<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Woman Murder:</strong> दिल्ली के शाहदरा जिला स्थित विवेक विहार थाना क्षेत्र के एक मकान में 2 दिन पहले मिली महिला की लाश की गुत्थी को स्पेशल स्टाफ की टीम ने सुलझा लिया. पुलिस ने हत्या के आरोप में मकान मालिक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान विवेकानंद मिश्रा और अभय कुमार झा के तौर पर हुई है. विवेकानंद मिश्रा पेशे से इंग्लिश टीचर है. जबकि अभय कुमार झा पेशे से ड्राइवर है. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले में की जांच में जुटी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाहदरा जिला की एडिशनल DCP नेहा शर्मा ने बताया कि 28 मार्च को विवेक विहार थाने में एक पीसीआर कॉल (डीडी नंबर 68ए) प्राप्त हुई, जिसमें सत्यम एन्क्लेव के एक फ्लैट से दुर्गंध आने की शिकायत की गई थी. जांच के दौरान टीम को घर में लगे गेट पर बाहर से ताला लगा हुआ मिला, लेकिन पिछले दरवाजे के पास खून के निशान दिखाई दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकल थाना पुलिस को घर में प्रवेश करने पर एक 35 वर्षीय महिला का सड़ा-गला शव शव मिला, जो कंबल में लपेटकर बिस्तर के बॉक्स में छिपाया गया था. शव को एक बैग में रखा गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एडिशनल डीसीपी के आदेश पर ज्वाइंट टीम स्पेशल स्टाफ और विवेक विहार थाने की टीम को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई. विवेक विहार थाने में एफआईआर नंबर 168/25, धारा 103(1)/238(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर पुलिस आगे की जांच में जुट गई.<br /> <br /><strong>पुलिस ने ऐसे किया आरोपियों को गिरफ्तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले की जांच के लिए गठित टीम ने सबसे पहले घर के मालिक की पहचान और लोकेशन का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित किया. तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर मृतका की पहचान की गई. इसके बाद मालिक की तलाश शुरू की गई, जो फरार होने की कोशिश कर रहा था. तकनीकी निगरानी के जरिए मुख्य आरोपी 65 वर्षीय विवेकानंद मिश्रा को ट्रैक किया गया और उसे एक घंटे के भीतर आनंद विहार के सुरजमल पार्क के पास गिरफ्तार कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस टीम द्वारा कराई से पूछताछ में विवेकानंद ने अपराध कबूल किया और अपने सहयोगी अभय कुमार झा उर्फ सोनू और आशीष कुमार के शामिल होने की बात कबूली. मृतका की पहचान अंजू उर्फ अंजलि के रूप में हुई, जो वर्तमान में लुधियाना, पंजाब में रह रही थी और मूल रूप से बिहार की रहने वाली थी. वह आशीष कुमार की पत्नी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रेन से दूसरा आरोपी गिरफ्तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विवेकानंद से पूछताछ के दौरान पता चला कि अभय झा उर्फ सोनू, जो शव को ठिकाने लगाने के लिए दिल्ली आया था और पहाड़गंज के एक होटल में ठहरा था, विवेकानंद की गिरफ्तारी की खबर सुनकर बिहार भागने की कोशिश कर रहा था. टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मगध एक्सप्रेस ट्रेन की पहचान की. अलीगढ़ में जीआरपी के सहयोग से अभय को अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विवेकानंद और अभय की पूछताछ और कॉल डिटेल रिकॉर्ड विश्लेषण से पता चला कि उन्होंने अंजू की हत्या की साजिश रची थी. 21 मार्च 2025 को अभय और आशीष अंजू को जबरन लुधियाना से दिल्ली ले आया था. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि विवेकानंद ने शव को ठिकाने लगाने के लिए रसायनों का इस्तेमाल करने और दिल्ली जल बोर्ड के खुले मैनहोल व नालियों की ऑनलाइन खोज की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल, दिल्ली पुलिस टीम बचे आरोपी आशीष कुमार की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसके बाद जल्द ही पूरे वारदात की जानकारी मिल पाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/JpMcmynwPhA?si=lpps3VgmolKDz5F3″ width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Woman Murder:</strong> दिल्ली के शाहदरा जिला स्थित विवेक विहार थाना क्षेत्र के एक मकान में 2 दिन पहले मिली महिला की लाश की गुत्थी को स्पेशल स्टाफ की टीम ने सुलझा लिया. पुलिस ने हत्या के आरोप में मकान मालिक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान विवेकानंद मिश्रा और अभय कुमार झा के तौर पर हुई है. विवेकानंद मिश्रा पेशे से इंग्लिश टीचर है. जबकि अभय कुमार झा पेशे से ड्राइवर है. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले में की जांच में जुटी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाहदरा जिला की एडिशनल DCP नेहा शर्मा ने बताया कि 28 मार्च को विवेक विहार थाने में एक पीसीआर कॉल (डीडी नंबर 68ए) प्राप्त हुई, जिसमें सत्यम एन्क्लेव के एक फ्लैट से दुर्गंध आने की शिकायत की गई थी. जांच के दौरान टीम को घर में लगे गेट पर बाहर से ताला लगा हुआ मिला, लेकिन पिछले दरवाजे के पास खून के निशान दिखाई दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकल थाना पुलिस को घर में प्रवेश करने पर एक 35 वर्षीय महिला का सड़ा-गला शव शव मिला, जो कंबल में लपेटकर बिस्तर के बॉक्स में छिपाया गया था. शव को एक बैग में रखा गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एडिशनल डीसीपी के आदेश पर ज्वाइंट टीम स्पेशल स्टाफ और विवेक विहार थाने की टीम को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई. विवेक विहार थाने में एफआईआर नंबर 168/25, धारा 103(1)/238(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर पुलिस आगे की जांच में जुट गई.<br /> <br /><strong>पुलिस ने ऐसे किया आरोपियों को गिरफ्तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले की जांच के लिए गठित टीम ने सबसे पहले घर के मालिक की पहचान और लोकेशन का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित किया. तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर मृतका की पहचान की गई. इसके बाद मालिक की तलाश शुरू की गई, जो फरार होने की कोशिश कर रहा था. तकनीकी निगरानी के जरिए मुख्य आरोपी 65 वर्षीय विवेकानंद मिश्रा को ट्रैक किया गया और उसे एक घंटे के भीतर आनंद विहार के सुरजमल पार्क के पास गिरफ्तार कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस टीम द्वारा कराई से पूछताछ में विवेकानंद ने अपराध कबूल किया और अपने सहयोगी अभय कुमार झा उर्फ सोनू और आशीष कुमार के शामिल होने की बात कबूली. मृतका की पहचान अंजू उर्फ अंजलि के रूप में हुई, जो वर्तमान में लुधियाना, पंजाब में रह रही थी और मूल रूप से बिहार की रहने वाली थी. वह आशीष कुमार की पत्नी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रेन से दूसरा आरोपी गिरफ्तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विवेकानंद से पूछताछ के दौरान पता चला कि अभय झा उर्फ सोनू, जो शव को ठिकाने लगाने के लिए दिल्ली आया था और पहाड़गंज के एक होटल में ठहरा था, विवेकानंद की गिरफ्तारी की खबर सुनकर बिहार भागने की कोशिश कर रहा था. टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मगध एक्सप्रेस ट्रेन की पहचान की. अलीगढ़ में जीआरपी के सहयोग से अभय को अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विवेकानंद और अभय की पूछताछ और कॉल डिटेल रिकॉर्ड विश्लेषण से पता चला कि उन्होंने अंजू की हत्या की साजिश रची थी. 21 मार्च 2025 को अभय और आशीष अंजू को जबरन लुधियाना से दिल्ली ले आया था. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि विवेकानंद ने शव को ठिकाने लगाने के लिए रसायनों का इस्तेमाल करने और दिल्ली जल बोर्ड के खुले मैनहोल व नालियों की ऑनलाइन खोज की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल, दिल्ली पुलिस टीम बचे आरोपी आशीष कुमार की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसके बाद जल्द ही पूरे वारदात की जानकारी मिल पाएगी.</p>
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