त्रिनेत्र गणेश मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है. इसका निर्माण 10वीं सदी में रणथंभौर के राजा हम्मीर देव ने करवाया था. युद्ध के दौरान राजा के सपने में गणेश जी आए और उन्हें आशीर्वाद दिया. राजा की युद्ध में विजय हुई और उन्होंने किले में मंदिर का निर्माण करवाया.
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां गणेशजी अपने पूरे परिवार (पत्नी रिद्धि और सिद्धि, दो पुत्र शुभ और लाभ) के साथ विराजमान हैं. इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं, और मंदिर के बाहर बनी दुकानें से मिठाई खरीदकर बप्पा को भोग लगाते हैं. इसके बाद वे भोग के प्रसाद को घर लेकर अपने परिजनों व जानकारों में बांटते हैं, ताकि उन्हें भी बप्पा का आर्शीवाद मिल सके. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रसाद के रूप में खरीदी जाने वाले इन्हीं लड्डूओं को प्रशासन ने खराब बताकर नष्ट करवा दिया है.