KGMU में टास्क फोर्स का गठन:महिला डॉक्टरों की सुरक्षा पर करेगी काम, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक होंगे अध्यक्ष

KGMU में टास्क फोर्स का गठन:महिला डॉक्टरों की सुरक्षा पर करेगी काम, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक होंगे अध्यक्ष

कोलकाता की घटना के बाद से डॉक्टरों में जबरदस्त रोष हैं। हत्या से उपजे आक्रोश के बाद सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों और मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है। अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने भी सुप्रीम कोर्ट की ही तर्ज पर टास्क फोर्स का गठन किया हैं। यह टास्क फोर्स महिला डॉक्टरों और अन्य महिला मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा को लेकर काम करेगी। इसमें अधिकांश सदस्य महिला होंगी। KGMU की कुजपति प्रो.सोनिया नित्यानन्द ने दीक्षांत समारोह के पहले पत्रकारों से वार्ता करते हुए रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा को सुदृढ़ करने का ऐलान किया था। साथ ही कहा था कि रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा और विश्राम कक्ष व शौचालय संबंधी विभागवार आडिट कराया जाएगा। इसके तत्काल बाद KGMU प्रशासन की ओर से हर विभाग में महिला डॉक्टरों और अन्य महिला मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा और सुविधा की समीक्षा शुरू कर दी थी। साथ ही प्रत्येक विभाग में इनके लिये विश्राम कक्ष और शौचालय की व्यवस्था करने के अलावा पूर्व में बने विश्राम कक्ष-शौचालयों को सुदृढ़ करने के लिए आडिट किया जा रहा था। मीडिया सेल के सह प्रभारी डॉॅ.सुधीर सिंह ने बताया कि ऑडिट का काम 21 अगस्त को पूरा हो गया हैं। उच्चस्तरीय बैठक में कुलपति ने लिया फैसला आडिट रिपोर्ट आने के बाद गुरूवार 22 अगस्त को KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानन्द ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसमें KGMU प्रशासन के आलाधिकारी शामिल हुए। इसमें आडिट रिपोर्ट पर विचार विमर्श के बाद कुलपति ने आदेश दिया कि जिन विभागों में पहले से विश्राम कक्ष व शौचालयों हैं। उन्हें सुदृढ़ किया जाए। जहां पर इसकी व्यवस्था नहीं है। उन विभागों में जल्द से जल्द विश्राम कक्ष व शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह काम तत्काल प्रभाव से शुरू कर दिया जाए। इसके अलावा बैठक में मुख्य चिकत्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया। यह फोर्स किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की महिला डॉक्टरों और अन्य महिला मेडिकल प्रोफेशनल्स कर सुरक्षा सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करेगी। साथ ही सुरक्षा संबंधी सुझाव देगी। प्रत्येक विभाग में बनाए जा रहे विश्राम कक्ष और शौचालय के कामों की प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा करेगी। इस टास्क फोर्स में अधिकतर महिला चिकित्सकों को शामिल किया गया हैं। कोलकाता की घटना के बाद से डॉक्टरों में जबरदस्त रोष हैं। हत्या से उपजे आक्रोश के बाद सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों और मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है। अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने भी सुप्रीम कोर्ट की ही तर्ज पर टास्क फोर्स का गठन किया हैं। यह टास्क फोर्स महिला डॉक्टरों और अन्य महिला मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा को लेकर काम करेगी। इसमें अधिकांश सदस्य महिला होंगी। KGMU की कुजपति प्रो.सोनिया नित्यानन्द ने दीक्षांत समारोह के पहले पत्रकारों से वार्ता करते हुए रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा को सुदृढ़ करने का ऐलान किया था। साथ ही कहा था कि रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा और विश्राम कक्ष व शौचालय संबंधी विभागवार आडिट कराया जाएगा। इसके तत्काल बाद KGMU प्रशासन की ओर से हर विभाग में महिला डॉक्टरों और अन्य महिला मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा और सुविधा की समीक्षा शुरू कर दी थी। साथ ही प्रत्येक विभाग में इनके लिये विश्राम कक्ष और शौचालय की व्यवस्था करने के अलावा पूर्व में बने विश्राम कक्ष-शौचालयों को सुदृढ़ करने के लिए आडिट किया जा रहा था। मीडिया सेल के सह प्रभारी डॉॅ.सुधीर सिंह ने बताया कि ऑडिट का काम 21 अगस्त को पूरा हो गया हैं। उच्चस्तरीय बैठक में कुलपति ने लिया फैसला आडिट रिपोर्ट आने के बाद गुरूवार 22 अगस्त को KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानन्द ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसमें KGMU प्रशासन के आलाधिकारी शामिल हुए। इसमें आडिट रिपोर्ट पर विचार विमर्श के बाद कुलपति ने आदेश दिया कि जिन विभागों में पहले से विश्राम कक्ष व शौचालयों हैं। उन्हें सुदृढ़ किया जाए। जहां पर इसकी व्यवस्था नहीं है। उन विभागों में जल्द से जल्द विश्राम कक्ष व शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह काम तत्काल प्रभाव से शुरू कर दिया जाए। इसके अलावा बैठक में मुख्य चिकत्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया। यह फोर्स किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की महिला डॉक्टरों और अन्य महिला मेडिकल प्रोफेशनल्स कर सुरक्षा सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करेगी। साथ ही सुरक्षा संबंधी सुझाव देगी। प्रत्येक विभाग में बनाए जा रहे विश्राम कक्ष और शौचालय के कामों की प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा करेगी। इस टास्क फोर्स में अधिकतर महिला चिकित्सकों को शामिल किया गया हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर