Rajasthan SI भर्ती घोटाला: डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने वाला SDM गिरफ्तार, RAS में मिली थी 22वीं रैंक

Rajasthan SI भर्ती घोटाला: डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने वाला SDM गिरफ्तार, RAS में मिली थी 22वीं रैंक

<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan SI Exam Scam:</strong> कहते हैं अपने हर कर्म की सजा इसी जन्म में भुगतनी पड़ती है. कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के जोधपूर में. राजस्थान में साल 2021 की SI भर्ती परीक्षा से जुड़ा एक बड़ा खुलासा सामने आया है. एसओजी की साइक्लोनर टीम ने जैसलमेर के फतेहगढ़ में पदस्थापित एसडीएम हनुमान राम को डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. यह वही हनुमान राम है, जिसे RAS परीक्षा 2021 में 22वीं रैंक मिली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डमी कैंडिडेट बनकर दी परीक्षा</strong><br />जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि हनुमान राम ने SI भर्ती परीक्षा 2021 में नरपत राम की जगह खुद परीक्षा दी थी. यह खुलासा उस वक्त हुआ जब कुछ दिन पहले पेपर लीक मामले में नरपत राम और उसकी पत्नी इंदिरा को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में दोनों ने हनुमान राम का नाम लिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन है हनुमान राम?</strong><br />फिल्मी स्टाइल में परिक्षा में घोटाला करने वाला हनुमान राम बाड़मेर जिले के बिसारणीया गांव का रहने वाला है. वह 2016 से RAS की तैयारी कर रहा था और 2021 में दूसरे प्रयास में सफलता पाई. फरवरी 2025 में उसे फतेहगढ़ SDM पद पर नियुक्त किया गया. इससे पहले वह चितलवाना, बागोड़ा और शिव जैसे स्थानों पर भी SDM रह चुका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुई घोटाले की शुरूआत?</strong><br />इस घोटाले की शुरुआत हरखु जाट नामक उम्मीदवार से हुई थी, जिसे SOG ने पहले पकड़ा था. पूछताछ में हरखु ने खुलासा किया कि उसने SI परीक्षा में डमी कैंडिडेट इंदिरा को बैठाया था, जो कि नरपत राम की पत्नी है. इंदिरा ने हरखु की जगह पेपर दिया और हरखु पास होकर प्लाटून कमांडर बन गई. इसके बदले में हरखु से 15 लाख रुपये लिए गए थे. दिलचस्प बात यह है कि इंदिरा ने जो परीक्षा खुद के लिए दी, उसमें वह फेल हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऑपरेशन “तर्पण” के तहत हुई गिरफ्तारी</strong><br />हरखु के पकड़े जाने के बाद जब इंदिरा और नरपत को जानकारी मिली, तो दोनों फरार हो गए. जोधपुर पुलिस ने ऑपरेशन “तर्पण” चलाकर नरपत राम को गोवा की वाइन शॉप से और इंदिरा को खेमा का कुंवा रोड से गिरफ्तार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब इस पूरे मामले में SDM हनुमान राम की गिरफ्तारी ने साफ कर दिया है कि भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार किस स्तर तक फैला है. पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है और संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan SI Exam Scam:</strong> कहते हैं अपने हर कर्म की सजा इसी जन्म में भुगतनी पड़ती है. कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के जोधपूर में. राजस्थान में साल 2021 की SI भर्ती परीक्षा से जुड़ा एक बड़ा खुलासा सामने आया है. एसओजी की साइक्लोनर टीम ने जैसलमेर के फतेहगढ़ में पदस्थापित एसडीएम हनुमान राम को डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. यह वही हनुमान राम है, जिसे RAS परीक्षा 2021 में 22वीं रैंक मिली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डमी कैंडिडेट बनकर दी परीक्षा</strong><br />जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि हनुमान राम ने SI भर्ती परीक्षा 2021 में नरपत राम की जगह खुद परीक्षा दी थी. यह खुलासा उस वक्त हुआ जब कुछ दिन पहले पेपर लीक मामले में नरपत राम और उसकी पत्नी इंदिरा को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में दोनों ने हनुमान राम का नाम लिया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन है हनुमान राम?</strong><br />फिल्मी स्टाइल में परिक्षा में घोटाला करने वाला हनुमान राम बाड़मेर जिले के बिसारणीया गांव का रहने वाला है. वह 2016 से RAS की तैयारी कर रहा था और 2021 में दूसरे प्रयास में सफलता पाई. फरवरी 2025 में उसे फतेहगढ़ SDM पद पर नियुक्त किया गया. इससे पहले वह चितलवाना, बागोड़ा और शिव जैसे स्थानों पर भी SDM रह चुका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे हुई घोटाले की शुरूआत?</strong><br />इस घोटाले की शुरुआत हरखु जाट नामक उम्मीदवार से हुई थी, जिसे SOG ने पहले पकड़ा था. पूछताछ में हरखु ने खुलासा किया कि उसने SI परीक्षा में डमी कैंडिडेट इंदिरा को बैठाया था, जो कि नरपत राम की पत्नी है. इंदिरा ने हरखु की जगह पेपर दिया और हरखु पास होकर प्लाटून कमांडर बन गई. इसके बदले में हरखु से 15 लाख रुपये लिए गए थे. दिलचस्प बात यह है कि इंदिरा ने जो परीक्षा खुद के लिए दी, उसमें वह फेल हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऑपरेशन “तर्पण” के तहत हुई गिरफ्तारी</strong><br />हरखु के पकड़े जाने के बाद जब इंदिरा और नरपत को जानकारी मिली, तो दोनों फरार हो गए. जोधपुर पुलिस ने ऑपरेशन “तर्पण” चलाकर नरपत राम को गोवा की वाइन शॉप से और इंदिरा को खेमा का कुंवा रोड से गिरफ्तार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब इस पूरे मामले में SDM हनुमान राम की गिरफ्तारी ने साफ कर दिया है कि भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार किस स्तर तक फैला है. पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है और संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं.</p>  राजस्थान अबू आजमी ने की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात, धार्मिक स्थलों को लेकर की ये बड़ी मांग