Jammu Kashmir News: 35 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया फॉरेस्ट गार्ड, CBI ने किया गिरफ्तार

Jammu Kashmir News: 35 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया फॉरेस्ट गार्ड, CBI ने किया गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के बिलावर जोनल ऑफिस में तैनात वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड विपिन पठानिया को CBI ने 35,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी ने यह रिश्वत एक ठेकेदार से सड़क निर्माण और मरम्मत कार्य को सुचारू रूप से करने की अनुमति देने के बदले मांगी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुआ खुलासा?</strong><br />CBI को 20 मार्च 2025 को शिकायत मिली कि आरोपी फॉरेस्ट गार्ड ने एक ठेकेदार से 35,000 रुपये की रिश्वत की मांग की है. ठेकेदार क्षेत्र में सड़क निर्माण और मरम्मत का काम कर रहा था, लेकिन आरोपी ने JCB मशीन की चाबी जबरदस्ती अपने कब्जे में ले ली थी. इसके बाद उसने ठेकेदार से काम करने की अनुमति देने और मशीन की चाबी वापस करने के लिए रिश्वत मांगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>CBI ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. जब आरोपी ठेकेदार से रिश्वत ले रहा था, तभी CBI की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घर पर भी हुई छापेमारी</strong><br />गिरफ्तारी के बाद CBI ने कठुआ जिले के बिलावर तहसील स्थित आरोपी के आवास पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान कुछ अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो आगे की जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी</strong><br />CBI ने आरोपी विपिन पठानिया को 21 मार्च 2025 को जम्मू की स्पेशल कोर्ट (एंटी करप्शन, CBI केस) में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. CBI ने अदालत को बताया कि मामले की जांच जारी है और इस घोटाले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार का मामला</strong><br />जम्मू-कश्मीर में सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं. इससे पहले भी लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग और वन विभाग में रिश्वतखोरी के कई मामले उजागर हुए हैं. इस तरह की घटनाओं से सरकारी कामों में देरी होती है और ठेकेदारों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>CBI की इस कार्रवाई से सरकारी महकमों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है. अब देखना होगा कि जांच में और कौन-कौन से खुलासे होते हैं और क्या आरोपी के खिलाफ कोई और मामले सामने आते हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के बिलावर जोनल ऑफिस में तैनात वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड विपिन पठानिया को CBI ने 35,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी ने यह रिश्वत एक ठेकेदार से सड़क निर्माण और मरम्मत कार्य को सुचारू रूप से करने की अनुमति देने के बदले मांगी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुआ खुलासा?</strong><br />CBI को 20 मार्च 2025 को शिकायत मिली कि आरोपी फॉरेस्ट गार्ड ने एक ठेकेदार से 35,000 रुपये की रिश्वत की मांग की है. ठेकेदार क्षेत्र में सड़क निर्माण और मरम्मत का काम कर रहा था, लेकिन आरोपी ने JCB मशीन की चाबी जबरदस्ती अपने कब्जे में ले ली थी. इसके बाद उसने ठेकेदार से काम करने की अनुमति देने और मशीन की चाबी वापस करने के लिए रिश्वत मांगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>CBI ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. जब आरोपी ठेकेदार से रिश्वत ले रहा था, तभी CBI की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घर पर भी हुई छापेमारी</strong><br />गिरफ्तारी के बाद CBI ने कठुआ जिले के बिलावर तहसील स्थित आरोपी के आवास पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान कुछ अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो आगे की जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपी</strong><br />CBI ने आरोपी विपिन पठानिया को 21 मार्च 2025 को जम्मू की स्पेशल कोर्ट (एंटी करप्शन, CBI केस) में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. CBI ने अदालत को बताया कि मामले की जांच जारी है और इस घोटाले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार का मामला</strong><br />जम्मू-कश्मीर में सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं. इससे पहले भी लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग और वन विभाग में रिश्वतखोरी के कई मामले उजागर हुए हैं. इस तरह की घटनाओं से सरकारी कामों में देरी होती है और ठेकेदारों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>CBI की इस कार्रवाई से सरकारी महकमों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है. अब देखना होगा कि जांच में और कौन-कौन से खुलासे होते हैं और क्या आरोपी के खिलाफ कोई और मामले सामने आते हैं.</p>  जम्मू और कश्मीर मायावती के इकलौते विधायक की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, संपत्ति से जुड़े मामले में एक्शन