<p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai Water Tankers Strike:</strong> पिछले पांच दिनों से चल रही मुंबई टैंकर एसोसिएशन की हड़ताल आखिरकार सोमवार (14 अप्रैल) को खत्म हो गई. बीएमसी और मुंबई टैंकर एसोसिएशन से चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया. पर इसपर अब यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने कुछ सवाल किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुंबई में कई निर्माण स्थल, कार्यालय, मॉल और अन्य स्थान हड़ताल से प्रभावित हुए और कई काम रुक गए. मुंबई नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने टैंकर चालकों के प्रतिनिधिमंडल की एक तत्काल बैठक बुलाई थी. टैंकर चालकों की उग्र हड़ताल और मुंबई नगर निगम द्वारा लागू किए गए आपदा प्रबंधन अधिनियम के मुद्दे को अंततः एक बैठक में सुलझा लिया गया और टैंकर एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ले ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हड़ताल से मुंबई के कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित हुई थी. सरकार के हस्तक्षेप के बाद अंततः टैंकर चालकों की हड़ताल समाप्त कर दी गई. आदित्य ठाकरे ने कहा, ”टैंकर चालकों के बयान के बावजूद सरकार ने जानबूझकर हड़ताल की अनदेखी की. सरकार की सोई हुई भूमिका के कारण मुंबईकरों को परेशानी हुई. गर्मियों में महावीर जयंती, हनुमान जयंती और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती जैसे समारोहों के दौरान मुंबईकरों की चुप्पी के लिए सरकार को जवाब देना चाहिए या नहीं?” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”सरकारी अधिकारियों को टैंकर चालकों की हड़ताल की गंभीरता का एहसास क्यों नहीं हुआ? जिससे देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में पानी की कमी हो सकती है? यह भी शोध का हिस्सा है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना (यूबीटी) ने दी थी चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हड़ताल को देखते हुए शिवसेना (यूबीटी) ने आंदोलन की चेतावनी दी थी. टैंकर चालकों की हड़ताल तब समाप्त हुई, जब सरकार को एहसास हुआ कि शिवसेना का रुख महंगा पड़ सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हड़ताल को लेकर बीएमसी आयुक्त ने कहा, ”मैं राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दोनों उपमुख्यमंत्रियों और मनपा आयुक्त भूषण गगरानी को धन्यवाद देता हूं. हम जल टैंकर एसोसिएशन और आयुक्त के बीच हुई बैठक में हुई चर्चा के अनुसार हड़ताल वापस ले रहे हैं. भूषण गगरानी ने हमें आश्वासन दिया है कि आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. उन्होंने टैंकर एसोसिएशन की बात सुनी.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”टैंकर एसोसिएशन को जारी सभी नोटिस वापस लिए जा रहे हैं. कमिश्नर भूषण गजरानी ने आश्वासन दिया कि कोई कार्रवाई नहीं होगी. इसके अलावा, हम जल्द ही मुंबई पुलिस कमिश्नर से भी मिलेंगे. पूरी महाराष्ट्र सरकार टैंकर एसोसिएशन के पीछे खड़ी रहेगी. इसलिए हम आपके माध्यम से एसोसिएशन से हड़ताल वापस लेने का अनुरोध करने आए हैं. मुरजी पटेल ने यह भी अनुरोध किया है कि जो लोग पानी से वंचित हैं उन्हें पानी उपलब्ध कराया जाए.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai Water Tankers Strike:</strong> पिछले पांच दिनों से चल रही मुंबई टैंकर एसोसिएशन की हड़ताल आखिरकार सोमवार (14 अप्रैल) को खत्म हो गई. बीएमसी और मुंबई टैंकर एसोसिएशन से चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया. पर इसपर अब यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने कुछ सवाल किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुंबई में कई निर्माण स्थल, कार्यालय, मॉल और अन्य स्थान हड़ताल से प्रभावित हुए और कई काम रुक गए. मुंबई नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने टैंकर चालकों के प्रतिनिधिमंडल की एक तत्काल बैठक बुलाई थी. टैंकर चालकों की उग्र हड़ताल और मुंबई नगर निगम द्वारा लागू किए गए आपदा प्रबंधन अधिनियम के मुद्दे को अंततः एक बैठक में सुलझा लिया गया और टैंकर एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ले ली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हड़ताल से मुंबई के कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित हुई थी. सरकार के हस्तक्षेप के बाद अंततः टैंकर चालकों की हड़ताल समाप्त कर दी गई. आदित्य ठाकरे ने कहा, ”टैंकर चालकों के बयान के बावजूद सरकार ने जानबूझकर हड़ताल की अनदेखी की. सरकार की सोई हुई भूमिका के कारण मुंबईकरों को परेशानी हुई. गर्मियों में महावीर जयंती, हनुमान जयंती और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती जैसे समारोहों के दौरान मुंबईकरों की चुप्पी के लिए सरकार को जवाब देना चाहिए या नहीं?” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”सरकारी अधिकारियों को टैंकर चालकों की हड़ताल की गंभीरता का एहसास क्यों नहीं हुआ? जिससे देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में पानी की कमी हो सकती है? यह भी शोध का हिस्सा है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना (यूबीटी) ने दी थी चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हड़ताल को देखते हुए शिवसेना (यूबीटी) ने आंदोलन की चेतावनी दी थी. टैंकर चालकों की हड़ताल तब समाप्त हुई, जब सरकार को एहसास हुआ कि शिवसेना का रुख महंगा पड़ सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हड़ताल को लेकर बीएमसी आयुक्त ने कहा, ”मैं राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दोनों उपमुख्यमंत्रियों और मनपा आयुक्त भूषण गगरानी को धन्यवाद देता हूं. हम जल टैंकर एसोसिएशन और आयुक्त के बीच हुई बैठक में हुई चर्चा के अनुसार हड़ताल वापस ले रहे हैं. भूषण गगरानी ने हमें आश्वासन दिया है कि आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. उन्होंने टैंकर एसोसिएशन की बात सुनी.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”टैंकर एसोसिएशन को जारी सभी नोटिस वापस लिए जा रहे हैं. कमिश्नर भूषण गजरानी ने आश्वासन दिया कि कोई कार्रवाई नहीं होगी. इसके अलावा, हम जल्द ही मुंबई पुलिस कमिश्नर से भी मिलेंगे. पूरी महाराष्ट्र सरकार टैंकर एसोसिएशन के पीछे खड़ी रहेगी. इसलिए हम आपके माध्यम से एसोसिएशन से हड़ताल वापस लेने का अनुरोध करने आए हैं. मुरजी पटेल ने यह भी अनुरोध किया है कि जो लोग पानी से वंचित हैं उन्हें पानी उपलब्ध कराया जाए.”</p> महाराष्ट्र Jharkhand: बांग्लादेशी घुसपैठ और धर्मांतरण को लेकर कांग्रेस पर भड़के चंपाई सोरेन, बोले- ‘BJP ही एकमात्र…’
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