Independence Day 2024: स्वतंत्रता दिवस पर महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने फहराया तिरंगा, मुंबई में दिखे देशभक्ति के अलग-अलग रंग Independence Day 2024: स्वतंत्रता दिवस पर महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने फहराया तिरंगा, मुंबई में दिखे देशभक्ति के अलग-अलग रंग महाराष्ट्र UCC पर चर्चा के लिए विपक्ष तैयार? PM मोदी के बयान पर संजय राउत बोले- ‘सबसे पहले उनका इस्तीफा…’
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करनाल में हलवाई की हत्या का VIDEO:हाथ जोड़कर विनती करने पर भी आरोपियों ने नहीं छोड़ा, चाकुओं से हमला
करनाल में हलवाई की हत्या का VIDEO:हाथ जोड़कर विनती करने पर भी आरोपियों ने नहीं छोड़ा, चाकुओं से हमला हरियाणा के करनाल के सदर बाजार में व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें 2 युवक हमला करते नजर आ रहे हैं और पीड़ित हाथ जोड़े हुए नजर आ रहा है। व्यक्ति पर चाकुओं से हमला करने के बाद आरोपियों ने सीसीटीवी कैमरा तोड़ने की भी कोशिश की। ताकि घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद न हो जाए। दिनेश की हत्या के बाद परिवार गुस्से में है। मृतक के परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दिनेश ने जोड़े आरोपी के हाथ फिर भी मारा चाकू CCTV में कैद तस्वीरों में दिख रहा है कि दिनेश भाग कर अपनी जान बचाने के लिए दूसरी गली में आता है। लेकिन पीछे से बाइक पर सवार 2 बदमाश उसे घेर लेते है। जिसके बाद बाइक पर पीछे बैठा आरोपी बाइक से उतरता है और आते ही उसके ऊपर चाकू से वॉर करता है। उसके बाद लात व गुस्से दिनेश को मारता है। लेकिन दिनेश तब भी अपनी जान बचाने के लिए आरोपियों के हाथ जोडता है। उसके बाद आरोपी बाइक पर सवार होकर वहां चलते जाते है। बाद में देखने आए CCTV कैमरा इसके बाद जब दिनेश सड़क पर खून से लथपथ हालत में पड़ा होता है तो तभी दोनों बाइक सवार बदमाश वापस आते है। उनको देखकर दिनेश खड़ा हो जाता है। लेकिन इस बार वह दिनेश पर नहीं गली में लगे CCTV कैमरे को तोड़ने के लिए आते है। आरोपी बाइक पर चढ़कर कैमरे को तोड़ने की कोशिश में उसके ऊपर चाकू से वॉर करता है। लेकिन कैमरा नहीं टूटा उसके बाद आरोपी बाइक पर सवार होकर फरार हो जाता है। दूसरें युवक को मारने आए थे बदमाश मृतक दिनेश की पत्नी हेमलता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पति हलवाई का काम करता है। उसके बाद दो बच्चे है एक लड़का और एक लड़की। दोनों अविवाहित है। शुक्रवार रात को वह वकील पुरा से अपने घर आ रहा था। इस दौरान कुछ बदमाश पडोस में रहने वाली महिला पूनम के घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे। ताकि पूनम के बेटे बिट्टू को जान से मार सके। पति ने कहा कि दिन में कर लेना बात तो कर दिया हमला हेमलता ने बताया कि जब बदमाश देर रात को उसके घर का दरवाजा तोड़ रहे थे, तो उसके पति दिनेश ने बदमाशों को कहा कि ये अब शराब नहीं बेचते आप लोग सुबह बात कर लेना अब रात बहुत हो चुकी है। लेकिन इसी दौरान चारों आरोपी वहीं उसके साथ मारपीट करने लगते है। उसका पति जान बचाकर दूसरी गली की तरफ भागता है आरोपी बाइक पर उसका पीछा करते है जिनमें से एक आरोपी तनुज उर्फ वकील और सौरभ जो शराब ठेकेदार के करीदे है वो उस पर चाकुओं से वॉर करते है। अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित मृतक की पत्नी हेमलता ने बताया कि इस वारदात की जानकारी पडोस के लोगों ने उन्हें दी। जिसके बाद पुलिस ही उसके पति को अस्पताल लेकर पहुंची लेकिन वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इन धाराओं में हुआ मामला दर्ज सदर चौकी के इंचार्ज विकास कुमार ने बताया कि पुलिस ने मृतक दिनेश की पत्नी हेमलता की शिकायत के आधार पर आरोपी तनुज उर्फ वकील, सौरभ व उनके अन्य साथियों के खिलाफ 34,323,324,302 धाराओं में मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
60% जलने के बाद भी पिता बेटियों को खींचता रहा:नोएडा में आंखों के सामने तीनों ने तोड़ा दम, पत्नी को धक्का देकर बाहर निकाला…फिर फूट-फूटकर रोया
60% जलने के बाद भी पिता बेटियों को खींचता रहा:नोएडा में आंखों के सामने तीनों ने तोड़ा दम, पत्नी को धक्का देकर बाहर निकाला…फिर फूट-फूटकर रोया नोएडा में मंगलवार भोर पहर साढ़े तीन बजे थे। सेक्टर-8 जेजे कालोनी के एक मकान में रहने वाले दौलतराम तीन बेटियों और पत्नी के साथ एक ही कमरे में सो रहे थे। अचानक से कमरे के आगे वाले हिस्से में शॉट सर्किट हुआ और अंदर धुआं भर गया। लपटें उठीं और दौलत राम का पूरा परिवार आग में फंस गया। बेड पर लेटी 10 साल की आस्था, 7 साल की नैना और 5 साल की अराध्या को जब दौलतराम में झुलसते हुए देखा तो उन्हें खींचकर बाहर निकालना चाहा। लेकिन धुएं की वजह से दिखना बंद हो गया। दौलतराम ने अपनी पत्नी को धक्का देकर बाहर कर दिया। दोनों के सामने ही तीनों बेटियों की तड़प कर मौत हो गई। यह सारी बातें दौलतराम के साले राहुल ने बताई। जिस समय हादसा हुआ दौलत राम का इकलौता बेटा हनी सोने के लिए अपनी बुआ के घर सेक्टर-11 गया था। अगर वह नहीं जाता तो वह भी हादसे का शिकार हो जाता। बेटा बहनों की मौत से सुबह 10 बजे तक अनजान था। जब उससे हादसे के बारे में पूछा गया, तो उसने कहा-किसी का एक्सीडेंट हो गया है। आइए जानते हैं पूरा घटनाक्रम शार्ट सर्किट से हुआ हादसा जिस कमरे में ये परिवार रहता था। वो बहुत छोटा है। रोज की तरह हनि रात में कूलर के बगल में ई-रिक्शा की बैटरी चार्ज करने के लिए लगाकर बुआ के यहां चला गया। सभी ने खाना खाया और तीन बेटियां बेड पर और दौलतराम पत्नी के साथ जमीन पर सो गए। रात में साढ़े तीन बजे चार्जिंग प्लग में शॉट सर्किट हुआ, जिससे तेजी से आग और धुआं उठा। दौलतराम आने वाली घटना को भाप नहीं सके। स्थानीय लोगों ने खुद बुझाई आग
पुलिस और अग्निशमन विभाग का दावा है की सूचना मिलते ही टीम पहुंची। समय रहते ही आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आधे घंटे बाद तक पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम नहीं पहुंची थी। एक व्यक्ति को सूचना देने के लिए फायर स्टेशन भेजा गया। कंट्रोल रूम का नंबर कई बार लगाया गया। लेकिन, कॉल नहीं लगी। एक दो बार रिंग गई भी तो किसी ने कॉल नहीं उठाई। ऐसे में स्थानीय लोगों ने खुद ही कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 4 साल पहले मैनपुरी से आया था परिवार
4 साल पहले दौलतराम नोएडा आया था और ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसने रिक्शा कर्ज पर लिया हुआ था। रिक्शा ही उसकी आजीविका का साधन है। उसके कई रिश्तेदार भी नोएडा में ही रहते हैं। हादसे के बाद से आसपास डर का माहौल है। जिस कमरे में दौलत राम रहते हैं उसके पीछे बनी पक्की झुग्गी में बीते साल फरवरी में आग लगी थी। उसमें नवजात समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। तीन अन्य लोग भी हादसे में झुलस गए थे। सभी बच्चे जाते थे स्कूल
हादसे का शिकार हुए दौलतराम का बेटा हनी कोंडली के जीबीएसएस स्कूल में पांचवी का छात्र है। वहीं हादसे में जान गंवाने वाली आस्था पांचवी की,नैना तीसरी की और आराध्या नर्सरी की स्टूडेंट थी। तीनों कोंडली के प्राथमिक स्कूल में पढ़ती थीं। स्कूल प्रबंधन को भी हादसे की जानकारी स्थानीय लोगों ने दे दी है। एक साल के भीतर एक ही जगह पर हुए दो हादसों ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। यहां बनी सभी झुग्गियां अवैध
करीब ग्यारह साल पहले नोएडा प्राधिकरण की तरफ से झुग्गी झोपड़ी पुनर्वास योजना के तहत सेक्टर-122 में 3472 फ्लैट बनाए। इनको बनाने में करीब 40 करोड़ रुपए का खर्चा आया था। योजना के तहत ये फ्लैट सेक्टर-4,5,8,910 की झुग्गियों में रहने वाले लोगों के लिए थे। किसको यहां फ्लैट दिया जाए इसके लिए ड्रा निकाला गया। वर्तमान में यहां 1700 परिवार रहते हैं। जबकि कई फ्लैट अब भी खाली है। वर्तमान में करीब 1600 से ज्यादा झुग्गियां सील की गई। लेकिन ध्वस्तीकरण नहीं किया गया। ये झुग्गियां अब बड़े हादसे को दावत देने के लिए तैयार है।
सोनीपत में बस मालिक को बुरी तरह पीटा:साइड को लेकर कार सवारों से हुई थी ड्राइवर की कहासुनी; तेजधार हथियार चलाए
सोनीपत में बस मालिक को बुरी तरह पीटा:साइड को लेकर कार सवारों से हुई थी ड्राइवर की कहासुनी; तेजधार हथियार चलाए हरियाणा के सोनीपत में कुछ युवकों ने बस मालिक पर तेजधार हथियार से हमला किया गया। उसकी कार सवार युवकों के साथ साइड देने को लेकर कहासुनी हुई थी। बाद में मौके पर लोगों की भीड़ देख हमलावर फरार हो गए। घायल को नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने थाना सिविल लाइन में युवकों पर केस दर्ज कर लिया है। सोनीपत के सेक्टर-12 निवासी प्रशांत ने बताया कि वह मूलरूप से गांव सबौली का निवासी है। उसी निजी बस है। बस में सवारी लेकर जाते हैं। बस पर जटवाड़ा स्थित सुंदर सांवरी निवासी संजीव ड्राइवर हैं। वह बीती रात को नौ बजे कालूपुर चुंगी सोनीपत से बस में सवारी भरकर चले थे। बस जब आईटीआई चौक पर पहुंची तो वहां पर कार सवार दो युवकों से उनकी बस के ड्राइवर की साइड देने को लेकर कहासुनी हो गई। ड्राइवर ने फोन पर उसे इसकी जानकारी दी। प्रशांत ने बताया कि इसके बाद वह अपनी कार लेकर ओल्ड डीसी पर रोड पर चले गए। उनकी बस ओल्ड डीसी रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास खड़ी मिली। पता लगा कि युवकों ने बस के आगे अपनी कार अड़ा कर रास्ता रोक रखा था। उन्होंने अपने कुछ साथियों को भी बुला लिया। प्रशांत का आरोप है कि उन्होंने युवकों को बताया कि वह बस के मालिक हैं। तब उन्होंने उन्हें भी धमकी दी। जब उन्होंने गाड़ी को एक साइड में लगाने को कहा तो कार चालक ने उनके सिर पर धारदार हथियार से कई वार किए। इसी बीच उनके पांच-छह साथी भी मौके पर आ गए थे। उन्होंने भी उन पर लात-घुस्से बरसा दिए। जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गए। तभी लोगों की भीड़ लग गई। जिस पर हमलावर धमकी देकर भाग गए। उनके मौसेरे भाई दीपांशु ने उन्हें नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों ने उन्हें बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।