रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में फीस वृद्धि को लेकर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधा। साथ ही इस फीस वृद्धि को भाजपा की हार से बौखलाहट और बदले की भावना बताया। इससे पहले विभिन्न छात्र संगठन भी फीस वृद्धि का विरोध कर चुके हैं। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा “MDU में 4 से 5 गुना फीस वृद्धि का फैसला तुरंत वापस ले सरकार। हरियाणा में मिली करारी हार से बौखलाई BJP सरकार अब नौजवानों से हार का बदला निकाल रही है। प्रदेश के छात्रों और बेरोजगार युवाओं में बीजेपी सरकार के प्रति भयंकर रोष है। इन नतीजों को हरियाणा की बीजेपी सरकार स्वीकार नहीं कर पाई और अब तक प्रतिशोध की आग में जल रही सरकार गरीब परिवारों के होनहार बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना चूर-चूर कर रही है।” 13 छात्र संगठनों ने एकजुट होकर आंदोलन का लिया फैसला
MDU की बढ़ाई गई फीस के विरोध में 13 छात्र संगठनों ने मिलकर आंदोलन करने का फैसला लिया हुआ है। जिनमें सीईएम, एआईडीएसओ, सीवाईएसएस, दिशा, एसएफआई, एएमवीए, जेएसओ, इनसो, आईएसओ, शाहिद भगत सिंह छात्र संगठन, एनएसयूआई, एनएसओ और जन सेवक मंच छात्र संगठन ने मिलकर संयुक्त छात्र संघर्ष समिति बनाई है। साथ ही सभी छात्र संगठनों ने मिलकर फैसला लिया हुआ है कि फीस वृद्धि वापस नहीं होने तक किसी भी मंत्री और नेता को यूनिवर्सिटी में घुसने नहीं दिया जाएगा। रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में फीस वृद्धि को लेकर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधा। साथ ही इस फीस वृद्धि को भाजपा की हार से बौखलाहट और बदले की भावना बताया। इससे पहले विभिन्न छात्र संगठन भी फीस वृद्धि का विरोध कर चुके हैं। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा “MDU में 4 से 5 गुना फीस वृद्धि का फैसला तुरंत वापस ले सरकार। हरियाणा में मिली करारी हार से बौखलाई BJP सरकार अब नौजवानों से हार का बदला निकाल रही है। प्रदेश के छात्रों और बेरोजगार युवाओं में बीजेपी सरकार के प्रति भयंकर रोष है। इन नतीजों को हरियाणा की बीजेपी सरकार स्वीकार नहीं कर पाई और अब तक प्रतिशोध की आग में जल रही सरकार गरीब परिवारों के होनहार बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना चूर-चूर कर रही है।” 13 छात्र संगठनों ने एकजुट होकर आंदोलन का लिया फैसला
MDU की बढ़ाई गई फीस के विरोध में 13 छात्र संगठनों ने मिलकर आंदोलन करने का फैसला लिया हुआ है। जिनमें सीईएम, एआईडीएसओ, सीवाईएसएस, दिशा, एसएफआई, एएमवीए, जेएसओ, इनसो, आईएसओ, शाहिद भगत सिंह छात्र संगठन, एनएसयूआई, एनएसओ और जन सेवक मंच छात्र संगठन ने मिलकर संयुक्त छात्र संघर्ष समिति बनाई है। साथ ही सभी छात्र संगठनों ने मिलकर फैसला लिया हुआ है कि फीस वृद्धि वापस नहीं होने तक किसी भी मंत्री और नेता को यूनिवर्सिटी में घुसने नहीं दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर