प्राइवेट प्रैक्टिस में शामिल रहे KGMU का बर्खास्त डॉक्टर अभी तक CMO कार्यालय में हाजिर नहीं हो सका है। इस वजह से बयान दर्ज होने का काम रुका हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस और KGMU को पत्र भेजकर डॉक्टर का पता मांगा था, ताकि उसके पते पर बयान दर्ज करने के लिए पत्र भेजा जा सके। घटना बाद से डॉक्टर गायब है। अफसरों का कहना है कि डॉक्टर के जरिए जांच में सहयोग न करने पर उसके खिलाफ NMC को पत्र भेजकर कार्रवाई कराई जाएगी। ये था पूरा मामला लखीमपुर खीरी महाराज नगर निवासी सुरेंद्र की पत्नी आशा कार्यकर्ता पूनम मौर्य (32) की नवंबर में KGMU के शताब्दी फेज टू में मौत हो गई थी। मृतक के पति सुरेंद्र के मुताबिक पूनम का इलाज 23 सितंबर को KGMU के ईएनटी विभाग के डॉ. रमेश की देखरेख में हो रहा था। प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त डॉ. रमेश ने ही खदरा के केडी अस्पताल में 25 अक्टूबर को बुलाकर शाम को ऑपरेशन किया था। सुरेंद्र के मुताबिक जहां गलत ऑपरेशन होने पर डॉ.रमेश और केडी अस्पताल के संचालक ने शताब्दी फेज टू में वेंटिलेटर पर भर्ती करवाया था, जहां कुछ दिन इलाज के बाद 9 नवंबर को पूनम की मौत हो गई थी। मामले में फजीहत होने के बाद सीएमओ की ओर से केडी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करके खानापूर्ति की थी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि डॉक्टर के बयान दर्ज न कराने पर उसके खिलाफ NMC में शिकायत दर्ज कराकर उनकी प्रैक्टिस को बैन कराया जाएगा प्राइवेट प्रैक्टिस में शामिल रहे KGMU का बर्खास्त डॉक्टर अभी तक CMO कार्यालय में हाजिर नहीं हो सका है। इस वजह से बयान दर्ज होने का काम रुका हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस और KGMU को पत्र भेजकर डॉक्टर का पता मांगा था, ताकि उसके पते पर बयान दर्ज करने के लिए पत्र भेजा जा सके। घटना बाद से डॉक्टर गायब है। अफसरों का कहना है कि डॉक्टर के जरिए जांच में सहयोग न करने पर उसके खिलाफ NMC को पत्र भेजकर कार्रवाई कराई जाएगी। ये था पूरा मामला लखीमपुर खीरी महाराज नगर निवासी सुरेंद्र की पत्नी आशा कार्यकर्ता पूनम मौर्य (32) की नवंबर में KGMU के शताब्दी फेज टू में मौत हो गई थी। मृतक के पति सुरेंद्र के मुताबिक पूनम का इलाज 23 सितंबर को KGMU के ईएनटी विभाग के डॉ. रमेश की देखरेख में हो रहा था। प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त डॉ. रमेश ने ही खदरा के केडी अस्पताल में 25 अक्टूबर को बुलाकर शाम को ऑपरेशन किया था। सुरेंद्र के मुताबिक जहां गलत ऑपरेशन होने पर डॉ.रमेश और केडी अस्पताल के संचालक ने शताब्दी फेज टू में वेंटिलेटर पर भर्ती करवाया था, जहां कुछ दिन इलाज के बाद 9 नवंबर को पूनम की मौत हो गई थी। मामले में फजीहत होने के बाद सीएमओ की ओर से केडी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करके खानापूर्ति की थी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि डॉक्टर के बयान दर्ज न कराने पर उसके खिलाफ NMC में शिकायत दर्ज कराकर उनकी प्रैक्टिस को बैन कराया जाएगा उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
KGMU के बर्खास्त डॉक्टर पर एक्शन की तैयारी:CMO ऑफिस हाजिर न होने पर प्रैक्टिस होगी बैन, NMC को भेजा जाएगा पत्र
