वाराणसी के कमिश्नर और DM रहे IAS कौशल राज शर्मा को 3 साल के लिए दिल्ली में प्रतिनियुक्ति दी गई है। उन्हें दिल्ली जल बोर्ड का सीईओ बनाया गया है। 15 दिन पहले ही उनका वाराणसी से लखनऊ ट्रांसफर किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कौशल राज को सचिव बनाया था। लखनऊ आने के 15 दिन के अंदर ही उनकी जिम्मेदारी बदलने का फरमान आ गया। कौशल राज शर्मा को प्रतिनियुक्ति पर AGMUT कैडर (दिल्ली पोस्टिंग) में बुलाया गया। इससे पहले वाराणसी के कमिश्नर रहे दीपक अग्रवाल को भी वाराणसी से सीधे दिल्ली बुलाया गया था। वह भी पीएम मोदी के करीबी थे। माना जा रहा था कि PMO में जिम्मेदारी संभालेंगे कौशल राज शर्मा पीएम नरेंद्र मोदी करीबी और विश्वसनीय अफसर माने जाते हैं। उनका ट्रांसफर PMO की पसंद से ही मुख्यमंत्री के सचिव के पद पर किया गया था। कौशल राज ने जॉइन तो कर लिया था, लेकिन दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने का फैसला भी कर लिया था। इसके चलते उन्हें मुख्यमंत्री ऑफिस में काम का आवंटन नहीं हुआ था। पहले माना जा रहा था कि उन्हें PMO में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। क्योंकि यूपी कैडर का एक भी अफसर PMO में नहीं है। इससे पहले वाराणसी के डीएम रहते हुए उनका ट्रांसफर प्रयागराज में कमिश्नर के पद पर कर दिया गया था। इससे पहले कि वह प्रयागराज जाते, तबादला आदेश संशोधित हो गया था। उन्हें वाराणसी में ही कमिश्नर बना दिया गया था। जब लखनऊ ट्रांसफर हुआ, उस वक्त के समीकरण पढ़िए… कौशल राज को वाराणसी में 6 साल हो चुके थे। विधानसभा चुनाव 2027 से पहले वैसे भी उन्हें हटाना पड़ता। कौशल राज योगी के भी करीबी अफसर माने जाते हैं। इसीलिए उन्हें मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया था। 2006 बैच के IAS कौशल राज ने नवंबर, 2019 में वाराणसी के डीएम का कार्यभार संभाला था। अक्टूबर, 2022 में वह यहीं के कमिश्नर भी बनाए गए। विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण और कोरोना काल में कौशल राज के काम की खूब तारीफ हुई थी। इन्हीं को देखते हुए कौशल राज को 2020 में फेम इंडिया मैगजीन की ओर से देशभर के 50 सर्वश्रेष्ठ IAS अफसरों की सूची में शामिल किया गया था। आधी रात रुका था कौशल राज का ट्रांसफर
यह 3 साल पहले की बात है। उस वक्त कौशल राज वाराणसी के डीएम थे। उनका ट्रांसफर प्रयागराज के कमिश्नर पद पर कर दिया गया था, लेकिन आधी रात को उनका तबादला रोक दिया गया। उस वक्त शासन ने कहा था- IAS कौशल राज शर्मा का ट्रांसफर जनहित में निरस्त किया गया है। वह वाराणसी के डीएम बने रहेंगे। 2 नवंबर, 2019 को संभाली थी वाराणसी की कमान
हरियाणा के भिवानी में जन्मे कौशल राज शर्मा 2006 बैच के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में एमटेक और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से एमए किया है। IAS कौशल राज शर्मा को 2 नवंबर, 2019 को वाराणसी का जिलाधिकारी बनाया गया था। मायावती के राज में सबसे पहले पीलीभीत के डीएम बने, फिर मुजफ्फरनगर गए। 2013 में जब मुजफ्फरनगर सुलगा तो वहां की कमान संभाली, शांति कायम की। प्रयागराज में 4 महीने और कानपुर-लखनऊ के भी डीएम रहे। 2 नवंबर, 2019 को वाराणसी के डीएम बने, कई नए प्रोजेक्ट पर काम किया। फिर वहां कमिश्नर बने। 15 दिन पहले ही में उन्हें योगी का विशेष सचिव बनाया गया था। 2020 में फेम इंडिया की मैगजीन में टॉप 50 डीएम में इनका नाम शामिल रहा। स्वनिधि योजना में वाराणसी अव्वल बना, तो मोदी ने 2022 में PM एक्सीलेंस अवॉर्ड दिया था। ————————– यह खबर भी पढ़ें : यूपी में 33 IAS का ट्रांसफर, 11 DM बदले, सत्येंद्र को वाराणसी की कमान; मोदी-योगी के खास अफसरों का भी तबादला; पढ़िए वजह योगी सरकार ने सोमवार देर रात 33 IAS अफसरों के ट्रांसफर कर दिए। वाराणसी समेत 11 जिलों के डीएम बदले गए। योगी के खास अफसर शिशिर सिंह का 7 साल बाद तबादला कर दिया गया है। अब उनकी जगह भदोही के डीएम विशाल सिंह को सूचना निदेशक बनाया गया है। वाराणसी के कमिश्नर और DM रहे IAS कौशल राज शर्मा को 3 साल के लिए दिल्ली में प्रतिनियुक्ति दी गई है। उन्हें दिल्ली जल बोर्ड का सीईओ बनाया गया है। 15 दिन पहले ही उनका वाराणसी से लखनऊ ट्रांसफर किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कौशल राज को सचिव बनाया था। लखनऊ आने के 15 दिन के अंदर ही उनकी जिम्मेदारी बदलने का फरमान आ गया। कौशल राज शर्मा को प्रतिनियुक्ति पर AGMUT कैडर (दिल्ली पोस्टिंग) में बुलाया गया। इससे पहले वाराणसी के कमिश्नर रहे दीपक अग्रवाल को भी वाराणसी से सीधे दिल्ली बुलाया गया था। वह भी पीएम मोदी के करीबी थे। माना जा रहा था कि PMO में जिम्मेदारी संभालेंगे कौशल राज शर्मा पीएम नरेंद्र मोदी करीबी और विश्वसनीय अफसर माने जाते हैं। उनका ट्रांसफर PMO की पसंद से ही मुख्यमंत्री के सचिव के पद पर किया गया था। कौशल राज ने जॉइन तो कर लिया था, लेकिन दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने का फैसला भी कर लिया था। इसके चलते उन्हें मुख्यमंत्री ऑफिस में काम का आवंटन नहीं हुआ था। पहले माना जा रहा था कि उन्हें PMO में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। क्योंकि यूपी कैडर का एक भी अफसर PMO में नहीं है। इससे पहले वाराणसी के डीएम रहते हुए उनका ट्रांसफर प्रयागराज में कमिश्नर के पद पर कर दिया गया था। इससे पहले कि वह प्रयागराज जाते, तबादला आदेश संशोधित हो गया था। उन्हें वाराणसी में ही कमिश्नर बना दिया गया था। जब लखनऊ ट्रांसफर हुआ, उस वक्त के समीकरण पढ़िए… कौशल राज को वाराणसी में 6 साल हो चुके थे। विधानसभा चुनाव 2027 से पहले वैसे भी उन्हें हटाना पड़ता। कौशल राज योगी के भी करीबी अफसर माने जाते हैं। इसीलिए उन्हें मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया था। 2006 बैच के IAS कौशल राज ने नवंबर, 2019 में वाराणसी के डीएम का कार्यभार संभाला था। अक्टूबर, 2022 में वह यहीं के कमिश्नर भी बनाए गए। विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण और कोरोना काल में कौशल राज के काम की खूब तारीफ हुई थी। इन्हीं को देखते हुए कौशल राज को 2020 में फेम इंडिया मैगजीन की ओर से देशभर के 50 सर्वश्रेष्ठ IAS अफसरों की सूची में शामिल किया गया था। आधी रात रुका था कौशल राज का ट्रांसफर
यह 3 साल पहले की बात है। उस वक्त कौशल राज वाराणसी के डीएम थे। उनका ट्रांसफर प्रयागराज के कमिश्नर पद पर कर दिया गया था, लेकिन आधी रात को उनका तबादला रोक दिया गया। उस वक्त शासन ने कहा था- IAS कौशल राज शर्मा का ट्रांसफर जनहित में निरस्त किया गया है। वह वाराणसी के डीएम बने रहेंगे। 2 नवंबर, 2019 को संभाली थी वाराणसी की कमान
हरियाणा के भिवानी में जन्मे कौशल राज शर्मा 2006 बैच के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में एमटेक और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से एमए किया है। IAS कौशल राज शर्मा को 2 नवंबर, 2019 को वाराणसी का जिलाधिकारी बनाया गया था। मायावती के राज में सबसे पहले पीलीभीत के डीएम बने, फिर मुजफ्फरनगर गए। 2013 में जब मुजफ्फरनगर सुलगा तो वहां की कमान संभाली, शांति कायम की। प्रयागराज में 4 महीने और कानपुर-लखनऊ के भी डीएम रहे। 2 नवंबर, 2019 को वाराणसी के डीएम बने, कई नए प्रोजेक्ट पर काम किया। फिर वहां कमिश्नर बने। 15 दिन पहले ही में उन्हें योगी का विशेष सचिव बनाया गया था। 2020 में फेम इंडिया की मैगजीन में टॉप 50 डीएम में इनका नाम शामिल रहा। स्वनिधि योजना में वाराणसी अव्वल बना, तो मोदी ने 2022 में PM एक्सीलेंस अवॉर्ड दिया था। ————————– यह खबर भी पढ़ें : यूपी में 33 IAS का ट्रांसफर, 11 DM बदले, सत्येंद्र को वाराणसी की कमान; मोदी-योगी के खास अफसरों का भी तबादला; पढ़िए वजह योगी सरकार ने सोमवार देर रात 33 IAS अफसरों के ट्रांसफर कर दिए। वाराणसी समेत 11 जिलों के डीएम बदले गए। योगी के खास अफसर शिशिर सिंह का 7 साल बाद तबादला कर दिया गया है। अब उनकी जगह भदोही के डीएम विशाल सिंह को सूचना निदेशक बनाया गया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
IAS कौशल राज दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ बने:15 दिन पहले योगी के सचिव बनकर लखनऊ आए, फिर दिल्ली बुलाए गए
