18 सालों से काम करने वालों को नहीं मिली पगार:रामपुर में सड़कों पर उतर कर किए प्रदर्शन, यूनियन ने दी आंदोलन की चेतावनी

18 सालों से काम करने वालों को नहीं मिली पगार:रामपुर में सड़कों पर उतर कर किए प्रदर्शन, यूनियन ने दी आंदोलन की चेतावनी

शिमला जिला में रामपुर के झाखड़ी में एसजेवीएनएल कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन 1500 मेगावाट संबंधित सीटू ने मजदूरों 2 महीने से सैलरी नहीं दी। जिसके विरोध में मजदूर सड़कों पर उतर कर झाकड़ी में एसजेवीएनएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कंपनी में कई मजदूर करीब 18 सालों से काम कर रहे हैं। सीटू जिला अध्यक्ष कुलदीप डोगरा व यूनियन के महासचिव कामराज, अध्यक्ष गुरदास, कौल राम, शुरम लाल बंशटू ने कहा और झाखड़ी परियोजना में ठेकेदार के माध्यम से रखे ठेका मजदूरों को अक्टूबर और नवंबर माह का वेतन अभी तक नहीं मिला। जबकि ये सभी मजदूर पिछले 17-18 सालों से लगातार काम कर रहे हैं। जब ठेकेदार के द्वारा अक्टूबर महीने का वेतन नहीं दिया गया तो मुख्य प्रबंधन एसजेवीएनएल की जिम्मेदारी थी वो श्रम कानून का पालन करके अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए वेतन मजदूरों को समय पर दे यह काम भी एसजेवीएनएल नहीं किया। मजदूरों को इस महंगाई के दौर में बहुत आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर वेतन न मिलने के कारण मजदूरों न तो दुकानदार का बिल, बच्चों की फीस को देने की समस्या और मकान मालिक को समय पर किराया न दे पाने के कारण मजदूर मानसिक रूप से पीड़ा महसूस कर रहा है। उन्होंने ने इसके लिए एसजेवीएनएल का प्रबंधन पूरी तरह से मजदूर विरोधी है। मजदूर नेताओं ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि यदि मजदूरों को समय रहते वेतन नहीं दिया गया तो यूनियन को मजबूरन उग्र आंदोलन करना पड़ेगा। ये रहे मौजूद
इस प्रदर्शन में दीप राम, कली, निशा, कमला, दिलमुनि, नीतू सुखमणि पुष्पा हिमालय, दौलत राम, सुरेश कैलाश भण्डारी, अमर सिंह यशवंत नेगी, जालमी राम, फुला सिंह आदि उपस्थित रहे। शिमला जिला में रामपुर के झाखड़ी में एसजेवीएनएल कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन 1500 मेगावाट संबंधित सीटू ने मजदूरों 2 महीने से सैलरी नहीं दी। जिसके विरोध में मजदूर सड़कों पर उतर कर झाकड़ी में एसजेवीएनएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कंपनी में कई मजदूर करीब 18 सालों से काम कर रहे हैं। सीटू जिला अध्यक्ष कुलदीप डोगरा व यूनियन के महासचिव कामराज, अध्यक्ष गुरदास, कौल राम, शुरम लाल बंशटू ने कहा और झाखड़ी परियोजना में ठेकेदार के माध्यम से रखे ठेका मजदूरों को अक्टूबर और नवंबर माह का वेतन अभी तक नहीं मिला। जबकि ये सभी मजदूर पिछले 17-18 सालों से लगातार काम कर रहे हैं। जब ठेकेदार के द्वारा अक्टूबर महीने का वेतन नहीं दिया गया तो मुख्य प्रबंधन एसजेवीएनएल की जिम्मेदारी थी वो श्रम कानून का पालन करके अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए वेतन मजदूरों को समय पर दे यह काम भी एसजेवीएनएल नहीं किया। मजदूरों को इस महंगाई के दौर में बहुत आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर वेतन न मिलने के कारण मजदूरों न तो दुकानदार का बिल, बच्चों की फीस को देने की समस्या और मकान मालिक को समय पर किराया न दे पाने के कारण मजदूर मानसिक रूप से पीड़ा महसूस कर रहा है। उन्होंने ने इसके लिए एसजेवीएनएल का प्रबंधन पूरी तरह से मजदूर विरोधी है। मजदूर नेताओं ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि यदि मजदूरों को समय रहते वेतन नहीं दिया गया तो यूनियन को मजबूरन उग्र आंदोलन करना पड़ेगा। ये रहे मौजूद
इस प्रदर्शन में दीप राम, कली, निशा, कमला, दिलमुनि, नीतू सुखमणि पुष्पा हिमालय, दौलत राम, सुरेश कैलाश भण्डारी, अमर सिंह यशवंत नेगी, जालमी राम, फुला सिंह आदि उपस्थित रहे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर