता है, इसलिए सभी मतदाताओं को लोकतंत्र के इस सबसे बड़े पर्व में भागीदारी जरूर सुनिश्चित करनी चाहिए और मतदान करके देश के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए। चुनाव में मतदान करने का मौका 5 साल के बाद एक बार मिलता है। यह अवसर हमें गंवाना नहीं चाहिए बल्कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान करके अपने आप को गौरवान्वित महसूस करें। उपायुक्त ने जिला के मतदाताओं से आह्वान करते हुए कहा कि मतदान करना उनका अधिकार है। उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र के पर्व में वोट डालकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
हरियाणा में कांग्रेस ने भजनलाल परिवार का किला भेदा:खट्टर का बयान BJP पर भारी पड़ा; कुलदीप बिश्नोई ने हाथ तक जोड़े, वोटर नहीं माने
हरियाणा में कांग्रेस ने भजनलाल परिवार का किला भेदा:खट्टर का बयान BJP पर भारी पड़ा; कुलदीप बिश्नोई ने हाथ तक जोड़े, वोटर नहीं माने 56 साल से भजनलाल परिवार का अभेद दुर्ग कहे जाने वाले आदमपुर में इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट से भजनलाल 1968 में पहली बार विधायक बने थे। तब से जितने भी चुनाव हुए, सभी में भजनलाल परिवार ही आदमपुर से जीतता रहा था। दिवंगत भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं, और उनके बेटे भव्य बिश्नोई 2022 में यहां से भाजपा की टिकट पर विधायक चुने गए थे। हालांकि, इस बार भजनलाल परिवार का सदस्य इस सीट से उम्मीदवार नहीं था, लेकिन भाजपा के समर्थन में वोट जरूर करने की अपील की गई थी। इसके बाद भी हिसार से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को आदमपुर में 53156 वोट ही मिले। जबकि, कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी 59544 वोट पाने में कामयाब रहे। इस तरह जयप्रकाश जेपी 6384 वोट से आदमपुर जीत गए। कुलदीप ने बार-बार जनता के सामने हाथ जोड़े
कुलदीप बिश्नोई जानते थे कि आदमपुर में अगर वह हार गए तो इसका खामियाजा उनके राजनीतिक जीवन पर पड़ेगा। इस स्थिति को भांपते हुए वह बार-बार जनता के बीच गए और अपने दिवंगत पिता चौधरी भजनलाल से जुड़ाव को याद दिलाकर वोट मांगे। वह बार-बार जनता के बीच जाकर हाथ जोड़ते हुए भी नजर आए। कहते रहे, ‘लाज रख लेना, कहीं गलत कदम मल उठा लेना’। फिर भी लोगों ने कुलदीप बिश्नोई की अपील को अनसुना कर दिया। आदमपुर में कांग्रेस को बढ़त मिली और सबसे खास बात है कि बिश्नोइयों के गांव में जयप्रकाश जेपी आगे रहे। इसका कारण कुलदीप बिश्नोई से लोगों की नाराजगी को माना जा रहा है। बिश्नोई परिवार का आदमपुर में घटा जनाधार
आदमपुर में बिश्नोई परिवार का जनाधार लगातार कम हो रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भजनलाल के पौते भव्य बिश्नोई हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे। तब भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने भव्य को आदमपुर में हराया था। अब लोकसभा चुनाव में यह दूसरा मौका है जब बिश्नोई परिवार आदमपुर में हार गया हो। वहीं, दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव में भाजपा की ही टिकट पर भव्य आदमपुर से चुनाव लड़े और चुनाव जीते। मगर चुनाव जीत का मार्जिन कम हो गया। भव्य 15714 वोटों से ही जीत दर्ज कर पाए। बिश्नोई परिवार का आदमपुर ही नहीं, आसपास की सीटों पर भी प्रभाव देखने नहीं मिला। बिश्नोई परिवार के लिए अब आगे क्या
आदमपुर में हार ने बिश्नोई परिवार के लिए राजनीतिक संकट पैदा कर दिया है। इसका खामियाजा उन्हें भाजपा में भुगतना पड़ सकता है। उनके पास भाजपा में ही रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। कुलदीप बिश्नोई यदि आदमपुर से भाजपा को जिताने में कामयाब होते तो उनके विधायक बेटे को रणजीत की जगह हरियाणा कैबिनेट में जगह मिल सकती थी। जानकार बताते हैं कि भाजपा की ओर से यह ऑफर भी दिया गया था, लेकिन कुलदीप भाजपा को जिता नहीं पाए। अब भव्य बिश्नोई को संगठन की जिम्मेदारी तक ही समित रखा जा सकता है। कुलदीप बिश्नोई को सख्त मैसेज पार्टी की ओर से दिया जा सकता है। 4 महीने बाद ही हरियाणा में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में बिश्नोई परिवार के सामने 56 साल पुराने राज को बचाने की चुनौती रहेगी। कुलदीप बिश्नोई अधिकतर समय आदमपुर में न रहकर दिल्ली में बिताते हैं। ऐसे में उन्हें अब आदमपुर में दोबारा सक्रिय होना पड़ेगा। आदमपुर में भाजपा की हार के कारण
हिसार लोकसभा में हुई पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर की जनसभा में चौधरी भजनलाल को लेकर दिए बयान ने भाजपा को बैकफुट पर ला दिया। इसे लेकर बिश्नोई परिवार तो असहज हुआ ही, बिश्नोई वोटर्स भी भाजपा से नाराज हो गए। कुलदीप बिश्नोई अंत तक इस बयान पर सफाई देते रहे, लेकिन लोगों में गलत मैसेज गया। इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर 10 अप्रैल को हिसार में BJP कैंडिडेट रणजीत चौटाला के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। कैमरी गांव में हुई जनसभा को संबोधित करते हुए खट्टर ने मंच से कुछ किस्से सुनाए जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों से जुड़े हुए थे। इनमें से एक किस्सा चौधरी भजनलाल से जुड़ा था, जिससे लोग नाराज हो गए। टिकट कटने पर नाराज हुए तो कार्यकर्ताओं में गलत संदेश गया
हिसार से कुलदीप बिश्नोई को लोकसभा का टिकट नहीं मिला। वह नाराज होकर दिल्ली चले गए। उनके बेटे भव्य बिश्नाई ने आदमपुर में रणजीत चौटाला के लिए प्रचार बंद कर दिया। इसके बाद लोगों में यह संदेश चला गया कि भाजपा जानबूझकर बिश्नोई परिवार को टारगेट कर रही है। पहले भजनलाल पर बयान, फिर कुलदीप का टिकट काटना। इसके बाद कुलदीप को मनाने खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी दिल्ली गए। इससे यह मैसेज और क्लीयर हो गया कि कुलदीप बिश्नोई भाजपा से नाराज चल रहे हैं। इसके बाद कुलदीप की तो नाराजगी दूर हो गई, लेकिन उनके वर्कर अंत तक इसे भुला नहीं पाए। कुलदीप में राजनीतिक स्तिरता नहीं
चौधरी भजनलाल ने जहां राजनीतिक स्थिरता दी, वहीं कुलदीप बिश्नोई में राजनीतिक स्थिरता का अभाव दिखा। 2007 में कांग्रेस से अलग होकर चौधरी भजनलाल ने हजकां पार्टी बनाई। उनके देहांत के बाद कुलदीप बिश्नोई ने कुछ साल पार्टी को आगे बढ़ाया। हरियाणा में हजकां के 6 विधायक चुनकर आए, लेकिन वह उन्हें संभाल नहीं पाए और सभी विधायक कांग्रेस में चले गए। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई की हजका का भाजपा से गठबंधन हुआ, लेकिन वह भी ज्यादा समय नहीं चला। फिर कुलदीप बिश्नोई ने हजकां का कांग्रेस में विलय कर लिया। कांग्रेस में कुछ वर्ष बिताने के बाद वह फिर भाजपा में आ गए। अब हिसार लोकसभा से टिकट न मिलने पर कुलदीप भाजपा से भी नाराज हो गए थे।