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BMC समेत स्थानीय निकायों के कब होंगे चुनाव? चंद्रशेखर बावनकुले ने दिया बड़ा अपडेट
BMC समेत स्थानीय निकायों के कब होंगे चुनाव? चंद्रशेखर बावनकुले ने दिया बड़ा अपडेट <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने बताया कि स्थानीय निकाय के चुनाव मार्च-अप्रैल 2025 में कराए जाएंगे अगर सुप्रीम कोर्ट जनवरी के पहले सप्ताह में ओबीसी आरक्षण को लेकर अपना निर्णय देता है. उन्होंने बताया कि ओबीसी आरक्षण का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में जनवरी के पहले सप्ताह में लिस्टेड है. बीएमसी का चुनाव 2022 से लंबित है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखऱ बावनकुले ने कहा, ”राज्य चुनाव आयोग चुनाव कराएगा और राज्य सरकार पूरा सहयोग देगी.” बीएमसी समेत अन्य स्थानीय निकायों की कार्य अवधि 2022 में समाप्त हो गई है. दिसंबर 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाया था कि स्थानीय निकायों में ओबीसी के लिए आरक्षण की अनुमति तब तक नहीं दी जाएगी जब तक कि सरकार शीर्ष अदालत के 2010 के आदेश में निर्धारित ट्रिपल टेस्ट को पूरा नहीं करती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रिपल टेस्ट की क्यों पड़ती है जरूरत?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कोर्ट ने साथ ही कहा था कि जब तक ट्रिपल टेस्ट का मानक पूरा नहीं होता, ओबीसी सीट को जनरल कैटिगरी सीट में फिर से नोटिफाई किया जाएगा. सभी स्थानीय निकायों से ओबीसी के पिछड़ेपन का डेटा जुटाने के लिए एक कमिशन गठित करने को लेकर सरकार को ट्रिपल टेस्ट कराने की जरूरत होती है.इसमें यह भी सुनिश्चित करना होता है कि किसी भी आरक्षित सीट पर आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से ऊपर ना हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वक्फ बिल को लेकर यह बोले बावनकुले</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले ने कहा कि ऐसी कई शिकायतें मिल रही हैं कि महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड प्राइवेट चैरिटेबल ट्रस्ट और शिक्षण संस्थानों को जबरन अपने कब्जे में ले रही है. एकबार वक्फ संशोधन विधेयक पारित हो जाएगा तो महाराष्ट्र में यह लागू हो जाएगा. अगर किसी तरह की गड़बड़ी हुई है तो उसे सुधारा जाएगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चंद्रशेखर बावनकुल ने कहा कि सर्वे ऑफ विलेजेज आबादी एंड मैपिंग विद इम्प्रोवाइज टेक्नोलॉजी इन विलेज एरियाज (SVAMITVA) के अंतर्गत 2021 में गांवों का सर्वे शुरू किया गया था ताकि किसानों को अपनी जमीन पर मालिकाना हक के लिए ई-प्रॉपर्टी कार्ड मिल सके. 30,515 में से 15,327 गांवों का ई-प्रॉपर्टी कार्ड तैयार है और जल्द इसका वितरण किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”CM देवेंद्र फडणवीस का कांग्रेस पर तंज, ‘उमर अब्दुल्ला और ममता बनर्जी ने कह दिया है कि…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/devendra-fadnavis-says-congress-has-not-been-able-to-prove-anything-in-evm-related-allegation-2849771″ target=”_self”>CM देवेंद्र फडणवीस का कांग्रेस पर तंज, ‘उमर अब्दुल्ला और ममता बनर्जी ने कह दिया है कि…'</a></strong></p>
हिमाचल में भूकंप के झटके:कांगड़ा व आसपास के क्षेत्रों में किए गए महसूस; 3.6 मापी गई तीवत्रा, 3 बार कांपी धरती
