IPS ने चूहों की गर्दन काटी, सिपाही से कहा-हवन करेंगे:मुरादाबाद SP ट्रैफिक के दफ्तर में तोड़फोड़ की, महिला अफसर से बदसलूकी की

IPS ने चूहों की गर्दन काटी, सिपाही से कहा-हवन करेंगे:मुरादाबाद SP ट्रैफिक के दफ्तर में तोड़फोड़ की, महिला अफसर से बदसलूकी की

एक IPS ने 2 चूहों की गर्दन काट दी। फिर सिपाही को बुलाकर कहा, चलो हवन करेंगे। सिपाही ने इनकार किया तो बोला-चुपचाप मेरे साथ हवन कर…नहीं तो तेरी हालत भी चूहों जैसी कर दूंगा। ये सुनने में थोड़ा अजीब है, लेकिन ये हकीकत मुरादाबाद में तैनात एक ट्रेनी IPS की है। इस IPS की हरकतों ने पिछले सप्ताह मुरादाबाद के पुलिस महकमे में खूब खलबली मचाई। मामला IPS से जुड़ा था, इसलिए पूरा पुलिस महकमा इस मामले को दबाने में जुटा था। हालांकि महकमे के लोगों की जुबान पर IPS की चर्चा छाई रही। कुछ समय पहले ही अंडर ट्रेनिंग IPS को मुरादाबाद में बतौर ASP तैनाती मिली। जिले के कप्तान सतपाल अंतिल ने इन्हें एक सर्किल भी दिया। लेकिन आईपीएस की हरकतें देख 10 दिन में ही कप्तान ने सर्किल छीनकर उन्हें लाइन का रास्ता दिखा दिया। IPS के पिता रिटायर्ड IAS हैं। अब आपको सिलसिलेवार पूरा मामला बताते हैं… अंडर ट्रेनिंग IPS की हरकतें 23 जनवरी से शुरू हुईं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि 23 जनवरी की रात में करीब 3 बजे IPS ने पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड पर जाकर खूब शोर मचाया। ग्राउंड को 26 जनवरी की परेड के लिए तैयार किया गया था। लेकिन IPS ने पहले ग्राउंड पर गाड़ी चलाई, फिर कपड़े उतारकर मिट्टी में लोट लगाई। पुलिस लाइन में तैनात कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना RI (प्रतिसार अधिकारी) को दी। RI ने मौके पर आकर IPS को समझाने की कोशिश की, लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। बहरहाल, किसी तरह समझाकर IPS को शांत किया गया। उन्हें कपड़े पहनाए गए और फिर उनके सरकारी आवास तक छुड़वा दिया गया। अगले दिन सुबह इन IPS की एक और हरकत सामने आई। सुबह पुलिस लाइन पहुंचकर ये सीधा GD ऑफिस पहुंचे। इसके बाद वहां तैनात मुंशी से कहा- चल तुझे आज अपने ऑफिस में चाय पिलाता हूं। मुंशी उनकी हरकत देख चुका था, इसलिए मना कर दिया। फिर भी IPS ने मुंशी को अपनी गाड़ी में बैठाया और अपने आवास पर ले गए। वहां ले जाकर मुंशी को अपने कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद IPS ने कमरे में पड़ी दो चूहों की डेडबॉडी दिखाते हुए मुंशी से कहा- ये देख रहे हो। ये दो चूहे हैं, जिनकी गर्दन अलग और बाकी बॉडी अलग है। इन दोनों को मैंने मारा है। इतना कहते ही IPS ने मुंशी से कहा- चलो अब हम दोनों मिलकर हवन करेंगे। फिर इन दोनों चूहों को हवन में डालेंगे। जिससे ये जिंदा हो जाएंगे। फिर हम इन दोनों चूहों को ढूंढेंगे। IPS की बातें सुनकर मुंशी घबरा गया। मुंशी तुरंत वहां से जाना चाहा। जिस पर IPS ने उसे तमाचा जड़ दिया। किसी तरह वहां से भागकर आए मुंशी ने तुरंत RI लाइन को घटना के बारे में बताया। जिसके बाद RI ने इसकी सूचना कप्तान को दी। अगले दिन इस IPS ने एसपी ट्रैफिक के दफ्तर में उत्पात मचाया। एसपी ट्रैफिक के ऑफिस में जाकर IPS ने तोड़फोड़ कर दी। रिकॉर्ड फाड़ दिया। इतना ही नहीं तोड़फोड़ से रोकने की कोशिश करने पर एसपी ट्रैफिक के स्टाफ और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को पीटा भी। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी ने किसी तरह IPS को शांत कराया। इसके बाद SSP के निर्देश पर तुरंत इस IPS को शहर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। पड़ोस में रह रही महिला IPS को अपशब्द कहे
ट्रेनी IPS के बगल में एक महिला IPS का आवास है। सूत्रों का कहना है कि IPS ने इस घटना से एक दिन पहले महिला IPS से भी अपशब्द कहे। जिसके बाद महिला IPS ने उच्चाधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी। महिला IPS अधिकारी का आवास बदल दिया गया है। IPS की हरकतें हद से ज्यादा बढ़ने के बाद एसएसपी के निर्देश पर उन्हें 27 जनवरी को शहर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां उन्हें साइकेट्रिक वार्ड में एडमिट कराया गया। एक साइकेट्रिक बोर्ड ने भी IPS की जांच की। IPS के घर वालों को तुरंत इसके बारे में सूचना देकर मुरादाबाद बुलाया गया। जब तक IPS अस्पताल में एडमिट रहे, उतने समय एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह उनकी निगरानी के लिए अस्पताल में ही मौजूद रहे। 10 दिन की छुट्टी पर भेजा गया
IPS को 10 दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया है। उनके परिवार के लोग मुरादाबाद आए और तीन दिन पहले IPS को अपने साथ ले गए। हालांकि मामला एक IPS से जुड़ा है इसलिए विभागीय अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। पुलिस लाइन के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जिन पुलिस कर्मियों से IPS ने मारपीट की थी, उन्हें भी खामोश रहने के लिए कहा गया है। खुद को भगवान कल्कि का अवतार बताते हैं IPS
मुरादाबाद पुलिस लाइन के सूत्रों का कहना है कि ये IPS खुद को भगवान कल्कि का अवतार बताते हैं। पूरे पुलिस लाइन में इस IPS के किस्से छाए हैं। यहां कैंटीन से लेकर ऑफिसों तक IPS की चर्चाएं लोग चटकारे लेकर कर रहे हैं। फालोवर को झाड़ू-वाइपर से पीटकर सुर्खियों में आए थे राजेश मोदक
इसके पहले, IPS राजेश मोदक भी मुरादाबाद में तैनाती के दौरान खासे सुर्खियों में रहे थे। उन्होंने अपने बंगले पर तैनात फालोवर को झाड़ू और वाइपर से पीटा था। मामला 2013 का है, जब मोदक मुरादाबाद के एसएसपी थे। मामला सामने आने के बाद सरकार ने राजेश मोदक को सस्पेंड कर दिया था। ट्रेनी IPS की इस तरह की गतिविधियों को लेकर जब SSP सतपाल अंतिल से बात की गई। उनका कहना था कि इस तरह की बातें पूरी सत्य नहीं हैं। ऐसे सभी तथ्यों की पुष्टि नहीं हुई है। हां, एएसपी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इस कारण वह अवकाश पर गए हैं। —————————- यह भी पढ़ें : UP के 58 IPS अफसरों को मिला प्रमोशन:धर्मवीर सिंह की जांच फाइल बंद, DIG बनाए गए; लक्ष्मी सिंह ADG के पद पर प्रमोट नए साल 2025 की पूर्व संध्या पर योगी सरकार ने IPS अफसरों को प्रमोशन का गिफ्ट दिया। 2000, 2007, 2011, 2012 और 2021 बैच के 58 IPS अफसर प्रमोट किए गए, जिनमें 6 IPS अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। पढ़िए पूरी खबर… एक IPS ने 2 चूहों की गर्दन काट दी। फिर सिपाही को बुलाकर कहा, चलो हवन करेंगे। सिपाही ने इनकार किया तो बोला-चुपचाप मेरे साथ हवन कर…नहीं तो तेरी हालत भी चूहों जैसी कर दूंगा। ये सुनने में थोड़ा अजीब है, लेकिन ये हकीकत मुरादाबाद में तैनात एक ट्रेनी IPS की है। इस IPS की हरकतों ने पिछले सप्ताह मुरादाबाद के पुलिस महकमे में खूब खलबली मचाई। मामला IPS से जुड़ा था, इसलिए पूरा पुलिस महकमा इस मामले को दबाने में जुटा था। हालांकि महकमे के लोगों की जुबान पर IPS की चर्चा छाई रही। कुछ समय पहले ही अंडर ट्रेनिंग IPS को मुरादाबाद में बतौर ASP तैनाती मिली। जिले के कप्तान सतपाल अंतिल ने इन्हें एक सर्किल भी दिया। लेकिन आईपीएस की हरकतें देख 10 दिन में ही कप्तान ने सर्किल छीनकर उन्हें लाइन का रास्ता दिखा दिया। IPS के पिता रिटायर्ड IAS हैं। अब आपको सिलसिलेवार पूरा मामला बताते हैं… अंडर ट्रेनिंग IPS की हरकतें 23 जनवरी से शुरू हुईं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि 23 जनवरी की रात में करीब 3 बजे IPS ने पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड पर जाकर खूब शोर मचाया। ग्राउंड को 26 जनवरी की परेड के लिए तैयार किया गया था। लेकिन IPS ने पहले ग्राउंड पर गाड़ी चलाई, फिर कपड़े उतारकर मिट्टी में लोट लगाई। पुलिस लाइन में तैनात कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना RI (प्रतिसार अधिकारी) को दी। RI ने मौके पर आकर IPS को समझाने की कोशिश की, लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। बहरहाल, किसी तरह समझाकर IPS को शांत किया गया। उन्हें कपड़े पहनाए गए और फिर उनके सरकारी आवास तक छुड़वा दिया गया। अगले दिन सुबह इन IPS की एक और हरकत सामने आई। सुबह पुलिस लाइन पहुंचकर ये सीधा GD ऑफिस पहुंचे। इसके बाद वहां तैनात मुंशी से कहा- चल तुझे आज अपने ऑफिस में चाय पिलाता हूं। मुंशी उनकी हरकत देख चुका था, इसलिए मना कर दिया। फिर भी IPS ने मुंशी को अपनी गाड़ी में बैठाया और अपने आवास पर ले गए। वहां ले जाकर मुंशी को अपने कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद IPS ने कमरे में पड़ी दो चूहों की डेडबॉडी दिखाते हुए मुंशी से कहा- ये देख रहे हो। ये दो चूहे हैं, जिनकी गर्दन अलग और बाकी बॉडी अलग है। इन दोनों को मैंने मारा है। इतना कहते ही IPS ने मुंशी से कहा- चलो अब हम दोनों मिलकर हवन करेंगे। फिर इन दोनों चूहों को हवन में डालेंगे। जिससे ये जिंदा हो जाएंगे। फिर हम इन दोनों चूहों को ढूंढेंगे। IPS की बातें सुनकर मुंशी घबरा गया। मुंशी तुरंत वहां से जाना चाहा। जिस पर IPS ने उसे तमाचा जड़ दिया। किसी तरह वहां से भागकर आए मुंशी ने तुरंत RI लाइन को घटना के बारे में बताया। जिसके बाद RI ने इसकी सूचना कप्तान को दी। अगले दिन इस IPS ने एसपी ट्रैफिक के दफ्तर में उत्पात मचाया। एसपी ट्रैफिक के ऑफिस में जाकर IPS ने तोड़फोड़ कर दी। रिकॉर्ड फाड़ दिया। इतना ही नहीं तोड़फोड़ से रोकने की कोशिश करने पर एसपी ट्रैफिक के स्टाफ और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को पीटा भी। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी ने किसी तरह IPS को शांत कराया। इसके बाद SSP के निर्देश पर तुरंत इस IPS को शहर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। पड़ोस में रह रही महिला IPS को अपशब्द कहे
ट्रेनी IPS के बगल में एक महिला IPS का आवास है। सूत्रों का कहना है कि IPS ने इस घटना से एक दिन पहले महिला IPS से भी अपशब्द कहे। जिसके बाद महिला IPS ने उच्चाधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी। महिला IPS अधिकारी का आवास बदल दिया गया है। IPS की हरकतें हद से ज्यादा बढ़ने के बाद एसएसपी के निर्देश पर उन्हें 27 जनवरी को शहर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां उन्हें साइकेट्रिक वार्ड में एडमिट कराया गया। एक साइकेट्रिक बोर्ड ने भी IPS की जांच की। IPS के घर वालों को तुरंत इसके बारे में सूचना देकर मुरादाबाद बुलाया गया। जब तक IPS अस्पताल में एडमिट रहे, उतने समय एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह उनकी निगरानी के लिए अस्पताल में ही मौजूद रहे। 10 दिन की छुट्टी पर भेजा गया
IPS को 10 दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया है। उनके परिवार के लोग मुरादाबाद आए और तीन दिन पहले IPS को अपने साथ ले गए। हालांकि मामला एक IPS से जुड़ा है इसलिए विभागीय अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। पुलिस लाइन के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जिन पुलिस कर्मियों से IPS ने मारपीट की थी, उन्हें भी खामोश रहने के लिए कहा गया है। खुद को भगवान कल्कि का अवतार बताते हैं IPS
मुरादाबाद पुलिस लाइन के सूत्रों का कहना है कि ये IPS खुद को भगवान कल्कि का अवतार बताते हैं। पूरे पुलिस लाइन में इस IPS के किस्से छाए हैं। यहां कैंटीन से लेकर ऑफिसों तक IPS की चर्चाएं लोग चटकारे लेकर कर रहे हैं। फालोवर को झाड़ू-वाइपर से पीटकर सुर्खियों में आए थे राजेश मोदक
इसके पहले, IPS राजेश मोदक भी मुरादाबाद में तैनाती के दौरान खासे सुर्खियों में रहे थे। उन्होंने अपने बंगले पर तैनात फालोवर को झाड़ू और वाइपर से पीटा था। मामला 2013 का है, जब मोदक मुरादाबाद के एसएसपी थे। मामला सामने आने के बाद सरकार ने राजेश मोदक को सस्पेंड कर दिया था। ट्रेनी IPS की इस तरह की गतिविधियों को लेकर जब SSP सतपाल अंतिल से बात की गई। उनका कहना था कि इस तरह की बातें पूरी सत्य नहीं हैं। ऐसे सभी तथ्यों की पुष्टि नहीं हुई है। हां, एएसपी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इस कारण वह अवकाश पर गए हैं। —————————- यह भी पढ़ें : UP के 58 IPS अफसरों को मिला प्रमोशन:धर्मवीर सिंह की जांच फाइल बंद, DIG बनाए गए; लक्ष्मी सिंह ADG के पद पर प्रमोट नए साल 2025 की पूर्व संध्या पर योगी सरकार ने IPS अफसरों को प्रमोशन का गिफ्ट दिया। 2000, 2007, 2011, 2012 और 2021 बैच के 58 IPS अफसर प्रमोट किए गए, जिनमें 6 IPS अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर