फतवों की नगरी देवबंद में NIA और ATS ने छापेमारी कर दो छात्रों को हिरासत में लिया। दो साल पहले देवबंद से अरेस्ट किए गए हबीबुल्लाह ने दोनों छात्रों का इनपुट दिया। जिसके बाद दोनों छात्रों को उठाया गया। अभी उनसे पूछताछ जारी है। जांच में अभी दोनों के पास से शरणार्थी कार्ड मिला है। हालांकि दोनों के पास कोई संदिग्ध डॉक्यूमेंट नहीं मिले हैं। दोनों ने बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमाते मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JNB) की कुछ पोस्ट को लाइक किया था। दोनों के पास से मिले शरणार्थी कार्ड सूत्रों के अनुसार, NIA और ATS की टीम ने रजीबुल्लाह और खलीलुल्लाह को हिरासत में लिया है। देवबंद से दो साल पहले आतंकी संगठन जमाते मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JNB) से जुड़े संदिग्ध हबीबुल्लाह को NIA ने अरेस्ट किया था। हबीबुल्लाह लखनऊ जेल में बंद है। NIA को हबीबुल्लाह से इन दोनों का इनपुट मिला। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है। दोनों के पास शरणार्थी कार्ड भी मिला है। हालांकि संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की अभी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। लेकिन अभी दोनों से पूछताछ जारी है। JNB की पोस्टों को किया था लाइक
सूत्रों के अनुसार, NIA और ATS की टीम ने देवबंद के मोहल्ला अब्दुल बरकत टापरी से दोनों संदिग्ध छात्रों रजीबुल्लाह और खलीलुल्लाह को हिरासत में लिया है। दोनों के पास से जो भी डॉक्यूमेंट मिले हैं, उन्हें सील किया है। दोनों एक मदरसे में बिना एडमिशन के ही पढ़ रहे थे। दोनों म्यांमार के रहने वाले हैं। चाय वाले ने दिलाए थे सिम कार्ड
NIA और ATS की टीम ने चाय की दुकान पर काम करने वाले नौशाद उर्फ गोपी से भी पूछताछ कर रही है। पूछताछ में सामने आया है कि नौशाद उर्फ गोपी ने दोनों छात्रों को सिम कार्ड दिलाने में मदद की थी। जिसका घर हॉस्टल के पास है। फिलहाल टीम पूछताछ कर रही है। फतवों की नगरी देवबंद में NIA और ATS ने छापेमारी कर दो छात्रों को हिरासत में लिया। दो साल पहले देवबंद से अरेस्ट किए गए हबीबुल्लाह ने दोनों छात्रों का इनपुट दिया। जिसके बाद दोनों छात्रों को उठाया गया। अभी उनसे पूछताछ जारी है। जांच में अभी दोनों के पास से शरणार्थी कार्ड मिला है। हालांकि दोनों के पास कोई संदिग्ध डॉक्यूमेंट नहीं मिले हैं। दोनों ने बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमाते मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JNB) की कुछ पोस्ट को लाइक किया था। दोनों के पास से मिले शरणार्थी कार्ड सूत्रों के अनुसार, NIA और ATS की टीम ने रजीबुल्लाह और खलीलुल्लाह को हिरासत में लिया है। देवबंद से दो साल पहले आतंकी संगठन जमाते मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JNB) से जुड़े संदिग्ध हबीबुल्लाह को NIA ने अरेस्ट किया था। हबीबुल्लाह लखनऊ जेल में बंद है। NIA को हबीबुल्लाह से इन दोनों का इनपुट मिला। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है। दोनों के पास शरणार्थी कार्ड भी मिला है। हालांकि संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की अभी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। लेकिन अभी दोनों से पूछताछ जारी है। JNB की पोस्टों को किया था लाइक
सूत्रों के अनुसार, NIA और ATS की टीम ने देवबंद के मोहल्ला अब्दुल बरकत टापरी से दोनों संदिग्ध छात्रों रजीबुल्लाह और खलीलुल्लाह को हिरासत में लिया है। दोनों के पास से जो भी डॉक्यूमेंट मिले हैं, उन्हें सील किया है। दोनों एक मदरसे में बिना एडमिशन के ही पढ़ रहे थे। दोनों म्यांमार के रहने वाले हैं। चाय वाले ने दिलाए थे सिम कार्ड
NIA और ATS की टीम ने चाय की दुकान पर काम करने वाले नौशाद उर्फ गोपी से भी पूछताछ कर रही है। पूछताछ में सामने आया है कि नौशाद उर्फ गोपी ने दोनों छात्रों को सिम कार्ड दिलाने में मदद की थी। जिसका घर हॉस्टल के पास है। फिलहाल टीम पूछताछ कर रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर