आगरा में तैनात महिला इंस्पेक्टर और उसके बॉयफ्रेंड को परिजन ने घर में पकड़ लिया। उसके बाद दोनों की जमकर पिटाई की। दरअसल मामला कुछ यूं है कि प्रेमी महिला इंस्पेक्टर के क्वार्टर पर आज मिलने आया था। इसकी सूचना युवक के घरवालों को मिल गई। उन्होंने दरवाजा तोड़कर दोनों को बाहर निकाला। उसके बाद पीटते हुए बाहर ले आये। इस दौरान महिला इंस्पेक्टर और उसका बॉयफ्रेंड दोनों खुद को बचाने के लिए धक्का मुक्की करते नजर आये। लेकिन लोगों ने उन्हें छोड़ा। युवक के कपड़े फाड़ दिए। उसे कई थप्पड़ मारे। पिटाई करने वालों में महिलाएं भी शामिल रही। महिला इंस्पेक्टर आगरा के सिटी कमिश्नरेट में तैनात है। वहीं प्रेमी मुजफ्फरनगर में इंस्पेक्टर है। सबसे पहले ये 4 तस्वीरें देखिए नोएडा में तैनाती के दौरान हुई थी पहचान दोनों की पहचान नोएडा में तैनाती के दौरान हुई थी। युवक शादीशुदा है। वह वर्तमान में मुजफ्फरनगर में तैनात है। छुट्टी लेकर आज आगरा आया था। युवक के परिजन को पहले से उनके बारे में पता चल गया था। वे महिला इंस्पेक्टर से परेशान थे। दोनों को रंगे हाथों पकड़ने और सबक सिखाने के लिए परिजन पहले से तैयारी किए थे। युवक जैसे ही आज महिला इंस्पेक्टर से मिलने उसके सरकारी कमरे पर आया। उसके घरवाले भी पहुंच गए। दोनों को मौके से एक साथ पकड़ लिया। युवक की पत्नी बोली- मेरे पति को कब्जे में रखा है युवक की पत्नी ने महिला इंस्पेक्टर से कहा, तूने मेरे पति को अपने कब्जे में कर रखा है। आज तुझे नहीं छोडूंगी। उसने महिला इंस्पेक्टर का हाथ मरोड़ दिया। उसे कई थप्पड़ मारे। उनकी पिटाई करने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना की सूचना मिलने पर डीसीपी और एसीपी पहुंच गए हैं। दोनों को रकाबगंज थाने में बने पुलिस आवास से पकड़ा गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। आगरा में तैनात महिला इंस्पेक्टर और उसके बॉयफ्रेंड को परिजन ने घर में पकड़ लिया। उसके बाद दोनों की जमकर पिटाई की। दरअसल मामला कुछ यूं है कि प्रेमी महिला इंस्पेक्टर के क्वार्टर पर आज मिलने आया था। इसकी सूचना युवक के घरवालों को मिल गई। उन्होंने दरवाजा तोड़कर दोनों को बाहर निकाला। उसके बाद पीटते हुए बाहर ले आये। इस दौरान महिला इंस्पेक्टर और उसका बॉयफ्रेंड दोनों खुद को बचाने के लिए धक्का मुक्की करते नजर आये। लेकिन लोगों ने उन्हें छोड़ा। युवक के कपड़े फाड़ दिए। उसे कई थप्पड़ मारे। पिटाई करने वालों में महिलाएं भी शामिल रही। महिला इंस्पेक्टर आगरा के सिटी कमिश्नरेट में तैनात है। वहीं प्रेमी मुजफ्फरनगर में इंस्पेक्टर है। सबसे पहले ये 4 तस्वीरें देखिए नोएडा में तैनाती के दौरान हुई थी पहचान दोनों की पहचान नोएडा में तैनाती के दौरान हुई थी। युवक शादीशुदा है। वह वर्तमान में मुजफ्फरनगर में तैनात है। छुट्टी लेकर आज आगरा आया था। युवक के परिजन को पहले से उनके बारे में पता चल गया था। वे महिला इंस्पेक्टर से परेशान थे। दोनों को रंगे हाथों पकड़ने और सबक सिखाने के लिए परिजन पहले से तैयारी किए थे। युवक जैसे ही आज महिला इंस्पेक्टर से मिलने उसके सरकारी कमरे पर आया। उसके घरवाले भी पहुंच गए। दोनों को मौके से एक साथ पकड़ लिया। युवक की पत्नी बोली- मेरे पति को कब्जे में रखा है युवक की पत्नी ने महिला इंस्पेक्टर से कहा, तूने मेरे पति को अपने कब्जे में कर रखा है। आज तुझे नहीं छोडूंगी। उसने महिला इंस्पेक्टर का हाथ मरोड़ दिया। उसे कई थप्पड़ मारे। उनकी पिटाई करने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना की सूचना मिलने पर डीसीपी और एसीपी पहुंच गए हैं। दोनों को रकाबगंज थाने में बने पुलिस आवास से पकड़ा गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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अरविंद केजरीवाल ने जेल जाने के बाद CM पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया? मनीष सिसोदिया ने अब कर दिया खुलासा
