भारतीय जनता पार्टी के धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर 100 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, बीते तीन जून को हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड (HPSEB) के निदेशक मंडल (BOD) ने 175 करोड़ रुपए कीमत का टेंडर 245 करोड़ रुपए में देकर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है। सुधीर शर्मा ने कहा, BOD मीटिंग में कई सदस्य नहीं आए, क्योंकि उन्हें मालूम था कि टेंडर आवंटन में गड़बड़ी होने वाली है। ऐसे में कई सदस्यों की गैर मौजूदगी में बीओडी ने सिंगल बिडर कंपनी को टेंडर आवंटित कर दिया। सुधीर ने कहा, सिंगल टेंडर की वजह से वित्त विभाग पहले ही आपत्ति लगा चुका था। वित्त विभाग की आपत्ति को नजरअंदाज करते हुए बीओडी ने उत्तर प्रदेश की मेसर्ज भारत एंड कॉर्पोरेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया है। वह भी ऐसी कंपनी को जो 2022 में रजिस्टर हुई है। उन्होंने सवाल किया कि दो साल पहले रजिस्टर कंपनी क्या यह काम कर पाएगी, जबकि सिंगल टेंडर की वजह से इसकी दोबारा निविदाएं मांगी जानी थी। 39% अधिक रेट पर दिया टेंडर: सुधीर भाजपा विधायक ने कांग्रेस सरकार पर आनन-फानन में टेंडर देकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और अंदेशा जताया कि हो सकता है कि प्रदेश में चल रहे उप चुनाव के खर्च के लिए यह भ्रष्टाचार किया गया हो। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का टेंडर 5-10 फीसदी नहीं बल्कि 39 प्रतिशत अधिक के रेट पर बिडर को दिया गया। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार में खुले तौर पर भ्रष्टाचार हो रहा है। वर्ल्ड बैंक कर रहा वित्त पोषण बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत शिमला जोन बिजली की ट्रांसमिशन लाइन की अपडेशन के साथ ट्रांसफॉर्मर इत्यादि बदलने का काम किया जाना है। इस प्रोजेक्ट का वित्त पोषण विश्व बैंक कर रहा है। बिजली बोर्ड कर्मचारी चार सालों से लगातार इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे है। इनके विरोध की वजह से ही यह प्रोजेक्ट काफी समय से लटका हुआ था। भारतीय जनता पार्टी के धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर 100 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, बीते तीन जून को हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड (HPSEB) के निदेशक मंडल (BOD) ने 175 करोड़ रुपए कीमत का टेंडर 245 करोड़ रुपए में देकर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है। सुधीर शर्मा ने कहा, BOD मीटिंग में कई सदस्य नहीं आए, क्योंकि उन्हें मालूम था कि टेंडर आवंटन में गड़बड़ी होने वाली है। ऐसे में कई सदस्यों की गैर मौजूदगी में बीओडी ने सिंगल बिडर कंपनी को टेंडर आवंटित कर दिया। सुधीर ने कहा, सिंगल टेंडर की वजह से वित्त विभाग पहले ही आपत्ति लगा चुका था। वित्त विभाग की आपत्ति को नजरअंदाज करते हुए बीओडी ने उत्तर प्रदेश की मेसर्ज भारत एंड कॉर्पोरेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया है। वह भी ऐसी कंपनी को जो 2022 में रजिस्टर हुई है। उन्होंने सवाल किया कि दो साल पहले रजिस्टर कंपनी क्या यह काम कर पाएगी, जबकि सिंगल टेंडर की वजह से इसकी दोबारा निविदाएं मांगी जानी थी। 39% अधिक रेट पर दिया टेंडर: सुधीर भाजपा विधायक ने कांग्रेस सरकार पर आनन-फानन में टेंडर देकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और अंदेशा जताया कि हो सकता है कि प्रदेश में चल रहे उप चुनाव के खर्च के लिए यह भ्रष्टाचार किया गया हो। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का टेंडर 5-10 फीसदी नहीं बल्कि 39 प्रतिशत अधिक के रेट पर बिडर को दिया गया। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार में खुले तौर पर भ्रष्टाचार हो रहा है। वर्ल्ड बैंक कर रहा वित्त पोषण बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत शिमला जोन बिजली की ट्रांसमिशन लाइन की अपडेशन के साथ ट्रांसफॉर्मर इत्यादि बदलने का काम किया जाना है। इस प्रोजेक्ट का वित्त पोषण विश्व बैंक कर रहा है। बिजली बोर्ड कर्मचारी चार सालों से लगातार इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे है। इनके विरोध की वजह से ही यह प्रोजेक्ट काफी समय से लटका हुआ था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मंडी में निर्माणाधीन टनल के पास सड़क धंसी:20 से अधिक घरों पर मंडराया खतरा; चार महीने से बंद पड़ा काम
मंडी में निर्माणाधीन टनल के पास सड़क धंसी:20 से अधिक घरों पर मंडराया खतरा; चार महीने से बंद पड़ा काम मंडी जिले के पंडोह के ग्राम पंचायत हटौण के डयोड गांव में निर्माणाधीन टनल के ठीक ऊपर एक हिस्सा अचानक धंस गया। जिससे बड़ा गड्ढा बन गया है। डयोड हटौण सड़क पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। गांव के करीब 20 से अधिक घरों पर खतरा मंडरा गया है। ग्रामीणों ने जब देखा कि सड़क किनारे गड्ढा बना हुआ है, तो उनके होश उड़ गए। यह गड्ढा इतना ज्यादा गहरा था कि पत्थर फैंकने पर उसके गिरने की आवाज तक नहीं आ रही। चार महीने से बंद पड़ा काम कीरतपुर-मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत पंडोह बायपास टकोली फोरलेन का जो निर्माण किया जा रहा है। उसकी पहली टनल डयोड गांव के नीचे से होकर ही गुजर रही है। इस टनल की खुदाई का काम पूरा कर दिया गया है। लेकिन बीते करीब चार महीने से इसका काम बंद पड़ा हुआ है। घरों की दीवारों में आई दरारें ग्रामीण हरदेव शर्मा, कशमीर सिंह, गीता देवी और कोयला देवी ने बताया कि इससे पहले भी टनल निर्माण के कारण उनके घरों पर बड़ी-बड़ी दरारें आई हुई हैं। अब इस हिस्से के धंसने से घरों में और नई दरारें आना शुरू हो गई हैं। कंपनी प्रबंधन व प्रशासन ने आया सुध लेने जहां यह गड्ढा पड़ा है। उसके साथ लगती गौशाला को खाली कर दिया गया है। इससे पहले मेघ सिंह के घर के पास भी टनल का हिस्सा इसी तरह से धंसा था। वहां भी आज दिन तक कंपनी प्रबंधन ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन और प्रशासन की तरफ से कोई भी मौके पर नहीं आया है और इनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है।
हिमाचल के मंडी में मस्जिद तोड़ने को प्रदर्शन:धारा 163 लागू, 5 लोगों के इकट्ठे चलने पर रोक, अवैध दीवार खुद तोड़ रहा मुस्लिम समुदाय
हिमाचल के मंडी में मस्जिद तोड़ने को प्रदर्शन:धारा 163 लागू, 5 लोगों के इकट्ठे चलने पर रोक, अवैध दीवार खुद तोड़ रहा मुस्लिम समुदाय हिमाचल प्रदेश की राजधानी के संजौली से मस्जिद विवाद में सुलगी चिंगारी अन्य शहरों में भी तेजी से भड़क रही है। शिमला के बाद आज मंडी में हिंदू संगठन मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। यानी 5 या इससे ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होगी। इस मामले में आज नगर निगम (MC) कोर्ट में सुनवाई भी होनी है। हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के आवाहन के बाद मंडी शहर में चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। भीड़ को एक जगह जुटने से रोकने के लिए जगह जगह बैरिकेड लगाए गए हैं। इस बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जेल रोड पर बनी मस्जिद की अवैध दीवार को बीते वीरवार को ही गिराना शुरू कर दिया है। मुस्लिम समुदाय के लोग खुद सड़क पर अतिक्रमण करके बनाई गई दीवार तोड़ रहे हैं। MC कोर्ट आज सुनवाई बिना अनुमति के बनाई गई 2 मंजिल को लेकर आज MC कोर्ट में सुनवाई होनी है। मंडी के जेल रोड पर मस्जिद के ऊपर 2 अतिरिक्त मंजिल बिना अनुमति के बनाई गई है। स्थानीय लोग इसे तोड़ने की मांग कर रहे हैं। शिमला के संजौली में हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद मंडी में भी मस्जिद तोड़ने के लिए मुखर हो गए हैं। प्रशासन और हिंदू संगठनों में वार्ता विफल इससे पहले बीते कल प्रशासन और हिंदू संगठनों में काफी देर तक वार्ता हुई। वार्ता विफल होने के बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन का फैसला लिया है। DC मंडी अपूर्व देवगन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मस्जिद को लेकर नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, उपद्रव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी। जेल रोड 2 बजे तक रहेगा बंद: SP एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि प्रदर्शन को देखते हुए जेल रोड सुबह 09:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद रहेगा। इसी तरह होटल प्रताप से पुलघराट तक सुबह 09:00 बजे पहले और दोपहर 02:00 बजे के बाद वाहनों की आवाजाही वन-वे होगी। वाहन केवल पुलघराट की ओर जा सकेंगे। शिमला से दूसरे शहरों में सुलगी चिंगारी शिमला में हिंदू संगठनों के उग्र प्रदर्शन के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग अवैध निर्माण को खुद तोड़ने के लिए राजी हो रहा है। शिमला में भी बीते कल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नगर निगम कमिश्नर से मिलकर पेशकश की कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तब तक अवैध रूप से बनी 3 मंजिल को सील किया जाए। कोर्ट यदि अवैध हिस्से को तोड़ने को बोलेगा तो मुस्लिम समुदाय इसे खुद तोड़ने को तैयार है। शिमला के बाद बीते कल मंडी में मस्जिद के बाहर अवैध दीवार को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है।
हरियाणा पहुंचीं BJP सांसद कंगना रनोट:बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बाजार में शॉपिंग, मंदिर में पूजा की; कड़ी सुरक्षा में भाई के ससुराल रुकीं
हरियाणा पहुंचीं BJP सांसद कंगना रनोट:बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बाजार में शॉपिंग, मंदिर में पूजा की; कड़ी सुरक्षा में भाई के ससुराल रुकीं हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट मंगलवार को हरियाणा पहुंची। वह चरखी दादरी में अपने भाई के ससुराल में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने आईं। इस दौरान उन्होंने दादरी के बाजार में शॉपिंग की। उनके साथ उनकी बहन रंगोली, भाभी और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। यहां उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। वह जिस ओर गईं उसी ओर भीड़ देखने को मिली। सांसद ने शॉपिंग के बाद बाला वाला मंदिर में पहुंचकर पूजा की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से भी बात की। गाड़ी में बैठने के बाद विक्ट्री साइन दिखाया। आज रात दादरी में रहेंगी कंगना रनोट
वह आज रात यही रहेंगी। सुबह तड़के निकलेंगीं। जहां कंगना और उनका परिवार ठहरा है, वहां सुरक्षा कड़ी की गई है। बता दें कि सांसद के भाई का ससुराल चरखी दादरी के खेड़ी बत्तर गांव में है। इस गांव की रहने वाली रितु की शादी कंगना के भाई से हुई है। कृषि कानूनों पर बयान से सुर्खियों में रहीं सांसद
अभी हाल ही में BJP सांसद कृषि कानूनों को लेकर दिए बयान से सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने सोशल मीडिया (X) पर वीडियो जारी कर रद्द किए गए 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने की मांग की थी। जिस पर उनका विरोध हुआ। यही नहीं बीजेपी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया था। इसके बाद कंगना रनोट ने माफी मांग ली थी। कंगना बोलीं- मेरी इस बात से बहुत लोग निराश हैं, मुझे दुख है जानिए क्या है पूरा मामला… 23 सितंबर: कंगना रनोट ने कहा- किसानों के हितकारी कानून वापस आने चाहिए
