उत्तराखंड के रुड़की में गुरुवार देर रात भीषण हादसा हुआ है। शादी समारोह में शामिल होने मेरठ से आ रहे बरातियों की एक स्कॉर्पियो हाईवे पर बेकाबू होकर पलट गई। स्कॉर्पियो में 8 लोग सवार थे, जिनमें से चार बरातियों की मौत हो गई। जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा दिल्ली हाईवे पर मंगलौर क्षेत्र में गुड मंडी के पास हुआ है। मेरठ के अख्तियारपुर से एक बरात रुड़की के चंद्रपुरी में आ रही थी। हादसा इतना जबरदस्त था कि स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए। कार लगभग 100 मीटर पलटती हुई डिवाइडर से जा टकराई। हादसे का कारण तेज रफ्तार बताया जा रहा है। मंगलौर पुलिस के मुताबिक, हादसे में वंश, सोनू, सजल और ड्राइवर चिराग की मौत हुई है। पढ़ें पूरी खबर… अयोध्या में हादसा, डॉक्टर-2 नर्स समेत 3 की मौत अयोध्या में शुक्रवार सुबह 5 बजे भीषण हादसा हो गया। यहां कार और ट्रैवलर की टक्कर हो गई। हादसे में कार सवार डॉक्टर और दो नर्स की मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त डॉ. हुसैन निवासी देवरिया, रचना निवासी कन्नौज और उपासना सिंह कन्नौज के तौर पर हुई हैं। रचना और उपासना नर्स थीं। हादसा कोतवाली रुदौली के कूड़ा सादात कट पर हुआ। यहां एक ट्रक चालक गाड़ी को मोड रहा था। तभी ट्रैवलर ट्रक से टकरा गया। पीछे से आ रही कार ट्रैवलर से टकरा गई। टक्कर में ट्रैवलर सवार 15 यात्री भी घायल हो गए। घायलों को रुदौली सीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां से दो गंभीर को जिला अस्पताल भेज दिया गया। पूरी खबर पढ़िए 4 अफसरों के निलंबन के बाद लखीमपुर डीएम से जवाब-तलब: जमीन की पैमाइश का मामला लखीमपुर खीरी में जमीन पैमाइश मामले में 4 अफसरों के निलंबन के बाद अब डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और पूर्व जिलाधिकारी रहे महेंद्र बहादुर सिंह को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। नियुक्ति विभाग ने दोनों आईएएस अधिकारियों को नोटिस भेजा है। मामले में शासन ने एक आईएएस समेत तीन पीसीएस अफसरों को सस्पेंड किया है। महेंद्र बहादुर सिंह अक्टूबर 2021 से जून 2024 तक जिलाधिकारी रहे हैं। दुर्गा शक्ति नागपाल 25 जून 2024 से लखीमपुर की डीएम हैं। नियुक्ति विभाग ने इन दोनों अधिकारियों से पूछा है कि छह साल से लटके पैमाइश के मामले को इन्होंने समीक्षा के दौरान क्यों नहीं देखा? नकहा ब्लाक के रिटायर्ड मास्टर विश्वेश्वर संघ से जुड़े हुए हैं। 6 साल पहले उन्होंने भूमि की पैमाइश कराने के लिए SDM के यहां वाद दायर किया था। उनकी भूमि की मेड़बंदी तो करा दी गई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही विपक्षियों ने इसे तुड़वा दिया। विश्वेश्वर ने इसकी शिकायत भाजपा विधायक योगेश वर्मा से की। पता चला कि अफसरों और लेखपाल ने RSS लीडर से 5 हजार सुविधा शुल्क भी लिया, लेकिन जमीन पैमाइश नहीं की। पढ़ें पूरी खबर रिटायर CDA कर्मी 5 दिन डिजिटल अरेस्ट, मानव अंगों की तस्करी में फंसाने की धमकी दे 15 लाख ठगे मेरठ में साइबर अपराधियों ने सीडीए के रिटायर्ड कर्मचारी को 5 दिन तक उनके ही घर में डिजिटल अरेस्ट रखा। बच्चों के मानव अंगों की तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी दी। जेल जाने के डर से बुजुर्ग ने 15 लाख रुपये साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी 78 वर्षीय एससी जैन बुजुर्ग सीडीए से रिटायर हैं। 