हिमाचल में भूकंप के झटके:कांगड़ा व आसपास के क्षेत्रों में किए गए महसूस; 3.6 मापी गई तीवत्रा, 3 बार कांपी धरती हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में आज दोपहर बाद भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। जमीन के भीतर इसकी गहराई 5 किलोमीटर रही। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, दोपहर दो बजकर 27 मिनट पर तीन बार हल्के झटके महसूस किए गए। जिन लोगों ने झटके महसूस किए, वह घरों से बाहर निकल आए। हालांकि झटकों की तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर लोग इन्हें महसूस नहीं कर पाए। कांगड़ा जिला के अधिकांश क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील यानी जोन 5 में आता है। इसलिए यहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। अब जानिए भूकंप क्यों आता है? धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
जालंधर में ग्रैंड बैटरी कारोबारी सुसाइड केस:इलाज दौरान पत्नी की मौत, स्टोरेक्स बैटरी कंपनी मालिकों से थे परेशान, 7 दिनों से आरोपी फरार
जालंधर में ग्रैंड बैटरी कारोबारी सुसाइड केस:इलाज दौरान पत्नी की मौत, स्टोरेक्स बैटरी कंपनी मालिकों से थे परेशान, 7 दिनों से आरोपी फरार पंजाब के जालंधर में एक कारोबारी ने अपनी पत्नी के साथ बीते 3 अक्तूबर को जहर निगल लिया था। जिसमें बैटरी कारोबारी ईश वछेर की मौत हो गई थी। वहीं, उनकी पत्नी इंदु वछेर का गंभीर परिस्थितियों में निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरुवार देर रात इंदु वछेर की इलाज के दौरान मौत हो गई है। देर रात अस्पताल वालों ने मामले की जानकारी पुलिस और परिवार के साथ साझा की है। पुलिस ने इंदु के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सुसाइड नोट मिलने के बाद मामले में पुलिस ने केस तो दर्ज किया था, मगर अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। घटना को 7 दिन बीते, मगर नहीं हुई कार्रवाई बता दें कि इस मामले में थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस ने स्टोरेक्स बैटरी के मालिक निर्मल सिंह और परमवीर सिंह निवासी कृष्णा नगर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। उक्त घटना को करीब सात दिन बीत चुके हैं। मगर पुलिस द्वारा अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। मरने से पहले आरोपियों के नाम पीड़ित द्वारा सुसाइड नोट में लिए गए थे। मगर फिर भी आरोपियों की गिरफ्तार थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस नहीं कर पाई है। कारोबारी से बरामद किया गया सुसाइड नोट। दंपति स्टोरेक्स बैटरी के मालिकों से थे परेशान सुसाइड से पहले दंपती ने 2 पेज का सुसाइड नोट लिखा था। सुसाइड नोट में दंपति ने फोकल पॉइंट के स्टोरेक्स बैटरी के मालिकों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसी से दुखी होकर उन्होंने ये कदम उठाया। थाना डिवीजन नंबर-8 की पुलिस मामले की जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस ने इन्वर्टर कारोबारी ईश वछेर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कर दिया था। प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला था कि ईशा वछेर मूल रूप से जालंधर के अमन नगर के रहने वाले थे। उनका भी कारोबार फोकल पॉइंट में ही है। जहां वह गैरेड बैटरी के नाम से अपना कारोबार चलाते हैं। उनकी फर्म बैटरी बनाने काम करती है। बेटे ने पैसे लेने के लगाए आरोप पुलिस को दर्ज करवाए गए ईश वछेर के बेटे विभोर ने कहा कि उनकी फर्म द्वारा स्टोरेक्स बैटरी को माल सप्लाई किया जाता था। उन्होंने स्टोरेक्स बैटरी के मालिकों से लगभग 90 लाख रुपए लेने हैं। पिछले काफी समय से जब भी उसके पिता पैसे मांगते तो उन्हें डराया धमकाया जाता था। आगे विभोर ने आरोप लगाए थे कि उसके माता-पिता ने स्टोरेक्स बैटरी के निर्मल सिंह और परमवीर की प्रताड़ना से दुखी होकर ये कदम उठाया था। साथ ही विभोर ने पिता की मौत के बाद मिला सुसाइड नोट भी पुलिस को दिखाया, जिसमें उन्होंने साफ साफ लिखा हुआ है कि स्टोरेक्स कंपनी के मालिकों की प्रताड़ना से दुखी होकर ही वो ये कदम उठा रहे थे।