CM विष्णुदेव साय की बस्तर संभाग के अधिकारियों संग बैठक, कई योजनाओं को शुरू करने के दिए निर्देश

CM विष्णुदेव साय की बस्तर संभाग के अधिकारियों संग बैठक, कई योजनाओं को शुरू करने के दिए निर्देश

<p style=”text-align: justify;”><strong>CM Vishnu Deo Sai Meeting In Jagdalpur:</strong> छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर प्रवास के दूसरे दिन जगदलपुर के जिला कलेक्ट्रेट में बस्तर संभाग के सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में बस्तर संभाग में चल रहे विकास कार्यों को लेकर चर्चा की गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बैठक में मुख्य रूप से बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पुल पुलियों का निर्माण के साथ ही सड़कों का जाल बिछाने और आदिवासी युवा बेरोजगारों को रोजगार देने के अलावा सभी गांव को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने मुख्यमंत्री मोबाइल टॉवर योजना का संचालन करने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा अंदरूनी इलाकों में बस सेवा शुरू करने के लिए ‘मुख्यमंत्री बस सेवा योजना’ शुरू करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कई सरकारी योजनाओं की हुई समीक्षा'</strong><br />सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, “बस्तर में चल रही सरकार की योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई है. बस्तर में बहुत अच्छा काम हो रहा है. यहां के कई इलाकों में सुरक्षा की समस्या है. इसके बावजूद प्रशासन अच्छा काम कर रहा है. सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जहां सड़क, पुल-पुलिया की आवश्यकता है. वहां उसका निर्माण कराया जाए. मोबाइल नेटवर्क के कारण विकास कार्यो में बाधा को देखते हुए नए मोबाइल टावर स्थापित करने के बजट में भी मुख्यमंत्री मोबाइल टॉवर योजना का प्रावधान किए हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’अंदरूनी इलाकों में चलवाएं बसें'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “साथ ही आदिवासी गरीबों के लिए अंदरूनी इलाकों में मुख्यमंत्री बस योजना के नाम पर बजट में प्रावधान किया गया है, क्योंकि अक्सर देखा गया है कि प्राइवेट बस संचालक केवल उसी रुट में अधिक बसें चलाते हैं जहां उन्हें फायदा होता है. लेकिन अंदरूनी इलाकों में सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीण पिकअप जैसे वाहनों का सहारा लेते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, इसीलिए प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि ऐसे मार्गों का चयन करें और बस संचालकों से बसें चलवाएं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बस्तर में आखिरी सांस ले रहा नक्सलवाद'</strong><br />मुख्यमंत्री साय ने कहा, “बस्तर में नक्सलवाद आखरी सांस ले रहा है, जिस तरह से &nbsp;केंद्रीय गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> ने मार्च 2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त करने का टारगेट रखा है, उसी के तर्ज पर यहां के पुलिस अधिकारी और नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान काम कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “इन सभी विषयों पर सार्थक चर्चा हुई है. इस समीक्षा बैठक का असर बस्तर संभाग में होगा. क्योंकि बस्तर संभाग के सभी अधिकारी ऊर्जावान और युवा हैं. जो विकास के लिए बेहतर कार्य करेंगे.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>CM Vishnu Deo Sai Meeting In Jagdalpur:</strong> छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर प्रवास के दूसरे दिन जगदलपुर के जिला कलेक्ट्रेट में बस्तर संभाग के सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में बस्तर संभाग में चल रहे विकास कार्यों को लेकर चर्चा की गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बैठक में मुख्य रूप से बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पुल पुलियों का निर्माण के साथ ही सड़कों का जाल बिछाने और आदिवासी युवा बेरोजगारों को रोजगार देने के अलावा सभी गांव को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने मुख्यमंत्री मोबाइल टॉवर योजना का संचालन करने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा अंदरूनी इलाकों में बस सेवा शुरू करने के लिए ‘मुख्यमंत्री बस सेवा योजना’ शुरू करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कई सरकारी योजनाओं की हुई समीक्षा'</strong><br />सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, “बस्तर में चल रही सरकार की योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई है. बस्तर में बहुत अच्छा काम हो रहा है. यहां के कई इलाकों में सुरक्षा की समस्या है. इसके बावजूद प्रशासन अच्छा काम कर रहा है. सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जहां सड़क, पुल-पुलिया की आवश्यकता है. वहां उसका निर्माण कराया जाए. मोबाइल नेटवर्क के कारण विकास कार्यो में बाधा को देखते हुए नए मोबाइल टावर स्थापित करने के बजट में भी मुख्यमंत्री मोबाइल टॉवर योजना का प्रावधान किए हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’अंदरूनी इलाकों में चलवाएं बसें'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “साथ ही आदिवासी गरीबों के लिए अंदरूनी इलाकों में मुख्यमंत्री बस योजना के नाम पर बजट में प्रावधान किया गया है, क्योंकि अक्सर देखा गया है कि प्राइवेट बस संचालक केवल उसी रुट में अधिक बसें चलाते हैं जहां उन्हें फायदा होता है. लेकिन अंदरूनी इलाकों में सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीण पिकअप जैसे वाहनों का सहारा लेते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, इसीलिए प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि ऐसे मार्गों का चयन करें और बस संचालकों से बसें चलवाएं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बस्तर में आखिरी सांस ले रहा नक्सलवाद'</strong><br />मुख्यमंत्री साय ने कहा, “बस्तर में नक्सलवाद आखरी सांस ले रहा है, जिस तरह से &nbsp;केंद्रीय गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> ने मार्च 2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त करने का टारगेट रखा है, उसी के तर्ज पर यहां के पुलिस अधिकारी और नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान काम कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “इन सभी विषयों पर सार्थक चर्चा हुई है. इस समीक्षा बैठक का असर बस्तर संभाग में होगा. क्योंकि बस्तर संभाग के सभी अधिकारी ऊर्जावान और युवा हैं. जो विकास के लिए बेहतर कार्य करेंगे.”</p>  छत्तीसगढ़ उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान, ‘मैंने BJP से रास्ता अलग किया, मुसलमानों ने हमारा समर्थन किया क्योंकि…’