DM बेटी ने स्वागत किया तो मुस्कुराए चुनाव आयुक्त:CEC ने अलीगढ़ मंडल का किया रिव्यू, मेघा रूपम से पूछा- वोटर्स अवेयरनेस का क्या प्लान

DM बेटी ने स्वागत किया तो मुस्कुराए चुनाव आयुक्त:CEC ने अलीगढ़ मंडल का किया रिव्यू, मेघा रूपम से पूछा- वोटर्स अवेयरनेस का क्या प्लान

मुख्य चुनाव आयुक्त ने अलीगढ़ में मंडल के चार जिलों की रिव्यू मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने वोटर्स अवेयरनेस, वर्तमान वोटर की संख्या और 18 साल से ऊपर वालों के वोट बनाने की प्लानिंग देखी। इस दौरान उनकी बेटी कासगंज की डीएम मेघा रूपम भी पहुंचीं। मीटिंग से पहले बुके देकर जब बेटी ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार का स्वागत किया तो बेटी को देखकर दोनों मुस्कुरा उठे। इस दौरान माहौल थोड़ा हल्का हो गया। और सभी सभी एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा दिए। इसके बाद CEC मीटिंग के लिए अंदर चले गए। सबसे पहले बेटी से मुलाकात की 3 तस्वीरें देखिए… मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कमिश्नरी में करीब 2 घंटे तक समीक्षा बैठक की। इस दौरान हाथरस, एटा, कासगंज और अलीगढ़ के डीएम से सवाल पूछे। इस दौरान उन्होंने कासगंज डीएम मेघा से पूछा कि आपके जिले में वोटर्स अवेयरनेस का क्या प्लान है। क्या 18 साल से ऊपर सभी लोगों के वोट बन गए हैं। इस अभियान को हमें बहुत व्यापक स्तर पर चलाना है। प्रोटोकॉल के अनुसार मेघा अपने पिता के सवालों के जवाब भी देती नजर आईं। युवाओं को वोटर बनाने पर दें ध्यान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 18 साल की आयु पूरी करने वाले हर युवा को मतदाता सूची से जोड़ा जाए। जागरूकता अभियान चलाया जाए। साथ ही यह निश्चित किया जाए कि बीएलओ हर घर तक पहुंचे। जिससे मतदाताओं को अवेयर किया जा सके। EVM के सवाल को टाल गए
चुनावों में ईवीएम पर उठ रहे सवालों के जवाब को CEC टाल गए। उन्होंने कहा- भारतीय निर्वाचन आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ रहेगा। महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़े, इसके लिए महिलाओं को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएं। उन्होंने कहा- बूथों पर अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी इस्तेमाल की जाए, जिससे पूरी प्रक्रिया की बेहतर निगरानी की जा सके। कासगंज डीएम पिता की कार में बैठकर गईं सोरो
मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के चौथे दिन ही ज्ञानेश कुमार अचानक अलीगढ़ पहुंचे थे। बैठक के बाद CEC और उनकी बेटी कासगंज डीएम आपस में बातचीत करते रहे। बैठक खत्म होने के बाद डीएम मेघा अपने पिता के साथ कार में बैठकर सोरो के लिए रवाना हो गईं। सोरो में परिवार के साथ भगवान वराह के किए दर्शन अलीगढ़ में समीक्षा बैठक के बाद CEC अपने माता-पिता और डीएम बेटी के साथ सोरो स्थित भगवान वराह के दर्शन भी किए। इस दौरान मंदिर के महंत ने चुनाव आयुक्त को भगवान वराह की तस्वीर भेंट की। उन्हें चुनरी पहनाकर सम्मानित किया गया। केरल कैडर के आईएएस रहे हैं CEC
मुख्य चुनाव आयुक्त केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वह 31 जनवरी 2024 को केंद्रीय सहकारिता सचिव के पद से रिटायर हुए थे। इसके बाद 14 मार्च 2024 को उन्हें चुनाव आयुक्त बना दिया गया। अब नए नियमों के तहत उन्हें 19 फरवरी 2025 को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी मिली है। उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक चलेगा, जिसके बाद नए चुनाव की घोषणा होगी। ज्ञानेश कुमार सरकार के काफी करीबी समझे जाते हैं। वह आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं। इसके साथ ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका से उन्होंने पर्यावरण शास्त्र और अर्थशास्त्र की पढ़ाई भी की है। ………………… ये खबर भी पढ़ें… वाराणसी में हार्ट-कैंसर की दवाएं डंप:शादियां बीत गईं कार्ड नहीं पहुंचे, कैंट स्टेशन पर 27 दिन से 4 हजार पार्सल पेंडिंग वाराणसी से रिश्तेदार की हार्ट और बीपी की दवाएं चलती हैं। मैंने 8 फरवरी को कैंट रेलवे स्टेशन की रेल डाक सेवा से दवा स्पीड पोस्ट की थी। ये कोलकाता पहुंचने की बजाय अभी भी बनारस में ही पड़ी हुई हैं। पढ़िए पूरी खबर मुख्य चुनाव आयुक्त ने अलीगढ़ में मंडल के चार जिलों की रिव्यू मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने वोटर्स अवेयरनेस, वर्तमान वोटर की संख्या और 18 साल से ऊपर वालों के वोट बनाने की प्लानिंग देखी। इस दौरान उनकी बेटी कासगंज की डीएम मेघा रूपम भी पहुंचीं। मीटिंग से पहले बुके देकर जब बेटी ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार का स्वागत किया तो बेटी को देखकर दोनों मुस्कुरा उठे। इस दौरान माहौल थोड़ा हल्का हो गया। और सभी सभी एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा दिए। इसके बाद CEC मीटिंग के लिए अंदर चले गए। सबसे पहले बेटी से मुलाकात की 3 तस्वीरें देखिए… मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कमिश्नरी में करीब 2 घंटे तक समीक्षा बैठक की। इस दौरान हाथरस, एटा, कासगंज और अलीगढ़ के डीएम से सवाल पूछे। इस दौरान उन्होंने कासगंज डीएम मेघा से पूछा कि आपके जिले में वोटर्स अवेयरनेस का क्या प्लान है। क्या 18 साल से ऊपर सभी लोगों के वोट बन गए हैं। इस अभियान को हमें बहुत व्यापक स्तर पर चलाना है। प्रोटोकॉल के अनुसार मेघा अपने पिता के सवालों के जवाब भी देती नजर आईं। युवाओं को वोटर बनाने पर दें ध्यान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 18 साल की आयु पूरी करने वाले हर युवा को मतदाता सूची से जोड़ा जाए। जागरूकता अभियान चलाया जाए। साथ ही यह निश्चित किया जाए कि बीएलओ हर घर तक पहुंचे। जिससे मतदाताओं को अवेयर किया जा सके। EVM के सवाल को टाल गए
चुनावों में ईवीएम पर उठ रहे सवालों के जवाब को CEC टाल गए। उन्होंने कहा- भारतीय निर्वाचन आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ रहेगा। महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़े, इसके लिए महिलाओं को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएं। उन्होंने कहा- बूथों पर अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी इस्तेमाल की जाए, जिससे पूरी प्रक्रिया की बेहतर निगरानी की जा सके। कासगंज डीएम पिता की कार में बैठकर गईं सोरो
मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के चौथे दिन ही ज्ञानेश कुमार अचानक अलीगढ़ पहुंचे थे। बैठक के बाद CEC और उनकी बेटी कासगंज डीएम आपस में बातचीत करते रहे। बैठक खत्म होने के बाद डीएम मेघा अपने पिता के साथ कार में बैठकर सोरो के लिए रवाना हो गईं। सोरो में परिवार के साथ भगवान वराह के किए दर्शन अलीगढ़ में समीक्षा बैठक के बाद CEC अपने माता-पिता और डीएम बेटी के साथ सोरो स्थित भगवान वराह के दर्शन भी किए। इस दौरान मंदिर के महंत ने चुनाव आयुक्त को भगवान वराह की तस्वीर भेंट की। उन्हें चुनरी पहनाकर सम्मानित किया गया। केरल कैडर के आईएएस रहे हैं CEC
मुख्य चुनाव आयुक्त केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वह 31 जनवरी 2024 को केंद्रीय सहकारिता सचिव के पद से रिटायर हुए थे। इसके बाद 14 मार्च 2024 को उन्हें चुनाव आयुक्त बना दिया गया। अब नए नियमों के तहत उन्हें 19 फरवरी 2025 को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी मिली है। उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक चलेगा, जिसके बाद नए चुनाव की घोषणा होगी। ज्ञानेश कुमार सरकार के काफी करीबी समझे जाते हैं। वह आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं। इसके साथ ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका से उन्होंने पर्यावरण शास्त्र और अर्थशास्त्र की पढ़ाई भी की है। ………………… ये खबर भी पढ़ें… वाराणसी में हार्ट-कैंसर की दवाएं डंप:शादियां बीत गईं कार्ड नहीं पहुंचे, कैंट स्टेशन पर 27 दिन से 4 हजार पार्सल पेंडिंग वाराणसी से रिश्तेदार की हार्ट और बीपी की दवाएं चलती हैं। मैंने 8 फरवरी को कैंट रेलवे स्टेशन की रेल डाक सेवा से दवा स्पीड पोस्ट की थी। ये कोलकाता पहुंचने की बजाय अभी भी बनारस में ही पड़ी हुई हैं। पढ़िए पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर