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उत्तराखंड: चमोली के पातालगंगा में भयंकर भूस्खलन, कैमरे में कैद हुआ लैंडस्लाइड का भयानक मंजर, देखें वीडियो
उत्तराखंड: चमोली के पातालगंगा में भयंकर भूस्खलन, कैमरे में कैद हुआ लैंडस्लाइड का भयानक मंजर, देखें वीडियो <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Chamoli Landslide: </strong>उत्तराखंड के कई हिस्सों में लगातार बारिश जारी है, जिससे नदियां उफान पर हैं. तो वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में पहाड़ के मलबे गिर रहे हैं. सैकड़ों सड़कें बंद हो गई है और कुमाऊं के दो जिलों, चंपावत और उधम सिंह नगर के कई गांवों में भारी जलभराव हो गया है. लगातार बारिश की वजह से पहाड़ों के दरकने का सिलसिला शुरू हो गया है. जगह-जगह से लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही है. आज प्रदेश के चमोली से भी भूस्खलन का खौफनाक वीडियो सामने आया, जिसे देखकर दिल दहल जाएगा.<span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाताल गंगा लंगसी सुरंग के पास पहाड़ी से भूस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है. जिसका खौफनाक वीडियो सामने आया है. इस भयंकर वीडियो को देखकर दिल दहल जा रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि बारिश की वजह से एक पहाड़ भरभराकर गिर रहा है.<span class=”Apple-converted-space”> [tw]</span></p>
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<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Uttarakhand: The road has been blocked due to landslide from the hill near Patal Ganga Langsi tunnel on the Badrinath National Highway<br /><br />(Video source – Chamoli Police, Uttarakhand) <a href=”https://t.co/XUZNw1ejyY”>pic.twitter.com/XUZNw1ejyY</a></p>
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) <a href=”https://twitter.com/ANINewsUP/status/1811001294209077520?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 10, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
[/tw]</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उत्तराखंड</strong> <strong>के</strong> <strong>पातालगंगा</strong> <strong>में</strong> <strong>भीषण</strong> <strong>भूस्खलन</strong><strong><span class=”Apple-converted-space”> </span></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड में बारिश की जगह से जलभराव और लैंडस्लाइड की घटनाएं लगातार सामने आ रही है. कई गांव पानी में डूब गए है तो कई जिलों में पानी का स्तर बढ़ गया है. बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत बचाव टीम को तैनात किया गया है. तो वहीं आज उत्तराखंड के चमोली में लैंडस्लाइड हुया है. बद्रीनाथ हाईवे पाताल गंगा के पास पहाड़ी भरभराकर टूट गई. लैंडस्लाइड के दौरान वहां पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भरभराकर</strong> <strong>गिरा</strong> <strong>पहाड़</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भूस्खलन की घटनाओं के कई ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसे देखने से ही लोगों की रूह कांप जाती है. वही गनीमत रही है कि हादसे के समय लोग सतर्क हो गए. हादसे के बाद से सड़क पूरी तरह से जाम हो गया. बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से धारचूला से 16 किलोमीटर दूर टनकपुर तवाघाट राष्ट्रीय हाईवे पर स्थित राउती पुल के पास भूस्खलन हो गया था. भूस्खलन में पहाड़ी का एक विशालकाय चट्टान टूटकर काली नदी में गिर गई थी. पहाड़ी के विशालकाय चट्टान गिरने से चारों धूलमय वातावरण हो गया था. <span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये</strong> <strong>भी</strong> <strong>पढ़ें</strong><strong>: </strong><a href=”https://www.abplive.com/lifestyle/religion/varanasi-astrologer-told-this-big-reason-behind-there-being-only-4-dates-for-marriage-in-july-2024-2734497″><strong>जुलाई</strong> <strong>में</strong> <strong>शादी</strong> <strong>विवाह</strong> <strong>की</strong><strong> 4 </strong><strong>ही</strong> <strong>डेट</strong> <strong>होने</strong> <strong>के</strong> <strong>पीछे</strong> <strong>इस</strong> <strong>ज्योतिषी</strong> <strong>ने</strong> <strong>बता</strong> <strong>दी</strong> <strong>ये</strong> <strong>बड़ी</strong> <strong>वजह</strong><strong>, </strong><strong>जानें</strong> <strong>पूरी</strong> <strong>खबर</strong></a></p>
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यूपी में प्राकृतिक विधि से साफ की जाएगी नदी, सीएम योगी ने की परियोजना की शुरुआत
यूपी में प्राकृतिक विधि से साफ की जाएगी नदी, सीएम योगी ने की परियोजना की शुरुआत <p style=”text-align: justify;”><strong>GorakhPur News:</strong> मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राप्ती नदी में गिरने वाले नालों के प्राकृतिक विधि (फाइटोरेमिडीएशन तकनीकी) से जल शोधन की 2 करोड़ 70 लाख रुपये की नगर निगम की परियोजना का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक विधि से जल शोधन से नदी की शुद्धि के साथ करोड़ों रुपए की बचत भी होगी. इसमें न तो बिजली का खर्च आएगा और न ही मेंटिनेंस का.</p>
<p style=”text-align: justify;”>तकियाघाट पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में राप्ती नदी अविरल एवं निर्मल रहे, उसका जल स्वच्छ एवं सुदर रहे, इसके लिए जो प्रयास नगर निगम ने किया है वह सराहनीय है. यह बहुत बड़ा काम हुआ है. यह कार्य उर्वरता और जीवन को बचाने के लिए हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने कहा कि महापुरूषों ने जल को जीवन माना है. प्रदूषित जल के कारण गोरखपुर के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1977 से लेकर 2017 तक 50 हजार मासूम बच्चे इंसेफेलाइटिस एवं वेक्टरजनित बीमारियों के कारण काल के गाल में समा गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम योगी ने कहा कि विषाणुजनित बीमारियों से होने वाली मौतों का कारण प्रदूषित जल और गंदगी था. सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से स्वच्छ भारत मिशन पूरे देश में लागू हुआ. हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए शहरी क्षेत्र में अमृत मिशन और ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन प्रारम्भ हुआ. हर घर नल योजना के माध्यम से घर-घर तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया गया. </p>
<p><br /><img style=”display: block; margin-left: auto; margin-right: auto;” src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/03/2317be2b7b889b22b84672e467bedea717359083061761092_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीएम मोदी की प्रेरणा से प्रारम्भ हुआ नदी संस्कृति को बचाने का कार्य<br /></strong>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज नामामि गंगे परियोजना के बाद प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> की प्रेरणा से नदी संस्कृति को बचाने का कार्य प्रारम्भ किया गया है. आज उसका परिणाम है कि दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक व आध्यात्मिक समागम उत्तर प्रदेश की धरती प्रयागराज में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी पर महाकुंभ के रूप में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में भी हमारी सभ्यता एवं संस्कृति नदी के तट पर बसी है. गोरखपुर राप्ती नदी व रोहिन नदी के तट पर बसा है. जो नदी हमारी सभ्यता व संस्कृति की जननी है, उसे शुद्ध करने का कार्य किया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि राप्ती नदी में प्रदूषित पानी गिरने के कारण पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल नगर निगम पर लगातार जुर्माना कर रहा था. नगर निगम ने 110 करोड रुपये की लागत से एसटीपी बनने की तैयारी की थी. तब हमने कहा कि जल शोधन के लिए प्राकृतिक तरीका अपनाया जाए. आज उसका सुखद परिणाम सबके सामने है. पहले यहां पानी का बीओडी (बायो केमिकल ऑक्सीजन डिमांड) लेवल 350 तक पहुंच गया था और खतरनाक जहर से भी बदतर होकर वह खेतों में सिंचाई के लायक भी नहीं था. प्राकृतिक विधि से जल शोधन के बाद अब बीओडी लेवल शुद्ध स्थिति में आ गया है. इस परियोजना में अंतिम छोर पर गिरने वाले पानी का बीओडी लेवल 22 आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिर्फ एक बार का खर्च और फिर बचत ही बचत<br /></strong>सीएम योगी ने कहा कि प्राकृतिक विधि से जल शोधन की इस परियोजना में सिर्फ एक बार 2 करोड़ 70 लाख रुपये लगे हैं और, अब इससे करोड़ों रुपए की बिजली और मेंटिनेंस खर्च की बचत होगी. उन्होंने कहा कि इस विधि को और भी अच्छे ढंग से आगे बढ़ा सकते हैं. यह सतत विकास का एक मॉडल है. इसको हम हर नाले के साथ जोड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि सभी ड्रेनेज और सीवर से जुड़े हुए जितने भी नाले हैं, उन सबको इसी रूप में आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे तो एक प्राकृतिक मॉडल के माध्यम से कम खर्चे में बेहतर परिणाम देकर जीवन की सबसे बुनियादी आवश्यकता जल की शुद्धता को बनाये रखने में हम सफल हो पायेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>समारोह को महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और विधायक विपिन सिंह ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक भोला अग्रहरि, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऐसे होगी नदी की सफाई</strong><br />मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नगर निगम की प्राकृतिक विधि (फाइटोरेमिडीएशन तकनीकी) से जल शोधन परियोजना का शुभारंभ करने से पूर्व इसका जायजा भी लिया. उन्होंने प्रोजेक्ट की डिजाइन का अवलोकन करने के साथ मौके पर जाकर शोधित जल की स्थिति भी देखी. नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने उन्हें बताया कि महानगर से निकलने वाला दूषित जल मुख्य 15 नालों के माध्यम से राप्ती और रोहिन नदी में गिरता है. नदी के जल को दूषित होने से बचाने के लिए इलाहीबाग रेगुलेटर से तकिया घाट होते हुए राप्ती नदी में गिरने वाले नाले पर नगर निगम द्वारा 2 करोड़ 70 लाख रुपये की लागत से प्राकृतिक विधि (फाइटोरेमिडीएशन तकनीकी) से जल शोधन का कार्य कराया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस विधि के तहत मुख्य नाले एवं उसमें गिरने वाले चार ब्रांच नालों और दो अन्य ब्रांच नालों पर प्री फिल्टर लगाया गया है. साथ ही प्रति 30 से 40 मीटर पर प्राकृतिक स्टोन से गैबियन वाल बनाई गई है. नाले में एक्वेटिक प्लांट भी लगाए गए हैं. इन प्रक्रियाओं से होकर गुजरने वाला जल शोधित होकर नदी में गिरता है. इस परियोजना की क्षमता प्रतिदिन 15 मेगा लीटर जल शोधन की है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अन्य नालों को भी इंटरसेप्ट कर प्राकृतिक विधि से जल शोधन का सुझाव दिया. </p>
<p><br /><img style=”display: block; margin-left: auto; margin-right: auto;” src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/03/a394be65c4d9cfeffcd754106a20f36717359083664961092_original.png” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नागरिकों से किया संवाद, बच्ची से पूछा- कैसी चल रही पढ़ाई<br /></strong>तकियाघाट पर जल शोधन परियोजना का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों से आत्मीय संवाद किया. उन्होंने कक्षा तीन में पढ़ने वाली आशिया नाम की एक बच्ची से पूछा कि पढ़ाई कैसी चल रही है. मुख्यमंत्री ने आशिया और अन्य बच्चों को आशीर्वाद देते हुए चॉकलेट भी गिफ्ट किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-news-bodies-of-five-people-killed-by-arshad-family-members-were-buried-2855578″>संभल : अपने ही परिवार के सदस्यों के हाथों मारे गए पांच लोगों के शव दफनाए गए, जानें- पूरा मामला</a></strong></p>
बद्दी एसपी मामले में DGP और गृह सचिव को HC का नोटिस, याचिका में इल्मा अफरोज की नियुक्ति की मांग
बद्दी एसपी मामले में DGP और गृह सचिव को HC का नोटिस, याचिका में इल्मा अफरोज की नियुक्ति की मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>IPS Ilma Afroz Update:</strong> बद्दी पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज की नियुक्ति के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हिमाचल हाई कोर्ट ने गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है. मामले की अगली सुनवाई 4 जनवरी को होगी. सुच्चा सिंह नामक शख्स की याचिका पर सुनवाई हाई कोर्ट की डबल बेंच कर रही है. डबल बेंच में न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर और न्यायमूर्ति राकेश कैंथला शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>याचिकाकर्ता का कहना है कि इल्मा अफरोज की पुलिस अधीक्षक के तौर पर नियुक्ति से बद्दी की जनता खुद को सुरक्षित महसूस करेगी. बद्दी में पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण करने के बाद से इल्मा अफरोज माफिया पर शिकंजा कसने की लगातार कारवाई कर रही थीं. सुच्चा सिंह ने बताया कि बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ में ड्रग और खनन माफिया अवैध कार्य करने के आदी हैं. पुलिस ड्रग और खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एसपी इल्मा अफरोज की नियुक्ति की मांग तेज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>याचिका के मुताबिक, नवंबर महीने में जनता ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अनुरोध किया था. मुख्यमंत्री से इल्मा अफरोज को बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ में पुलिस अधीक्षक के तौर पर काम करने की अनुमति देने की मांग की गई थी. याचिका में 9 सितंबर 2024 के हाईकोर्ट से आए आदेश का हवाला भी दिया गया है. हाई कोर्ट ने आपराधिक मामले की जांच में इल्मा अफरोज पर भरोसा जताया था. इल्मा अफरोज के छुट्टी पर जाने से पुलिस ने दोबारा कार्यशैली और योजना बदल दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खनन माफिया को था इल्मा अफरोज का डर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>याचिका में कहा गया है कि आईपीएस इल्मा अफरोज की तैनाती से पूर्व बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ में खनन माफिया अवैध गतिविधियां कर रहे थे. सोलन जिला की सीमा पर पंजाब और हरियाणा समेत स्थानीय राजनेताओं-विधायकों और अन्य लोगों के 43 खनन क्रशर हैं. आरोप है कि पुलिस की खनन माफिया के साथ मिलीभगत है. याचिका में आरोप लगाया गया है कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण और हिमाचल हाईकोर्ट की तरफ से भी खनन माफिया के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही थी. याचिका पर नोटिस जारी हो गए हैं और अब मामले में अगली सुनवाई 4 जनवरी को होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”हिमाचल: संजौली मस्जिद का नहीं थम रहा विवाद, हिंदू पक्ष ने वक्फ बोर्ड के दावे पर उठाए सवाल” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/sanjauli-masjid-controversy-hindu-side-questions-demand-for-land-record-by-waqf-board-ann-2851751″ target=”_self”>हिमाचल: संजौली मस्जिद का नहीं थम रहा विवाद, हिंदू पक्ष ने वक्फ बोर्ड के दावे पर उठाए सवाल</a></strong></p>