8 नवंबर को उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को साइबर क्राइम अधिकारी दीपक यादव बताते हुए कहा कि आपके नाम एक गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। मानव अंगों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी है। उनके अंग अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये में बेच दिए हैं। बच्चों के परिजनों को शव सौंपने के लिए उनसे 68 लाख रुपये की फिरौती वसूली गई है। यह रकम आपके एचडीएफसी बैंक खाते में जमा कराई है। ये सुनकर एससी जैन बुरी तरह से डर गए। एससी जैन ने जेल जाने के डर से साइबर अपराधियों द्वारा दिए गए अकाउंट में 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पढ़ें पूरी खबर बेटी की शादी टूटी, मां को पड़ा दिल का दौरा: 40 लाख मांगने वालों पर मुकदमा आगरा में लड़के पक्ष के शादी से इनकार करने पर लड़की की मां को दिल का दौरा पड़ गया। परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं पीड़ित पिता की तहरीर पर हरीपर्वत थाने में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। खंदारी क्षेत्र का रहने वाले महेश कर्दम ने बताया कि बेटी की शादी का रिश्ता तय करने के लिए वह देवरी रोड मधुनगर निवासी मुकेश चंद्रा के घर गए। यहां उनकी शानो-शौकत देख कर उन्होंने उनके बेटे तनुज चंद्रा से रिश्ता तय कर दिया। शादी के लिए लड़का पक्ष ने 22 लाख रुपए और एक्सयूवी 700 की मांग रखी। इस पर उन्होंने हामी भर दी। शादी से पहले की रस्मों के नाम पर लड़के और उसके पिता ने उनसे करीब 17 लाख रुपए अलग-अलग जगहों पर खर्च करा लिए। फिर अचानक से 40 लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। उन्होंने असमर्थता जताई तो मुकेश चंद्रा ने शादी से इनकार कर दिया। जानकारी होने पर लड़की की मां को दिल का दौरा पड़ गया। बताया कि 2 फरवरी को शादी की तारीख तय हो गई थी। पढ़ें पूरी खबर वाराणसी लूटकांड में इंस्पेक्टर और फर्जी CM-OSD पर F.I.R.: 41 लाख लूटकर 3 दिन में लखनऊ कराया तबादला वाराणसी में सारनाथ के रुद्रा हाइट्स में जुआ पकड़ने के दौरान छापेमारी करके 41 लाख रुपये लूटने वाले तत्कालीन इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता केस में फंस गए है। कई दिनों से तलाश के बाद वादी नहीं मिलने पर दरोगा ने इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया। वहीं लखनऊ के अफसरों से सेटिंग कर बनारस से तबादला करा लिया। सारनाथ एसओ ने पूर्व एसएचओ और उनके साथ फर्जी ओएसडी बनकर लाखों की नकदी पार करने के आरोप में तहरीर देकर केस दर्ज कराया। इंस्पेक्टर के खिलाफ पुलिस केस में शामिल सीएम के फर्जी ओएसडी धर्मेंद्र चौबे को नामजद किया गया है। एफआईआर दर्ज हो जाने के बाद इंस्पेक्टर और धर्मेंद्र चौबे अंडरग्राउंड हो गए हैं। वहीं अपार्टमेंट में जुआ खिलाने में रुद्रा हाइट्स के मालिक और अन्य अज्ञात के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। अब पुलिस टीम फर्जी ओएसडी बताने वाले धर्मेंद्र चौबे और जुआं खेलने वालों की तलाश में जुटी है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम भी गठित कर दी गई है,साथ ही नंबर से लोकेशन भी खंगाली जा रही है। पढ़ें पूरी खबर उत्तराखंड के रुड़की में गुरुवार देर रात भीषण हादसा हुआ है। शादी समारोह में शामिल होने मेरठ से आ रहे बरातियों की एक स्कॉर्पियो हाईवे पर बेकाबू होकर पलट गई। स्कॉर्पियो में 8 लोग सवार थे, जिनमें से चार बरातियों की मौत हो गई। जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा दिल्ली हाईवे पर मंगलौर क्षेत्र में गुड मंडी के पास हुआ है। मेरठ के अख्तियारपुर से एक बरात रुड़की के चंद्रपुरी में आ रही थी। हादसा इतना जबरदस्त था कि स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए। कार लगभग 100 मीटर पलटती हुई डिवाइडर से जा टकराई। हादसे का कारण तेज रफ्तार बताया जा रहा है। मंगलौर पुलिस के मुताबिक, हादसे में वंश, सोनू, सजल और ड्राइवर चिराग की मौत हुई है। पढ़ें पूरी खबर… अयोध्या में हादसा, डॉक्टर-2 नर्स समेत 3 की मौत अयोध्या में 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जिलाधिकारी रहे हैं। दुर्गा शक्ति नागपाल 25 जून 2024 से लखीमपुर की डीएम हैं। नियुक्ति विभाग ने इन दोनों अधिकारियों से पूछा है कि छह साल से लटके पैमाइश के मामले को इन्होंने समीक्षा के दौरान क्यों नहीं देखा? नकहा ब्लाक के रिटायर्ड मास्टर विश्वेश्वर संघ से जुड़े हुए हैं। 6 साल पहले उन्होंने भूमि की पैमाइश कराने के लिए SDM के यहां वाद दायर किया था। उनकी भूमि की मेड़बंदी तो करा दी गई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही विपक्षियों ने इसे तुड़वा दिया। विश्वेश्वर ने इसकी शिकायत भाजपा विधायक योगेश वर्मा से की। पता चला कि अफसरों और लेखपाल ने RSS लीडर से 5 हजार सुविधा शुल्क भी लिया, लेकिन जमीन पैमाइश नहीं की। पढ़ें पूरी खबर रिटायर CDA कर्मी 5 दिन डिजिटल अरेस्ट, मानव अंगों की तस्करी में फंसाने की धमकी दे 15 लाख ठगे मेरठ में साइबर अपराधियों ने सीडीए के रिटायर्ड कर्मचारी को 5 दिन तक उनके ही घर में डिजिटल अरेस्ट रखा। बच्चों के मानव अंगों की तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी दी। जेल जाने के डर से बुजुर्ग ने 15 लाख रुपये साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी 78 वर्षीय एससी जैन बुजुर्ग सीडीए से रिटायर हैं। 8 नवंबर को उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को साइबर क्राइम अधिकारी दीपक यादव बताते हुए कहा कि आपके नाम एक गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। मानव अंगों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी है। उनके अंग अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये में बेच दिए हैं। बच्चों के परिजनों को शव सौंपने के लिए उनसे 68 लाख रुपये की फिरौती वसूली गई है। यह रकम आपके एचडीएफसी बैंक खाते में जमा कराई है। ये सुनकर एससी जैन बुरी तरह से डर गए। एससी जैन ने जेल जाने के डर से साइबर अपराधियों द्वारा दिए गए अकाउंट में 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पढ़ें पूरी खबर बेटी की शादी टूटी, मां को पड़ा दिल का दौरा: 40 लाख मांगने वालों पर मुकदमा आगरा में लड़के पक्ष के शादी से इनकार करने पर लड़की की मां को दिल का दौरा पड़ गया। परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं पीड़ित पिता की तहरीर पर हरीपर्वत थाने में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। खंदारी क्षेत्र का रहने वाले 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तबादला करा लिया। सारनाथ एसओ ने पूर्व एसएचओ और उनके साथ फर्जी ओएसडी बनकर लाखों की नकदी पार करने के आरोप में तहरीर देकर केस दर्ज कराया। इंस्पेक्टर के खिलाफ पुलिस केस में शामिल सीएम के फर्जी ओएसडी धर्मेंद्र चौबे को नामजद किया गया है। एफआईआर दर्ज हो जाने के बाद इंस्पेक्टर और धर्मेंद्र चौबे अंडरग्राउंड हो गए हैं। वहीं अपार्टमेंट में जुआ खिलाने में रुद्रा हाइट्स के मालिक और अन्य अज्ञात के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। अब पुलिस टीम फर्जी ओएसडी बताने वाले धर्मेंद्र चौबे और जुआं खेलने वालों की तलाश में जुटी है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम भी गठित कर दी गई है,साथ ही नंबर से लोकेशन भी खंगाली जा रही है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Mahadev App: मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया, कोर्ट ने 5 दिनों की कस्टडी में भेजा
