पंजाब में आज बारिश की संभावनाएं नहीं:तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा; आने वाले दिनों में बढ़ने लगेगा दिन का पारा

पंजाब में आज बारिश की संभावनाएं नहीं:तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा; आने वाले दिनों में बढ़ने लगेगा दिन का पारा पंजाब में आज बारिश को लेकर कोई भी अलर्ट जारी नहीं किया गया। ना ही कहीं बारिश की संभावना बन रही है। वहीं, बीते 24 घंटों में छुटपुट इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि अधिकतर जिलों में बादल छाए रहे। जिसके बाद तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन आने वाले दिनों में दिन का अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी और ये सामान्य से अधिक रहेगा। राज्य में औसत अधिकतम तापमान में 0.8°C की गिरावट दर्ज की गई है, हालांकि यह सामान्य के करीब ही बना हुआ है। राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 27.3°C मोहाली में दर्ज किया गया। मार्च में पड़ने वाली है गर्मी भले ही मार्च की शुरुआत बारिश से हुई हो, लेकिन मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मार्च का महीना भी गर्म रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, मार्च के पहले हफ्ते में पंजाब और आसपास के राज्यों में तापमान सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा रहने का अनुमान है। वहीं, 7 से 14 मार्च तक तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। बीते दिनों मौसम विभाग की तरफ से ओरेंज अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन ना ही बारिश हुई और ना ही ओलावृष्टि हुई। ये किसानों के लिए राहत थी। आने वाले दिनों में दिन का तापमान का बढ़ना भी किसानों के लिए बेहतर होगा। पंजाब के शहरों का मौसम- अमृतसर – आज आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 11 से 20 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- आज आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 8 से 20 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- आज आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 11 से 21 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- आज आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 11 से 24 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- आज आसमान साफ रहेगा। तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। तापमान 12 से 24 डिग्री के बीच रह सकता है।

हिमाचल के पहाड़ों ने फिर ओढ़ी बर्फ की चादर:मनाली में सप्ताह के भीतर दूसरी बार हिमपात, तापमान में भारी गिरावट, कल से साफ होगा मौसम

हिमाचल के पहाड़ों ने फिर ओढ़ी बर्फ की चादर:मनाली में सप्ताह के भीतर दूसरी बार हिमपात, तापमान में भारी गिरावट, कल से साफ होगा मौसम हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बीती शाम से बर्फबारी और अन्य क्षेत्रों में बारिश हो रही है। मशहूर पर्यटन स्थल मनाली में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार अच्छी बर्फ गिरी। इससे पर्यटक खुशी से झूम उठे हैं। लाहौल स्पीति और चंबा के कई क्षेत्रों में एक फीट से ज्यादा ताजा हिमपात हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिले में आज भी बारिश एवं बर्फबारी का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस कमजोर पड़ेगा और अगले तीन-चार दिन तक प्रदेशभर में मौसम साफ हो जाएगा। बारिश-बर्फबारी के बाद पहाड़ों पर मार्च में भी दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड लौट आई हैं। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से -6.3 डिग्री नीचे गिर गया है, जबकि बीते 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में 5.5 डिग्री की कमी आई है। चंबा का तापमान नॉर्मल से 14 डिग्री नीचे गिरा चंबा के तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। चंबा का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 14 डिग्री नीचे लुढ़कने के बाद 11.4 डिग्री सेल्सियस रह गया है। भुंतर का अधिकतम तापमान भी नॉर्मल से 10.4 डिग्री नीचे गिरने के बाद 10.5 डिग्री और मंडी का तापमान 10.9 डिग्री नीचे लुढ़कने के बाद 114.7 डिग्री सेल्सियस रह गया है। अन्य शहरों के तापमान में भी इसी तरह गिरावट आई है। एवलांच गिरने की चेतावनी इस बीच चंबा और लाहौल स्पीति जिला में एवलांच गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में बीते सप्ताह भारी बर्फबारी हुई है। इससे बर्फ के पहाड़ खिसकने की घटनाएं पेश आ रही है। इसे देखते हुए लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। बीते 3 दिनों के दौरान लाहौल स्पीति, चंबा और किन्नौर जिला में 9 घटनाएं बर्फ के पहाड़ गिरने की पेश आ चुकी हैं।

3 साल में 2 कुंभ, एक अर्धकुंभ लगेगा:प्रयागराज से 3 हजार करोड़ ज्यादा उज्जैन सिंहस्थ में खर्च होंगे; आग बुझाने बिछेगी पाइपलाइन

3 साल में 2 कुंभ, एक अर्धकुंभ लगेगा:प्रयागराज से 3 हजार करोड़ ज्यादा उज्जैन सिंहस्थ में खर्च होंगे; आग बुझाने बिछेगी पाइपलाइन प्रयागराज महाकुंभ के बाद 3 साल में नासिक, उज्जैन में सिंहस्थ (कुंभ) और हरिद्वार में अर्धकुंभ लगना है। इन तीनों जगहों पर अखाड़ों और नागा संन्यासियों के दर्शन होंगे। प्रयागराज जैसी श्रद्धालुओं की भीड़ तो यहां नहीं उमड़ेगी, लेकिन यहां की सरकारें महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन की तैयारी में अभी से जुट गई हैं। इसका मुख्य कारण विश्व में प्रयागराज महाकुंभ की प्रसिद्धि और यूपी की इकोनॉमी को मिला फायदा है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड के अफसरों की टीमें प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर स्टडी कर चुकी हैं। इस स्टडी पर तीनों राज्यों की सरकारें तैयारी कर रही हैं। श्रद्धालुओं की संख्या का एनालिसिस किया जा रहा है। प्रयागराज महाकुंभ में सारे रिकॉर्ड भीड़ के टूटे हैं, लिहाजा इस पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ के मुताबिक सुविधाओं के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, सेफ्टी फीचर पर योजनाएं बनाई जा रही हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट अलॉटमेंट किया जा रहा है। सबसे पहले जानिए कब और कहां पर कुंभ या अर्धकुंभ का आयोजन होना है। हरिद्वार में गंगा किनारे 2027 में अर्धकुंभ का आयोजन होगा। यह 6 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक चलेगा। इसी साल नासिक में गोदावरी के किनारे 17 जुलाई से 17 अगस्त के बीच कुंभ होगा। फिर इसके अगले साल यानी 2028 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होगा। यह 27 मार्च से 27 मई तक दो महीने चलेगा। पढ़िए तीनों जगहों पर क्या तैयारी चल रही हैं, प्रयागराज महाकुंभ से यहां के अफसर और सरकारों ने क्या कुछ सीखा, जो यहां काम आएगा- सबसे पहले पढ़िए उज्जैन में सिंहस्थ को लेकर की जा रही तैयारियां- 42 हजार जवान तैनात होंगे, 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे; सड़कें और ओवरब्रिज अभी से बन रहे प्रयागराज महाकुंभ के बाद उज्जैन के सिंहस्थ की ज्यादा चर्चा होती है। प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर लौटे प्रदेश के अधिकारी अब सिंहस्थ-2028 की तैयारियों में जुट गए हैं। मध्यप्रदेश के करीब आधा दर्जन अधिकारी तीन चरणों में महाकुंभ मैनेजमेंट की जानकारी लेने पहुंचे थे। प्रयागराज पहुंचे अधिकारियों ने मुख्य रूप से पुलिस डिप्लॉयमेंट, ट्रैफिक, फायर और क्राउड मैनेजमेंट के साथ जल पुलिस और रेस्क्यू के लिए ड्रोन की व्यवस्था को करीब से समझा है। महाकाल की नगरी उज्जैन में तीन साल बाद 2028 में शिप्रा नदी पर सिंहस्थ कुंभ मेले का आयोजन होगा। सिंहस्थ कुंभ मेला 27 मार्च 2028 से 27 मई 2028 तक है। इस दौरान 9 अप्रैल से 8 मई की तारीखों के बीच 3 शाही स्नान और 7 पर्व स्नान प्रस्तावित हैं। कुंभ मेले में 14 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है। दो महीने लंबे इस पर्व का आयोजन करने में लगभग 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान है। इससे पहले साल 2016 में सिंहस्थ का आयोजन हुआ था। जिसमें करीब सात करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। इस बार शाही स्नान में 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। इसे देखते हुए अधिकारी अभी से तैयारियों में जुट गए हैं ताकि सामान्य दिनों व पर्वों पर भी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चल सकें। सूत्रों के मुताबिक सिंहस्थ कुंभ में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को शिप्रा नदी तक ज्यादा पैदल न चलना पड़े, इस देखते हुए सभी पार्किंग और व्यवस्थाएं बनाई जा जाएंगी। सीएम से लेकर एसीएस तक ले चुके हैं बैठक सिंहस्थ-2028 को लेकर उज्जैन में 3 हजार करोड़ से अधिक के काम चल रहे हैं। इसके साथ ही करीब 1500 करोड़ के कार्य प्रस्तावित भी है। जिन्हें 2028 से पहले करने का लक्ष्य रखा गया है। शिप्रा नदी में स्नान के लिए 29 किलोमीटर तक नए घाटों का निर्माण किया जाएगा। उज्जैन कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर कई बैठकों का दौर हो चुका है। सीएम से लेकर एसीएस स्तर के अधिकारी खुद उज्जैन पहुंचकर कुंभ को लेकर चल रहे कार्यों और प्रस्तावित कार्य की जानकारी ले चुके है। 2 फरवरी को अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा उज्जैन संभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी निर्माण कार्य 31 दिसंबर 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित कर चुके हैं। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि… सिंहस्थ कुंभ दो माह तक चलेगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 42 हजार से अधिक जवान कुंभ मेले के दौरान तैनात रहेंगे। इसके साथ दो नए थाने महाकाल लोक और तपोभूमि पर बनाए जा रहे हैं। इसी के साथ जगह-जगह छोटी-छोटी चौकियां बनाकर सुरक्षा रखी जाएगी। क्राउड मैनेजमेंट पर रहेगा फोकस सिंहस्थ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इस दौरान उज्जैन में सैटेलाइट रेलवे स्टेशनों का विकास किया जाएगा, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। शिप्रा नदी पर नए पुलों के साथ एनएचएआई (NHAI) द्वारा नए मार्गों का प्रस्ताव रखा गया है। भीड़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन ने सख्त रणनीति अपनाई है। शाही स्नान के दौरान अधिकतम 15 मिनट दिए जाने का फैसला लिया गया है। उज्जैन में भी बनाई जाएगी नई कुंभ नगरी सिंहस्थ-2028 को देखते हुए उज्जैन में जल्द ही एक नई कुंभ नगरी बसने जा रही है। जिसमें इंटर कनेक्टेड चौड़ी सड़कें, डिवाइडर, अंडर ग्राउंड लाइट, अस्पताल, स्कूल, खूबसूरत चौराहे सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं होंगी। खास बात ये है कि ये सभी निर्माण स्थायी होंगे। यानी कुंभ के बाद इन्हें तोड़ा नहीं जाएगा। लैंड पुलिंग से करीब 2378 हेक्टेयर जमीन पर उज्जैन विकास प्राधिकरण नई कुंभ नगरी बसाएगा। मध्य प्रदेश में इस तरह की यह पहली योजना है। जिस पर करीब 2000 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। दरअसल, सिंहस्थ-2028 को लेकर सरकार ने इस बार सिंहस्थ मेला क्षेत्र को स्थायी रूप से विकसित करने का प्लान तैयार किया है। जिससे हर 12 साल में सिंहस्थ की तैयारियों पर खर्च होने वाले करोड़ों रुपए बचेंगे। प्रयागराज कुंभ जैसा रेस्क्यू के लिए होगा ड्रोन का उपयोग उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि प्रयागराज कुंभ मेला अधिकारी और कलेक्टर से मिलकर जानकारी जुटाई गई कि उन्होंने कब से मेले की व्यवस्था बनानी शुरू की थी। उनकी मेजर प्रायोरिटी क्या-क्या थी। उसकी सूची हम लोगों ने ली है। हमारे यहां जो मेजर प्रायोरिटी है वो प्रयागराज के सिमिलर ही है। पानी, साफ-सफाई, शहर का सेनिटेशन, शहर की सुंदरता उनकी टाइमलाइन वैसी ही बनाई गई है। उज्जैन कुंभ को देखते हुए हमने 4 साल पहले ही तैयारियां शुरू कर दीं। उज्जैन कुंभ… गर्मियों में आग का खतरा सबसे ज्यादा आईजी उमेश जोगा ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में लर्निंग पॉइंट्स के लिए हम लोग तीन चरणों में गए थे। सबसे पहले दिसंबर में डीआईजी, कलेक्टर, कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे थे। दूसरी बार हम लोग गए। इस दौरान मुख्य रूप से पुलिस डिप्लॉयमेंट, ट्रैफिक, फायर और क्राउड मैनेजमेंट के साथ जल पुलिस और रेस्क्यू ड्रोन की व्यवस्था को करीब से समझा। पुलिस का प्रशिक्षण कैसा हो, यह भी लर्निंग का हमारा पॉइंट था। इसी प्रकार उज्जैन की पुलिस को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि उज्जैन कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। प्रयागराज में किस तरह से इंटेलिजेंट का उपयोग किया गया। साइबर टेक्नोलॉजी सहित आधुनिक उपकरणों का उपयोग। प्रयागराज की भौगोलिक स्थिति अलग है। उज्जैन में काफी हद तक रहवासी इलाके में मेला होगा। जबकि प्रयागराज में पूरा इलाका मैदान नुमा है। रेलवे स्टेशन से आने वाले श्रद्धालुओं और एयरपोर्ट से उज्जैन तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के रास्तों की जानकारी और उन्हें सभी मार्गों में किस तरह से व्यवस्थाएं लगानी है इस पर भी मंथन चल रहा है। मेला क्षेत्र में फायर ब्रिगेड की पाइप लाइन बिछाई जाएगी
प्रयागराज कुंभ में तीन से चार बार आग लगी थी। उज्जैन में होने वाला कुंभ गर्मी के सीजन में होगा। जिसके चलते यहां भी इसके बचाव के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। उनकी व्यवस्थाओं की स्टडी की गई है। जैसे फायर स्टेशन, पुलिस के रुकने का स्थान और दूसरी अन्य व्यवस्थाओं को एक साथ मर्ज किया गया था। जिसमें कम्युनिकेशन बहुत इजी हो जाता है। तत्काल मौके पर पहुंचकर आपातकाल की घटना में एक साथ टीम रेस्क्यू शुरू कर सकती है। प्रयागराज कुंभ में एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम भी बनाया गया था। जैसे भीड़ नियंत्रण के लिए पर स्क्वायर मीटर में कितने श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, उसका अलर्ट भी मिलता रहा। उसके आधार पर कब श्रद्धालुओं को किधर निकलना, किस रोड पर उनको डायवर्ट करना, यह सब कुछ पता चला सका। अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा के मुताबिक, आपदा प्रबंधन के लिए अधिकतम रिस्पांस समय 15 मिनट रहेगा। आग लगने की घटनाओं को तत्काल रूप से रोकने के लिए मेला क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाई जाएगी। नासिक कुंभ के लिए तैयारियां… प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर नासिक कुंभ को हाईटेक करने की तैयारी 14 फरवरी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूरे परिवार के साथ प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ में डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। बीते 26 फरवरी को देवेंद्र फडणवीस ने प्रयागराज महाकुंभ के बाद 2027 नासिक में होने वाले कुंभ को लेकर एक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि नासिक कुंभ मेला 2027 हाईटेक होगा। फडणवीस ने सीएम योगी को बधाई देते हुए कहा था- यह सिर्फ महाकुंभ नहीं था, यह प्रौद्योगिकी-सक्षम कुंभ था। महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ से सबक लेते हुए हमने नासिक कुंभ की योजना बनानी शुरू कर दी है। सीएम फडणवीस की बैठक को लेकर कहा कि सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। रेलवे और नागरिक उड्डयन के अधिकारी भी मौजूद थे। नासिक की सड़कों को चौड़ा करने, नासिक रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ाने और नासिक हवाई अड्डे पर निजी विमानों की पार्किंग पर चर्चा की गई। मंत्री ने आगे बताया कि नासिक रिंग रोड परियोजना के लिए काम शुरू किया गया। प्रयागराज में हमारे 25 अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने हमारे साथ अपने अनुभव साझा किए। पर्याप्त बजट आवंटित किया जाएगा और हमें उम्मीद है कि नासिक कुंभ में लगभग 15 करोड़ लोग मौजूद रहेंगे। साथ ही प्रयागराज कुंभ की तर्ज पर एक अलग कानून बनाया जाएगा। हरिद्वार अर्धकुंभ की तैयारियां… अर्धकुंभ को लेकर हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा कॉरिडोर के निर्माण में तेजी हरिद्वार में अप्रैल 2027 में होने वाले अर्ध कुंभ को लेकर उत्तराखंड सरकार ने भी तैयारियों पर जोर देना शुरू कर दिया है। 2027 के आयोजन को देखते हुए हरिद्वार और ऋषिकेश में बन रहे गंगा कॉरिडोर के निर्माण में भी तेजी लाई जा रही है। यह बात उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताई। सीएम ने बताया कि गंगा कॉरिडोर परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसके तहत गंगा तटों के सुंदरीकरण, घाटों के विस्तार, प्रकाश व्यवस्था और आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है। कुंभ मेले में करोड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं, इसलिए यातायात व्यवस्था और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। दैनिक भास्कर प्रयागराज महाकुंभ की तरह आने वाले अर्धकुंभ और सिंहस्थ का भी कवरेज करेगा दैनिक भास्कर की टीम ने प्रयागराज महाकुंभ में सबसे बेहतरीन कवरेज किया। हमने महाकुंभ के हर रंग को दिखाया। पल–पल की अपडेट दी। कुंभ मेले के बसने से लेकर उजड़ने तक की कहानी हमने रीडर्स तक पहुंचाई। दैनिक भास्कर की टीम आने वाले हरिद्वार के अर्धकुंभ, नासिक और उज्जैन के सिंहस्थ की कवरेज इसी तरह से करेगी। ——————– ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ के बाद संगम क्षेत्र में विशेष सफाई अभियान:7 दिन चलेगा अभियान, अवैध कब्जे और होर्डिंग्स हटेंगे; मोहल्लों की गलियों में चलेगी सफाई मुहिम प्रयागराज में महाकुंभ के समापन के बाद संगम क्षेत्र और आसपास के इलाकों में विशेष सफाई अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान सात दिन तक चलेगा। महापौर उमेश चंद्र (गणेश केसरवानी) ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने मेला क्षेत्र से जुड़े मोहल्लों, पार्किंग स्थलों और सड़कों की सफाई के निर्देश दिए। अवैध कब्जे और अतिक्रमण हटाने का भी आदेश दिया। दोबारा हुए कब्जों के लिए पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा जाएगा। पढ़ें पूरी खबर

हरियाणा में 12वीं का दूसरा पेपर आज:पिछला पेपर आउट हो चुका, अब तक 152 नकलची पकड़े; सरकार ने बोर्ड सचिव बदला

हरियाणा में 12वीं का दूसरा पेपर आज:पिछला पेपर आउट हो चुका, अब तक 152 नकलची पकड़े; सरकार ने बोर्ड सचिव बदला हरियाणा में आज (4 मार्च) 12वीं बोर्ड का फिजिक्स (भौतिकी) और इकोनॉमिक्स (अर्थशास्त्र) का पेपर है। जिसमें कुल 2.23 हजार बच्चे शामिल होंगे। इससे पहले 12वीं का इंग्लिश का पेपर 27 फरवरी को हुआ था। जिसमें नूंह और पलवल से पेपर आउट होने के साथ पूरे प्रदेश में 37 जगहों से नकल के मामले भी सामने आए थे। बीते कल परीक्षाओं में नकल के मामले में सरकार ने एक्शन लेते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव अजय चोपड़ा को हटा दिया। उनकी जगह डॉ. मुनीष नागपाल को सचिव लगाया। आज होने वाली परीक्षा में पेपर आउट और नकल जैसी घटनाओं से निपटने के लिए विभाग ने 219 उड़नदस्तों का गठन किया है। इतना ही नहीं 588 ऑब्जर्वर भी नियुक्त किए गए हैं। 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए बोर्ड ने प्रदेशभर में 1431 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। परीक्षा दोपहर साढ़े 12 बजे से शुरू होगी और साढ़े 3 बजे तक चलेगी। बता दें कि बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू हुई हैं जिसमें अभी तक एक पेपर 12वीं का और 2 पेपर 10वीं के हो चुके हैं। अभी तक हुए तीन पेपरों में कुल 152 मामले नकल के सामने आ चुके हैं। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें बोर्ड परीक्षाओं का हाल… 27 फरवरी को 12वीं का मैथ का पेपर आउट हुआ
27 फरवरी को प्रदेशभर में 12वीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हुई। परीक्षा के पहले दिन ही नकल के 37 मामले सामने आए। साथ ही पेपर शुरू होने के मात्र आधे घंटे बाद ही नूंह और पलवल में पेपर आउट हो गया। जिसके बाद पलवल के एक सेंटर पर तो परीक्षा भी रद्द की गई। मामले ने तूल पकड़ा तो अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए सेंटर सुपरिंटेंडेंट, पर्यवेक्षक और छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। वहीं, नूंह में सेंटर सुपरिंटेंडेंट, 2 पर्यवेक्षक और 3 छात्रों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए गए और पुन्हाना में 2 पर्यवेक्षक रिलीव कर दिए गए। टीम ने QR कोड से पकड़े
बोर्ड की टीम को नूंह जिले के टपकान स्थित सरकारी स्कूल से भी 12वीं का इंग्लिश का पेपर आउट होने की सूचना मिली। बोर्ड की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच की और QR कोड व अन्य सुरक्षा फीचर्स की मदद से पेपर वायरल करने वालों को पकड़ा। छात्र मोनिश, नफीश और मुश्तकीन, पर्यवेक्षक शौकत अली और रकमूदीन और सेंटर सुपरिंटेंडेंट संजय कुमार दोषी पाए गए। टीम ने सभी के खिलाफ कार्रवाई को लिखा। 28 फरवरी को मैथ का पेपर आउट हुआ
28 फरवरी को 10वीं के बोर्ड एग्जाम का पहला पेपर हुआ। लेकिन यह मैथ का पेपर भी परीक्षा शुरू होने से सिर्फ 15 मिनट के बाद ही आउट हो गया। पेपर नूंह में पुन्हाना के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल से आउट हुआ था। इतना ही नहीं यहां पर तो कई छात्रों के परिजन दीवारों पर चढ़ पर्चियां फेंकते हुए भी नजर आए। इसके साथ ही बोर्ड की टीम ने इस दिन पूरे राज्य से 36 नकल के मामले भी पकड़े। शिकायत मिलने पर नूंह और झज्जर पहुंची टीम
बोर्ड अध्यक्ष अजय चोपड़ा ने इस मामले पर बताया था कि झज्जर के डवाल स्थित राजकीय सरकारी स्कूल से मैथ का पेपर आउट होने की सूचना मिली थी। टीम मौके पर पहुंची तो एक छात्र को पेपर वायरल करते हुए मौके पर पकड़ लिया। इसके बाद सेंटर सुपरिंटेंडेंट को उसके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। साथ ही पर्यवेक्षक प्रीति रानी को रिलीव कर दिया गया। प्रीति ललित कला गांव के सरकारी स्कूल में PGT टीचर है। सीएम सैनी ने लिया एक्शन
लगातार दो दिन हुई 10वीं और 12वीं की परीक्षा में पेपर आउट हुए और परीक्षा केंद्रों में नकल की घटनाएं बढ़ीं तो इसपर सरकार एक्शन में आ गई। जिसके बाद 25 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। इसमें 4 DSP, 3 SHO और 1 चौकी इंचार्ज शामिल थे। सस्पेंड किए गए अधिकारियों में DSP धर्मवीर सिंह, पलवल के DSP मोहिंदर सिंह, पुन्हाना के DSP प्रदीप कुमार और तावड़ू के DSP देवेंद्र कुमार शामिल थे। इसके अलावा 5 पर्यवेक्षकों के खिलाफ FIR के आदेश दिए गए। वहीं, 4 सरकारी पर्यवेक्षकों और 2 सेंटर सुपरिंटेंडेंटों को सस्पेंड भी कर दिया गया। इनके साथ ही 4 बाहरी लोगों और 8 स्टूडेंट्स के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया। हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि परीक्षा केंद्रों से पेपर आउट होने को CM नायब सैनी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। 10वीं के पेपर में 79 नकल के मामले आए
अधिकारियों पर कार्रवाई होने के बाद भी नकल के मामले रुके नहीं। बीते कल यानी सोमवार(3 मार्च) को 10वीं का इंग्लिश का पेपर हुआ। इसमें नकल के 79 मामले पकड़े गए। इसके अलावा नूंह में नूंह के माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में 34 फर्जी स्टूडेंट पकड़े गए। ये दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे। वहीं सोनीपत के बरोदा में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर कई युवकों ने नकल बनाई। दीवार पर चढ़कर उन्होंने कक्षाओं में पर्चियां भी फेंकी। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने 7 लोगों पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर पुन्हाना के पिनगवां में तैनात पर्यवेक्षक नावेद, फिरोजपुर झिरका में तैनात पर्यवेक्षक शाहिद हुसैन और चरखी दादरी के सारंगपुर में तैनात पर्यवेक्षक राजबीर सिंह को रिलीव कर दिया गया।

हरियाणा का नया राज्यगीत तैयार:21 लाइनों में कुरुक्षेत्र की धरती, रागनी, खिलाड़ी-किसानों का जिक्र; पानीपत की लेखक, रोहतक की डायरेक्टर

हरियाणा का नया राज्यगीत तैयार:21 लाइनों में कुरुक्षेत्र की धरती, रागनी, खिलाड़ी-किसानों का जिक्र; पानीपत की लेखक, रोहतक की डायरेक्टर हरियाणा में 7 मार्च से शुरू होने जा रहे विधानसभा के बजट सत्र में राज्य गीत मिल जाएगा। ‘जय जय जय हरियाणा’ गीत में हरियाणवी संस्कृति के बारे में बताया गया है। 21 लाइनों में कुरुक्षेत्र की धरती, किसानों, खिलाड़ियों, सैनिकों और दूध दही के खाने को प्रमुखता से रखा गया है। इस गीत को पानीपत के डॉ. बालकिशन शर्मा ने लिखा है। डॉ. श्याम शर्मा गायक, पारस चोपड़ा कम्पोजर और रोहतक की मालविका पंडित ने डायरेक्ट किया है। इस गीत को विधानसभा कमेटी ने फाइनल कर दिया है। गीत में हरियाणा के रहन-सहन और भाईचारे काे बताया
3 मिनट के गीत में हरियाणा को वेदों की पावन धरती के रूप में प्रस्तुत किया गया है। कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया और महाभारत का इतिहास रचा गया। भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा की विशेषता बताते हुए गीत में शिवालिक पर्वत श्रृंखला, अरावली पर्वत और यमुना नदी का जिक्र किया गया है। साथ ही प्राचीन सरस्वती नदी के महत्व को भी दर्शाया गया है। हरियाणवी जीवनशैली की सादगी को दूध-दही के खानपान के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। गीत में राज्य की सामाजिक-सांस्कृतिक एकता को बताया गया है। यहां होली, दिवाली, ईद और गुरुपर्व जैसे सभी धर्मों के त्योहार मिलजुल कर मनाए जाते हैं। राज्य की प्रगति को शिक्षा और व्यापार के विकास से जोड़ा गया है। सांग और रागनी जैसी लोक कलाओं का भी उल्लेख है। हरियाणा के राष्ट्रीय योगदान को भी गीत में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। राज्य के किसानों द्वारा सोने जैसी फसलें उगाने, खिलाड़ियों द्वारा देश के लिए मेडल जीतने और सैनिकों द्वारा सीमाओं की रक्षा करने का गौरवपूर्ण जिक्र किया गया है। गीत के समापन में बताया गया है कि कैसे छोटा होने के बावजूद हरियाणा देश की विशेष शान है, जहां ‘अतिथि देवो भव’ की परंपरा आज भी है। बालकिशन शर्मा 8 किताबें लिख चुके
गीत के लेखक डॉ. बालकिशन शर्मा पानीपत के रहने वाले हैं। वह SD पीजी कॉलेज के पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वे हिंदी विभाग के अध्यक्ष भी रहे हैं। हिंदी व हरियाणवी लोक साहित्य के जाने-माने विद्वान हैं। डॉ. शर्मा हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य रह चुके हैं। उनकी लिखी 8 पुस्तकें प्रकाशित हैं, इनमें गांव की छांव, काव्य संग्रह और हरया-भरया हरियाणा हरियाणवी काव्य संग्रह विशेष रूप से चर्चित रही हैं। उन्होंने हरियाणवी फिल्म ‘आठवां वचन’ के गीत भी लिखे हैं। हरियाणवी लोक साहित्य को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में उनका विशेष योगदान रहा है। हरियाणवी लोक साहित्य के लेखन में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें जन कवि फौजी मेहर सिंह सम्मान के रूप में 2 लाख रुपए का पुरस्कार हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किया गया था। कमेटी के 5 सदस्यों ने गीत किया फाइनल
राज्य गीत फाइनल करने के लिए हरियाणा विधानसभा की तरफ से कमेटी बनाई गई थी। जिसमें रेवाड़ी से भाजपा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव को अध्यक्ष बनाया गया। इनके अलावा, झज्जर से कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल, हांसी से भाजपा विधायक विनोद भयाना, फतेहाबाद से कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया और रानियां से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल को सदस्य के रूप में शामिल किया गया। सूत्रों के मुताबिक कमेटी के पास 204 गीत पहुंचे थे। इनमें से कमेटी ने 3 गीत सिलेक्टर किए। आखिरी मंथन के बाद ‘जय जय जय हरियाणा’ गीत को फाइनल किया गया।

गुरुग्राम ED का WTC बिल्डर-भूटानी ग्रुप के ठिकानों पर तलाशी:3400 करोड़ रुपए के दस्तावेज मिले, अमेरिका में निवेश, सिंगापुर भेजे 200 करोड़

गुरुग्राम ED का WTC बिल्डर-भूटानी ग्रुप के ठिकानों पर तलाशी:3400 करोड़ रुपए के दस्तावेज मिले, अमेरिका में निवेश, सिंगापुर भेजे 200 करोड़ देश की चर्चित रियल एस्टेट कंपनी WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप और इनसे जुड़े प्रोमोटरों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सर्च ऑपरेशन में 3400 करोड़ रुपए से अधिक के धन संग्रह से संबंधित दस्तावेज मिले है। जो दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 15 परियोजनाओं के माध्यम से निवेशकों से धन प्राप्त किया गया। इन 15 प्रमुख परियोजनाओं में से समूह द्वारा किए जा रहे कार्यों में बहुत कम डिलीवरी दी गई है। कंपनियों के नाम पर विभिन्न सावधि जमा (एफडी) को जब्त कर लिया गया है। इतना ही नहीं प्रोजेक्ट और अन्य संस्थाओं के नाम पर विदेशों में मनी लान्ड्रिंग यानि धन की हेराफेरी भी की गई। इसके अलावा तलाशी कार्रवाई के दौरान यह भी पता चला कि 200 करोड़ रुपए सिंगापुर भेजे गए हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए निवेश का भी पता चला है। ईडी द्वारा यह कार्रवाई दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत कई शहरों में 12 ठिकानों पर की गई थी। सोमवार को ईडी के गुरुग्राम जोनल कार्यालय की तरफ से बताया गया कि घर खरीदारों द्वारा दर्ज दर्जनों एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है। डेढ़ करोड़ के जेवर मिले 1.50 करोड़ रुपए कीमत के आभूषण बरामद किए गए हैं। डब्ल्यूटीसी समूह और भूटानी समूह से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज पाए गए, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इनमें हजारों करोड़ रुपए की बाजार मूल्य की संपत्ति नाममात्र के मूल्य पर भूटानी समूह को हस्तांतरित कर दी गई है। ग्रुप का नकद लेन-देन भी मिला है। ईडी ने बिक्री कार्य, पंजीकरण दस्तावेज, लैपटॉप, हार्ड ड्राइव आदि बरामद किए। इसके अतिरिक्त समूह के नाम पर हजारों करोड़ की प्रोपर्टी की पहचान की गई है। इनके खिलाफ केस दर्ज इस संबंध में आशीष भल्ला, सुपर्णा भल्ला, अभिजीत भल्ला, मैसर्स भूटानी इंफ्रा और अन्य पर धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और सैकड़ों लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी कंपनियों और व्यक्तियों द्वारा घर खरीदारों को लालच दिया था कि वे आवंटन के लिए सेक्टर 111-114 फरीदाबाद में उनकी परियोजना में निवेश करें। बड़ी संख्या में खरीदारों ने इसमें निवेश किया, लेकिन प्रमोटरों और निदेशकों ने आपराधिक साजिश रची और निर्धारित समय के भीतर प्रोजेक्ट पूरा न करके प्लॉट खरीदने वालों की मेहनत की कमाई लूट ली। 10 साल में भी नहीं मिली डिलीवरी प्राथमिक रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया कि भूटानी इंफ्रा ग्रुप ने डब्ल्यूटीसी ग्रुप का अधिग्रहण कर लिया है और सेक्टर 111-114 फरीदाबाद में परियोजना को फिर से लाँच कर दिया। जिन्होंने निवेश किया उन्हें 10 साल से अधिक समय तक प्लॉट खरीदने वालों को प्लॉट की डिलीवरी नहीं की गई। देश की बड़ी रियल स्टेट कंपनियों में एक देश की बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में शामिल भूटानी ग्रुप प्रोजेक्ट्स है कंपनी अब तक 9 मिलियन स्क्वायर फीट से ज्यादा निर्माण कर चुकी है और इसके 74 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। भूटानी ग्रुप का नाम आधुनिक कॉमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के लिए जाना जाता है।

कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या की वजह क्या:रोहतक पुलिस के खुलासे पर 5 बड़े सवाल, क्या यह प्रोफेशनल किलिंग हो सकती है

कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या की वजह क्या:रोहतक पुलिस के खुलासे पर 5 बड़े सवाल, क्या यह प्रोफेशनल किलिंग हो सकती है रोहतक की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या के आरोप में पुलिस ने झज्जर के सचिन ढिल्लू को गिरफ्तार कर लिया। रोहतक ADGP केके राव ने कहा- दोनों की डेढ़ साल से फ्रेंडशिप थी। ढिल्लू का हिमानी के घर आना-जाना था। 28 फरवरी को झगड़े के बाद ढिल्लू ने मोबाइल चार्जर के तार से हिमानी का गला घोंट दिया। उनके बीच रुपयों का लेन-देन था। दोनों सोशल मीडिया से फ्रेंड बने थे। हिमानी की मां सविता देवी ने ADGP के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा- मेरी बेटी का कोई बॉयफ्रेंड नहीं था। रुपया कत्ल की वजह नहीं हो सकता। पुलिस बताए कि मेरी बेटी की हत्या क्यों की गई? सचिन उसकी बेटी का फ्रेंड कब और कैसे बना? ऐसे ही कई सवाल सिर्फ हिमानी की मां के ही नहीं, बल्कि सबके मन में उठ रहे हैं, जिनके जवाब में पुलिस ‘जांच’ का हवाला देकर किनारा कर रही है। ADGP केके राव ने कहा कि 27 फरवरी की रात 9 बजे ढिल्लू हिमानी के घर आया। रात ढिल्लू वहीं रुका। 28 फरवरी को ढिल्लू ने हिमानी का गला घोंट दिया। हालांकि झगड़ा किस बात पर हुआ? इस पर ADGP ने कहा कि झगड़ा तो किसी भी बात पर हो जाता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब इतनी बात हत्यारे ने पुलिस को बता दी तो फिर झगड़े की वजह क्यों नहीं बताई? या फिर पुलिस इसे छुपा रही है। ढिल्लू की गिरफ्तारी की खबर सामने आते ही कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उसने हिमानी को लाखों रुपए दिए। ADGP ने भी पैसों के लेन–देन की बात कही। भास्कर ने ढिल्लू के बारे में झज्जर में पड़ताल की तो पता चला कि वह मोबाइल रिपेयरिंग और मनी ट्रांसफर का काम करता था। उसकी वहां छोटी सी दुकान है। ऐसे में उसकी लाखों की कमाई का कोई जरिया नजर नहीं आता। दूसरा, परिवार के करीबियों का कहना है कि उसका काम बहुत अच्छा नहीं चलता था। उसके 2 बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, उनकी भी 2–3 महीने से फीस नहीं भरी थी। ऐसे में उसने हिमानी को रुपए कहां से दिए? दावा किया जा रहा है कि ढिल्लू हिमानी का बॉयफ्रेंड था। ढिल्लू ने 10 साल पहले लव मैरिज ही की थी। उसके बाद परिवार उसे बेदखल तक कर चुका है। उसके एक बेटा और एक बेटी है। जो पहली और दूसरी क्लास में पढ़ते हैं। पत्नी-बच्चे उसी के साथ रहते हैं। ऐसे में पुलिस के डेढ़ साल से फ्रेंडशिप के दावे को सही मानें तो क्या हिमानी को यह सब पता नहीं था। ऐसे में सवाल है कि वह ऐसे आदमी से कैसे इस तरह का रिश्ता रख सकती है। मां का कहना था कि हिमानी घर बसाना चाहती थी। अगर उसे ऐसे आदमी के साथ रिलेशन में रहना होता तो वह शादी के लिए हां क्यों कहती? पुलिस का कहना है कि 27 फरवरी को झगड़ा हुआ। फिर भी पूरी रात ढिल्लू वहीं रुका रहा। 28 फरवरी को दिन में फिर झगड़ा हुआ। ढिल्लू ने उसी दौरान हिमानी का कत्ल किया। फिर उसकी स्कूटी लेकर अपनी दुकान पर गया। हिमानी के जेवर-मोबाइल वगैरह अपनी दुकान में छुपा दिए। रात 10 बजे लौटा। फिर उसकी लाश सूटकेस में पैक की। रात 11 बजे वह लाश फेंकने के लिए निकला। सवाल है कि पहले दिन जब झगड़ा हुआ तो हिमानी ने पूरी रात उसे रुकने कैसे दिया। फिर अगले दिन कत्ल किया। फिर लाश छोड़ हिमानी की ही स्कूटी क्यों ले गया? इससे उसके इस कत्ल केस में फंसने का पूरा चांस था। कत्ल के बाद वह फरार होने की बजाय दुकान पर ही क्यों छिपा रहा। फरार क्यों नहीं हुआ। फिर रात को वह दोबारा क्यों लौटा? तब तक किसी को पता चल जाता या हिमानी की मां या भाई आ जाते तो उसके पकड़े जाने का भी डर था। पुलिस अभी इससे इनकार कर रही है। मगर, पुलिस के ही दावे के हिसाब से जिस प्लानिंग से ढिल्लू ने हिमानी की हत्या कर लाश ठिकाने लगाई, फिर परिवार को भी सेफ कर दिल्ली भागा, उसका पूरा स्टाइल प्रोफेशनल किलर जैसा दिख रहा है। उसने हिमानी की हत्या के तीन से चार दिन पहले से ही दुकान खोलनी बंद कर दी थी। ढिल्लू ने 28 फरवरी को दिन में मर्डर किया। मोबाइल चार्जर से ही गला घोंट दिया। फिर हिमानी की ही स्कूटी ले गया ताकि आसपड़ोस को लगे कि हिमानी ही कहीं गई है और ये भी पता न चले कि अंदर कोई लाश पड़ी है।
फिर रात को वह लौटा। सूटकेस में लाश पैक की। दिल्ली जाने के बहाने ऑटो लाया। उसमें बैग रख सांपला बस स्टैंड गया। वहां ऑटो वाले के जाने का इंतजार किया, इसके बाद वहीं सूटकेस फेंककर चला गया। परिवार के करीबियों का यह भी दावा है कि कत्ल के अगले दिन यानी 1 मार्च को उसने पत्नी को भी ससुराल नांगलोई, दिल्ली भेज दिया। अगर सब कुछ प्रीप्लांड तरीके से किया गया तो क्या सचिन के अलावा और भी कोई इस हत्याकांड में शामिल है। अभी सचिन का कोई राजनीतिक लिंक भी नहीं मिला है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल किसी दूसरे की इन्वॉल्वमेंट की बात को स्वीकार नहीं किया है। इस बारे में सचिन से रिमांड पर पूछताछ की बात कही है। ************* हिमानी नरवाल की ये खबर भी पढ़ें :- महिला नेता का शव सूटकेस में ले जाते दिखा आरोपी:फेसबुक फ्रेंड ने पहले चुन्नी से हाथ–पैर बांधे, फिर गला घोंटा था हरियाणा में रोहतक की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले से जुड़ा एक CCTV वीडियो सामने आया है, जिसमें आरोपी सचिन सूटकेस घसीटता हुआ नजर आ रहा है। इसी सूटकेस में 1 मार्च को हिमानी का शव मिला था। पढ़ें पूरी खबर

पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, दो अन्यों की तलाश जारी

पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, दो अन्यों की तलाश जारी भास्कर न्यूज | अमृतसर रानी का बाग में कार सवार चार युवकों ने एक वकील को अगवा करने की कोशिश की। वकील ने पास ही एक पुलिस चौकी में भागकर अपनी जान बचाई। थाना रणजीत एवेन्यू की पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। वकील बलबीर सिंह गिल ने कहा कि 15 फरवरी बाद दापेहर करीब 3 बजे रणजीत एवेन्यू में कार सवार चार युवक उसे अगवा करके गवाल मंडी के बैक साईड सुनसान जगह पर बंधी बनाया था। उससे पैसे मंगवाने को कह रहे थे। चार घंटे के बाद उसके एटीएम कार्ड से 8 हजार रुपए निकलवाकर उसे छोड़ा। अब सोमवार बाद दोपहर 3 बजे वह स्कूटी पर सवार होकर रानी का बाग के रास्ते से आ रहा था कि वहीं कार सवार युवकों ने उसका रास्ता रोककर दोबरा से अगवा करने की कोशिश की। उसने भाग कर पुलिस चौकी में जाकर अपनी जान बचाई। पुलिस चौकी के एक पुलिस मुलाजिम ने पीछा करने वाले युवकों से पूछा कि क्यों इसका पीछा का रहे हो तो वह सभी भाग गए। जहां उसने अपनी स्कूट छोड़ी थी, आरोपी वहीं छीपे बैठे थे। उसने वकीलों को पुलिस चौकी बुलाया। एक वकील को स्कूटी लेने के लिए भेजा तो आरोपियों ने उसे ही पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में ले लिया।

सरपंचों को सर्टिफिकेट अप्रूव करने की ट्रेनिंग

सरपंचों को सर्टिफिकेट अप्रूव करने की ट्रेनिंग भास्कर न्यूज| अमृतसर एससी-बीसी-निवास और दूसरे सर्टिफिकेट की वेरीफिकेशन व अप्रूवल को लेकर ई-सेवा पोर्टल में 860 सरपंचों की आईडी बनाई गई है। लेकिन डिजिटल साइन के बारे सरपंचों को मुश्किलें आने पर प्रशासन की तरफ से स्पेशल ट्रेनिंग दी गई। वहीं डीसी साक्षी साहनी ने अफसरों को निर्देश दिया कि ब्लॉक लेवल पर प्रशिक्षण देकर सभी सरपंचों-नंबरदारों को ट्रेंड किया जाए। ताकि लोगों को सरपंचों के घर या दफ्तर जाकर अप्रूव करवाने की जरूरत नहीं हो। टेक्निकल हैड प्रिंस सिंह ने सरपंचों को कंप्यूटर-मोबाइल के जरिए ऑनलाइन वेरीफिकेशन व डिजिटल साइन से अप्रूवल बारे विस्तार से जानकारी दी। वहीं फिक्की फ्लो के प्रशिक्षक ने सरपंचों को डिजिटल साक्षरता, डिजिटल संचार, ऑनलाइन धोखाधड़ी, डेटा सुरक्षा, फोन के उचित उपयोग और अन्य नए उपकरणों पर प्रशिक्षण दिया। डीडीपीओ संदीप मल्होत्रा ​​ने बताया कि यह प्रशिक्षण 4 मार्च को अटारी तो 5 मार्च को चुगावां में दिया जाएगा।

सरहद पर पाकिस्तानी घुसपैठिया बीएसएफ के जवानों ने किया ढेर

सरहद पर पाकिस्तानी घुसपैठिया बीएसएफ के जवानों ने किया ढेर अमृतसर/अजनाला| भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवानों ने सोमवार को एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया। बीओपी वधाई चीमा पोस्ट के पास संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली, जब बीएसएफ के जवानों ने घुसपैठिए को रूकने के लिए कहा तो वह रूका नहीं, जिसके बाद उस घुसपैठिए को बीएसएफ ने गोली मार दी। जिसके बाद पाकिस्तानी घुसपैठिए की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद थाना रमदास की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर अजनाला के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। पाकिस्तानी मृतक घुसपैठिए की पहचान नहीं हुई है। इससे पहले भी पाकिस्तानी घुसपैठियों को काबू भी किया है और मारा भी है।