अरविंद केजरीवाल ने जेल जाने के बाद CM पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया? मनीष सिसोदिया ने अब कर दिया खुलासा <p style=”text-align: justify;”><strong>Manish Sisodia Latest News:</strong> दिल्ली आबकारी नीति मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद से बीजेपी लगातार उनके इस्तीफ की मांग कर रही है. इसको लेकर पूर्व शिक्षा मंत्री और AP नेता मनीष सिसोदिया की प्रतिक्रिया आई है. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार के किसी मंत्री को गिरफ्तार करने और उसके इस्तीफा देने से सरकार पर कोई खतरा नहीं आता है. लेकिन, अगर मुख्यमंत्री इस्तीफा देता है तो सरकार गिर जाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>AAP नेता ने आगे कहा कि BJP की केंद्र सरकार भी अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके राज्य सरकार गिराना चाहती थी और उनकी इसी साजिश को नाकाम करने के लिए सीएम ने इस्तीफा नहीं दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं सिसोदिया से पूछा गया कि आपको जब गिरफ्तार किया गया थो तो आप डिप्टी सीएम के पद पर थे, आपने इस्तीफा क्यों दिया. इसपर उन्होंने कहा कि जब मैं अंदर गया था तो उस समय की परिस्थिति कुछ अलग थी. सत्येंद्र जैन अंदर थे, उनका इस्तीफा नहीं हुआ था, फिर मुझे भी अंदर किया गया. मैं इतने सारे विभाग देखता था, ऐसे में उन विभागों के काम न रुके, इसलिए मैंने इस्तीफा दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या पार्टी की छवि को पहुंचा नुकसान?</strong><br />वहीं AAP नेता मनीष सिसोदिया से जब एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि आम आदमी पार्टी एंट्री करप्शन मूवमेंट के बेस पर बनी थी. ऐसे में सीएम केजरीवाल और पार्टी के अन्य नेता जेल में हैं और आप अभी बेल पर बाहर आए हैं. ऐसे में पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है. इसपर मनीष सिसोदिया ने कहा कि आरोप नहीं लगेंगे हमारे ऊपर ये हम गारंटी नहीं ले सकते.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे विधायकों के ऊपर ऐसे-ऐसे आरोप लगे, जिसमें कोर्ट को खुद एंजेसी को कहना पड़ा कि इनके साथ क्यों गलत कर रहे हैं. दर्जनभर ऐसे ऑर्डर थे जब कोर्ट ने एजेंसियों को बोला कि आप पक्षपात कर रहे थे. हमारे ऊपर बहुत बार आरोप लगे लेकिन हम क्लीन निकले. हम काजल की कोठरी में भी जाएंगे तो बिना छुए निकल आएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”Watch: घर के नीचे स्कूटर पर बैठकर दोस्त से की बात, फिर गले मिला, तभी ऊपर से गिरा AC, चली गई जान” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/karol-bagh-boy-died-after-ac-fell-on-his-head-from-building-second-floor-in-delhi-watch-cctv-viral-video-2764154″ target=”_blank” rel=”noopener”>Watch: घर के नीचे स्कूटर पर बैठकर दोस्त से की बात, फिर गले मिला, तभी ऊपर से गिरा AC, चली गई जान</a></strong></p>
संभल जामा मस्जिद पर सियासत, अखिलेश से ओवैसी तक गरजे, केशव, ब्रजेश ने किया प्रशासन और सरकार का बचाव
संभल जामा मस्जिद पर सियासत, अखिलेश से ओवैसी तक गरजे, केशव, ब्रजेश ने किया प्रशासन और सरकार का बचाव <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित संभल में जामा मस्जिद मामले में अब सियासत शुरू हो गई है. अदालत द्वारा सर्वे का आदेश दिये जाने के बाद पहला सर्वे 19 नवंबर को हुआ. इसके बाद फिर जब 24 नवंबर को टीम पहुंची तो वहां माहौल हिंसक हो गया. इस हिंसा में अभी तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लोग घायल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आइए जानते हैं इस मामले पर अब तक किसने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव</strong> ने रविवार को आरोप लगाया कि संभल जिले में एक मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर हुई कथित हिंसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), सरकार और प्रशासन द्वारा राज्य के उपचुनाव में अनियमितताओं पर से ध्यान हटाने के लिए ‘‘रची गई. संभल में जो कुछ हुआ है वो जानबूझकर करवाया गया है, जिससे चुनावी धाँधलियों पर की जा रही चर्चा और इस