KGMU में डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर प्रशासन की चुप्पी:चार्जशीट के बावजूद नहीं हुआ एक्शन, HOD पर लगे है आरोप

KGMU में डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर प्रशासन की चुप्पी:चार्जशीट के बावजूद नहीं हुआ एक्शन, HOD पर लगे है आरोप

KGMU में निजी प्रैक्टिस पर रोक नहीं लग पा रही हैं। शासन प्राइवेट प्रैक्टिस को लेकर सख्त है पर KGMU प्रशासन प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर मेहरबान। आरोपी डॉक्टर को चार्ज शीट देने के बाद भूल गया। नतीजतन प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपियों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। KGMU में एक विभाग के अध्यक्ष पर प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप लगे हैं। राजधानी के ठाकुरगंज के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई थी। पीड़ित परिजनों ने KGMU के डॉक्टर पर प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप लगाया था। शिकायत के बाद मामले की जांच हुई थी। जांच में डॉक्टर पर लगे आरोप सही पाए गए। रिपोर्ट कार्यपरिषद के समक्ष रखी गई। कार्यपरिषद ने आरोपी डॉक्टर को चार्जशीट देने का फैसला सुनाया। महीने भर बाद भी नहीं हुई कार्रवाई लगभग एक माह से अधिक का समय गुजर चुका है। इसके बावजूद अभी तक आरोपी डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसे में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। जबकि सरकार लगातार प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर सख्ती करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी डॉक्टरों से शपथ पत्र भी लिए जा चुके हैं। नियमों के तहत होगी कार्रवाई KGMU प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपों में घिरे डॉक्टर पर नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी। KGMU में निजी प्रैक्टिस पर रोक नहीं लग पा रही हैं। शासन प्राइवेट प्रैक्टिस को लेकर सख्त है पर KGMU प्रशासन प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर मेहरबान। आरोपी डॉक्टर को चार्ज शीट देने के बाद भूल गया। नतीजतन प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपियों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। KGMU में एक विभाग के अध्यक्ष पर प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप लगे हैं। राजधानी के ठाकुरगंज के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई थी। पीड़ित परिजनों ने KGMU के डॉक्टर पर प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप लगाया था। शिकायत के बाद मामले की जांच हुई थी। जांच में डॉक्टर पर लगे आरोप सही पाए गए। रिपोर्ट कार्यपरिषद के समक्ष रखी गई। कार्यपरिषद ने आरोपी डॉक्टर को चार्जशीट देने का फैसला सुनाया। महीने भर बाद भी नहीं हुई कार्रवाई लगभग एक माह से अधिक का समय गुजर चुका है। इसके बावजूद अभी तक आरोपी डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसे में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। जबकि सरकार लगातार प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर सख्ती करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी डॉक्टरों से शपथ पत्र भी लिए जा चुके हैं। नियमों के तहत होगी कार्रवाई KGMU प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपों में घिरे डॉक्टर पर नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर