MP में संस्कृति से जुड़े सांसद विवेक साहू की 72 km पदयात्रा, ग्रामीणों संग ट्रैक्टर से की जुताई

MP में संस्कृति से जुड़े सांसद विवेक साहू की 72 km पदयात्रा, ग्रामीणों संग ट्रैक्टर से की जुताई

<p style=”text-align: justify;”><strong>Madhya Pradesh News: </strong>मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सांसद विवेक बंटी साहू ने ‘मेरा गांव, मेरा सांसद’&nbsp;अभियान के अंतर्गत जनसंपर्क और संवाद का एक प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत किया. इस अभियान के तहत उन्होंने तीन दिवसीय पदयात्रा आयोजित की, जिसमें 72 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर दर्जनों गांवों में भ्रमण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर न केवल उनकी समस्याएं सुनीं, बल्कि सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पदयात्रा की विशेष बात यह रही कि सांसद साहू ने केवल योजनाओं के प्रचार तक ही स्वयं को सीमित नहीं रखा, बल्कि स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली को आत्मसात करते हुए जनमानस के बीच आत्मीयता का संबंध स्थापित किया. आदिवासी अंचलों में पहुंचकर उन्होंने पीले रंग का पारंपरिक गमछा धारण कर आदिवासी समुदाय को सम्मान का संदेश दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही खेतों में जाकर ट्रैक्टर से जुताई की और महिलाओं के साथ बैठकर सिवइयां भी बनाई, जिससे ग्रामीणों के बीच उनका जुड़ाव और भी मजबूत हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी देकर किया जागरूक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस यात्रा के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन और लाड़ली बहना योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी और यह बताया कि इनका लाभ आमजन तक कैसे पहुंचेगा. साथ ही उन्होंने हर गांव में लोगों की स्थानीय समस्याएं ध्यानपूर्वक सुनीं और समाधान का आश्वासन भी दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रामीणों ने भी सांसद साहू के इस जमीनी और सरल प्रयास की सराहना की और उन्हें अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराया. लोगों ने बताया कि आमतौर पर जनप्रतिनिधि इतने निकट से संवाद नहीं करते, लेकिन साहू का यह प्रयास उन्हें विशेष रूप से करीब लाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम की&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस यात्रा के माध्यम से न केवल प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम किया, बल्कि यह पहल क्षेत्र में जनप्रतिनिधित्व की एक नई सोच और नई शैली के रूप में उभरकर सामने आई. सांसद साहू की यह पदयात्रा जनसंवाद की दृष्टि से न केवल सफल रही, बल्कि यह ग्रामीणों से सीधे जुड़ने की एक मिसाल बन गई, जो आने वाले समय में अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन सकती है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Madhya Pradesh News: </strong>मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सांसद विवेक बंटी साहू ने ‘मेरा गांव, मेरा सांसद’&nbsp;अभियान के अंतर्गत जनसंपर्क और संवाद का एक प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत किया. इस अभियान के तहत उन्होंने तीन दिवसीय पदयात्रा आयोजित की, जिसमें 72 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर दर्जनों गांवों में भ्रमण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर न केवल उनकी समस्याएं सुनीं, बल्कि सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पदयात्रा की विशेष बात यह रही कि सांसद साहू ने केवल योजनाओं के प्रचार तक ही स्वयं को सीमित नहीं रखा, बल्कि स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली को आत्मसात करते हुए जनमानस के बीच आत्मीयता का संबंध स्थापित किया. आदिवासी अंचलों में पहुंचकर उन्होंने पीले रंग का पारंपरिक गमछा धारण कर आदिवासी समुदाय को सम्मान का संदेश दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही खेतों में जाकर ट्रैक्टर से जुताई की और महिलाओं के साथ बैठकर सिवइयां भी बनाई, जिससे ग्रामीणों के बीच उनका जुड़ाव और भी मजबूत हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी देकर किया जागरूक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस यात्रा के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन और लाड़ली बहना योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी और यह बताया कि इनका लाभ आमजन तक कैसे पहुंचेगा. साथ ही उन्होंने हर गांव में लोगों की स्थानीय समस्याएं ध्यानपूर्वक सुनीं और समाधान का आश्वासन भी दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रामीणों ने भी सांसद साहू के इस जमीनी और सरल प्रयास की सराहना की और उन्हें अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराया. लोगों ने बताया कि आमतौर पर जनप्रतिनिधि इतने निकट से संवाद नहीं करते, लेकिन साहू का यह प्रयास उन्हें विशेष रूप से करीब लाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम की&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस यात्रा के माध्यम से न केवल प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम किया, बल्कि यह पहल क्षेत्र में जनप्रतिनिधित्व की एक नई सोच और नई शैली के रूप में उभरकर सामने आई. सांसद साहू की यह पदयात्रा जनसंवाद की दृष्टि से न केवल सफल रही, बल्कि यह ग्रामीणों से सीधे जुड़ने की एक मिसाल बन गई, जो आने वाले समय में अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन सकती है.</p>  मध्य प्रदेश पारिवारिक कलह बना खौफनाक वारदात का कारण, आगरा में दोहरी हत्या से हड़कंप