Mahadev App: मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया, कोर्ट ने 5 दिनों की कस्टडी में भेजा <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahadev App Scam Case:</strong> महादेव एप घोटाला मामले में मुंबई पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. 15000 करोड़ के कथित महादेव एप घोटाला केस में मुंबई क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने भरत चौधरी नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने तीसरे आरोपी को दबोचा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी भरत चौधरी को गुरुवार (8 अगस्त) को कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 5 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. सूत्रों ने बताया कि चौधरी दुबई में रहता था और वहां से ही इस मामले के आरोपियों को ऐप से संबंधित टेक्निकल मदद करता था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया, “भरत चौधरी करीब 4 से 5 सालों से दुबई में ही रह रहा था और वहां से ही वह महादेव एप की तरह जो दूसरे एप्स हैं उसमें अगर किसी तरह की कोई टेक्निकल प्रॉब्लम आती थी तो उसका एनालिसिस करके उसका हल निकलता था और आरोपियों को मदद करता था.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>चूंकि चौधरी इस मामले में वांटेड आरोपी था उसके खिलाफ मुंबई क्राइम ब्रांच ने LOC जारी किया था. सूत्रों ने बताया कि चौधरी के खिलाफ गुजरात में भी एक मामला दर्ज था गुजरात पुलिस भी महादेव एप की तरह काम करने वाले कुछ एप्स के खिलाफ मामला दर्ज कर उस मामले की जांच कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उस मामले में भी चौधरी वांटेड आरोपी था. चौधरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी था. वह 23 जुलाई को जैसे ही गुजरात एयरपोर्ट पर लैंड हुआ वैसे ही गुजरात पुलिस ने उसे अपने मामले में गिरफ्तार कर लिया, उसकी गिरफ्तारी की जानकारी जब मुंबई पुलिस को मिली तो वो उसकी कस्टडी खत्म होने का इंतजार कर रही थी और जैसे ही चौधरी की गुजरात पुलिस कस्टडी खत्म हुई वैसे ही मुंबई क्राइम ब्रांच ने उसकी कस्टडी ले ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आपको बता दें कि साल 2023 में मुंबई पुलिस की माटुंगा पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज की थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने महादेव एप और उसकी तरह काम करने वाले अन्य अप की वजह से भारत सरकार का 15000 करोड़ का नुकसान होने का दावा किया था. इस मामले में 32 लोगों को आरोपी बनाया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद इस मामले को मुंबई क्राइम ब्रांच में SIT बनाकर उन्हें जांच के लिए ट्रांसफर कर दिया गया. इस मामले में पुलिस ने अब तक दीक्षित कोठारी और अभिनेता और इनफ्लुएंसर साहिल खान को गिरफ्तार किया है.</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”क्या MVA का CM चेहरा बनना चाहते हैं उद्धव ठाकरे? दिल्ली दौरे पर दिए ये संकेत” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-shiv-sena-ubt-chief-uddhav-thackeray-indicates-ready-to-become-cm-face-of-mva-2756226″ target=”_self”>क्या MVA का CM चेहरा बनना चाहते हैं उद्धव ठाकरे? दिल्ली दौरे पर दिए ये संकेत</a></strong></p>
कांग्रेस, शरद पवार गुट या उद्धव सेना, BMC चुनाव के नजरिए से समझें मुंबई का ‘दादा’ कौन?
कांग्रेस, शरद पवार गुट या उद्धव सेना, BMC चुनाव के नजरिए से समझें मुंबई का ‘दादा’ कौन? <p style=”text-align: justify;”><strong>BMC Election 2025:</strong> पिछले साल (2024) के अंत में महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुआई में महायुति सरकार बनी. महायुति गठबंधन के तीन प्रमुख दलों- बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की. वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी के तीन प्रमुख दलों- कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी-शरदचंद्र पवार को करारी हार का सामना करना पड़ा. तीनों पार्टियां मिलकर भी 50 का आंकड़ा नहीं छू पाईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र की 288 सीटों में से उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी को 20, कांग्रेस को 16 और शरद पवार की एनसीपी-एसपी को 10 सीटें ही हासिल हुईं. मौजूदा राजनीति के हिसाब से उद्धव ठाकरे गुट, शरद पवार गुट और कांग्रेस को अगले <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> और विधानसभा चुनाव तक विपक्ष में रहना होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निकाय और महानगर पालिका चुनाव में ताकत दिखाने का मौका</strong><br />हालांकि, अभी भी राज्य के सभी दलों के पास महानगर पालिका चुनाव में ताकत दिखाने का मौका है. स्थानीय निकाय चुनाव और महानगर पालिका के चुनाव कब होंगे, इसपर अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन मुंबई जैसी महानगर पालिका जीतने के लिए हर राजनीतिक दल ने कमर कस ली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई की सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों के परिणाम</strong><br />मुंबई में लोकसभा की 6 सीटें हैं, जिसमें शिवसेना यूबीटी के 3 सांसद, कांग्रेस की एक सांसद, बीजेपी और <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> की शिवसेना के एक-एक सांसद चुनकर आए हैं. हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में मुंबई की 36 सीटों में एमवीए का प्रदर्शन लोकसभा के परिणाम से एकदम उल्टा हुआ. 36 में से 10 विधायक शिवसेना यूबीटी के हैं. वहीं, कांग्रेस के 3 विधायक चुनकर आए जबकि शरद पवार की एनसीपी का खाता नहीं खुला. इसके अलावा, बीजेपी ने 15, शिवसेना शिंदे ने 6 और एनसीपी ने एक सीट जीती. इसके अलावा, एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीएमसी में MVA की स्थिति</strong><br />मुंबई महानगर पालिका के नज़रिए से बात की जाए तो, महाविकास अघाड़ी के तीनों दलों में शरद पवार की एनसीपी का एक भी विधायक चुनकर नहीं आया. एनसीपी-एसपी का जनाधार पहले भी मुंबई में कमजोर रहा है. मुंबई में शरद गुट की तरफ से नवाब मलिक पार्टी का चेहरा थे, लेकिन अब नवाब मलिक और उनके कार्यकर्ता अजित पवार के साथ हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के 3 चुने विधायकों में अमीन पटेल और असलम शेख अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके से और ज्योति गायकवाड़ धारावी की रिज़र्व सीट से चुनकर आईं. उद्धव की शिवसेना का जनाधार मुंबई में हमेशा रहा है. पार्टी के कुल 20 विधायकों में से 10 विधायक मुंबई से चुनकर आए हैं. वहीं, पिछले 3 दशक से शिवसेना का मेयर मुंबई में काबिज रहा है. 2017-2022 के कार्यकाल में भी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना रही और दूसरे नंबर पर बीजेपी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई की राजनीति में उद्धव ठाकरे की पहुंच ज्यादा</strong><br />महाराष्ट्र की राजनीति पिछले 5 साल में बहुत बदल गई है. राजनीति की करवट ने 25 साल पुराने दोस्तों को विरोधी और विरोधियों को एक मंच पर ला दिया, लेकिन मुंबई की राजनीति में एमवीए में आज भी बड़ी पार्टी उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/uddhav-thackeray-led-party-extended-support-to-aap-led-to-conflict-between-shivsena-ubt-and-congress-2859458#google_vignette”>क्या महाराष्ट्र में टूट जाएगी MVA, उद्धव ठाकरे ने अलग होने के दे दिए संकेत, क्यों उठा ये सवाल?</a></strong></p>
भोले बाबा का पॉलिटिकल कनेक्शन खंगाल रही पुलिस:एसपी बोले- देव प्रकाश ने बाबा की गाड़ी भीड़ से निकलवाई; भगदड़ मची तो भाग गया
भोले बाबा का पॉलिटिकल कनेक्शन खंगाल रही पुलिस:एसपी बोले- देव प्रकाश ने बाबा की गाड़ी भीड़ से निकलवाई; भगदड़ मची तो भाग गया सिकंद्राराऊ में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ मामले में देव प्रकाश के अलावा राम प्रकाश शाक्य और संजू नाम के दो सेवादारों को गिरफ्तार किया गया। देव प्रकाश कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था। उसने जान-बूझकर बाबा की गाड़ी भीड़ के बीच से निकलवाई थी। इस संगठन से कुछ पॉलिटिकल पार्टियों ने संपर्क किया था। इसकी जांच की जा रही है। आज मधुकर और सेवादार संजू यादव काे कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। यह बात हाथरस सत्संग कांड को लेकर एसपी निपुण अग्रवाल ने शनिवार को कही। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देव प्रकाश को लेकर कई बड़े खुलासे किए। भोले बाबा के मुख्य सेवादार देव प्रकाश को पुलिस ने शुक्रवार रात दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। शनिवार को कड़ी सुरक्षा में पुलिस उसका मेडिकल कराने ले गई। अब पढ़िए देव प्रकाश से पूछताछ में क्या खुलासे हुए एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया- देव प्रकाश मधुकर भोले बाबा के संगठन में मुख्य सेवादार के रूप में काम कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी नजफगढ़ दिल्ली से हुई है। उसने सरेंडर नहीं किया। देव प्रकाश मधुकर ने बताया कि वह एटा में साल 2010 से मनरेगा में जूनियर इंजीनियर के पद पर संविदा पर काम कर रहा है। वह इस संगठन से कई साल से जुड़ा है। संगठन के कार्यक्रम आयोजित कराना, फंड इकट्ठा करने का काम करता है। मधुकर ने ही ली थी सत्संग की इजाजत
2 जुलाई को फुलरई गांव में हुए सत्संग का मुख्य आयोजक देव प्रकाश था। कार्यक्रम की इजाजत भी देव प्रकाश ने ली थी। देव प्रकाश और उसके डायरेक्शन में काम कर रहे सेवादारों की पंडाल के आसपास बैरिकेडिंग, प्रवेश द्वार, निकास द्वार, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग समेत अन्य सुविधाओं की जिम्मेदारी थी। देव प्रकाश ने ही पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम स्थल के अंदर हस्तक्षेप करने से रोका था। कार्यक्रम स्थल पर उनके सेवादार तरह-तरह की वेशभूषा में कमांडो के रूप में सारी व्यवस्थाएं देख रहे थे। फंड रेजर था देव प्रकाश, पॉलिटिकल पार्टियों ने किया था संपर्क
देव प्रकाश मधुकर इस संगठन में काफी दिन से जुड़ा था। संगठन का फंड रेजर बन गया था। संगठन को संचालित करने और सत्संग कराने के लिए पैसे इकट्ठा करता था। कुछ समय पहले कुछ राजनीतिक पार्टियों ने भोले बाबा के संगठन और देव प्रकाश से संपर्क किया था। इस तरह के कार्यक्रम और अन्य संसाधन किसी राजनीतिक पार्टी से पोषित तो नहीं हैं, ये भी पुलिस जांच करेगी। SP ने कहा- अब तक की पूछताछ से ऐसा लग रहा है कि कई राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के लिए इनसे जुड़े हैं। इसके अलावा देव प्रकाश मधुकर से जुड़े सभी बैंक खाते, चल-अचल संपत्ति, मनी ट्रेल की जांच की जाएगी। इस काम में अन्य जांच एजेंसियों से भी सहयोग लिया जाएगा। भगदड़ का अंदेशा था, फिर भी भीड़ से निकाली गाड़ी
देव प्रकाश और सेवादारों ने प्रवचन देने के बाद भोले बाबा की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाल दिया। इनको यह पता था कि भीड़ से निकालते समय चरण रज के लिए भगदड़ मच सकती है। इसके अलावा ये घटना आयोजक या सेवादारों की तरफ से किसी के कहने से तो नहीं कराई गई, इसका भी पता लगाया जा रहा है। रिमांड पर लेकर की जाएगी पूछताछ
एसपी ने बताया- कार्यक्रम स्थल पर वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी करने से रोका जाता था। आयोजकों ने प्रशासन की तरफ से जारी अनुमति पत्र में कई शर्तों का उल्लंघन किया है। यातायात व्यवस्था को प्रभावित किया गया। इन लोगों ने भीड़ को संभालने का कोई प्रयास नहीं किया। जब भगदड़ मच गई, तो देव प्रकाश समेत सभी सेवादार मौके से भाग गए। इससे घटना इतनी भयावह हो गई। मधुकर और संजू यादव को कोर्ट में पेश कर अलीगढ़ जेल भेज दिया गया। मैनपुरी के खांकेताल के रहने वाले सेवादार राम प्रकाश शाक्य का मेडिकल न हो पाने के कारण उसे आज कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका।