पंजाब के जालंधर में हुए उपचुनाव के बाद पहली बार पूर्व विधायक और बीजेपी के प्रत्याशी रहे शीतल अंगुराल सामने आए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव होकर पार्टी छोड़ने की वजह बताई। शीतल अंगुराल ने कहा- आम आदमी पार्टी द्वारा इज्जत नहीं दी गई। मेरी इज्जत से बढ़कर कुछ नहीं है, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी। शीतल अंगुराल ने कहा- मैंने हमेशा सच पर अपनी राजनीति की है, मैंने पार्टी भी इसीलिए छोड़ी। चुनाव मुख्यमंत्री ने खुद लड़ा, भगत ने नहीं पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने कहा- ये चुनाव सिर्फ मोहिंदर भगत ने नहीं लड़ा, ये चुनाव राज्य के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान द्वारा लड़ा गया था। मैं उन्हें उनकी जीत की बधाई देता हूं। शीतल अंगुराल ने आगे कहा- लोगों ने सीएम पर विश्वास किया है तो उन्हें हमारे एरिया के काम करवाने चाहिए। आज जालंधर वेस्ट में सरकार बने को 12 दिन का समय बीत गया है, मगर इसका एस्टीमेट इतने दिनों में नहीं मिल सकता। इसलिए एक माह बाद मैं दोबारा लाइव होकर बताऊंगा कि वेस्ट हलके में आप ने क्या काम किए। एक माह बाद मैं इसका हिसाब लोगों को दूंगा। जालंधर में प्रोग्राम के दौरान जिले के MLA को जगह नहीं दी गई शीतल अंगुराल ने कहा- सरकार आने के बाद आम आदमी पार्टी द्वारा जालंधर लुधियाना हाईवे पर स्थित एक स्थानीय फाइव स्टार होटल में तीन पर कार्यक्रम रखा गया। एक बार जब मैं उक्त कार्यक्रम में पहुंचा तो पता चला कि मेरी कुर्सी स्टेज पर नहीं है। ऐसा ही कुछ बीते दिन हुए सीएम के प्रोग्राम में मोहिंदर भगत के साथ हुआ। शीतल अंगुराल ने आरोप लगाया है कि मोहिंदर भगत को सीएम ने अपनी सिक्योरिटी की कुर्सी पर बैठा दिया। जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में AAP ने दर्ज की जीत आपको बता दें कि जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव हुए। जिसमें आम आदमी पार्टी ने भाजपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री के बेटे मोहिंदर भगत को अपना उम्मीदवार बनाया था। जिसमें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मोहिंदर भगत ने भारी अंतर से जीत दर्ज की। मोहिंदर भगत ने आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए शीतल अंगुराल को करीब साढ़े 37 हजार वोटों से हराया। ऐसे में यह पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। पंजाब के जालंधर में हुए उपचुनाव के बाद पहली बार पूर्व विधायक और बीजेपी के प्रत्याशी रहे शीतल अंगुराल सामने आए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव होकर पार्टी छोड़ने की वजह बताई। शीतल अंगुराल ने कहा- आम आदमी पार्टी द्वारा इज्जत नहीं दी गई। मेरी इज्जत से बढ़कर कुछ नहीं है, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी। शीतल अंगुराल ने कहा- मैंने हमेशा सच पर अपनी राजनीति की है, मैंने पार्टी भी इसीलिए छोड़ी। चुनाव मुख्यमंत्री ने खुद लड़ा, भगत ने नहीं पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने कहा- ये चुनाव सिर्फ मोहिंदर भगत ने नहीं लड़ा, ये चुनाव राज्य के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान द्वारा लड़ा गया था। मैं उन्हें उनकी जीत की बधाई देता हूं। शीतल अंगुराल ने आगे कहा- लोगों ने सीएम पर विश्वास किया है तो उन्हें हमारे एरिया के काम करवाने चाहिए। आज जालंधर वेस्ट में सरकार बने को 12 दिन का समय बीत गया है, मगर इसका एस्टीमेट इतने दिनों में नहीं मिल सकता। इसलिए एक माह बाद मैं दोबारा लाइव होकर बताऊंगा कि वेस्ट हलके में आप ने क्या काम किए। एक माह बाद मैं इसका हिसाब लोगों को दूंगा। जालंधर में प्रोग्राम के दौरान जिले के MLA को जगह नहीं दी गई शीतल अंगुराल ने कहा- सरकार आने के बाद आम आदमी पार्टी द्वारा जालंधर लुधियाना हाईवे पर स्थित एक स्थानीय फाइव स्टार होटल में तीन पर कार्यक्रम रखा गया। एक बार जब मैं उक्त कार्यक्रम में पहुंचा तो पता चला कि मेरी कुर्सी स्टेज पर नहीं है। ऐसा ही कुछ बीते दिन हुए सीएम के प्रोग्राम में मोहिंदर भगत के साथ हुआ। शीतल अंगुराल ने आरोप लगाया है कि मोहिंदर भगत को सीएम ने अपनी सिक्योरिटी की कुर्सी पर बैठा दिया। जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में AAP ने दर्ज की जीत आपको बता दें कि जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव हुए। जिसमें आम आदमी पार्टी ने भाजपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री के बेटे मोहिंदर भगत को अपना उम्मीदवार बनाया था। जिसमें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मोहिंदर भगत ने भारी अंतर से जीत दर्ज की। मोहिंदर भगत ने आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए शीतल अंगुराल को करीब साढ़े 37 हजार वोटों से हराया। ऐसे में यह पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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