2 दिन पहले ही हिमाचल में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए कंगना ने 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने को कहा था। कंगना ने कहा कि किसानों के जो लॉ हैं, जो रोक दिए गए, वे वापस लाने चाहिए। किसानों को खुद इसकी डिमांड करनी चाहिए। हमारे किसानों की समृद्धि में ब्रेक न लगे। हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ (मजबूती के स्तंभ) हैं। वे खुद अपील करें कि हमारे तीनों कानूनों को लागू किया जाए। हमारे कुछ राज्यों ने इन कानूनों को लेकर आपत्ति जताई थी, उनसे हाथ जोड़ विनती करती हूं कि इन्हें वापस लाएं। बता दें कि नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने 14 महीने के किसान आंदोलन के बाद ये कानून वापस लिए थे। कंगना के बयान पर 4 रिएक्शन… 1. भाजपा का बयान से किनारा, बोली- हम बयान का खंडन करते हैं
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कंगना के बयान पर कहा, ‘सोशल मीडिया पर भाजपा सांसद कंगना रनोट का 3 कृषि कानूनों का लेकर दिया बयान चल रहा है। ये कानून पहले ही वापस लिए जा चुके हैं। मैं बिल्कुल स्पष्ट कहना चाहता हूं कि यह बयान कंगना रनोट का व्यक्तिगत है। BJP की ओर से कंगना ऐसा कोई बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं, और न ही उनका बयान पार्टी की सोच है। इसलिए, उस बयान का हम खंडन करते हैं।’ 2. जेडीयू बोली- ऐसे बयानों से BJP और NDA की छवि खराब होती है
बीजेपी के सहयोगी दल भी कंगना के बयान से नाराज दिख रहे हैं। जनता दल यूनाइटेड (JDU) नेता केसी त्यागी ने कहा कि कंगना आखिर किसकी मदद कर रही हैं। आज हरियाणा में कई जगहों पर उनके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। वह हमेशा लाइमलाइट में रहने के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे बयानों से BJP और NDA की छवि खराब होती है। 3. कांग्रेस की चुनौती, 3 काले कानूनों को वापस लाने की ताकत किसी में नहीं
हरियाणा कांग्रेस ने कहा कि भाजपा फिर से 3 कृषि कानून वापस लाने का प्लान बना रही है। कांग्रेस किसानों के साथ है। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना भी जोर लगा लें, ये कानून लागू नहीं होने दिए जाएंगे। इसके अलावा एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मंच से कंगना को चुनौती दी है। उन्होंने कहा, ‘BJP की सांसद कंगना रनोट का कहना है कि 3 कृषि कानून को लागू करने का समय आ गया है। हरियाणा में BJP की सरकार बनी तो ये 3 काले कानून लागू करेंगे। मैं चुनौती देता हूं, हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और कोई ताकत नहीं है जो 3 काले कानूनों को फिर से लागू करवा सके।’ 4. अकाली दल के नेता बोले- भाजपा कंगना को पार्टी से बाहर निकाले
पंजाब से अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने तो भाजपा से कंगना को पार्टी से निकालने और उन पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाने की मांग की थी। वहीं, पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि भाजपा अपने किसान विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कंगना का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सरकार से तत्काल स्पष्टीकरण देने की मांग रखी थी। किसानों को लेकर 2 बार पहले भी बयान दे चुकीं कंगना… पहला बयान- महिला किसान पर टिप्पणी
किसान आंदोलन के बीच कंगना रनोट ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। हालांकि, बाद में कंगना ने पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। इससे एक्ट्रेस विवादों में घिर गई थी। दूसरा बयान- किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुए
अगस्त में भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया, वरना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे।