<p style=”text-align: justify;”><strong>Jaipur News:</strong> दीपावली का त्योहर नजदीक है. ऐसे में यहां प्रदूषण भी बढ़ा हुआ है. यहां पर प्रदूषण का एक प्रमुख कारण पुराने इंडस्ट्रियल इलाके हैं, जो आबादी के बीच बने हुए हैं. इस मुद्दे पर कई सालों से चर्चा हो रही है लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इंपिरियल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महानिदेशक सुनील दत्त गोयल ने इसके लिए पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से भी गुहार लगाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुनील दत्त का कहना है कि हाल ही में सरकार से इस पर ध्यान देने की मांग की है. दत्त ने कहा है कि पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का शहरों के भीतर रहना न केवल वहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है. बल्कि यह शहर के विकास में भी बाधा उत्पन्न कर रहा है. उन्होंने कहा कि शहरों में मौजूद इंडस्ट्रियल एरिया प्रदूषण और भीड़ का बड़ा कारण बन रहे हैं. इन्हें शहरों से बाहर स्थानांतरित करना ही सही उपाय है ताकि शहरों की हवा साफ हो सके और लोगों को बेहतर जीवन मिल सके. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का पुनर्विकास आवश्यक</strong><br />दरअसल, पिछले कई महीनों से इसपर चर्चा हो रही है. लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया है. पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का पुनर्विकास करना जरूरी है. इसके तहत इन इलाकों को हटाकर, उन्हें नए स्थानों पर स्थानांतरित किया जा सकता है, जहां वे शहरों के विकास और पर्यावरण संतुलन को नुकसान न पहुंचाएं. गोयल का कहना है कि सरकार को इस पर शीघ्र ध्यान देने की जरूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को बेहतर पर्यावरण और स्वास्थ्य मिल सके. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार से सुधार की अपील और सुझाव भी दिए</strong><br />सुनील दत्त गोयल ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर भारत सरकार को भी चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने पुराने इंडस्ट्रियल एरिया के पुनर्विकास और स्थानांतरण की मांग की है. उनके अनुसार, यदि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाती है, तो शहरों में प्रदूषण की समस्या काफी हद तक हल हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jaipur News:</strong> दीपावली का त्योहर नजदीक है. ऐसे में यहां प्रदूषण भी बढ़ा हुआ है. यहां पर प्रदूषण का एक प्रमुख कारण पुराने इंडस्ट्रियल इलाके हैं, जो आबादी के बीच बने हुए हैं. इस मुद्दे पर कई सालों से चर्चा हो रही है लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इंपिरियल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महानिदेशक सुनील दत्त गोयल ने इसके लिए पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से भी गुहार लगाई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुनील दत्त का कहना है कि हाल ही में सरकार से इस पर ध्यान देने की मांग की है. दत्त ने कहा है कि पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का शहरों के भीतर रहना न केवल वहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है. बल्कि यह शहर के विकास में भी बाधा उत्पन्न कर रहा है. उन्होंने कहा कि शहरों में मौजूद इंडस्ट्रियल एरिया प्रदूषण और भीड़ का बड़ा कारण बन रहे हैं. इन्हें शहरों से बाहर स्थानांतरित करना ही सही उपाय है ताकि शहरों की हवा साफ हो सके और लोगों को बेहतर जीवन मिल सके. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का पुनर्विकास आवश्यक</strong><br />दरअसल, पिछले कई महीनों से इसपर चर्चा हो रही है. लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया है. पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का पुनर्विकास करना जरूरी है. इसके तहत इन इलाकों को हटाकर, उन्हें नए स्थानों पर स्थानांतरित किया जा सकता है, जहां वे शहरों के विकास और पर्यावरण संतुलन को नुकसान न पहुंचाएं. गोयल का कहना है कि सरकार को इस पर शीघ्र ध्यान देने की जरूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को बेहतर पर्यावरण और स्वास्थ्य मिल सके. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकार से सुधार की अपील और सुझाव भी दिए</strong><br />सुनील दत्त गोयल ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर भारत सरकार को भी चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने पुराने इंडस्ट्रियल एरिया के पुनर्विकास और स्थानांतरण की मांग की है. उनके अनुसार, यदि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाती है, तो शहरों में प्रदूषण की समस्या काफी हद तक हल हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> राजस्थान यूपी की इस सीट पर टलेगा उपचुनाव? इलाहाबाद हाई कोर्ट में है आज सुनवाई