चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हिमाचल की सांसद कंगना रनोट को थप्पड़ मारने का मामला सुर्खियों में है। मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है, लेकिन कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने का कोई पछतावा नहीं है। वह माफी भी नहीं मांगेंगी। इसकी पुष्टि कुलविंदर के भाई ने की। पहले CISF के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मारने को लेकर अफसोस है और वह माफी मांग रही है। मगर अब इस चर्चा पर कुलविंदर के भाई ने विराम लगा दिया है। कुलविंदर के बड़े भाई शेर सिंह माहीवाल ने कहा कि वह अपनी बहन से मिलकर आए हैं। कुलविंदर ने किसी से भी माफी मांगने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि थप्पड़ कांड में किसी भी तरह की माफी की कोई गुंजाइश नहीं है। शेर सिंह ने माफी मांगने की सभी खबरों को गलत बताया है। पंजाब CM भी कंगना पर भड़के
बीते कल थप्पड़ कांड पर पंजाब CM भगवंत मान ने कहा कि वह गुस्सा था। उसने (कंगना रनोट) पहले भी कुछ कहा था और लड़की (कुलविंदर कौर) के दिल में इसके लिए गुस्सा था। ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन इसके जवाब में फिल्म स्टार और सांसद होने के बावजूद यह कहना कि पूरा पंजाब आतंकवादी है, यह गलत है। उन्होंने कहा कि आप हर एक गलती के लिए आतंकवादी बोलते हैं। किसान धरने पर बैठ जाए तो वो आतंकवादी हैं, कोई भी विरोध करे तो वो आतंकवादी है, इस तरह की बातें करना गलत है। पंजाब देश का अहम हिस्सा है, उसे कुछ होगा तो देश को भी चोट पहुंचेगी। SIT सीसीटीवी के आधार पर बनाएगी अपनी रिपोर्ट
उधर, SIT के इंचार्ज मोहाली सिटी एसपी हरवीर सिंह अटवाल ने कहा कि इस पूरे मामले में एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरा को देखा जाएगा। उन कैमरों में जो लोग मौके पर मौजूद दिखेंगे उनसे भी पूछताछ की जाएगी। दोनों पक्षों को बुलाकर उनसे भी इस मामले में जांच पड़ताल की जाएगी। इसके बाद जो भी सबूत होंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को दे दी जाएगी। इसके लिए अभी तक कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। क्योंकि इसमें काफी लोग शामिल होंगे। इस कारण पूछताछ में समय भी लग सकता है। जानिए क्या थी पूरी घटना
कंगना रनोट को गुरुवार (6 जून) को दोपहर साढ़े 3 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। घटना के वक्त कंगना चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। तभी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान महिला कॉन्स्टेबल के साथ बहस हुई और उसने थप्पड़ मार दिया। महिला कॉन्स्टेबल का उसी वक्त एक वीडियो सामने आया जिसमें वो कह रही है, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी। इसके बाद लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर को सस्पेंड कर दिया गया। उसके खिलाफ IPC की धारा 323 (मारपीट करना) व 341 (रास्ता रोकना) के तहत केस दर्ज किया गया है। घटना के बाद कंगना ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया था। जिसमें उन्होंने कहा कि- मेरी चिंता है कि जो आतंकवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे। आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी और आतंकियों से की थी
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर कई ट्वीट किए थे। इसकी वजह से उनकी पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ के साथ सोशल मीडिया पर तीखी बहस भी हो गई थी। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कंगना के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हिमाचल की सांसद कंगना रनोट को थप्पड़ मारने का मामला सुर्खियों में है। मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है, लेकिन कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने का कोई पछतावा नहीं है। वह माफी भी नहीं मांगेंगी। इसकी पुष्टि कुलविंदर के भाई ने की। पहले CISF के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मारने को लेकर अफसोस है और वह माफी मांग रही है। मगर अब इस चर्चा पर कुलविंदर के भाई ने विराम लगा दिया है। कुलविंदर के बड़े भाई शेर सिंह माहीवाल ने कहा कि वह अपनी बहन से मिलकर आए हैं। कुलविंदर ने किसी से भी माफी मांगने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि थप्पड़ कांड में किसी भी तरह की माफी की कोई गुंजाइश नहीं है। शेर सिंह ने माफी मांगने की सभी खबरों को गलत बताया है। पंजाब CM भी कंगना पर भड़के
बीते कल थप्पड़ कांड पर पंजाब CM भगवंत मान ने कहा कि वह गुस्सा था। उसने (कंगना रनोट) पहले भी कुछ कहा था और लड़की (कुलविंदर कौर) के दिल में इसके लिए गुस्सा था। ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन इसके जवाब में फिल्म स्टार और सांसद होने के बावजूद यह कहना कि पूरा पंजाब आतंकवादी है, यह गलत है। उन्होंने कहा कि आप हर एक गलती के लिए आतंकवादी बोलते हैं। किसान धरने पर बैठ जाए तो वो आतंकवादी हैं, कोई भी विरोध करे तो वो आतंकवादी है, इस तरह की बातें करना गलत है। पंजाब देश का अहम हिस्सा है, उसे कुछ होगा तो देश को भी चोट पहुंचेगी। SIT सीसीटीवी के आधार पर बनाएगी अपनी रिपोर्ट
उधर, SIT के इंचार्ज मोहाली सिटी एसपी हरवीर सिंह अटवाल ने कहा कि इस पूरे मामले में एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरा को देखा जाएगा। उन कैमरों में जो लोग मौके पर मौजूद दिखेंगे उनसे भी पूछताछ की जाएगी। दोनों पक्षों को बुलाकर उनसे भी इस मामले में जांच पड़ताल की जाएगी। इसके बाद जो भी सबूत होंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को दे दी जाएगी। इसके लिए अभी तक कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। क्योंकि इसमें काफी लोग शामिल होंगे। इस कारण पूछताछ में समय भी लग सकता है। जानिए क्या थी पूरी घटना
कंगना रनोट को गुरुवार (6 जून) को दोपहर साढ़े 3 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। घटना के वक्त कंगना चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। तभी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान महिला कॉन्स्टेबल के साथ बहस हुई और उसने थप्पड़ मार दिया। महिला कॉन्स्टेबल का उसी वक्त एक वीडियो सामने आया जिसमें वो कह रही है, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी। इसके बाद लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर को सस्पेंड कर दिया गया। उसके खिलाफ IPC की धारा 323 (मारपीट करना) व 341 (रास्ता रोकना) के तहत केस दर्ज किया गया है। घटना के बाद कंगना ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया था। जिसमें उन्होंने कहा कि- मेरी चिंता है कि जो आतंकवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे। आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी और आतंकियों से की थी
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर कई ट्वीट किए थे। इसकी वजह से उनकी पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ के साथ सोशल मीडिया पर तीखी बहस भी हो गई थी। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कंगना के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था। पंजाब | दैनिक भास्कर