J&K: दीवार पर पाकिस्तानी गोलियों के निशान, शख्स ने कहा, ‘मैं तब तक घर नहीं बनाऊंगा जब तक…’

J&K: दीवार पर पाकिस्तानी गोलियों के निशान, शख्स ने कहा, ‘मैं तब तक घर नहीं बनाऊंगा जब तक…’

<p style=”text-align: justify;”><strong>India-Pakistan Border Tensions:</strong> जम्मू-कश्मीर के <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इस तनाव का असर अब जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों पर भी साफ नजर आने लगा है. जम्मू के अरनिया सेक्टर में स्थित त्रैवा (Trewa) गांव एक बार फिर सुर्खियों में है, जहां के लोग पाकिस्तान की नापाक हरकतों से आक्रोशित हैं और उसे सख्त सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्थानीय लोगों ने बताई सच्चाई</strong><br />त्रैवा गांव के निवासी जसबीर कुमार के आंगन में आज भी पाकिस्तान की ओर से की गई मोर्टार शेलिंग के निशान मौजूद हैं. मई 2018 में भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के दौरान पाकिस्तान ने अकारण गोलीबारी और मोर्टार शेलिंग की थी. 18 मई की रात को हुई इस भारी गोलीबारी में एक बड़ा मोर्टार जसबीर के घर पर गिरा था, जिससे उनका घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. साथ ही उनके ट्रैक्टर और कई घरेलू सामान भी बर्बाद हो गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हम डरकर भागने वालों में से नहीं हैं- जसबीर</strong><br />जसबीर बताते हैं कि उन्होंने जानबूझकर आज तक उस क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत नहीं कराई. ‘जब भी सुबह आंख खोलता हूं और अपने टूटे घर की दीवारों को देखता हूं, तो मुझे याद आता है कि पाकिस्तान किस हद तक गिर सकता है. जब तक पाकिस्तान को उसके किए की सजा नहीं मिलती, मैं अपना घर नहीं बनवाऊंगा’. हाल ही में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद जसबीर जैसे सीमावर्ती गांवों के लोगों में गुस्सा और ज्यादा बढ़ गया है. जसबीर का कहना है कि 2018 में जब सीमा पर हालात खराब थे तब भी उन्होंने गांव नहीं छोड़ा और अब भी नहीं छोड़ेंगे. “हम डरकर भागने वालों में से नहीं हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पाकिस्तान को कठोर जवाब दिया जाए- गांव की सरपंच</strong><br />गांव की सरपंच बलबीर कौर ने बताया कि 2018 की उस भीषण गोलीबारी में गांव के 2 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे. साथ ही ग्रामीणों की संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ था. बलबीर कौर का कहना है कि सीमावर्ती गांवों के लोग अब और सहन नहीं करेंगे और सरकार से अपील करते हैं कि पाकिस्तान को कठोर जवाब दिया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उल्लेखनीय है कि त्रैवा गांव के सामने पाकिस्तान का सियालकोट सेक्टर पड़ता है. इसी सियालकोट के खोखर गांव से पाकिस्तान अकसर गोलीबारी करता है और त्रैवा गांव को निशाना बनाता रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अब समय आ गया है जब सरकार को ठोस कदम उठाकर सीमावर्ती गांवों को सुरक्षित करना चाहिए और पाकिस्तान को उसके कृत्यों की सख्त सजा देनी चाहिए.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>India-Pakistan Border Tensions:</strong> जम्मू-कश्मीर के <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इस तनाव का असर अब जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों पर भी साफ नजर आने लगा है. जम्मू के अरनिया सेक्टर में स्थित त्रैवा (Trewa) गांव एक बार फिर सुर्खियों में है, जहां के लोग पाकिस्तान की नापाक हरकतों से आक्रोशित हैं और उसे सख्त सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्थानीय लोगों ने बताई सच्चाई</strong><br />त्रैवा गांव के निवासी जसबीर कुमार के आंगन में आज भी पाकिस्तान की ओर से की गई मोर्टार शेलिंग के निशान मौजूद हैं. मई 2018 में भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के दौरान पाकिस्तान ने अकारण गोलीबारी और मोर्टार शेलिंग की थी. 18 मई की रात को हुई इस भारी गोलीबारी में एक बड़ा मोर्टार जसबीर के घर पर गिरा था, जिससे उनका घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. साथ ही उनके ट्रैक्टर और कई घरेलू सामान भी बर्बाद हो गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हम डरकर भागने वालों में से नहीं हैं- जसबीर</strong><br />जसबीर बताते हैं कि उन्होंने जानबूझकर आज तक उस क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत नहीं कराई. ‘जब भी सुबह आंख खोलता हूं और अपने टूटे घर की दीवारों को देखता हूं, तो मुझे याद आता है कि पाकिस्तान किस हद तक गिर सकता है. जब तक पाकिस्तान को उसके किए की सजा नहीं मिलती, मैं अपना घर नहीं बनवाऊंगा’. हाल ही में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद जसबीर जैसे सीमावर्ती गांवों के लोगों में गुस्सा और ज्यादा बढ़ गया है. जसबीर का कहना है कि 2018 में जब सीमा पर हालात खराब थे तब भी उन्होंने गांव नहीं छोड़ा और अब भी नहीं छोड़ेंगे. “हम डरकर भागने वालों में से नहीं हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पाकिस्तान को कठोर जवाब दिया जाए- गांव की सरपंच</strong><br />गांव की सरपंच बलबीर कौर ने बताया कि 2018 की उस भीषण गोलीबारी में गांव के 2 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे. साथ ही ग्रामीणों की संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ था. बलबीर कौर का कहना है कि सीमावर्ती गांवों के लोग अब और सहन नहीं करेंगे और सरकार से अपील करते हैं कि पाकिस्तान को कठोर जवाब दिया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उल्लेखनीय है कि त्रैवा गांव के सामने पाकिस्तान का सियालकोट सेक्टर पड़ता है. इसी सियालकोट के खोखर गांव से पाकिस्तान अकसर गोलीबारी करता है और त्रैवा गांव को निशाना बनाता रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अब समय आ गया है जब सरकार को ठोस कदम उठाकर सीमावर्ती गांवों को सुरक्षित करना चाहिए और पाकिस्तान को उसके कृत्यों की सख्त सजा देनी चाहिए.</p>  जम्मू और कश्मीर ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा यूपी, 1600 मेगावाट की नई तापीय परियोजना से मिलेगी सस्ती बिजली