तरह की प्रेस वार्ता से ध्यान भटकाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बसपा चीफ मायावती</strong> ने संभल में सर्वेक्षण के दौरान रविवार को हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि आज वहां सर्वेक्षण के दौरान जो कुछ भी हिंसा व बवाल हुआ है, उसके लिए उत्तर प्रदेश का शासन व प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संभल से सपा सांसद जियाउर्र रहमान बर्क ने लिखा-</strong> मैं सम्भल की आवाम से शांति की अपील करता हुँ. हालात को जानकर बहुत दुखी हुँ. जो भी जान माल का नुक़सान हुआ है यकीनन उसकी भरपाई नहीं की जा सकती. अभी ये फ़ैसला आख़िरी फ़ैसला नहीं है. उम्मीद करता हुँ इस देश की बड़ी अदालतों से और पार्लियामेंट से जो इंसाफ़ करेंगी. अल्लाह की अदालत से कोई नहीं बच पाएगा. मैं कल रात ही बंगलौर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कि मीटिंग में आया था. जैसे ही हालात की खबर मिली वापिस आरहा हुँ. कल को पार्लियामेंट में पुलिस ने जो बर्बरता की है उसके खिलाफ आवाज़ उठाऊंगा. और जल्द ही अपने लोगों के बीच में आऊंगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हैदराबाद से सांसद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी</strong> ने लिखा- तुझ को कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें कितनी आहों से कलेजा तिरा ठंडा होगा कितने आँसू तिरे सहराओं को गुलज़ार करें संभल में पुर-अमन एहतिजाज करने वालों पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फायरिंग करने कि हम कड़ी निंदा करते हैं, पुलिस की फायरिंग में तीन नौजवानों की मौत हुई है.अल्लाह से दुआ है के अल्लाह मरहूमीन को मग़फ़िरत अदा करे और उनके घर वालों को सब्र ए जमील अदा करे. इस हादसे की निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए. जो अफ़सर ज़िम्मेदार हैं, उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन</strong> ने कहा कि ये हमारी बदनसीबी है कि ऐसे हादसे हो रहे हैं.पहले भी सर्वे हुआ था जो शांतिपूर्ण तरीके से हो गया था, लेकिन अब ऐसा क्या हुआ.प्लेस ऑफ वर्कशीप एक्ट बना हुआ है, जिसमे 15 अगस्त 1947 में जिस धार्मिक स्थल की नॉययत उसे कोई बदल नहीं सकता है. मस्जिद को मंदिर नहीं बना सकते, उसमे बाबरी मस्जिद को भी जोड़ा गया था, एक दौर था इस्लाम के आने से पहले तमाम दुनिया में बूत परस्ती होती थी, हिंदुस्तान और एक दो मुल्क है जहां बुतपरस्ती है ,दुनिया में और कहीं भी बुतपरस्ती नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले केशव प्रसाद मौर्य?<br /></strong>डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सँभल मामले में न्यायालय के आदेश पर जिला प्रशासन द्वारा शांति पूर्ण तरीके से सर्वे कराया जा रहा है, लेकिन यह सपा को हज़म नहीं हो रहा. कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में मुस्लिम मतदाताओं द्वारा भी कमल का बटन दबाकर भाजपा पर विश्वास जताने से सपा बौखला गई है. इसी कारण सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव ने मुस्लिम तुष्टिकरण की गंदी राजनीति फिर से शुरू कर दी है. श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए यूपी को दंगा प्रदेश बना दिया था और प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने के लिए छोड़ दिया था. लेकिन अब यूपी में सुशासन है. जो भी गड़बड़ी करेगा, उसके खिलाफ क़ानून सख़्ती से कार्रवाई करेगा. भाजपा का संकल्प है—‘एक हैं तो सेफ हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक</strong> ने कहा कि कानून और संविधान से ऊपर कोई नहीं होता है. संभल में जो आज टीम गयी थी कोर्ट के आदेश पर गयी थी आज मैंने कहा की ये न्यायपालिका पर भरोसा नहीं करते.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है संभल का मामला<br /></strong>अधिकारियों ने बताया कि संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर रविवार को सर्वेक्षण का कार्य दूसरी बार शुरू हुआ लेकिन इस बीच अराजक तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया. अधिकारी ने बताया कि 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है और हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है. एक स्थानीय अदालत के आदेश पर गत मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था जिसके बाद से संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव व्याप्त है. दरअसल स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर करके दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले हरिहर मंदिर था.</p>
UP Politics: योगी सरकार बैकफुट पर! एक महीने में तीन फैसलों पर लगी रोक, अपनों ने ही किया विरोध
UP Politics: योगी सरकार बैकफुट पर! एक महीने में तीन फैसलों पर लगी रोक, अपनों ने ही किया विरोध <p style=”text-align: justify;”><strong>Yogi Adityanath News:</strong> यूपी लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ही बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बीच अनबन की खबरें सुर्खियों में छाई हुई हैं. तो वहीं योगी सरकार को कई फैसलों पर अपनों का ही विरोध झेलना पड़ा रहा है. जिसकी एक झलक गुरुवार को यूपी विधानपरिषद में देखने को मिली जब अपनों के ही विरोध के चलते योगी सरकार का नजूल संपत्ति विधेयक अटक गया और उसे प्रवर समिति को भेज दिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन के बीच की कलह शांत होने का नाम नहीं ले रही है. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में हार के बाद सीएम योगी को कई फैसलों को लेकर अपनी ही पार्टी और सहयोगियों के विरोध को झेलना पड़ रहा है. जिसके चलते बैकफुट पर आना पड़ा. जो सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> अपने सख्त फैसलों के लिए जाने जाते थे. पिछले कुछ दिनों में उन्हें अपनों के विरोध के चलते उन्हें वापस तक लेना पड़ा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नजूल भूमि विधेयक पर बैकफुट पर सरकार</strong><br />योगी सरकार ने बुधवार को नजूल संपत्ति विधेयक यूपी विधानसभा में पेश किया था, जिसे पास भी करा लिया लेकिन विधान परिषद में ये विधेयक अटक गया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत कई नेताओं ने इसका विरोध किया और विपक्षी दलों की तरह इसे प्रवर समिति को भेजने की मांग की. यही नहीं बीजेपी के सहयोगी राजा भैया भी इसके विरोध में दिखाई दिए. जिसके बाद इस विधेयक को प्रवर समिति को भेजना पड़ा. केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी इसके विरोध में नजर आईं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिजिटल हाजिरी के फैसले पर रोक</strong><br />इससे पहले सीएम योगी को प्राइमरी शिक्षकों की डिजिटल अटेडेंस के फैसले को भी वापस लेना पड़ा था. सरकार ने शिक्षकों की स्कूलों में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल हाजिरी की शुरुआत की थी. लेकिन, शिक्षकों में इसका जबरदस्त विरोध देखने को मिला. बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह भी शिक्षकों के समर्थन में दिखाई दिए और फैसले को वापस लेने की मांग की. विरोध बढ़ने पर सीएम योगी ने इस पर अस्थायी रोक लगा दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंतनगर में बुलडोजर पर ब्रेक</strong><br />चुनाव के बाद सीएम योगी ने कुकरैल नदी की जमीन को खाली कराने का अभियान शुरू किया, इसके तहत नदी किनारे बसे पंतनगर, रहीमनगर और अबरारनगर में अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए थे. जिसका जबरदस्त विरोध देखने को मिला है. जिसके बाद बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक दी गई. ये मुद्दा यूपी विधानसभा में भी उठा तो सीएम योगी ने सफाई देते हुए कहा कि लखनऊ में गोमती और कुकरैल नदी का संगम था. अकबरनगर में ज्यादातर निर्माण अवैध था. उन्होंने कहा अब अकबरनगर में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण के नाम पर सौमित्र वन बन गया है. आपको खुश होना चाहिए कि हम लखनऊ में नाईट सफारी दे रहे हैं.</p>