HAU विवाद में अर्जुन चौटाला बोले- ये VC​​​​​​​ फर्जी:विधानसभा में भी उठाया था मुद्दा, डीन ने वीडियो जारी कर मानी गलती

HAU विवाद में अर्जुन चौटाला बोले- ये VC​​​​​​​ फर्जी:विधानसभा में भी उठाया था मुद्दा, डीन ने वीडियो जारी कर मानी गलती

हिसार की चौ. चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के विरोध में स्टूडेंट्स का धरना लगातार जारी है। इस धरने को छात्र संगठन नेता और विधायकों ने अपना समर्थन किया है। वीरवार शाम को इनेलो के इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (आईएसओ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रानियां विधायक अर्जुन चौटाला धरना दे रहे छात्रों को समर्थन देने पहुंचे। अर्जुन चौटाला बोले कि, मैं तो पहले दिन से कह रहा था कि ये वीसी फर्जी आदमी है। मैंने विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया था। मगर सरकार ने उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। एग्रीकल्चर के नाम जो यूनिवर्सिटी जानी जाती है वो चौ. चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जानी जाती है। अर्जुन चौटाला बोले कि आज दु:ख इस बात का है कि इस एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी का वीसी एक ऐसा आदमी है, जिसे न एग्रीकल्चर का पता है, न ही पढ़ाने का पता है। ऐसे इंसान काे कहते हैं, आत्मा मुक्त इंसान। एक ऐसा इंसान, जो केवल अपनी तारीफ करवाना चाहता है, केवल झूठी डिग्री, झूठे अवार्ड दिखाना चाहता है। छात्रों की मांग- यूनिवर्सिटी अधिकारियों पर कार्रवाई की हो छात्रों की मांग है कि यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर और सिक्योरिटी इंचार्ज सहित सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी मामले में कार्रवाई के लिए 15 दिन का समय मांग रही है। जांच में इतना समय क्यों। इसके बाद यूनिवर्सिटी की छुट्टियां हो जाएगी। मामले को दबा दिया जाएगा। ऐसे में छात्रों से मिलने के लिए उकलाना से कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल और विधायक चंद्र प्रकाश पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि वह उनके साथ हैं और उनकी मांग को विधानसभा में उठाने का काम करेंगे। इस दौरान विधायकों ने घायल छात्रों का हालचाल भी जाना। बैकफुट पर आया यूनिवर्सिटी प्रशासन वहीं, यह विवाद बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन बैकफुट पर आया है और अपनी गलती मानी है। वीरवार को यूनिवर्सिटी से कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस के पाहुजा ने एक वीडियो जारी कर छात्रों से बातचीत करने की अपील की है, ताकि उनकी मांगों का पूरा किया जा सके। इधर, इनेलो छात्र विंग से आईएसओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रानियां विधायक अर्जुन चौटाला व इनेलो के राष्ट्रीय संगठन सचिव उमेद सिंह लोहान ने छात्रों का समर्थन किया है और उनके आंदोलन में हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। यूनिवर्सिटी में आजकल परिस्थितियां ठीक नहीं चल रही : एसके पाहुजा अधिष्ठाता डॉ. एस के पाहुजा ने अपने बयान में ये कहा है कि यूनिवर्सिटी में आजकल परिस्थितियां थोड़ी ठीक नहीं चल रही। जो कुछ भी (लाठीचार्ज) चीजें हुई, गलत हुई। हम उसकी निंदा भी करते हैं। नैतिक जिम्मेदारी के तौर पर हम उनको अपने बच्चों की तरह ट्रीट करते हैं और वो हमारे ही बच्चे हैं। कुलपति के निर्देशानुसार, हम अस्पताल में घायल बच्चों से मिल भी रहे हैं। ऊपर-नीचे हो भी हो जाती है बात। जो भी गलती हुई, जिससे भी हुई, उस हिसाब से इंक्वायरी करवाकर उसकी उन गलत तत्वों को सजा भी मिलेगी। टेबल पर बातचीत नहीं करेंगे तो हल कैसे निकलेगा अधिष्ठाता डॉ. एस के पाहुजा ने बोले कि, जब तक हम दोनों ( छात्र और यूनिवर्सिटी प्रशासन ) टेबल पर बैठकर बातचीत नहीं करेंगे, तब तक इसका हल नहीं निकलेगा। हम छात्रों से बार-बार अपील करते हैं आपके जो भी छात्र प्रतिनिधिमंडल में शामिल है, वो हमारे साथ बैठकर चर्चा तो करे, बात तो करें कि इस तरह से समाधान निकल सकता है। कम से कम हमारे समक्ष डिमांड तो रखें, उस पर यूनिवर्सिटी प्रशासन अपनी बात रखेगा। बैठना तो पड़ेगा। तभी समाधान निकल सकता है। हमारा यही निवेदन हैं। दो छात्रों का चल रहा इलाज इस समय यूनिवर्सिटी में हुए लाठीचार्ज में घायल हुए दो छात्रों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिसमें दीपांशु व चक्षू शामिल है। दोनों को काफी गहरी चोटें लगी है। छात्र राहुल सहित बाकी को छुट्‌टी मिल गई। सरकार तक बात पहुंचाने का दिया आश्वासन बुधवार को नलवा से बीजेपी विधायक रणधीर पनिहार भी घायल छात्रों से मिलने अस्पताल में पहुंचे। इसके बाद धरनारत छात्रों से मिले और उनकी मांगें व समस्या जानीं। उन्होंने कहा कि, जल्द हरियाणा सरकार को संपूर्ण घटनाक्रम बारे अवगत करवाकर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं इनेलो से महिला विंग प्रभारी सुनैना चौटाला ने भी घायल छात्रों से फोन पर बातचीत की। इसके अलावा नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ भी बुधवार को घायल छात्रों से मिलने और धरनारत छात्रों काे समर्थन देने पहुंचे थे। वहीं, हिसार में हुए इस झगड़े का असर सिरसा में भी है। सिरसा के छात्र संघ ने भी चेतावनी दी है कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया तो वह कड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। कैसे हुई विवाद की शुरुआत मंगलवार को स्टूडेंट्स अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने के लिए वाइस चांसलर (VC) कार्यालय गए थे। स्टूडेंट्स VC को अपना ज्ञापन सौंपने चाहते थे। इसके लिए वह वीसी कार्यालय में जाने लगे तो सिक्योरिटी गार्ड ने उनको गेट पर बाहर ही रोक लिया। इस दौरान मामला बिगड़ा गया और सिक्योरिटी गार्ड ने छात्रों से बदतमीजी की। यहीं नहीं छात्रों से मारपीट भी की। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें गार्ड छात्रों का कॉलर पकड़कर थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। जब उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को गार्ड द्वारा मारपीट के बारे में बताया तो कार्रवाई नहीं हुई। इस पर रात को वे इसके विरोध में VC आवास के बाहर पहुंचे तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें दोबारा खदेड़ दिया और लाठीचार्ज कर दिया। रजिस्ट्रार सहित इन पर केस दर्ज
स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह, प्रोफेसर राधेश्याम, रजिस्ट्रार पवन कुमार, सुमन, नरेंद्र, जगमेश पूनिया, अनूप और बिजेंद्र के खिलाफ धारा 110, 190, 191(2), 191(3) और 351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया है। उधर, रोहतक से लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने अस्पताल में भर्ती घायल छात्रों से वीडियो कॉल पर बातचीत की। छात्रों ने दीपेंद्र को बताया कि यूनिवर्सिटी की तरफ से उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। डीन शर्मा बोले-क्यों हुई ऐसी स्थिति डीन पीजीएस डॉ के डी शर्मा ने बताया कि नए कॉलेज बनाने व नए पाठयक्रम शुरू करने की वजह से छात्रों की संख्या बढ़ी है, जिससे बजट में कमी आई है। जिसकी वजह से मेरिट स्टाइफंड में बदलाव करना पड़ा, जबकि सात से अपर वालों के स्टाइफ़ंड में कोई बदलाव नहीं किया गया था। छात्रों से अपील है कि वो बातचीत जरूर करें। मैं और डीन एग्रीकल्चर व वैज्ञानिकों के अलग अलग कई दल धरना स्थल पर गए हैं और छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया गया पर कोई भी आने को तैयार नहीं है। हर समस्या का समाधान बातचीत से ही संभव होता है। यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों को मनाने पहुंचा, पर नहीं माने विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से डॉ एस. के. पाहुजा डीन एग्रीकल्चर कॉलेज व विभिन्न विभागों के वैज्ञानिकों ने कई छात्रों के धरना स्थल पर जाकर छात्रों से बातचीत की और उन्हें समझाया कि किसी भी समस्या का हल बातचीत के द्वारा ही हो सकता है। इसलिए आप टेबल पर आए और मिल बैठकर बात करें। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन भी छात्रों से लगातार बातचीत के संपर्क में है परंतु छात्र बातचीत के लिए नहीं आ रहे हैं। हिसार की चौ. चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के विरोध में स्टूडेंट्स का धरना लगातार जारी है। इस धरने को छात्र संगठन नेता और विधायकों ने अपना समर्थन किया है। वीरवार शाम को इनेलो के इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (आईएसओ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रानियां विधायक अर्जुन चौटाला धरना दे रहे छात्रों को समर्थन देने पहुंचे। अर्जुन चौटाला बोले कि, मैं तो पहले दिन से कह रहा था कि ये वीसी फर्जी आदमी है। मैंने विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया था। मगर सरकार ने उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। एग्रीकल्चर के नाम जो यूनिवर्सिटी जानी जाती है वो चौ. चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जानी जाती है। अर्जुन चौटाला बोले कि आज दु:ख इस बात का है कि इस एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी का वीसी एक ऐसा आदमी है, जिसे न एग्रीकल्चर का पता है, न ही पढ़ाने का पता है। ऐसे इंसान काे कहते हैं, आत्मा मुक्त इंसान। एक ऐसा इंसान, जो केवल अपनी तारीफ करवाना चाहता है, केवल झूठी डिग्री, झूठे अवार्ड दिखाना चाहता है। छात्रों की मांग- यूनिवर्सिटी अधिकारियों पर कार्रवाई की हो छात्रों की मांग है कि यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर और सिक्योरिटी इंचार्ज सहित सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी मामले में कार्रवाई के लिए 15 दिन का समय मांग रही है। जांच में इतना समय क्यों। इसके बाद यूनिवर्सिटी की छुट्टियां हो जाएगी। मामले को दबा दिया जाएगा। ऐसे में छात्रों से मिलने के लिए उकलाना से कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल और विधायक चंद्र प्रकाश पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि वह उनके साथ हैं और उनकी मांग को विधानसभा में उठाने का काम करेंगे। इस दौरान विधायकों ने घायल छात्रों का हालचाल भी जाना। बैकफुट पर आया यूनिवर्सिटी प्रशासन वहीं, यह विवाद बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन बैकफुट पर आया है और अपनी गलती मानी है। वीरवार को यूनिवर्सिटी से कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस के पाहुजा ने एक वीडियो जारी कर छात्रों से बातचीत करने की अपील की है, ताकि उनकी मांगों का पूरा किया जा सके। इधर, इनेलो छात्र विंग से आईएसओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रानियां विधायक अर्जुन चौटाला व इनेलो के राष्ट्रीय संगठन सचिव उमेद सिंह लोहान ने छात्रों का समर्थन किया है और उनके आंदोलन में हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। यूनिवर्सिटी में आजकल परिस्थितियां ठीक नहीं चल रही : एसके पाहुजा अधिष्ठाता डॉ. एस के पाहुजा ने अपने बयान में ये कहा है कि यूनिवर्सिटी में आजकल परिस्थितियां थोड़ी ठीक नहीं चल रही। जो कुछ भी (लाठीचार्ज) चीजें हुई, गलत हुई। हम उसकी निंदा भी करते हैं। नैतिक जिम्मेदारी के तौर पर हम उनको अपने बच्चों की तरह ट्रीट करते हैं और वो हमारे ही बच्चे हैं। कुलपति के निर्देशानुसार, हम अस्पताल में घायल बच्चों से मिल भी रहे हैं। ऊपर-नीचे हो भी हो जाती है बात। जो भी गलती हुई, जिससे भी हुई, उस हिसाब से इंक्वायरी करवाकर उसकी उन गलत तत्वों को सजा भी मिलेगी। टेबल पर बातचीत नहीं करेंगे तो हल कैसे निकलेगा अधिष्ठाता डॉ. एस के पाहुजा ने बोले कि, जब तक हम दोनों ( छात्र और यूनिवर्सिटी प्रशासन ) टेबल पर बैठकर बातचीत नहीं करेंगे, तब तक इसका हल नहीं निकलेगा। हम छात्रों से बार-बार अपील करते हैं आपके जो भी छात्र प्रतिनिधिमंडल में शामिल है, वो हमारे साथ बैठकर चर्चा तो करे, बात तो करें कि इस तरह से समाधान निकल सकता है। कम से कम हमारे समक्ष डिमांड तो रखें, उस पर यूनिवर्सिटी प्रशासन अपनी बात रखेगा। बैठना तो पड़ेगा। तभी समाधान निकल सकता है। हमारा यही निवेदन हैं। दो छात्रों का चल रहा इलाज इस समय यूनिवर्सिटी में हुए लाठीचार्ज में घायल हुए दो छात्रों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिसमें दीपांशु व चक्षू शामिल है। दोनों को काफी गहरी चोटें लगी है। छात्र राहुल सहित बाकी को छुट्‌टी मिल गई। सरकार तक बात पहुंचाने का दिया आश्वासन बुधवार को नलवा से बीजेपी विधायक रणधीर पनिहार भी घायल छात्रों से मिलने अस्पताल में पहुंचे। इसके बाद धरनारत छात्रों से मिले और उनकी मांगें व समस्या जानीं। उन्होंने कहा कि, जल्द हरियाणा सरकार को संपूर्ण घटनाक्रम बारे अवगत करवाकर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं इनेलो से महिला विंग प्रभारी सुनैना चौटाला ने भी घायल छात्रों से फोन पर बातचीत की। इसके अलावा नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ भी बुधवार को घायल छात्रों से मिलने और धरनारत छात्रों काे समर्थन देने पहुंचे थे। वहीं, हिसार में हुए इस झगड़े का असर सिरसा में भी है। सिरसा के छात्र संघ ने भी चेतावनी दी है कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया तो वह कड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। कैसे हुई विवाद की शुरुआत मंगलवार को स्टूडेंट्स अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने के लिए वाइस चांसलर (VC) कार्यालय गए थे। स्टूडेंट्स VC को अपना ज्ञापन सौंपने चाहते थे। इसके लिए वह वीसी कार्यालय में जाने लगे तो सिक्योरिटी गार्ड ने उनको गेट पर बाहर ही रोक लिया। इस दौरान मामला बिगड़ा गया और सिक्योरिटी गार्ड ने छात्रों से बदतमीजी की। यहीं नहीं छात्रों से मारपीट भी की। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें गार्ड छात्रों का कॉलर पकड़कर थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। जब उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को गार्ड द्वारा मारपीट के बारे में बताया तो कार्रवाई नहीं हुई। इस पर रात को वे इसके विरोध में VC आवास के बाहर पहुंचे तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें दोबारा खदेड़ दिया और लाठीचार्ज कर दिया। रजिस्ट्रार सहित इन पर केस दर्ज
स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह, प्रोफेसर राधेश्याम, रजिस्ट्रार पवन कुमार, सुमन, नरेंद्र, जगमेश पूनिया, अनूप और बिजेंद्र के खिलाफ धारा 110, 190, 191(2), 191(3) और 351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया है। उधर, रोहतक से लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने अस्पताल में भर्ती घायल छात्रों से वीडियो कॉल पर बातचीत की। छात्रों ने दीपेंद्र को बताया कि यूनिवर्सिटी की तरफ से उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। डीन शर्मा बोले-क्यों हुई ऐसी स्थिति डीन पीजीएस डॉ के डी शर्मा ने बताया कि नए कॉलेज बनाने व नए पाठयक्रम शुरू करने की वजह से छात्रों की संख्या बढ़ी है, जिससे बजट में कमी आई है। जिसकी वजह से मेरिट स्टाइफंड में बदलाव करना पड़ा, जबकि सात से अपर वालों के स्टाइफ़ंड में कोई बदलाव नहीं किया गया था। छात्रों से अपील है कि वो बातचीत जरूर करें। मैं और डीन एग्रीकल्चर व वैज्ञानिकों के अलग अलग कई दल धरना स्थल पर गए हैं और छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया गया पर कोई भी आने को तैयार नहीं है। हर समस्या का समाधान बातचीत से ही संभव होता है। यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों को मनाने पहुंचा, पर नहीं माने विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से डॉ एस. के. पाहुजा डीन एग्रीकल्चर कॉलेज व विभिन्न विभागों के वैज्ञानिकों ने कई छात्रों के धरना स्थल पर जाकर छात्रों से बातचीत की और उन्हें समझाया कि किसी भी समस्या का हल बातचीत के द्वारा ही हो सकता है। इसलिए आप टेबल पर आए और मिल बैठकर बात करें। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन भी छात्रों से लगातार बातचीत के संपर्क में है परंतु छात्र बातचीत के लिए नहीं आ रहे हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर