<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली में एक बार फिर बेखौफ अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, लेकिन एक साल पहले दो भाइयों को राष्ट्रीय राजधानी से अगवा कर हरियाणा में बंधक बनाने की साजिश बदमाशों पर 7 मई को भारी पड़ गया. दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जान हथेली पर रखकर मोती बाग इलाके से दो ऐसे शातिर अपराधियों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है, जो पिछले एक साल से फरार थे और अपहरण, फिरौती और जमीन कब्जाने जैसे गंभीर मामलों में वांछित थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक 20 जून 2024 की रात जब दिल्ली अपने रोजमर्रा की हलचल से थककर सोने की तैयारी में थी, तभी पश्चिमी दिल्ली के मधु विहार इलाके में अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में आरोपी ने आपसी विवाद के चलते एक महिला के दो बेटों को उनके घर से उठाकर सीधे हरियाणा के गांव चुलकाना ले गए और बंधक बना लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमीन हड़पने की साजिश </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीड़ित महिला ने इस मामले में आरोप लगाया था कि राजिंदर उर्फ डॉक्टर नाम का व्यक्ति जो खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताता था, असल में जमीन कब्जाने वाला एक घाघ अपराधी निकला. उसने अपने दो गुर्गों राहुल और रवि उर्फ कालू के साथ मिलकर 22 और 17 साल के दो भाइयों को अगवा कर लिया. चुलकाना गांव में बंदी बनाकर बैठा दिया. उनकी रिहाई के बदले में बदमाशों ने मोटी रकम और एक बहुमूल्य प्लॉट को खाली करने की मांग रखी. यानी एक तरह से यह अपहरण नहीं बल्कि जमीन हड़पने की सुनियोजित साजिश थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की खुफिया चाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने इस मामले में थाना डाबड़ी में एफआईआर दर्ज होते ही इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी थी. एनडीआर यूनिट की टीम ने ACP उमेश बर्थवाल की अगुवाई में तगड़ी रणनीति बनाई. एक साल तक खामोशी से जांच की. इस दौरान सूत्र बनाए गए और मोबाइल लोकेशन खंगाले गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल राम निवास को 7 मई 2025 की सुबह जैसे ही खबर मिली कि दोनों आरोपी मोती बाग में देखे गए हैं, टीम ने बिजली की गति से प्लान बनाया. इंस्पेक्टर योगेश और विनोद यादव के नेतृत्व में टीम ने इलाके में जाल बिछाया और फिल्मी अंदाज में दोनों अपराधियों राहुल और रवि उर्फ कालू को गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरफ्तार आरोपी कौन?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी राहुल पानीपत का रहने वाला है और वह पढ़ा-लिखा युवक है. वह पहले प्रॉपर्टी डीलर के रूप में सक्रिय था. दो बार पहले भी मारपीट और धमकी के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है. रवि उर्फ कालू महेन्द्रगढ़ से आकर दिल्ली में राजेंद्र के साथ रहकर छोटे-मोटे काम करता था. इसके खिलाफ भी हरियाणा के दादरी में हिंसक झगड़े का केस दर्ज है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई सनसनीखेज बातें सामने आई हैं. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह गैंग और कितने लोगों को निशाना बना चुका है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली में एक बार फिर बेखौफ अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, लेकिन एक साल पहले दो भाइयों को राष्ट्रीय राजधानी से अगवा कर हरियाणा में बंधक बनाने की साजिश बदमाशों पर 7 मई को भारी पड़ गया. दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जान हथेली पर रखकर मोती बाग इलाके से दो ऐसे शातिर अपराधियों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है, जो पिछले एक साल से फरार थे और अपहरण, फिरौती और जमीन कब्जाने जैसे गंभीर मामलों में वांछित थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के मुताबिक 20 जून 2024 की रात जब दिल्ली अपने रोजमर्रा की हलचल से थककर सोने की तैयारी में थी, तभी पश्चिमी दिल्ली के मधु विहार इलाके में अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में आरोपी ने आपसी विवाद के चलते एक महिला के दो बेटों को उनके घर से उठाकर सीधे हरियाणा के गांव चुलकाना ले गए और बंधक बना लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमीन हड़पने की साजिश </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीड़ित महिला ने इस मामले में आरोप लगाया था कि राजिंदर उर्फ डॉक्टर नाम का व्यक्ति जो खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताता था, असल में जमीन कब्जाने वाला एक घाघ अपराधी निकला. उसने अपने दो गुर्गों राहुल और रवि उर्फ कालू के साथ मिलकर 22 और 17 साल के दो भाइयों को अगवा कर लिया. चुलकाना गांव में बंदी बनाकर बैठा दिया. उनकी रिहाई के बदले में बदमाशों ने मोटी रकम और एक बहुमूल्य प्लॉट को खाली करने की मांग रखी. यानी एक तरह से यह अपहरण नहीं बल्कि जमीन हड़पने की सुनियोजित साजिश थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की खुफिया चाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने इस मामले में थाना डाबड़ी में एफआईआर दर्ज होते ही इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी थी. एनडीआर यूनिट की टीम ने ACP उमेश बर्थवाल की अगुवाई में तगड़ी रणनीति बनाई. एक साल तक खामोशी से जांच की. इस दौरान सूत्र बनाए गए और मोबाइल लोकेशन खंगाले गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल राम निवास को 7 मई 2025 की सुबह जैसे ही खबर मिली कि दोनों आरोपी मोती बाग में देखे गए हैं, टीम ने बिजली की गति से प्लान बनाया. इंस्पेक्टर योगेश और विनोद यादव के नेतृत्व में टीम ने इलाके में जाल बिछाया और फिल्मी अंदाज में दोनों अपराधियों राहुल और रवि उर्फ कालू को गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरफ्तार आरोपी कौन?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी राहुल पानीपत का रहने वाला है और वह पढ़ा-लिखा युवक है. वह पहले प्रॉपर्टी डीलर के रूप में सक्रिय था. दो बार पहले भी मारपीट और धमकी के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है. रवि उर्फ कालू महेन्द्रगढ़ से आकर दिल्ली में राजेंद्र के साथ रहकर छोटे-मोटे काम करता था. इसके खिलाफ भी हरियाणा के दादरी में हिंसक झगड़े का केस दर्ज है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई सनसनीखेज बातें सामने आई हैं. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह गैंग और कितने लोगों को निशाना बना चुका है.</p> दिल्ली NCR भारत-पाक तनाव के बीच यूपी सरकार का बड़ा फैसला, यह काम करने पर लगाया बैन
Delhi: दिल्ली पुलिस ने दो कुख्यात बदमाश को किया गिरफ्तार, दोनों पर पहले से दर्ज हैं कई मामले
