गुरुग्राम ऑटो ड्राइवर मर्डर केस में 3 गिरफ्तार:2 यूपी से, 1 बिहार का रहने वाला, बेल्ट से पीट-पीटकर मार डाला, शव फ्लाईओवर पर फेंका गुरुग्राम में एक महीने पहले हुए ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी ऑटो चालक हैं और लूट का विरोध करने पर 40 वर्षीय व्यक्ति की बेल्ट से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। आरोपियों के कब्जे से लूटा गया सामान और बेल्ट बरामद कर ली गई है। आरोपियों की पहचान अनुराग निवासी गांव बलारपुर जिला कन्नौज (उत्तर प्रदेश), मोहित मिश्रा निवासी गांव महेंद्र जिला बलिया (उत्तर प्रदेश) और विकास उर्फ दुर्लभ निवासी गांव करमेघ जिला मधुबनी (बिहार) के रूप में हुई है। पुलिस ने पहले अनुराग और आरोपी मोहित मिश्रा को गुरुग्राम बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद आरोपी विकास उर्फ दुर्लभ को बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया। अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था दरअसल 6 मार्च को पुलिस की ERV-282 टीम द्वारा सेक्टर-14 थाने में सूचना मिली थी कि बस स्टैंड के पास बने लोहे के फ्लाईओवर पर एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है। सूचना पाकर पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंची जहां पर एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा मिला। पहले इत्तेफाक मौत का मामला दर्ज किया सात मार्च को गांव हमीरपुर, अलीगढ़ के रहने वाले शिवनाथ सिंह ने मृतक की पहचान अपने बेटे जितेन्द्र सिंह (उम्र 40 वर्ष) के रूप में की थी। उस समय उसने बताया था कि उसका बेटा जितेन्द्र सिंह करीब 3.5 साल से शराब के नशे के कारण घर से आकर गुरुग्राम में घूमता-फिरता था। शराब का नशा करने, भूख-प्यास व सर्दी के कारण ही इसके बेटे की मृत्यु हुई है। इन्होंने अपने तौर पर अच्छे से तसल्ली कर ली है, इसके बेटे की मौत में किसी का कोई कसूर नहीं है। मृतक के पिता के बयान पर पुलिस शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया व शव को परिजनों के हवाले किया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ हत्या का खुलासा चार अप्रैल को पुलिस के पास मृतक जितेन्द्र सिंह की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिसमें जितेन्द्र के साथ मारपीट करना दर्शाया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृतक के साथ मारपीट करके उसकी हत्या किए जाने का पता चला। जिस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। इस मामले की छानबीन करते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची। ऑटो चलाते हैं आरोपी पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वे सभी ऑटो रिक्शा चलाते हैं और रात के समय ये ऐसे व्यक्ति की तलाश करते हैं, जो अकेला घूम रहा हो या अकेला सो रहा हो। ये उसका सामान चोरी या छीन लेते है। मृतक जितेन्द्र बस स्टैंड के पास बने लोहे के फ्लाई ओवर पर सो रहा था, तो आरोपियों ने सोते हुए जितेन्द्र (मृतक) का बैग चोरी करना चाहा, तभी जितेन्द्र की आंख खुल गई और उसने बैग नहीं देने को कहा। जिस पर आरोपियों ने जितेन्द्र के साथ मारपीट की और उसका सामना लेकर भाग गए। इनके द्वारा की गई मारपीट के कारण जितेन्द्र की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक का आधार कार्ड, बैग तथा वारदात को अंजाम देने में प्रयोग की गई एक बैल्ट बरामद की गई है। पुलिस टीम द्वारा आरोपी अनुराग व मोहित मिश्रा को दो दिन के पुलिस रिमांड के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया है तथा आरोपी विकास उर्फ दुर्लभ को राहदारी रिमांड से एक दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है।